सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

सांडा पाकिस्तान के मैदानी क्षेत्रों तथा रेगिस्तानी भागों में पाए जाने वाला एक जीव होता है, जो छिपकली प्रजाति के अंतर्गत आता है। भारत में भी यह रेगिस्तानी भागों में पाया जाता है, जो विभिन्न प्रकार की औषधियां तैयार करने के काम में आते हैं। रेगिस्तानी क्षेत्रों में यह अपने आप को शिकारी तथा पक्षियों से बचाने के लिए अपनी त्वचा का रंग मिट्टी के रंग का बना कर छिप जाता है। जिससे पक्षी, शिकारी इसे ढूंढ नहीं पाते हैं। लेकिन मानव की तेज नजरों से यह नहीं बच पाता है, और मानव इसे पकड़कर इसके पेट को चीर कर इसकी चर्बी को निकाल लिया जाता है। सांडा की चर्बी से Sanda Oil बनाया जाता है, जो विभिन्न प्रकार की सेक्स समस्याओं को ठीक करने के काम में प्रयोग किया जाता है।

  • Sanda Oil (सांडा तेल)- Sande Ka Tel Kya Hota Hai?
  • सांडा आयल की सामग्री
  • सांडा तेल के फायदे (Sanda Oil Ke Fayde)
  • सांडे के तेल का उपयोग कैसे करें
  • निष्कर्ष
  • FAQ

Sanda Oil (सांडा तेल)- Sande Ka Tel Kya Hota Hai?

सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

सांडा आयल सांडा जीव की चर्बी को निकालकर उसमें विभिन्न प्रकार के औषधियां मिलाएं जाती हैं जिससे सांडा के आयल का निर्माण होता है। सांडा तेल का निर्माण करने के लिए सांडा जीव की शारीरिक चर्बी को विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों के साथ मिलाया जाता है, तथा विभिन्न प्रकार की क्रियाओं द्वारा Sanda Oil का निर्माण किया जाता है।

सांडा आयल का प्रयोग विभिन्न प्रकार की समस्याओं के साथ लिंग की समस्या को ठीक करने के प्रयोग में अधिक मात्रा में किया जाता है। पुरुषों के लिंग में तनाव की कमी को दूर करने के लिए  सांडा आयल का प्रयोग प्राचीन काल से आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है।

अतः हम यह कह सकते हैं, कि Sanda Oil में सांडा की चर्बी तथा विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियों का मिश्रण होता है, जो हमारे विभिन्न प्रकार की समस्याओं को आयुर्वेदिक तरीके से दूर करने में सहायक होता है, तथा इसके हमारे शरीर पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं।

सांडा आयल की सामग्री

सांडा तेल में सांडा की चर्बी के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तेल व औषधियां मिक्स होती हैं। जिसके कारण यह बहुत ही असरदार औषधि तैयार होती है, और यह पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक होती है, क्योंकि इसमें सभी प्रकार के मिलाई जाने वाली औषधियां आयुर्वेदिक होती हैं। जिनका हमारे शरीर पर साइड इफेक्ट नहीं होता है, तथा यह हमारे शरीर को लाभ प्रदान करते हैं।

सांडा तेल के द्वारा विभिन्न प्रकार के समस्याओं के लिए कार्य में लाया जाता है। आजकल बाजार में विभिन्न प्रकार के कंपनियों द्वारा तैयार किए गए सांडा आयल उपलब्ध होते हैं। इन सांडा तेल में कुछ अलग अलग औषधियां हो सकती हैं। लेकिन सामान्य रूप से प्रयोग होने वाली सभी अवश्य दिया समान ही होती हैं। Sanda Oil में सांडा चर्बी के साथ-साथ निम्नलिखित आयुर्वेदिक औषधियां होती हैं

  • अश्वगंधा 
  • शतावरी 
  • लौंग का तेल
  • तिल का तेल 
  • मखमली बीन
  • धतूरे का अर्क
  • सांडा जीव की चर्बी 

सांडा तेल के फायदे (Sanda Oil Ke Fayde)

सांडे का तेल जो कि विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां तथा सांडा जीव के शरीर से निकाली गई चर्बी अर्थात फैट द्वारा बनाया जाता है। इसमें किसी भी प्रकार के एलोपैथिक दवाओं का प्रयोग नहीं किया जाता है, जो कि हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक नहीं होता है।

