स्वपोषी और विषमपोषी पोषण में क्या अंतर है? - svaposhee aur vishamaposhee poshan mein kya antar hai?


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स्वपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोष...

Video Solution: स्वपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण में क्या अंतर है ?

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लिखित उत्तर

Solution : (1) स्वपोषी-जो पौधे या जीव अपना भोजन स्वयं बनाते हैं स्वपोषी कहलाते हैं। उदाहरण- हरे पौधे। <br> (2) विषमपोषी-वे जीव जो अपने भोजन के लिये पूर्ण वा आशिक रूप से किसी दूसरे जीव पर आश्रित रहते हैं । विषमपोषों या परपोषी कहलाते हैं।

उत्तर

Step by step video & image solution for [object Object] by Biology experts to help you in doubts & scoring excellent marks in Class 10 exams.

Question Details till 11/10/2022

Question
Chapter Name जैव प्रक्रम
Subject Biology (more Questions)
Class 10th
Type of Answer Video & Image
Question Language

In Video - Hindi

In Text - Hindi
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Question Video Duration 4m55s

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स्वयंपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण में क्या अंतर हैं?

स्वयंपोषी – वे जीव जो प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा सरल अकार्बनिक से जटिल कार्बनिक पदार्थों का निर्माण करके अपना स्वयं पोषण करते हैं, स्वयंपोषी जीव कहलाते हैं।उदाहरण- सभी हरे पौधे, युग्लीना।

1. ये अपना भोजन स्वयं तैयार करते हैं।
2. ये प्रायः क्लोरोफिल की उपस्थिति के कारण हरे होते हैं
3. इनमें प्रकाश संश्लेषण क्रिया होती है।

विषमपोषी – वे जीव जो कार्बनिक पदार्थ और ऊर्जा को अपने भोज्य पदार्थ के रूप में अन्य जीवित या मृत पौधों या जंतुओं से ग्रहण करते हैं, विषमपोषी जीव कहलाते हैं।उदाहरण- युग्लीना को छोड़कर सभी जंतु। अमरबेल, जीवाणु, कवक आदि।

1. ये अपना भोजन स्वयं तैयार नहीं कर सकते।
2. इनमें क्लोरोफिल नहीं होती अतः ये हरे नहीं होते।
3. इनमें प्रकाश संश्लेषण क्रिया नहीं होती।

पर्यावरण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

प्रश्न . किसी जिव द्वारा किन कच्ची सामग्रियों का उपयोग किया जाता है?
उत्तर – बाहर से जीवों को कच्ची सामग्री की आवश्यकता निम्नलिखित उदेश्यों की पूर्ति के लिए होती है-
(i) कोशिकाओं, ऊतकों के बनने व रख-रखाव के लिए।
(ii) टीन, एंजाइम, न्यूक्लिक अम्लों के संश्लेषण के लिए।
(iii) जल- शरीर को भोजन को पचने और शारीरिक क्रियाओं को पूरा करने के लिए पानी की आवश्यकता होती है।
(iv) ऑक्सीजन- श्वसन के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन।
(v) भोजन- ऊर्जा प्राप्ति के के लिए उचित पोषण ।

प्रश्न . जीवन के अनुरक्षण के लिए आप किन प्रक्रमों को आवश्यक मानेंगे?
उत्तर – जीवन के अनुरक्षण के लिए जो प्रक्रम आवश्यक मने जाने चाहिए, वे हैं-
(i) पोषण, (ii) श्वसन, (iii) परिवहन, (iv) उत्सर्जन, (v) वृद्धि तथा विकास, (vi) जनन, (vii) गति, (viii) अनुकूलन, (xi) उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया।

