जानिये, प्रधानाचार्य को माफ़ी और शिकायत के लिये पत्र कैसे लिखतें है! Apology letter & Complain letter to principalस्कूल/विधालय में किये गए गलती/लड़ाई के क्षमा हेतु प्रधानाचार्य को पत्र तथा अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए प्रिंसिपल को शिकायत पत्र का उदाहरण। अक्सर ऐसी घटनाएँ हमारे साथ स्कूल में होती है जब हम या हमारे सहपाठी मित्र कक्षा में दुर्व्यवहार या झगड़े करते हुए शिक्षकों द्वारा पकड़े जाते हैं। फिर उन्हें विधालय के नियम के अनुसार सजा मिलती है या क्षमा के लिए आवेदन पत्र लिखने को कहा जाता है और कभी-कभी विधार्थी के माता पिता को बुलाया जाता है और चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है। Show
कभी कभार हम भी इस दुर्व्यवहार का शिकार हो जाते है तो हमें अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य से शिकायत करने के लिए भी पत्र लिखने की जरुरत होती है दोनों ही परिस्थिती में पत्र लिखना अति आवश्यक होता है। विधार्थी अक्सर ऐसे पत्र लिखते समय भ्रमित (Confuse) तथा चिंतित हो जाते है की आवेदन का प्रारूप (Format) सही है या नही! हमारे द्वारा निचे बताये गए प्रारूप का उपयोग आप बिना भ्रम के कर सकते हैं। यहाँ दो पत्र (letter) का नमूना है जिसे आप अपने हिसाब से उपयोग कर सकते हैं, जिसमें कैसे लिखते है आदि टिप्स शामिल हैं:
#Sample 1 (स्कूल या कॉलेज में लड़ाई/दुर्व्यवहार आदि करने पर क्षमा हेतु प्रार्थना पत्र)सेवा में श्रीमान् प्रधानाध्यापक ABC उच्च विधालय, मोतिहारी। विषय: दुर्व्यवहार/लड़ाई के लिये क्षमा हेतु प्रार्थना पत्र। महोदय / महोदया, सविनय निवेदन है की मैं (नाम) आपके विद्यालय का वर्ग 7 का छात्र/छात्रा हूं। मैं कल कक्षा में अपने दुर्व्यवहार के लिए आपसे क्षमा माँगने के लिए यह पत्र लिख रहा/रही हूँ। मैं यह स्वीकार करता/करती हूँ कि मैंने कक्षा/विद्यालय परिसर में अपने सहपाठी/शिक्षक से गलत व्यवहार किया है। मेरे द्वारा किए गए इस अनुचित व्यवहार के बारे में आपको पहले ही शिक्षक द्वारा सूचित किया गया होगा। मुझे इस दुर्व्यवहार के लिए खेद है। मैं आपसे और संबंधित सहपाठी/शिक्षक से क्षमा याचना करता/करती हूँ और मैं वचन देता/देती हूँ कि भविष्य में मैं इस तरह के किसी भी प्रकार के कृत्य को कभी नहीं दोहराऊंगा/दोहराऊंगी। साथ ही अनुशासन के प्रति अति सवेंदनशील रहूँगा/रहुँगी। मैं आशा करता/करती हूँ की आप मेरी इस भूल को क्षमा करेंगे/करेंगी और मुझे खुद को सुधारने का एक अवसर देंगे/देंगी। आभारसहित। आपका आज्ञाकारी छात्र/छात्रा, नाम: वर्ग/कक्षा: अनुक्रमांक: ABC उच्च विधालय, मोतिहारी। दिनांक: #Sample 2 (स्कूल में सहपाठी/शिक्षक द्वारा किए गए लड़ाई/दुर्व्यवहार की शिकायत-पत्र)सेवा में श्रीमान् प्रधानाध्यापक ABC उच्च विधालय, दानापुर। विषय: सहपाठी/शिक्षक द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की शिकायत के संबंध में। महाशय / महाशया, मैं, (नाम) आपके विद्यालय का वर्ग 7 का छात्र/छात्रा हूं। कल/आज कक्षा में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के शिकायत के लिए यह पत्र लिख रहा/रही हूँ। मुझे यह कहते हुए खेद हो रहा है की कल/आज मेरे साथ विद्यालय मैं सहपाठी/शिक्षक द्वारा दुर्व्यवहार किया गया। विधा के मंदिर में ऐसी घटानाएं अशोभनीय ही नही अपितु अति निंदनीय है। इस घटना से मेरे मन को बहुत ही ठेस पहुंची है मेरा मन दुखित है। (यहाँ पर दुर्व्यवहार या झगड़े से समबंधित कारण या किस तरह का दुर्व्यवहार किया गया वर्णन करें।) अत: मेरी आपसे से सविनय निवेदन है की इस घटना का संज्ञान लेते हुए अति शीघ्रता से इस पर उचित कार्यवाही करने की कृपा करें एवं विद्यालय प्रशासन से यह सुनिश्चित कराएँ की इस प्रकार की घटना किसी भी विधार्थी या शिक्षक के साथ न दोहराया जा सकें। मैं आशा करता/करती हूँ की आप इस घटना का संज्ञान लेते हुए शिघ्र ही उचित कार्यवाही करेंगे/करेंगी। धन्यवाद। आपका विश्वासी छात्र/छात्रा, नाम: वर्ग/कक्षा: अनुक्रमांक: ABC उच्च विधालय, दानापुर। दिनांक: नोट :-