Sanda Oil पुरुषों में होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं तथा कमजोर प्रजनन क्षमताओं को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। सांडा तेल के बहुत सारे आयुर्वेदिक लाभ होते हैं जो निम्नलिखित हैं

  • स्तभन दोष
  • शीघ्रपतन
  • वीर्य की गुणवत्ता में सुधार
  • प्रजनन क्षमता में सुधार
  • सेक्स शक्ति बढ़ाने के लिए
  • पेनिस की नसों को मजबूत बनाने में 
  • सूजन व शुगर में कमी
  • पेनिस में तनाव को लाने के लिए 

स्तभन दोष

सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

पुरुषों में होने वाले स्तभन दोष को दूर करने के लिए सांडा तेल का प्रयोग किया जाता है। सांडा तेल पुरुषों ने स्तंभन दोष को दूर करने में सहायक होता है। इसके कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिलते हैं। किंतु इसमें उपस्थित विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तत्व जैसे अश्वगंधा, शतावरी तथा लौंग का तेल स्तंभन दोष को दूर करने में सहायक होता है, तथा Sanda Oil में यह सारे पदार्थ मिश्रित होते हैं।

जिनके कारण पुरुषों में होने वाले स्तंभन दोष को दूर करने में सांडा तेल सहायक होता है। इसका प्रयोग बहुत अधिक मात्रा में लिंग की सेक्स समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। जिन पुरुषों में स्तंभन दोष की समस्या होती है, उनको दैनिक रूप से सांडा आयल द्वारा लिंग की मालिश करनी चाहिए, जो कि स्तंभन दोष के समस्या में आराम पहुंचाता है। 

Sanda Oil शीघ्रपतन के लिए 

सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

मर्दों में होने वाले शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने के लिए कुछ विशेष व्यक्तियों द्वारा तथा आयुर्वेद शास्त्रियों के निर्देश से सांडा आयल की सलाह दी जाती है। जिसमें विभिन्न प्रकार की अन्य आयुर्वेदिक औषधियां भी मिक्स होती हैं।

पुरुष में होने वाले सेक्स के समय शीघ्रपतन की समस्या जिसमें सेक्स करते समय पुरुष के लिंग से वीर्य 2 मिनट के अंदर ही स्खलित हो जाता है, शीघ्रपतन की समस्या कहलाती है। इस समस्या से बचने के लिए दैनिक रूप से सांडा तेल का प्रयोग लिंग की मसाज करने के लिए किया जाता है।

जिन व्यक्तियों में शीघ्रपतन की समस्या होती है, उनको लिंग की नसों को मजबूत बनाने के लिए दैनिक रूप से सांडा तेल द्वारा लिंग की मसाज करनी चाहिए। जिससे होने वाली शीघ्रपतन की समस्या अति शीघ्र समाप्त हो जाती है।

वीर्य की गुणवत्ता में सुधार

सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

पुरुषों में विभिन्न प्रकार के समस्याओं के कारण वीर्य बहुत पतला हो जाता है, जिसका कारण पुरुषों में होने वाले कम शुक्राणु निर्माण के कारण होता है। जिन पुरुषों में लिंग के विभिन्न प्रकार के कमजोरी तथा नसों में कमजोरी के कारण उनके टेस्टिस में पर्याप्त शुक्राणु निर्माण नहीं हो पाता है।

जिसके कारण उनका वीर्य बहुत पतला होता है इस समस्या को दूर करने के लिए भी Sanda Oil का प्रयोग किया जाता है। जिससे टेस्टिस में शुक्राणु निर्माण तेजी से होता है, वीर गाढ़ा हो जाता है, क्योंकि उसमें शुक्राणुओं की संख्या बढ़ जाती है।

अर्थात जिन व्यक्तियों में पतले वीर्य की समस्या होती है, उनको दैनिक रूप से सांडा आयल द्वारा लिंग की मसाज करनी चाहिए। जिससे वीर्य में गुणवत्ता सुधार होता है। 

प्रजनन क्षमता में सुधार

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आज के पुरुषों में कमजोर वीर्य के कारण विभिन्न प्रकार के समस्याएं होती हैं तथा पुरुषों की प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है। कमजोर प्रजनन क्षमता को अच्छा बनाने के लिए जरूरत होती है, कि शुक्राणु निर्माण अधिकतम हो सके जब पुरुषों के टेस्टिस में शुक्राणु निर्माण तेजी से होता है, तो फिर मैं अत्यधिक शुक्राणु मात्रा होती है। जिसके कारण वीर्य पतला नहीं रहता है, वीर्य गाढ़ा होने के कारण होने वाले विभिन्न प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं, तथा प्रजनन क्षमता मजबूत हो जाती है।

