प्र 10 कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत से क्यों की है ?`? - pr 10 kavi ne apane jeevan kee tulana vasant se kyon kee hai ?`?

Solution : कवि अपने जीवन को वसंतमय बनाकर अनंत काल तक जीने की इच्छा रखता है। अर्थात् जिस प्रकार वसंत के आते ही वातावरण आनन्दमय हो जाता है, वैसे ही वह भी अपने कार्यों से इस संसार में यश पाने की इच्छा से पूरित होकर अनंत काल तक जीना चाहता है।

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कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत ऋतु से की है। वसंत ऋतु की तरह उनके जीवन में भी उत्साह, प्रेरणा और नव-जीवन का ​संचार हो रहा है। कवि अपने हाथ से छू कर मुरझाई हुई कलियों में प्राण भर सकते हैं। कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत ऋतु से इसलिए की है क्योंकि कवि अपनी बातों से युवा वर्ग के भीतर एक उत्साह का संचार करना चाहता है और उनको भविष्य के निर्माण में लगाना चाहता है।

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Kavi ne apne jeevan ki tulna vasant se isliye ki hai kyuki kavi ka jeevan aur vasant ek saman hai vah sochte hai ki jaise vasant mai kai pushp nai-nai aate hai vaise unke jeevan mai bhi kai nai-nai baate aai aur voh sare vyakti aur pushp se aalas chin le

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Question Description
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प्र 10 कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत से क्यों की है ?`? - pr 10 kavi ne apane jeevan kee tulana vasant se kyon kee hai ?`?

कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत ऋतु से की है। वसंत ऋतु की तरह उनके जीवन में भी उत्साह, प्रेरणा और नव-जीवन का ​संचार हो रहा है। कवि अपने हाथ से छू कर मुरझाई हुई कलियों में प्राण भर सकते हैं। कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत ऋतु से इसलिए की है क्योंकि कवि अपनी बातों से युवा वर्ग के भीतर एक उत्साह का संचार करना चाहता है और उनको भविष्य के निर्माण में लगाना चाहता है।

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कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत ऋतु से की है। वसंत ऋतु की तरह उनके जीवन में भी उत्साह, प्रेरणा और नव-जीवन का ​संचार हो रहा है। कवि अपने हाथ से छू कर मुरझाई हुई कलियों में प्राण भर सकते हैं। कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत ऋतु से इसलिए की है क्योंकि कवि अपनी बातों से युवा वर्ग के भीतर एक उत्साह का संचार करना चाहता है और उनको भविष्य के निर्माण में लगाना चाहता है।

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कवि ने अपनी तुलना किससे की है? उसके जीवन का पाथेय क्या है?

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कवि ने अपनी तुलना उस पथिक से की है जो जीवन पथ पर चलते-चलते थक गया है। इस जीवन पथ पर वह अपनी पत्नी के साथ बिताए कुछ सुखद पलों की मधुर यादों के सहारे चल रहा है। यही मधुर यादें उसके जीवन का पाथेय बन गई हैं।

Concept: पद्य (Poetry) (Class 10 A)

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Q 11Q 10Q 12

APPEARS IN

NCERT Class 10 Hindi - Kshitij Part 2

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कवि ने अपने जीवन की तुलना वसंत से क्यों की है Solution : कवि अपने जीवन को वसंतमय बनाकर अनंत काल तक जीने की इच्छा रखता है। अर्थात् जिस प्रकार वसंत के आते ही वातावरण आनन्दमय हो जाता है, वैसे ही वह भी अपने कार्यों से इस संसार में यश पाने की इच्छा से पूरित होकर अनंत काल तक जीना चाहता है

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