प्रश्न . विभिन्न चरणों वाली आहार श्रृंखला के उदाहरण लिखिए। इनमें से किस स्तर पर ऊर्जा अधिक उपलब्ध होगी ? इनमें से कौन-सी श्रृंखलाएं जैव घटकों की संरचना दर्शाती हैं ?
उत्तर- आहार श्रृंखलाओं के उदाहरण
(i) पौधे → मानव
(ii) घास → हिरण → शेर
(iii) घास → कीट → मेंढक → सांप
(iv) काई, शैवाल → छोटे जंतु → छोटी मछली → बड़ी मछली
(v) घास → टिड्डा → मेंढक → सांप → मोर।।
इन आहार श्रृंखलाओं में पहले स्तर पर सदा उत्पादक (पौधे) आते हैं। इन श्रृंखलाओं में (i) द्वि-चरण, (ii) त्रिचरण, (iii) चार चरण व (iv) पाँच चरण वाली श्रृंखलाएं हैं।
प्रथम तथा द्वितीय स्तर के उपभोक्ता आहार श्रृंखला न केवल जीवमंडल में जैव घटकों की संरचना प्रदर्शित करती है परंतु ऊर्जा एवं पदार्थों का स्थानांतरण भी करती है।

प्रश्न . हमारे जैसे बहुकोशिकीय जीवों में ऑक्सीजन की आवश्यकता पूरी करने में विसरण क्यों अपर्याप्त है?
उत्तर-  बहुकोशी जीवों में उनकी केवल बहरी त्वचा की कोशिकाएँ और रंध्र ही आस-पास के वातावरण से सीधे संबंधित होते हैं। बहुकोशीय जिव जैसे मनुष्य में शरीर का आकार बहुत बड़ा होता है तथा शरीर की संरचना जटिल होती है। बहुकोशीय जीवों में सभी कोशिकाएँ सीधे ही पर्यावरण के संपर्क में नहीं होती। अत: साधारण विसरण सभी कोशिकाओं की ऑक्सीजन की आवश्यकता पूरी करने के लिए अपर्याप्त है।

प्रश्न . प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक कच्ची सामग्री पौधा कहाँ से प्राप्त करता है?
उत्तर- पौधों को प्रकाश संश्लेषण के लिए जल, खनिज लवण, कार्बन डाइऑक्साइड तथा ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
(i) वे खनिज लवण तथा जल मृदा से प्राप्त करते हैं।
(ii) वे वायु से CO2 प्राप्त करते हैं।
(iii) वे ऊर्जा सूर्य से विकिरणों के रूप में ग्रह करते हैं।

प्रश्न . स्तनधारी तथा पक्षियों में ऑक्सिजनित तथा विऑक्सिजनित रुधिर को अलग करना क्यों आवश्यक हैं?
उत्तर- स्तनधारी तथा पक्षियों में उच्च तापमान को बनाए रखने के लिए अपेक्षाकृत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऑक्सिजनित और विऑक्सिजनित रुधिर को ह्दय के दाएँ और बाएँ भाग से आपस में मिलने से रोकना परम आवश्यक है। इस प्रकार का बंटवारा शरीर को उच्च दक्षतापूर्ण ऑक्सीजन की पूर्ति करता है।

प्रश्न . गैसों के विनियम के लिए मानव-फुफ्फस में अधिकतम क्षेत्रफल को कैसे अभिकल्पित किया है?
उत्तर-  श्वसन मार्ग, श्वास नली तथा श्वसनी वक्षगुहा में स्थित एक जोड़ी फुफ्फुस में जाती हैं। फुफ्फुस के अंदर श्वसनी श्वसनिकाओं में विभक्त होती हैं जो अंत में गुब्बारे की तरह की संरचनाओं, जिन्हें कुपिकाएँ कहते हैं, के रूप में समाप्त होती हैं। कुप्पुकाओं की भित्ति में रक्त वाहिकाओं का जाल होता है। कुपिकाओं की सतह पर गैसीय विनियम होता है। यदि कुपिकाओं की सतह को बिछाया जाए तो ये लगभग 80 m2 स्थान घेरती हैं। इस वृहत सतह के कारण गैसों का विनियम दक्षतापूर्वक हो जाता है।

प्रश्न . किसी स्थान पर पाये जाने वाले जीवों की स्थिति का निर्धारण कौन-से घटक करते हैं ?
उत्तर- जलवायु, मिट्टी की प्रकृति तथा जल उपलब्धता।
प्रश्न . जीव मंडल, जीव समुदाय, आबादी और पारिस्थितिक तंत्र को क्रमानुसार लिखो।
उत्तर- आबादी < जीव समुदाय < पारिस्थितिक तंत्र < जीव-मंडल।।
प्रश्न . जैव समुदाय तथा अजैव पर्यावरण के बीच के संबंध का वैज्ञानिक नाम क्या है? उत्तर–पारिस्थितिक तंत्र।।
प्रश्न . अपघटकों का मुख्य कार्य लिखिए।
उत्तर- ये सूक्ष्म जीव हैं जो मृत पौधों एवं जंतु शरीरों को अपघटित करते हैं। इस वर्ग में जीवाणु तथा कवक आते।