अर्थात प्रजनन क्षमता को मजबूत बनाने के लिए वीर्य को गाढ़ा बनाने की आवश्यकता होती है। जिन व्यक्तियों में प्रजनन क्षमता कमजोर होती है। उनको दैनिक रूप से सांडा आयल का प्रयोग करना चाहिए। Sanda Oilका प्रयोग करने के लिए दैनिक रूप से सांडा आयल द्वारा पुरुषों के लिंग को मसाज करना चाहिए। जिससे वीर निर्माण तेजी से होता है, और वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ जाती है। जिसके कारण वीर्य गाढ़ा हो जाता और होने वाली विभिन्न प्रकार की समस्याओं के साथ-साथ प्रजनन क्षमता मजबूत हो जाती है। 

सेक्स शक्ति बढ़ाने के लिए

सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

पुरुषों में विभिन्न प्रकार के शारीरिक तथा मानसिक कमजोरियों के कारण सेक्स शक्ति कमजोर हो जाती हैं। जिसके कारण पुरुष महिला जीवन साथी के साथ सेक्स क्रिया करने में असमर्थ हो जाते हैं, या फिर सेक्स किया करते हैं तो अत्यधिक समय तक सेक्स क्रिया नहीं कर पाते हैं। जिसके कारण की महिला जीवनसाथी उनसे संतुष्ट नहीं हो पाती है, और उनके जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याएं होने लगती हैं।

समस्याओं से बचने के लिए दैनिक रूप से सेक्स ताकत बढ़ाने के लिए सांडा तेल का प्रयोग किया जाता है। सांडा तेल के प्रयोग द्वारा लिंग की नसें मजबूत हो जाती हैं तथा पुरुषों के टेस्टिस में बनने वाला वीर्य गाढ़ा हो जाता है।

जिसके कारण उन पुरुषों में सेक्स समस्याएं नहीं होती हैं तथा शीघ्रपतन तथा सेक्स करने से समस्याएं दूर हो जाते हैं तथा लिंग में पर्याप्त तनाव आता है। जिसके कारण पुरुष सेक्स किया करने में समर्थ होता है तथा अपने महिला जीवनसाथी को संतुष्ट करता है जिससे उनका जीवन कुशल पूर्वक व्यतीत होता है।

पेनिस की नसों को मजबूत बनाने में

सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

पेनिस की नसों में कमजोरी होने का कारण पुरुषों के लिंग में विभिन्न प्रकार की समस्याएं होने लगती है जैसे कि पुरुष के लिंग में पर्याप्त तनाव नहीं आता है तथा सेक्स क्रिया करते समय शीघ्र स्खलन हो जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए शानदार का प्रयोग किया जाता है। जिसके प्रयोग से लिंग की नसें मजबूत हो जाते हैं तथा शीघ्र होने वाले वीर्यपात की समस्या से निजात मिलती है।

जिन व्यक्तियों में पुरुषों में पेनिस की नसों की कमजोरी तथा लिंग की समस्याएं होती हैं, उनको दैनिक रूप से अपने लिंग पर सांडा आयल द्वारा मसाज करनी चाहिए, जो उनके लिंग की नसों को मजबूत बनाता है तथा विभिन्न प्रकार के समस्याओं से राहत दिलाता है।

सूजन व शुगर में कमी

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व्यक्ति में विभिन्न प्रकार के कारणों के कारण शरीर में सूजन हो जाती है तथा शुगर जैसी बीमारी के समस्या होने के कारण व्यक्ति विभिन्न प्रकार के समस्याओं से गुजरने लगता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए सांडा आयल का प्रयोग किया जा सकता है।

Sanda tal उपस्थित काला जीरा शरीर की सूजन को दूर करने में सहायक होता है, शरीर में सूजन तथा ब्लड में शुगर लेवल बढ़ने के कारण विभिन्न प्रकार के समस्याओं से बचने के लिए दैनिक दैनिक रूप से रात को सोते समय प्रयोग करना चाहिए। जिससे शरीर की सूजन तथा ब्लड शुगर की समस्या से राहत पाए जा सकते हैं।

