राजनांदगांव में कुल कितने तहसील है? - raajanaandagaanv mein kul kitane tahaseel hai?

राजनांदगांव में कुल कितने तहसील है? - raajanaandagaanv mein kul kitane tahaseel hai?



छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के समय बर्ष 2000 मे कुल 97 तहसीलें थी। 16 सितंबर, 2022 को 25 नए तहसीलों का गठन किया गया। जिसे मिला कर अब वर्तमान में छत्तीसगढ़ में तहसीलों की संख्या 177 हो गयी है। छत्तीसगढ़ के 33 जिलों के नाम और उनमे सम्मिलित तहसीलों के नाम निम्न है।



जिलावार तहसीलों के नाम



1. रायपुर

1. धरसींवा, 2. तिल्दा, 3. आरंग, 4. अभनपुर, 5. खरोरा, 6. गोबरा नवापारा,7. मंदिर हसौद, 8. धरसीवा


2. बिलासपुर

1. तखतपुर, 2. बिलासपुर, 3. कोटा, 4. मस्तूरी, 5. बिल्हा, 6. सकरी, 7. रतनपुर, 8. बेलगहना, 9. बेलतरा


3. दुर्ग

1. दुर्ग, 2. धमधा, 3. पाटन, 4. बोरी, 5. भिलाई।


4. रायगढ़

1. पुसौर, 2. रायगढ़, 3. घरघोड़ा, 4. तमनार, 5. धरमजयगढ़, 6. खरसिया, 7. लैलूंगा, 8. मुकड़ेगा


5. सरगुजा

1. लखनपुर, 2. उदयपुर, 3. अंबिकापुर, 4. दरिमा, 5. लुण्ड्रा, 6. बतौली, 7. सीतापुर, 8. मैनपाट।


6. बस्तर

1. बस्तर, 2. जगदलपुर, 3. दरभा, 4. तोकापाल, 5. बस्तानार, 6. लोहण्डीगुड़ा, 7. बकावंड, 8. नानगुर, 9. भानपुरी


7. राजनांदगांव

1. छुरिया, 2. डोंगरगढ़, 3.. राजनांदगांव, 4. डोंगरगांव, 5.लालबहादुर नगर


8. कोरिया

1. बैकुंठपुर, 2. सोनहत, 3. पटना, 4. पोडी (बचरा)



9. जशपुर

1. बगीचा, 2. दुलदुला, 3. जशपुर, 4. फरसाबहार, 5. कांसाबेल, 6. कुनकुरी, 7. मनोरा ,8. पत्थलगांव, 9. सन्ना


10. कोरबा

1. पाली, 2. कोरबा, 3. कटघोरा, 4. करतला, 5. पोड़ी-उपरोड़ा, 6. दर्री, 7. हरदीबाजार, 8. दीपका


11. जांजगीर-चांपा

1. अकलतरा, 2. जांजगीर, 3. बलौदा, 4. नवागढ़, 5. चांपा, 6. पामगढ़, 7. शिवरीनारायण, 8. बम्हिनीडीह, 9. सारागांव, 


12. कांकेर

1. नरहरपुर, 2. चारामा, 3. कांकेर, 4. भानुप्रतापपुर, 5. अंतागढ़, 6. दुर्गकोंदल, 7. पखांजूर


13. दंतेवाड़ा

1. गीदम, 2. दंतेवाड़ा, 3. कटेकल्याण, 4. कुआकोंडा, 5. बड़े बचेली


14. कबीरधाम

1. पंडरिया, 2. बोड़ला, 3. कबीरधाम, 4. सहसपुर-लोहारा, 5. रेंगाखार



15. महासमुंद

1. बागबहरा, 2. महासमुंद, 3. सरायपाली, 4. बसना, 5. पिथौरा, 6. कोमाखान


16. धमतरी

1. कुरूद, 2. धमतरी, 3. मगरलोड, 4. सिहावा-नगरी, 5. भखारा, 6. बेलरगांव


17. नारायणपुर

1. नारायणपुर, 2. ओरछा


18. बीजापुर

1. भोपालपट्टनम, 2. बीजापुर, 3. उसूर, 4. भैरमगढ़


19. सूरजपुर

1. प्रतापपुर, 2. ओड़गी, 3. भैयाथान, 4. सूरजपुर, 5. रामानुज नगर, 6. प्रेम नगर, 7. लटोरी