प्रश्न . स्वयं पोषी तथा परपोषी जीवों के एक-एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर- स्वयंपोषी-हरा पौधा। परपोषी-मानव।।
प्रश्न . आहार श्रृंखला के विभिन्न स्तरों पर ऊर्जा का स्थानांतरण होने से ऊर्जा में वृद्धि होती है या कमी ?
उत्तर- प्रत्येक स्तर पर ऊर्जा में कमी होती है।
प्रश्न . घास हिरण शेर में उत्पादक स्तर पर कौन है तथा क्यों ?
उत्तर-उत्पादक स्तर पर घास है जो कार्बोहाइड्रेट के रूप में भोजन बनाने हेतु सूर्य के प्रकाश का उपयोग करती।
प्रश्न . सर्वभक्षी या सर्वाहारी किसे कहते हैं ?
उत्तर- वे जीव जो भोजन के लिए पौधे एवं जंतुओं दोनों का उपयोग करते हैं उन्हें सर्वभक्षी या सर्वाहारी कहते हैं जैसे-मानव।

इस पोस्ट में आपको swaposhi aur vishamposhi mein kya antar hai स्वपोषी पोषण जैव प्रक्रम पोषण स्वपोषी और परपोषी में अंतर स्वपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण में क्या अंतर है What is the difference between autotrophic and heterozygous पर्यावरण से सम्बन्धित प्रश्न swaposhi aur vishamposhi mein antar svaposi aur visamposi me anter sapasht kare 7th class question answer पर्यावरण पर आधारित महत्वपूर्ण प्रश्न पर्यावरण प्रश्नोत्तरी 2017 पर्यावरण के बहुविकल्पीय प्रश्न पर्यावरण प्रदूषण पर प्रश्न पर्यावरण परीक्षा प्रश्न से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है .अगर यह प्रश्न उत्तर पसंद आए तो दूसरों को शेयर करना ना भूलें अगर इसके बारे में आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं.

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स्वपोषी पोषण और विषमपोषी में क्या अंतर है?

Solution : (1) स्वपोषी-जो पौधे या जीव अपना भोजन स्वयं बनाते हैं स्वपोषी कहलाते हैं। उदाहरण- हरे पौधे। <br> (2) विषमपोषी-वे जीव जो अपने भोजन के लिये पूर्ण वा आशिक रूप से किसी दूसरे जीव पर आश्रित रहते हैं ।

स्वपोषी और विषमपोषी क्या होता है?

स्वपोषी या स्वपोषित (autotrophs) वे सजीव हैं जो साधारण अकार्बनिक अणुओं से जटिल कार्बनिक यौगिको का निर्माण कर सकते हैं। इस कार्य के लिए आवश्यक उर्जा के लिए वे प्रकाश या रासायनिक उर्जा का उपयोग करते हैं। स्वपोषी सजीवों को खाद्य श्रृंखला में उत्पादक कहा जाता है।

विषमपोषी पोषण क्या है इसका एक उदाहरण दीजिए?

<br> विषमपोषी - जिसमें जीव अपने भोज्य पदार्थों का संश्लेषण स्वयं नहीं करते बल्कि ये इन्हें जीवित या मृत पौधों तथा जंतुओं के शरीर से प्राप्त करते हैं। उदाहरण-सभी जंतु।

स्वपोषी पोषण का क्या अर्थ है?

स्वपोषी पोषण क्या होता है? (autotrophic nutrition in hindi) यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कुछ तरह के जीव, कार्बन डाइऔक्साइड और पानी जैसे इनौर्गनिक तत्व द्वारा, धूप की मदद से, अपना खाना बनाते हैं। हरे पौधे और औटोट्रोफिक बैक्टीरिया, ऐसे जीव के उदाहरण हैं। ऐसे जीव को औटोट्रोफ्स (autotrophs) कहते हैं।

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