पेनिस में तनाव को लाने के लिए Sanda Oil

सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

कुछ गलतियों के पेनिस में सेक्स क्रिया करते समय पर्याप्त समय नहीं रहता है जिसके कारण वह पुरुष सेक्स क्रिया करने में असमर्थ होता है या फिर सेक्स क्रिया करते समय वह सेक्स क्रिया का आनंद नहीं ले पाते हैं। इसलिए सेक्स क्रिया के समय पेनिस में पर्याप्त न होने की आवश्यकता होती है। पेनिस में पर्याप्त तनाव लाने के लिए पेनिस की नसों का मजबूत होना आवश्यक होता है जो पेनिस में रक्त संचार को बढ़ाती हैं, जिसके कारण लिंग में पर्याप्त तनाव आ जाता है। 

अतः पेनिस में तनाव की कमी को दूर करने के लिए सांडा आयल का प्रयोग किया जाता है, जो पुरुषों के पेनिस में रक्त संचार को बढ़ा देता है तथा उसके तनाव में वृद्धि करता है।

सांडे के तेल का उपयोग कैसे करें

सांडे का तेल कैसे तैयार होता है? - saande ka tel kaise taiyaar hota hai?

Sanda Oil का प्रयोग करने के लिए सांडे तेल को व्यक्ति अपने ऊपरी त्वचा पर प्रयोग करता है सांडे के तेल के मालिश तथा मसाज करके विभिन्न प्रकार की समस्याएं दूर की जाती है सांडे तेल द्वारा मालिश करने से विभिन्न प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं जिन व्यक्तियों में तथा संबंधित समस्याएं होती हैं। उनको दैनिक रूप से निम्नलिखित विधि द्वारा पेनिस की मसाज सांडा तेल के द्वारा किया जा सकता है

  • सबसे पहले लिंग को ठंडे पानी की सहायता से धो लें।
  • धोने के पश्चात कैसे साफ कॉटन कपड़े से लिंग को सुखा लें।
  • फिर लिंग के फॉरेस्किन को धीरे-धीरे हटाकर ऊपर कर ले।
  • हाथ में थोड़ा सा सांडा आयल लेकर लिंग पर लगाएं।
  • उन गलियों तथा अंगूठे की सहायता से धीरे-धीरे तेल द्वारा लिंग की मालिश करें।
  • 5 से 7 मिनट तक लगातार लिंग पर Sanda Oil द्वारा मसाज करने चाहिए।
  • लिंग मैं धीरे-धीरे तनाव आने लगता है जिससे वीर पतन हो सकता है इसलिए बहुत हल्के हाथों का प्रयोग करना चाहिए।
  • लिंग का मसाज करते समय हस्तमैथुन करना है क्या नहीं चाहिए क्योंकि इसके विपरीत प्रभाव पड़ते हैं।
  • दैनिक रूप से सांडा आयल द्वारा लिंग की मसाज करनी चाहिए। 

सांडे के तेल के नुकसान

सांडे के तेल का प्रयोग करने से क्या नुकसान तथा कितने लाभ होते हैं इसकी अभी स्पष्ट व्याख्या नहीं की जा सकती क्योंकि इसका अभी रिसर्च बाकी है वैज्ञानिकों द्वारा सांडे तेल पर आ गई कुछ जानकारियां जुटाई जा रही हैं जो भविष्य में सांडे तेल के नुकसान तथा फायदों को बताएंगे।

सांडे तेल का प्रयोग करने से मुख्यतः कुछ नुकसान होते हैं, जो उसमें मिश्रित आयुर्वेदिक औषधियों के कारण होती है, अर्थात कुछ व्यक्तियों को कुछ विशेष वस्तुओं या चीजों से एलर्जी होती है जिसके कारण इस तेल का प्रयोग करने से कुछ व्यक्तियों को निम्नलिखित नुकसान होते हैं

  • ऊपरी त्वचा पर लाल चकत्ते
  • त्वचा पर लालिमा
  • एलर्जी
  • मसाज अधिक तेजी से करने के कारण झुर्रियां रिंकल
  • खुजली होना
  • सूजन आ जाना
  • ब्लड प्रेशर प्रभावित हो जाता है

उपरोक्त सांडे तेल के नुकसान मसाज करते समय अत्यधिक तेजी से रगड़ने के कारण भी हो जाते हैं अर्थात अत्यधिक नुकसान मसाज करते समय सावधानी न बरतने के कारण होती है। अतः नुकसान से बचने के लिए जब सांडा आयल द्वारा मसाज की जाती है तो सावधानी का विशेष ध्यान रखें मसाज करते समय हल्के हाथों का प्रयोग करें तथा ज्यादा समय तक एक ही स्थान पर नहीं रगड़ना चाहिए। 