20. बलरामपुर

1. रामानुजगंज, 2. बलरामपुर, 3. वाड्रफनगर, 4. राजपुर, 5. शंकरगढ़, 6. कुसमी, 7. रामचंद्रपुर, 8. सामरी


21. मुंगेली

1. मुंगेली, 2. लोरमी, 3. पथरिया, 4. लालपुर थाना, 5.जरहागांव


22. बेमेतरा

1. बेमेतरा, 2. साजा, 3. बेरला, 4. नवागढ़, 5. थान खम्हरिया, 6. देवकर, 7.भिंभौरी



23. बालोद

1. गुंडरदेही, 2. संजारी बालोद, 3. डौंडी, 4. डौंडी-लोहारा, 5. गुरुर, 6. अर्जुन्दा, 7. मर्री बंगला (देवरी)

राजनांदगांव जिला मुख्यालय से 36 किलोमीटर पर मुंबई हावड़ा रेल मार्ग पर डोंगरगढ़ स्थित है। यहाँ  पर बमलेश्वरी का मंदिर है। डोंगरगढ़ नगर का वास्तविक एवं प्रमाणिक इतिहास अभी भी अतीत के गर्भ में छुपा हुआ है, परंतु उपलब्ध जानकारी के आधार पर डोंगरगढ़ की अत्यंत समृद्ध साली ऐतिहासिक नगरी कामवतीपूरी था।

यहां समीप के नष्ट तालाबों पर पुराने नियमों के अवशेष आज भी मिलते हैं। कहा जाता है कि आज से लगभग 2200 वर्ष पूर्व यहां राजा वीरसेन राज्य करते थे, जो उज्जैन के विक्रमादित्य के समकालीन थे। संतानहीन राजा की देवी कृपा से संतान प्राप्त होने के उपलक्ष्य से उसने बमलेश्वरी भगवती पार्वती का एक मंदिर बनवाया जो आज प्रसिद्ध सिद्ध पीठ है। मदनसोन के पुत्र का नाम काम सेन था और उसके नाम पर ही इस स्थान का नाम कामावतीपूरी प्रसिद्ध हुआ। प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्रि एवं क्वार नवरात्रि के अवसर पर यहां नौ दिवसीय भव्य मेला का आयोजन किया जाता है।

खैरागढ़ (सांस्कृतिक)

राजनांदगांव से सड़क मार्ग में 48 किलोमीटर की दूरी पर खैरागढ़ स्थित है जो पूर्वकाल में खैरागढ़ रियासत के नाम से जाना जाता था। खैरागढ़ में स्थित इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय ने केवल भारत में वर्ण संपूर्ण विश्व में अपनी किराए का एकमात्र विश्वविद्यालय है जो संगीत एवं ललित कलाओं की शिक्षा के प्रचार हेतु कार्य कर रहा है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना 14 अक्टूबर 1956 को खैरागढ़ के राजा वीरेंद्र बहादुर सिंह और रानी पद्मावती ने अपना रिहायशी महल अनुदान के रूप में देकर की। विश्वविद्यालय का नामकरण उनकी संगीत प्रेमी पुत्री इंदिरा के नाम पर रखा गया जिसका अल्पवस्था में ही देहांत हो गया था।

चितवा डोंगरी (प्रागैतिहासिक, प्राकृतिक)

राजनांदगांव जिले में अंबागढ़ चौकी (तहसील) के समीप चितवा डोंगरी (पहाड़ी) प्रागैतिहासिक सेल चित्र मिले हैं। यहाँ तीन गुफाओं में नवपाषाण कालीन 27 शैल चित्र अंकित है। यह पानी लगभग 150 फीट ऊंची है। प्रागैतिहासिक के 17 चित्र सीधी एवं कलात्मक रेखाओं में खींचे गए हैं।

राजनांदगांव जिला में कितने तहसील है?

राजनांदगाँव जिला.

राजनांदगांव जिले में कुल कितने गांव हैं?

गांव और पंचायत.

राजनांदगांव में कितने ग्राम पंचायत है?

इसमें राजनांदगांव जिले की तहसीलों का नाम भी हो सकता है। क्योंकि जिले की सर्वे रिपोर्ट जिला प्रशासन ने राज्य शासन को भेज दी है। जिले की 802 ग्राम पंचायतों में प्रशासन की टीम ने सर्वे किया।

राजनांदगांव का नया कलेक्टर कौन है?

श्री डोमन सिंह (आई. ए.एस.)