Solution : फ्रांसीसी लोगों के बीच सामूहिक पहचान का भाव पैदा करने के लिए फ्रांसीसी क्रांतिकारियो ने कई कदम उठाए। उन्होंने इसके लिए रोमांटिसिज्म का सहारा लिया। रोमांटिसिज्म एक सांस्कृतिक आंदोलन था जो एक खास तरह की राष्ट्रवादी भावना का विकास करना चाहता था। रोमांटिक कलाकार सामान्यतया तर्क और विज्ञान को बढ़ावा देने के खिलाफ होते थे। इसके बदले वे भावनाओं, अंतर्ज्ञान और रहस्यों पर ज्यादा ध्यान देते थे। राष्ट्र के आधार के रूप में उन्होंने साझा विरासत और सांस्कृतिक धरोहर की भावना को अधिक प्रश्रय दिया। भाषा ने भी राष्ट्रवादी भावनाओं को बल देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पूरे फ्रांस में फ्रेंच भाषा को मुख्य भाषा की तरह बढ़ावा दिया गया ताकि लोगों में एक राष्ट्र की भावना पनप सके। पोलैंड में रूसी आधिपत्य के खिलाफ विरोध के लिए पॉलिश भाषा का इस्तेमाल किया गया।
फ्रांसीसी क्रांति कलियों ने सामूहिक पहचान का भाव बढ़ाने के लिए क्या किया? - phraanseesee kraanti kaliyon ne saamoohik pahachaan ka bhaav badhaane ke lie kya kiya?
Solution : फ्रांसीसी लोगों के बीच सामूहिक पहचान का भाव पैदा करने के लिए फ्रांसीसी क्रांतिकारियो ने कई कदम उठाए। उन्होंने इसके लिए रोमांटिसिज्म का सहारा लिया। रोमांटिसिज्म एक सांस्कृतिक आंदोलन था जो एक खास तरह की राष्ट्रवादी भावना का विकास करना चाहता था।
राजतंत्र से निकल कर फ्रांसीसी नागरिकों के समूह में हस्तांतरित हो गई। क्रांति ने घोषणा की कि अब लोगों द्वारा राष्ट्र का गठन होगा और वे ही उसकी नियति तय करेंगे। 44 多多 हुआ और यह सब राष्ट्र के नाम पर हुआ। एक केंद्रीय प्रशासनिक व्यवस्था लागू की गई जिसने अपने भू-भाग में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए समान क़ानून बनाए ।
समाधान: ला पेट्री (पितृभूमि) और ले सिटोयन (नागरिक) के विचार पेश किए गए, जिन्होंने लोगों को एक संविधान के तहत समान अधिकार देकर एकजुट किया ।
(ख) क्रांतिकारियों ने एक नया तिरंगा फ्रांसीसी झंडा चुना। इस झंडे ने पुराने राष्ट्रीय झंडे की जगह ली। (ग) इस्टेट जेनरल का चुनाव सक्रिय नागरिकों के एक समूह द्वारा किया जाने लगा। इस्टेट जेनरल का नाम बदल कर नेशनल :एसेंबली कर दिया गया।