निष्कर्ष

सांडा जीव द्वारा उसकी चर्बी से बनाया गया Sanda Oil हमारे शरीर के विभिन्न अंगों के लिए उपयोगी होता है इसमें उपस्थित विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक औषधियां हमारे शरीर के विभिन्न प्रकार के अंगों के इलाज में प्रयोग की जाती हैं। सांडा तेल का प्रयोग मुख्य रूप से सिर्फ समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। प्राचीन समय से सांडा तेल का प्रयोग में उत्तेजना लाने तथा लिंग की समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता था।

तब से लेकर आज तक सांडा तेल का प्रयोग काफी मात्रा में किया जा रहा है। इसके बहुत ही अलौकिक परिणाम देखने को मिलते हैं Sanda Oil (सांडा तेल) प्रयोग द्वारा लिंग की कमजोरी को दूर किया जा सकता है, तथा विभिन्न प्रकार के समस्याओं को दूर किया जा सकता है। अतः यह तेल हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी होता है। अतः लिंग के समस्याओं को दूर करने के लिए सांडा आयल का प्रयोग किया जाता है।

FAQ

सांडा तेल लगाने से क्या होता है?

सांडा का तेल लगाने से उस क्षेत्र में रक्त संचार पर्याप्त मात्रा में होने लगता है तथा जिस क्षेत्र में आग सांडा तेल को लगाते हैं उस क्षेत्र में मांसपेशियां मजबूत हो जाते हैं तथा होने वाली सभी समस्याएं दर्द ढीलापन आदि सब दूर हो जाते हैं। 

संडे का तेल लिंग पर लगाने से क्या फायदा होता है?

sanday oil को लिंग पर लगाने से लिंग में पर्याप्त तनाव आने लगता है क्योंकि लिंग की नसें मजबूत हो जाती हैं तथा तथा लिंग में रक्त संचार के घर जाती है जिसके कारण लिंग में तनाव आने लगता है तथा सेक्स क्रिया करने में सहायता मिलती है। 

सबसे ज्यादा गर्म तेल कौन सा है?

वैसे तो देखा जाए तो सबसे गर्म तेल सरसों का तेल होता है क्योंकि इसमें विटामिन ए, इ तथा बी सभी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं लेकिन सांडा आयल भी सरसों के तेल के बराबर कार्य करता है। 

सबसे ताकतवर तेल कौन सा है?

लिंग की सेक्स समस्याओं को दूर करने के लिए सबसे ताकतवर तेल सांडा तेल होता है जो कि विभिन्न प्रकार के समस्याओं से बचने के लिए प्रयोग किया जाता है। जिन व्यक्तियों में लिंग की समस्याएं होती हैं उनके लिंग उपाध्याय तनाव नहीं आता तत्कालीन की मांसपेशियां कमजोर होती हैं उनको देने के लिए सांडा तेल का प्रयोग करना चाहिए यह बहुत ही ताकत पर तेल होता है।

सांडा का तेल कैसे बनाया जाता है?

यह एक विशेष प्रकार की छिपकली की चर्बी को गर्म कर के निकाला जाता है । लेकिन यह हमारे घर की छिपकली से काफी लंबी और मोटी होती है । ये छिपकली गर्म जगह में पाई जाती है ,यूपी में कन्नौज, राजस्थान में पूर्व में जैसलमेर और थार रेगिस्तान में पाई जाती है । साथ ही पाकिस्तान में भी पाई जाती है ।

सांडा तेल लगाने से क्या फायदा है?

सांडे का तेल लिंग की कमजोरी, स्तंभन दोष, शीघ्र पतन , लिंग की नसों में होने वाला ढीलापन आदि समस्या को दूर करता है। इसके अलावा यह भी दावा किया जाता है कि सांडे का तेल लगाने से सेक्स के समय उत्तेजना बढ़ जाती है। सांडे के तेल से लिंग के साइज, उसकी मोटाई आदि की समस्या भी दूर होने का दावा किया जाता है।

सांडा जानवर कौन सा होता है?

सांडा पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तान में पाई जाने वाली छिपकली है, जो मरुस्थलीय खाद्य शृंखला में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।