पशुओं में कौन सा गुण मनुष्य के गुणों से ज्यादा विकसित है? - pashuon mein kaun sa gun manushy ke gunon se jyaada vikasit hai?

विषयसूची

  • 1 पशुओं के कौन से गुण से आजकल के मानव वंचित रह गए है?
  • 2 पशुओं में कौन सा गुण मनुष्य के गुणों से ज्यादा विकसित है 2 points?
  • 3 मनुष्य और पशु में क्या अंतर है मनुष्य कहलाने का सच्चा अधिकारी कौन है Class 10?
  • 4 मानव पशु से क्यों श्रेष्ठ है?
  • 5 पशुओं में कौन सा गुण मनुष्य के गुणों से ज्यादा विकसित है * 1 Point?

पशुओं के कौन से गुण से आजकल के मानव वंचित रह गए है?

इसे सुनेंरोकेंधन के घमंड में चूर होकर भोगों में लिप्त हो जाते हैं और प्रभु कृपा से इन्हें जो शक्ति मिली हुई है उससे ऐसे लोग दूसरों का उत्पीड़न करने लगते हैं। जीवन में प्राप्त श्रेष्ठ साधनों का ऐसा प्रयोग विकृति का प्रयोग है, जो हमारे पतन का कारण बनता है।

पशुओं में कौन सा गुण मनुष्य के गुणों से ज्यादा विकसित है 2 points?

इसे सुनेंरोकेंa ) मन के भाव को समझना b ) परिश्रम करना c ) अच्छे बुरे में भेद करना d ) दूसरों से काम लेना​

मानव और पशु में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्य भोजन करते हैं और पशु भी घास आदि चारा खाकर अपना पेट भरते हैं। इसी प्रकार पशु भी श्रम करते और निद्रा लेते है। मनुष्य गृहस्थी बन कर सन्तानों को जन्म देते हैं और पशु व पक्षी आदि मनुष्येतर योनियों में भी सन्तानोत्पत्ति की प्रक्रिया होती है। इन सब बातों में मनुष्य और पशु लगभग समान हैं।

मनुष्य और पशु में क्या अंतर है मनुष्य कहलाने का सच्चा अधिकारी कौन है Class 10?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: कवि के अनुसार ऐसे मनुष्यों एवं पशुओं में कोई अंतर नहीं होता है, क्योंकि पशु भी दूसरों के बारे में सोचे बिना केवल अपने हित के बारे में सोचते हैं और वैसे ही जीवन-यापन करते हैं। वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे।

मानव पशु से क्यों श्रेष्ठ है?

इसे सुनेंरोकेंहमारा महत्व तभी है जब हम पशुओं की तुलना में अपने ज्ञान एवं आचरण से श्रेष्ठता सिद्ध करें। यदि हम वेद, सत्यार्थप्रकाश आदि ग्रन्थों का नियमित स्वाध्याय करते हैं और तर्क एवं युक्ति से सिद्ध होने वाले सत्य कर्मों व उद्देश्यों की पूर्ति के लिये श्रेष्ठ सत्य आचरण करते हैं तो हम मनुष्य होने पर पशुओं से श्रेष्ठ कहे जा सकते हैं।

भारत में भैंस की मान्यता प्राप्त नस्लें कितनी है?

इसे सुनेंरोकेंभारत में भैंसों की नस्‍लें (13 नस्‍लें):

इसे सुनेंरोकेंपशु और मनुष्य के बीच अनेक भिन्नताएं हैं। इन भिन्नताओं में एक भिन्नता महत्वपूर्ण है कि मनुष्य को अपने पुण्यकर्मो और स्व-श्रम से विद्या, धन व शक्ति जिस रूप में प्राप्त हो जाती है वैसी प्राप्ति पशुओं को कभी नहीं होती। पशु और मनुष्य के बीच अनेक भिन्नताएं हैं।

इसे सुनेंरोकेंपशुओं को परमात्मा ने इस भाषा की सुविधा से वंचित रखा है। हर बात का कोई न कोई कारण होता है। परमात्मा परम विद्वान है, अतः उसने जिसके साथ जो किया व जिसको जो दिया, वह सब कारण-कार्य के सिद्धान्त के अनुसार है। संसार में भी हम देखते हैं कि जो मनुष्य जिस चीज का दुरुपयोग करता है, उससे वह चीज छीन ली जाती है।

पशुओं में कौन सा गुण मनुष्य के गुणों से ज्यादा विकसित है * 1 Point?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : (क) यहाँ लेखक का आशय पशुओं के आपसी स्नेह से है। पशु एक दूसरे के विचार, भाव तथा शब्द इतनी आसानी से समझ जाते हैं जो मनुष्यों में देखने को नहीं मिलता। मनुष्य एक बुद्धिजीवी प्राणी है तथा सभी जीवों में श्रेष्ठ है परन्तु फिर भी प्रेम तथा भावनात्मक सम्बन्धों के प्रति जागरुकता पशुओं में अधिक देखने को मिलती है।

पशुओं के कौन सा गुण मनुष्य के गुण से ज्यादा विकसित है?

Answer: मनुष्यों पशुओं में मन के भावों को समझने का गुण मनुष्यों के गुण से ज्यादा विकसित है। 'दो बैलों की कथा' कहानी में यही बात स्पष्ट होती है। पशु अपने मन के भाव-विचार मूक भाषा में व्यक्त करते हैं जिससे अन्य पशु समझ जाते हैं।

पशुओं में ऐसा कौन सा गुण होता है जो मनुष्य में इनकी अपेक्षा कम होता है *?

पशुओं में ऐसा कौन-सा गुण होता है जो मनुष्य में इनकी अपेक्षा कम है? उत्तर:- १. मन के भावों को समझ लेना। प्रश्न 26.

मनुष्य और पशु में क्या अंतर है मनुष्य कहलाने का सच्चा अधिकारी कौन है?

1. पशु की यह प्रवृत्ति होती है कि वह आप ही आप चरता है, उसे दूसरों की चिंता नहीं होती । केवल अपनी सुख-सुविधाओं की चिंता करना मनुष्य को शोभा नहीं देता। अतः उसे इस पशु-प्रवृत्ति का अनुकरण नहीं करना चाहिए क्योंकि सच्चा मनुष्य तो वही कहलाता है जो परहित में आत्मबलिदान तक कर देता है।

पशु और मनुष्य में क्या भेद है?

पशु कई प्रजातियों को कवर कर सकते हैं जबकि मनुष्य होमो सेपियंस से संबंधित हैं। अधिकांश जानवर क्रॉल पर सभी चार पैरों पर चलते हैं जबकि मनुष्य बिप्ड होते हैं। पशु या तो हर्बीवायरस या मांसाहारी होते हैं और अपने आहार में चिपके रहते हैं जबकि मनुष्य सर्वव्यापी होते हैं। मनुष्य मनुष्य की तरह संवाद करने में असमर्थ हैं।