पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा दिन संबंध बनाना चाहिए? - putr praapti ke lie kaun sa din sambandh banaana chaahie?

पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए | पुत्र प्राप्ति के लिए कौन से दिन संबंध बनाना चाहिए – हिंदू सनातन धर्म में किसी भी दंपति को पुत्र की चाहना होती हैं. पहले के समय से ही पुत्र प्राप्ति की परंपरा संसार में चली आ रही हैं. पुत्र बुढ़ापे के समय दंपति का सहारा बनता है. तथा उनके कुल को आगे लेकर जाता हैं.

इसलिए कुल को आगे बढ़ाने के लिए और बुढ़ापे में अपने सहारे के लिए हर दंपति पुत्र की कामना करता हैं. लेकिन पुत्र व पुत्री होना प्राकृतिक हैं. लेकिन कामसूत्र के रचयिता महर्षि वात्स्यायन में एक खास शारीरिक संबंध के बारे में बताया गया है. जिससे पुत्र की प्राप्ति हैं.

उन्होंने कौनसी करवट सोने से पुत्र प्राप्ति होती है. यह सभी बताया है. तो आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए. तथा पुत्र प्राप्ति से संबंधित और भी बाते हम आपको बताएगे.

पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा दिन संबंध बनाना चाहिए? - putr praapti ke lie kaun sa din sambandh banaana chaahie?

  • पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए
  • पुत्र प्राप्ति के लिए कौन से दिन संबंध बनाना चाहिए
  • पुत्र प्राप्ति के लिए किसकी पूजा करनी चाहिए
  • ऐसे करे शिव परिवार की पूजा
  • निष्कर्ष

पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए

महर्षि वात्स्यायन पुत्र प्राप्ति के लिए एक अनोखा नियम दिया हैं. पुत्र प्राप्ति के लिए दंपति के लिए सहवास करने का एक अनोखा नियम दिया हैं. इस नियम के अनुसार स्त्री को बेड पर अपने पति के लेफ्ट साइड सोना हैं.

थोड़ी देर बाद बाई करवट सोने से दाया स्वर चालू होता है. तथा दाई करवट सोने से बाया स्वर चालू होता हैं. ऐसे में दाई और सोने से पुरुष का दाया स्वर चलने लगेगा. तथा बाई और सोई स्त्री का बायां स्वर चलने लगेगा. जब ऐसा हो तब दंपति को शारीरिक संबंध बनाना चाहिए. इससे गर्भाधान हो जाता हैं.

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लेकिन हम आपको बता दे की पुत्र व पुत्री होना एक प्राकृतिक क्रिया हैं. इंसान का इसमें कुछ नही चलता हैं. फिर भी अगर आप चाहे तो यह कोशिश कर सकते हैं.

पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा दिन संबंध बनाना चाहिए? - putr praapti ke lie kaun sa din sambandh banaana chaahie?

पुत्र प्राप्ति के लिए कौन से दिन संबंध बनाना चाहिए

पुत्र प्राप्ति के लिए मासिक धर्म शुरू होने वाले दिन से लेकर चौथी, छठी, आठवीं, दसवीं, 12वी, 14वी या 16वी रात को संभोग करना चाहिए.

तथा पुत्री प्राप्ति के लिए 5वीं, 7वीं, 9वीं, 11वीं, 13वीं या 15वीं रात को संभोग करना चाहिए.

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पुत्र प्राप्ति के लिए किसकी पूजा करनी चाहिए

भगवान शिव की पूजा करने से सुख-समृद्ध तो मिलती ही है. लेकिन संतान प्राप्ति भी होती हैं. यदि आपको संतान की चाह है. तो सोमवार के दिन शिवजी के साथ उनके परिवार की भी पूजा करनी होगी. सिर्फ शिवजी की पूजा आपको वैराग्य की और ले जाएगी.

लेकिन शिवजी के साथ उनके परिवार की पूजा करने से आपको सुख-समृद्धि के साथ संतान की भी प्राप्ति होती हैं. इसलिए सोमवार के दिन शिवजी के परिवार की पूजा विधिवत करनी चाहिए. साथ ही कुछ विशेष उपाय भी करने होगे जिससे आपके मन की इच्छा जल्द ही पूरी होगी.

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शिव परिवार की पूजा कैसे करनी है हम आपको नीचे बता रहे हैं. उस अनुसार पूजा करने से लाभ होगा.

पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा दिन संबंध बनाना चाहिए? - putr praapti ke lie kaun sa din sambandh banaana chaahie?

