सांस फूलने की बीमारी आजकल बहुत आम हो गयी है, फिर चाहे वो धूम्रपान, प्रदूषण, मोटापा, या व्यायाम आदि के कारण हो या फिर अस्थमा, एनीमिया, हार्ट की बीमारी या फेफड़ो की बीमारी आदि के कारण. इन सारी चीजों में से एक न एक तकलीफ तो आजकल हर व्यक्ति को होती ही होती है, ऐसे में सांस फूलना काफी आम बात बन चुकी है. हालांकि, सांस तब फूलती है जब फेफड़ो तक पर्याप्त मात्रा में हवा नहीं पहुंच पाती है. कई बार तो स्थिति ऐसी हो जाती है कि आप सांस ले ही नहीं पाते हैं. सांस की तकलीफ दूर करने के लिए लोग दवाइयों पर निर्भर रहते हैं. इसके अलावा कई ऐसे घरेलू उपचार भी हैं जिनसे सांस की बीमारी को दूर किया जा सकता है. Show इन आदतों को कम कर दें धूम्रपान- सिगरेट में कई ऐसे तत्त्व मौजूद होते है जिसके कारण फेफड़ो की बीमारी होती है. ऐसे में धूम्रपान से एकदम दूर रहे. इंटेंस वर्कआउट- लगातार इंटेंस व्यायाम करने के वजह से इंसान में सांस की समस्या होने लगती है. एक्सरसाइज के दौरान सांसों की कमी महसूस होती है और व्यक्ति हांफने लगता है. इसलिए लगातार ज्यादा व्यायाम करने से बचें. प्रदूषण- प्रदूषण की वजह से फेफड़ो में गंदी हवा जाती है जिसकी वजह से खांसी शुरू हो जाती है. कई बार खासी इतनी ज्यादा होती है कि सांस फूलने लगती है. सांस फूलने के घरेलू उपचार 1- सांस लेने की एक्सरसाइज करें- सांस लेने की एक्सरसाइज करने के लिए 2 बार नाक से धीमी सांस लें और इस दौरान मुंह को बंद रखें, जैसे सीटी बजाते समय होठों को करते हैं. अब धीरे-धीरे होठों से सांस छोड़े और 1 2 3 4 तक गिनती करें. इससे फेफड़ो में फंसी हवा भी निकल जाती हैं और गर्दन और कंधे को आराम भी मिलता है. 2- पेट से गहरी सांस लें- सांस फूलने की तकलीफ पेट से गहरी सांस लेने से दूर हो जाती है. पेट से सांस लेने के लिए पहले लेट जाएं और दोनों हाथों को पेट पर रखकर, नाक से गहरी सांस लें और पेट को फुलते हुए फेफड़ो में हवा भरें. इस दौरान कुछ सेकेंड तक सांस को रोक कर रखें और धीरे धीरे मुंह से सांस लेते रहे. इससे फेफड़ो में भरी हवा को बहार की ओर निकालें. इस व्यायाम को दिन में कम से कम 10 मिनट जरूर करें. 3- ब्लैक कॉफी का सेवन करें- कैफीन में कुछ ऐसे तत्त्व शामिल होते है, जिससे सांस मार्ग की मांसपेशियों को आराम मिलता है. इतना ही नहीं ब्लैक कॉफी पीने से फेफड़े अपने कार्य सही तरीके से करते हैं और करीब 4 घंटे तक इसका प्रभाव बना रहता है. 4- अदरक का सेवन जरूर करें- ऐसा माना जाता है कि अदरक में कुछ तत्त्व शामिल होते हैं जिससे सांस मार्ग में रुकावट पैदा करने वाले आरएसवी वायरस से लड़ने की क्षमता पैदा होती है. इससे सांस फूलने के तकलीफ को दूर किया जा सकता है. आप अदरक को ऐसे ही चबाकर खा सकते हैं या फिर गरम पानी में अदरक के टुकड़े डालकर उसको गुनगुना करके पी लें. जीवनशैली में करें ये बदलाव
किस वक़्त डॉक्टर की सलाह है एकदम जरुरी
यदि इनमें से कोई भी तक़लीफ आपको महसूस हो रही है तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. समस्या बढ़ने पर आपको परेशानी और बढ़ सकती है. ये भी पढ़ें: वजन घटाने वालों के बीच क्यों चलन में है इंटरमिटेंट फास्टिंग, जानिए क्या है पूरा डाइट प्लान Check out below Health
Tools- Calculate The Age Through Age Calculator सांस की बीमारी को जड़ से खत्म कैसे करें?अस्थमा का जड़ से इलाज करने के लिए आप पानी में अजवाइन डालकर इसे उबालें और इस पानी से उठती भाप लें। यह अस्थमा का जड़े से इलाज करती है। मेथी अस्थमा का सफल इलाज कर सकती हैं। मेथी के कुछ दानों को एक गिलास पानी के साथ तब तक उबालें जब तक पानी एक तिहाई न हो जाए।
सांस की बीमारी में क्या खाना चाहिए?अस्थमा के मरीजों को गेंहूं, पुराना चावल, जौ, मूंग, कुल्थी, दाल, आदि का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा पालक और गाजर के रस को अस्थमा में काफी फायदेमंद माना जाता है।
सांस के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?रोफ्लेयर टैबलेट का उपयोग क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) को रोकने के लिए किया जाता है, फेफड़ों के विकारों का समूह जिसमें फेफड़ों में हवा का प्रवाह अवरुद्ध होता है और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस हो जाता है. यह वायुमार्ग खोलकर काम करता है और सांस लेना आसान बनाता है.
सांस फूलने में क्या नहीं खाना चाहिए?1- मूंगफली- सांस के मरीज को ज्यादा मूंगफली का सेवन नहीं करना चाहिए. ... . 2- दूध- वैसे तो दूध बहुत फायदेमंद होता है लेकिन अस्थमा के पेशेंट के लिए नुकसानदेह माना जाता है. ... . 3- नमक- हमेशा कहा जाता हैं न कि ज्यादा मात्रा में कोई भी चीज सेहत के लिए खराब ही साबित होती है.. |