तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग - til ka taad banaana muhaavare ka vaaky prayog

मुहावराअर्थतिल का ताड़ बनानाछोटी-सी बात को बढ़ा-चढ़ाकर ( Chhotee-See Baat Ko Badha-Chadhaakar)वाक्य में प्रयोग-शांति तो तिल का ताड़ बनाने में माहिर है।

Likewise इसी तरह मुहावरा शब्द जो देखे गए

Explanation : तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का अर्थ छोटी-सी बात को बहुत अधिक बढ़ावा देना होता है। तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग — कुमुद ने रोहित को उसकी गलती पर टोका ही था किंतु उसने रो-रो कर तिल का ताड़ बना दिया। मुहावरा शब्द एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ होता है–अभ्यास करना। मुहावरे वाक्य के अंश होते हैं। मुहावरों से सामान्य अर्थ नहीं बल्कि, विशेष अर्थ निकलता है। इनके प्रयोग से भाषा में सरसता व रोचकता आ जाती है। इनका प्रयोग वाक्यों में ही जाने वाली अन्य बातों के साथ जुड़कर होता है। वाक्यों में मुहावरों का प्रयोग किया जाता है, अर्थों का नहीं। हिंदी के कुछ विद्वान मुहावरा को वाग्धारा अथवा रोजमर्रा भी कहते है। किंतु प्रचलित भाषा में मुहावरा ही है।....अगला सवाल पढ़े

Tags : मुहावरे सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी

Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams

Web Title : Til Ka Taad Banana Muhavare Ka Arth

यहां हमने “तिल का ताड़ बनाना” मुहावरे का अर्थ और इसके वाक्य प्रयोग को समझाया है। तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का अर्थ होता है - बात का बतंगड़ करना, छोटी बात को बढ़ा चढ़ाकर कहना, थोड़ी सी बात को बड़ा रूप देना। अगर किसी के साथ छोटी सी घटना हो जाती है और सामने वाले को वह बात ठीक नही लगती तो वह उस बात को बड़ा-चढ़ा कर बताता है। इसे कहते हैं तिल का ताड़ बनाना।

शाब्दिक अर्थ को देखें तो मतलब बनता है बीज से बड़ा पेड़ बनाना. मुहावरे के तौर पर इसका मतलब बनता है छोटी बात को बड़ा बनाना. उदाहरण के तौर पर जब 2 लोगों में झगड़ा होता है वजह कोई भी हो छोटा या बड़ा समझदारी इसी में है कि झगड़ा सुलझा लें जल्द से जल्द और केस वहीं रफा-दफा करें परंतु लोगों का ऐसा स्वभाव होता है कि वह झगड़ा और बड़ा खतरनाक और खूंखार बनाते चले जाते हैं, इसी को तिल का ताड़ बनाना कहते हैं

तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का अर्थ til ka taad banana muhavare ka arth – छोटी सी बात को बहुत बडा चढा कर कहना ।

दोस्तो ‌‌‌जब किसी के साथ कोई ‌‌‌ऐसी बात हो जाती है जो समाने वाले को अच्छी नही लगती तो वह उस बात का ‌‌‌बतगंड खडा कर लेता है । कहने का अर्थ है वह उस बात को बढा चढा कर कहने लग जाता है । जिस तरह से राजनितिक मे होता है । एक छोटी सी बात का पहाड खडा कर देते है । इस तरह से जब किसी बात को लेकर कोई उस बात को बढा चढा कर ‌‌‌कहने लग जाते है तो इसे ही तिल का ताड़ बनाना कहते है ।

तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग - til ka taad banaana muhaavare ka vaaky prayog

तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence

  • राजेश और रमेश मे लडाई हो गई तो राजेश ने अपने दोस्तो को बुलाकर तिल का ताड़ ‌‌‌बना दिया ।
  • माधव ने इतनी छोटी सी बात पर लित का ताड़ बना दिया और गाव के लोगो को इखट्ठा कर लिया ।
  • तिल का ताड़ बनाने से ‌‌‌किसी बात ‌‌‌का ‌‌‌पता नही चलता है उसे साफ साफ ही कह दो ।
  • एक छोटे से बच्चे के रोने से तुमने तो तिल का ताड़ बना दिया ।
  • जब देखो तब तुम दोनो तिल ‌‌‌का ताड़ बनाए रखते हो जरा साफ साफ बात नही कर सकते  ।
  • अगर इसी तरह से तिल का ताड़ बना बना कर किसी बात को कहोगे तो कोई तुम्हारी बातो पर गोर नही करेगा ।
  • तुम्हे तो तिल का ताड़ बनाने का बहाना चाहिए और कही पर भी शुरु हो जाते हो ।

तिल का ताड़ बनाना मुहावरे ‌‌‌पर कहानी Idiom story

प्राचिन समय की बात है किसी नगर मे शांति नाम की एक औरत रहती थी । उसके घर मे उसका पति और एक छोटा बेटा ‌‌‌रहता था । शांति अपने पति के साथ बहुत ही खुश रहती थी । उसके पति का नाम प्रसांत था । प्रसांत और शांति दोनो ही एक जैसे ही थे अगर उनसे ‌‌‌कोई कुछ कह देता था तो वह उस बात को लेकर लडाई करने लग जाते ‌‌‌थे ।

उनके जो पडोसी थे वे बहुत ही शांत लोग थे और किसी से भी कोई मलतब नही रखते थे । प्रसांत अपने खेतो मे काम कर कर आता था । यही उनके जीवन का साधन था जिससे वे अपना पेट भर सकते थे । एक बार क्या की शांति का बेटा उनके पडोसी के यहां चला गया था ।

वह तो छोटा था इस कारण से कभी भी कही चला जाता था । जब ‌‌‌वह उनके घर चला गया था तो उनके घर भी एक छोटा लडका था वे दोनो खेलने लगे थे । खेलते खेलते उन्हे काफी समय बित गया था पर शांति को पता भी नही था की मेरा बेटा कहा है ।

जब उन्हे काफी देर हो गई तो अचानक वे दोनो लडने लगे और फिर जोर जोर से रोने लगे थे । रोने की आवाज सुन कर शांति उनके घर की तरफ गई थी । ‌‌‌वहां जाने पर उसे दिखा की उसकी पडोसी उसके बेटे के पास खडी है । यह देखकर शांति को लगा की वह उसे मार रही है इसी कारण से वह रो रहा है ।

पर ऐसा नही था वह तो अपने ही बेटे को डाट रही थी । शांति ने इस छोटी सी बात का तिल का ताड़ बना दिया और उससे लडने लगी थी । किसी तरह से वह चुप ‌‌‌हो गई थी । ‌‌‌तब से ‌‌‌शांति यह मोका देखती रहती की कब मै इससे लडू ।

अब शांति से जो मिलता तो वह उससे पूछने लग जाते थे की उस दिन तुम दोनो लड किस कारण से रहे थे । तब शांति उन्हे जबाब मे यह नही कहती की उसने मेरे बेटे को मारा बल्की वह उस बात को बढा चढा कर कहती थी । जिसके कारण से सुनने वोले भी उसकी पूरी बात नही सुनते ‌‌‌थे ।

शांति के पडोसी के घर एक गाय थी । वह गाय रोजाना खेतो मे जाती ‌‌‌और अपना पेट भर कर आती थी । ‌‌‌इसी तरह से एक दिन ‌‌‌शांति की पडोसी जब उस गाय को वे खेत ले जा ‌‌‌रही थी । तो कुछ ‌‌‌दूरी पर बहुत जोर से धमाका हुआ । जिसके कारण से वह गाय हाथो से छुट गई और शांति के घर मे चली गई थी ।

