Lucknow Name Change Prediction after CM Yogi Tweet: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के मंत्रियों से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने योगी सरकार के मंत्रियों को ज्यादा से ज्यादा वक्त अपने क्षेत्र में गुजारने की हिदायत समेत कई गुर दिए. हालांकि इससे ज्यादा चर्चा सीएम योगी के उस ट्वीट की हो रही है, जिसको उन्होंने पीएम मोदी के स्वागत के लिए किया था. Show
सीएम योगी ने ट्वीट में कही थी ये बातयूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम नरेंद्र मोदी के लखनऊ पहुंचने पर उनका स्वागत (Yogi Adityanath welcomes PM Narendra Modi) किया और एक फोटो शेयर करते हुए एक ट्वीट किया. सीएम योगी ने लिखा, 'शेषावतार भगवान श्री लक्ष्मण जी की पावन नगरी लखनऊ में आपका हार्दिक स्वागत व अभिनंदन...'
'लक्ष्मण की पावन नगरी' को लेकर चर्चा तेजसीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने ट्वीट में लखनऊ का नाम बदलने को लेकर कुछ नहीं कहा, लेकिन लखनऊ को लेकर 'लक्ष्मण जी की पावन नगरी' इस्तेमाल किए जाने पर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है और लोग इसे एक संकेत के रूप में देख रहे हैं. कुछ लोगों तो लखनऊ का नया नाम भी सुझाने लगे हैं और उन्होंने इसका नाम बदलकर लक्ष्मणपुरी रखने की सलाह दी है.
यूपी सरकार पहले बदल चुकी है कई नामबता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) अब तक कई जगहों के नाम बदल चुकी है. यूपी सरकार पहले ही इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर चुकी है. इसके अलावा योगी सरकार में मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल रेलवे स्टेशन कर चुकी है. पीएम मोदी ने यूपी मंत्रियों के दिए कई टिप्सप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर नेपाल स्थित लुंबिनी में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद कुशीनगर स्थित महापरिनिर्वाण मंदिर में दर्शन-पूजन किया. इसके बाद पीएम मोदी लखनऊ पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर बुलाई गई बैठक में राज्य सरकार के मंत्रियों के साथ विस्तार से बातचीत की. हालांकि इस दौरान क्या बात हुई इसका आधिकारिक ब्यौरा नहीं मिल सका है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक उन्होंने सरकार के कामकाज को और बेहतर बनाने व अन्य संबंधित मुद्दों पर अपनी बात रखी. सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी ने यूपी के मंत्रियों से कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा समय अपने क्षेत्रों में गुजारें और विकास योजनाओं का लाभ हर पात्र तक पहुंचाना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि सुशासन से ही सत्ता के रास्ते खुलते हैं, सभी मंत्री जनता की सेवा के प्रति और भी ज्यादा समर्पण दिखाएं. इसके अलावा पीएम मोदी उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए और उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई भी
दी. लाइव टीवी सीएम योगी के इस ट्वीट के बाद लोगों की इस मांग को और बल मिल रहा है. उनका तर्क है कि योगी सरकार ने इसी तरह से राज्य में कई जगहों के नाम बदले हैं. वे इलाहाबाद और फैजाबाद का उदाहरण भी देते हैं, जिनका नाम बदलकर प्रयागराज और अयोध्या कर दिया गया.अधिक पढ़ें ...
संकेत मिश्रा वैसे तो सीएम योगी का यह ट्वीट सामान्य सा स्वागत ट्वीट प्रतीत होता है. तो फिर लखनऊ का नाम बदलने की अटकलों के पीछे वजह क्या है? दरअसल कई लोग इस ट्वीट में सीएम योगी द्वारा ‘लक्ष्मण की पावन नगरी’ लिखे जाने को इसका संकेत मान रहे हैं. यह अटकलें इसलिए भी लग रही हैं क्योंकि इससे पहले लखनऊ का नाम बदलकर लखनपुरी, लक्ष्मणपुरी और लखनपुर करने की मांग कई बार उठ चुकी है. सीएम योगी के इस ट्वीट के बाद लोगों की इस मांग को और बल मिल रहा है. उनका तर्क है कि योगी सरकार ने इसी तरह से राज्य में कई जगहों के नाम बदले हैं. वे इलाहाबाद और फैजाबाद का उदाहरण भी देते हैं, जिनका नाम बदलकर प्रयागराज और अयोध्या कर दिया गया. इसके साथ ही वे याद दिलाते हैं कि कुछ ही दिन पहले नैनी इलाके का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी नगर, लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय एयरपोर्ट और ओवर ब्रिज का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखा जा चुका है. लखनऊ के इतिहास पर अगर नजर डालें तो दस्तावेजों में स्पष्ट लिखा है कि यह शहर पहले लक्ष्मण पुरी था. उसके बाद लखनपुरी हुआ, जो आगे चलकर लखनऊ कर दिया गया. लखनऊ को कौशल राज का हिस्सा बताया गया है. भगवान राम चंद्र के भाई लक्ष्मण ने इस शहर को बसाया था. श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या से लखनऊ महज अस्सी किलोमीटर दूर है. बीजेपी के नेताओं ने पहले भी लखनऊ को लक्ष्मण पुरी बताया है. लखनऊ से सांसद और पूर्व मंत्री रहे बीजेपी के दिग्गज नेता लालजी टंडन ने एक किताब लिखी, जिसमें लखनऊ को लक्ष्मण नगरी बताया. इसके कई प्रमाण भी दिए. लखनऊ में लक्ष्मण टीला, लक्ष्मण पुरी, लक्ष्मण पार्क समेत कई ऐसे स्थान हैं, जो लक्ष्मण के नाम पर हैं. ऐसे में योगी सरकार लखनऊ का नाम बदल के लक्ष्मण पुरी या लखनपुरी करती तो उतना अचरज न भी हो. हालांकि कागजों में ऐसा कोई प्रस्ताव तैयार नहीं हुआ है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Lucknow news, Yogi adityanath FIRST PUBLISHED : May 17, 2022, 08:03 IST लखनऊ का दूसरा नाम क्या है?लखनऊ प्राचीन कोसल राज्य का हिस्सा था। यह भगवान राम की विरासत थी जिसे उन्होंने अपने भाई लक्ष्मण को समर्पित कर दिया था। अत: इसे लक्ष्मणावती, लक्ष्मणपुर या लखनपुर के नाम से जाना गया, जो बाद में बदल कर लखनऊ हो गया।
लखनऊ का नाम क्या रखा गया?लखनऊ को प्राचीन काल में लक्ष्मणपुर और लखनपुर के नाम से जाना जाता था।
लखनऊ क्यों प्रसिद्ध है?लखनऊ नवाब , कबाब और सबब के लिए प्रसिद्ध है। वही आधुनिक लखनऊ मे आपको देखने के लिए गोमती रिवर फ्रंट, कई सारे माल, मेट्रो का सफर आदि करने को मिलेगा वही दूसरी तरफ आपको पुराने लखनऊ के बड़ा इमाम बडा, छोटा इमाम बडा, भूल भुलैया, हज़रतगंज, रेसीडेंसी, आदि देखने का मौका मिल सकता है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ कब बनी?वहीं साल 1902 में पूरे प्रांत को आगरा और अवध के संयुक्त प्रांत के रूप में जाना जाने लगा. अंत में साल 1921 में लखनऊ को राजधानी बनाया गया. उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है.
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