शनि शिंगणापुर का रहस्य क्या है?शनि शिंगणापुर (महाराष्ट्र), शनिश्चरा मन्दिर (ग्वालियर मध्यप्रदेश), सिद्ध शनिदेव (कशीवन, उत्तर प्रदेश)। इनमें से शनि शिंगणापुर को भगवान शनिदेव का जन्म स्थान माना जाता है। जनश्रुति है कि उक्त स्थान पर जाकर ही लोग शनि के दंड से बच सकते हैं, किसी अन्य स्थान पर नहीं। जनश्रुति और मान्यता अनुसार यह शनि देव का जन्म स्थान है।
शनि शिंगणापुर में दरवाजे क्यों नहीं होते हैं?इस गांव पर शनिदेव की है कृपा, घर में नहीं होते दरवाजे
क्योंकि, माना जाता है कि जो भी व्यक्ति यहां चोरी करेगा उसे स्वयं शनि देव ही सजा दे देंगे। यहां के लोग अलमारी, लॉकर, सूटकेस आदि भी नहीं रखते हैं। यह अनोखी प्रथा प्राचीन काल से ही चली आ रही है।
शनि देव को घर में क्यों नहीं रखना चाहिए?शनिदेव को मिला हुआ है श्राप
फिर भी शनिदेव की मूर्ति को लोग घर में नहीं रखते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार शनिदेव को श्राप मिला हुआ है कि वह जिस भी किसी को देखेंगे उसका अनिष्ट हो जाएगा. यही कारण है कि शनिदेव की दृष्टि से बचने के लिए घर पर उनकी मूर्ति नहीं लगाई जाती है.
विश्व का सबसे बड़ा शनि मंदिर कहाँ है?शनि शिंगणापुर (Shani Shingnapur) भारत के महाराष्ट्र राज्य के अहमदनगर ज़िले में स्थित एक गाँव है जो अपने शनी देवता के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
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