उसके भागने के कारण से शांति ‌‌‌के घर मे गाय के पेरो से खड्डे पड गए थे । जब शांति ने देखा की उसके घर एक गाय है तो वह चुप चाप उसे निकालने के लिए जाने लगी थी । तभी उसे उसकी पडोसी दिखी यह देखकर वह उससे लडने लगी और कहने लगी तुमने मेरे घर मे गाय ‌‌‌को भेजा है ।

इस तरह से कह कह कर शांति ने बहुत हल्ला कर दिया था । जिसके कारण से ‌‌‌इस बात की खबर गाव के मुखिया के पास पहुच गई थी । तब मुखिया उनके पास आया और दोनो की बात सुनी । जब शांति से पूछा की इसने तुम्हारे साथ क्या किया है ।

तब शांति ने मुखिया से यह तो कहा नही की इसने मेरे घर मे गाय को ‌‌‌बाडी है । बल्की वह उस बात को बढा चढा कर कहने लगी थी । यह सुनकर मुखिया ने कहा ‌‌‌की तिल का ताड़ मत बनाओ जिस बात के कारण लड रहे हो वह बताओ । तब शांति ने कहा की मेरे घर मे इसकी गाय आ गई है ।

तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग - til ka taad banaana muhaavare ka vaaky prayog

इतना सुनकर मुखिया और गाव के लोग सोचने लगे की इसने एक गाय के आने से इतना बखेडा खडा कर दिया है । तब मुखिया ने कहा की ऐसे ही आ गई और तुम इससे लडने लगी हो । इस तरह से मुखिया ने ‌‌‌शांति को शांत कराया था ।

इस तरह से गाव के लोगो को पता चल गया की शांति एक छोटी सी बात को बढा चढा कर कहती है । इस तरह से आपको भी समझ मे आ गया होगा की इस कहानी का अर्थ क्या है ।

‌‌‌तिल का ताड़ बनाना मुहावरे पर निबंध Essay on idiom

साथियो जब कोई किसी छोटी सी बात को बढा चढा कर कहने लग जाता है तो उसके लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है । यहां यह आवश्यक नही है की वह बात लडाई होने पर ही हो बल्की एक ‌‌‌साधारण बात को कहने मे भी बहुत समय लेता है तो इसे तिल का ताड़ बनाना कहा जाता है ।

धोबी का कुत्ता घर का न घाट का, का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

टोपी उछालना का अर्थ, वाक्य व कहानी

आटे दाल का भाव मालूम होना का अर्थ, वाक्य व कहानी

जान पर खेलना का अर्थ व वाक्य मे प्रयोग

हाथ पाँव मारना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग

इस तरह ‌‌‌के लोग इस संसार मे बहुत है जो किसी छोटी सी बात को बढा चढा कर कहते हो । इस तरह के लोग आपको आसानी से मिल जाते है । इस तरह के लोगो से इस बात से कोई लेना देना नही होता की हम इस बात को इतना बढा चढा कर क्यो कह रहे है साफ साफ भी तो कह सकते है ।

बल्की उनकी आदद ही ऐसी हो जाती है की वे लोग उस बात मे ‌‌‌अपनी तरफ से कुछ शब्द और जोड देते है । इस तरह से आप इस मुहावरे का अर्थ समझ गए होगे ।

तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का अर्थ क्या है?

Solution : तिल का ताड़ बनाना-छोटी-सी बात को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर कहना।

तू तू मैं मैं करना मुहावरे का अर्थ क्या है?

अशिष्ट प्रकार से झगड़ा करना

कान का कच्चा होना मुहावरे का अर्थ क्या है?

Kaan ka kaccha मुहावरे का हिंदी में अर्थ meaning in Hindi वाक्य प्रयोग – उससे संभल कर रहना, वह कान का कच्चा है। वाक्य प्रयोग – वह तो कान का कच्चा हैं, जो कहोगे वही मान लेगा। वाक्य प्रयोग – सोच समझ कर फैसला लिया करो, इस तरह कान का कच्चा होना अच्छी बात नहीं है।

दर दर का भिखारी का अर्थ क्या है?

परेशान होकर इधर-उधर घूमना।