ऐसे करे शिव परिवार की पूजा

  • सोमवार के दिन शिव मंदिर जाकर गणेशजी और माता पार्वती की विधिवत पूजा करे.
  • शिव परिवार की पूजा के बाद शिवजी की विशेष पूजा करे. शिवजी को लाल गुलाब का फुल चढ़ाए. तथा अपने मन की मनोकामना उनके समक्ष रखे.
  • संतान प्राप्ति के लिए शिवजी मंदिर जाकर उनके समक्ष बैठकर “ओम नम: शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करे.
  • जब भी शिवजी की पूजा करे आपका मुंह उत्तर या पूर्व दिशा की और रखे. और जब भी मंदिर से बाहर निकले तब उल्टे पैर निकले पीठ उनके तरफ न हो पाए यह ध्यान रखे.
  • सोमवार के दिन जब भी आप पूजा करने बैठे भगवान शिव को सफ़ेद कनेल के फुल के साथ भांग और धतुरा अर्पित करे. जब आप की पूजा पूरी हो जाए तो उसमे से एक कनेल के फुल को अपने घर ले आए. और एक फुल को अपने घर के मंदिर में स्थापित करे. जब फुल सुख जाए तो उसे किसी पेड़ में डाल दे. ऐसा हर सोमवार कम से कम 21 दिन तक करे.
  • यदि शिव मंदिर न जा सके तो घर पर ही मिट्टी से शिवजी का शिवलिंग बनाए और मिट्टी के गमले में उनको स्थापित करे. अब शिवलिंग पर बेलपत्र और शुद्ध जल का अभिषेक करे. और पुत्र प्राप्ति के लिए उनके समक्ष प्रार्थना करे. शिवलिंग के साथ साथ भगवान शिव की और माता पार्वती की तथा गणेश जी की मिट्टी की मूर्ति स्थापित करे.
  • हर महीने पड़ने वाला प्रदोष व्रत भी करे. कम से कम 21 प्रदोष व्रत करने से संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होती हैं.

भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी हल्दी, काला तिल, और नारियल के पानी का उपयोग नही करना चाहिए. यह शिवजी की पूजा में वर्जित हैं. तो इस बात का ध्यान रखे.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल (पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए | पुत्र प्राप्ति के लिए कौन से दिन संबंध बनाना चाहिए) के माध्यम से पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए तथा पुत्र प्राप्ति से संबंधित और भी उपाय बताए हैं. अगर किसी को भी पुत्र प्राप्ति की समस्या हो रही है तो इसमें से कोई भी उपाय कर सकते हैं. जिससे आपके मन की इच्छा पूरी होगी और जरुर लाभ होगा.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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पुत्र प्राप्ति के लिए पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए?

वास्तव में, प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड्स के बाद के 5 दिन और ओव्यूलेशन वाला दिन भी शामिल है। यदि आप गर्भधारण करने की योजना बना रही हैं तो आपको हफ्ते में दो या तीन बार सेक्स करने की सलाह दी जाती है। पीरियड के बीच में प्रेग्नेंट होने के निशान कुछ दिनों बाद तक पाए जा सकते हैं।

कौन से दिन संबंध बनाने से पुत्र की प्राप्ति होती है?

पुत्र प्राप्ति हेतु गर्भाधान का तरीका—– पुराने आयुर्वेद ग्रंथों में पुत्र-पुत्री प्राप्ति हेतु दिन-रात, शुक्ल पक्ष-कृष्ण पक्ष तथा माहवारी के दिन से सोलहवें दिन तक का महत्व बताया गया है। धर्म ग्रंथों में भी इस बारे में जानकारी मिलती है।

पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा वार?

पौष माह में शुक्ल पक्ष एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी नाम जाना जाता है। इस व्रत में भगवान श्रीहरि विष्णु की उपासना की जाती है। संतान प्राप्ति के लिए यह व्रत सर्वोत्तम माना जाता है। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से सुखी जीवन के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।

कौन सा पक्ष में लड़का पैदा होता है?

कृष्ण पक्ष व शुक्ल पक्ष दोनों में लडका पैदा हो सकता है। इसमें किसी भी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं है। पुत्र प्राप्ति के लिए कृष्ण पक्ष एवं शुक्ल पक्ष दोनों ही शुभ फलदायक एवं अच्छे हैं। विशेष रूप से शुक्ल पक्ष पुत्र प्राप्ति हेतु अत्यन्त प्रभावशाली माना जाता है।