अगर आपके पास कोई प्रश्न है, तो निचे Comment करें। यदि आप इस आवेदन को उपयोगी पाते हैं, तो इसे अपने दोस्तों के साथ Share करें। आज के आर्टिकल में हम अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र (Application in Hindi) कैसे लिखें ,और प्रार्थना पत्र(Prarthna Patra in Hindi) के फॉर्मेट के बारे में जानेंगे।
प्रार्थना पत्र का अर्थ है- अनुरोध पत्र। जब हम किसी विभाग के अधिकारी को पत्र के द्वारा अनुरोध करते हैं तो उस पत्र को प्रार्थना पत्र(Prarthna Patra in Hindi) कहते है। इसे आवेदन पत्र भी कहते है। शुल्क मुक्ति (फीस माफ) के लिए प्रार्थना पत्र (Prarthna Patra in Hindi)सेवा में, विषयः शुल्क मुक्ति हेतु। मान्यवर, नम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 12 का गरीब छात्र हूँ। मेरे पिताजी का निधन गत वर्ष हो गया। घर में और कोई कमाने वाला नहीं है। मेरी माताजी ही मजदूरी कर घर का खर्च चलाती है। हम पाँच भाई बहिन है। अतः मेरी माताजी विद्यालय का शुल्क जमा कराने में असमर्थ है। आपका आज्ञाकारी शिष्य पुस्तकों के लिए प्रधानाध्यापक को पत्र (Prarthna Patra in Hindi)सेवा में, विषय: पुस्तकों के लिए। नम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 12 का छात्र हूँ। मेरे पिताजी की मासिक आय बहुत कम है। घर में हम चार भाई बहिन है। घर का साधारण खर्च भी बड़ी कठिनाई से चलता है। इस वजह से मेरे पिताजी मुझे पुस्तकें दिलाने में असमर्थ है। आपका आज्ञाकारी शिष्य अवकाश आवेदन हेतु पत्र (Chutti ke Liye Application in Hindi)सेवा में, विषयः एक दिन के अवकाश हेतु। मान्यवर, नम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा 10 का विद्यार्थी हूँ। मुझे आज सुबह से बहुत तेज बुखार है क्योंकि मैं कल घर जाते समय बारिश में भीग गया था। इसलिए मैं आज स्कूल आने में असमर्थ हूँ। आपका आज्ञाकारी शिष्य खेलकूद प्रतियोगिता करनवाने हेतु पत्रसेवा में, विषय: विद्यालय में 5 दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता करवाने हेतु। मान्यवर, नम्र निवेदन है कि हम आपके विद्यालय के कक्षा-11 के विद्यार्थी है। हम हमारे विद्यालय में 5 दिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करवाना चाहते है। इसके लिए हमने फंड भी इकट्ठा किया है। भवदीय ट्रांसफर सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए(Application for Transfer Certificate in Hindi)सेवा में, विषय: ट्रांसफर सर्टिफिकेट हेतु। मान्यवर, नम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय के कक्षा 10 का छात्र हूँ। मेरे पिताजी का स्थानान्तरण श्रीगंगानगर से बीकानेर हो गया है। मेरा पूरा परिवार मेरे पिताजी के साथ बीकानेर का जा रहा है और मुझे भी उनके साथ जाना होगा। इस वजह से मैं अपनी आगे की पढ़ाई इस विद्यालय से जारी रखने में असमर्थ हूँ और दूसरे विद्यालय में एडमिशन के लिए मुझे मेरे ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) की आवश्यकता है। आपका आज्ञाकारी शिष्य हिंदी पत्र लेखन पत्रकारिता लेखन के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर बेहतरीन मोटिवेशनल सुविचार पढ़ें |