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Benefits Of Soyabean: सोयाबीन में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. खास बातें
Health Benefits Of Soyabean: सोयाबीन को न्यूट्रिएंट का खजाना कहा है. सोयाबीन के सेवन से शरीर को कई लाभ मिल सकते हैं. सोयाबीन कई व्यंजनों में स्वाद को बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. सोयाबीन (Soyabean Health Benefits) में प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स, फाइटोएस्ट्रोजन्स, विटामिन बी कॉमप्लेक्स और विटामिन ई की मात्रा ज्यादा होती है. इसके साथ ही सोयाबीन में एमिनो एसिड भी पाया जाता है, जो वजन को कम (Weight Loss) करने में मदद कर सकते हैं. अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो अपनी डाइट में सोयाबीन को शामिल कर सकते हैं. सोयाबीन में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. सोयाबीन मसल्स और शरीर के निमार्ण में भी मददगार है. तो आइए जानते हैं सोयाबीन से मिलने वाले फायदों के बारे में. सोयाबीन के फायदेः (Soyabean Khane Ke Fayde)1. हड्डियोंःसोयाबीन हड्डियों को मजबूत करने के लिए भी जाना जाता है. खासतौर पर महिलाओं को सोयाबीन खाने की सलाह दी जाती है. सोयाबीन को डाइट में शामिल कर हड्डियों को मजबूत बनाया जा सकता है. सोयाबीन हड्डियों को मजबूत करने के लिए भी जाना जाता है. Photo Credit: iStock 2. डायबिटीजःडायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है सोयाबीन का सेवन. सोयाबीन में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. 3. मोटापाःअगर आप अपने बढ़े हुए वजन से परेशान हैं तो आप सोयाबीन को डाइट में शामिल कर सकते हैं. सोयाबीन के सेवन से वजन को आसानी से कम किया जा सकता है. 4. हार्टःसोयाबीन को हार्ट के लिए फायदेमंद माना जाता है. सोयाबीन को अपनी डाइट में रोजाना इस्तेमाल कर हार्ट को होने वाले खतरे से बचाने में मदद मिल सकती है. पीरियड में यौन संबंध बनाना ठीक या ग़लत... Expert Explainअस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का
दावा नहीं करता है. सोयाबीन को शाकाहारी मीट के रूप में भी जाना जाता है। इसे इसके अपने बेहतरीन स्वाद और टेक्स्चर के लिए लगभग हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। सोयाबीन न्यूट्रिशन का पावरहाउस है और प्लांट बेस्ट प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है। यह शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन और अन्य विटामिन का बेस्ट सोर्स है। यह एक प्रकार की फली होती हैं जिसकी खेती सबसे पहले एशिया के पूर्वी हिस्सों में हुई थी। ये फलियां एशियन डाइट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और हजारों वर्षों से इनका सेवन किया जाता रहा है। सोयाबीन के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि वे वर्सेटाइल हैं यानी कि आप इनका इस्तेमाल अपने आहार में कई तरह से कर सकते हैं जैसे सोया आटा, सोया प्रोटीन, टोफू, सोया मिल्क या सोया सॉस। प्राकृतिक गुणों की अच्छाईयों से समृद्ध, सोयाबीन में एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट भरपूर होते हैं, जिनका पर्याप्त सेवन आपके स्वास्थ्य को बेहतर करता है। इतना ही नहीं, सोयाबीन में फाइबर, प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी अच्छी मात्रा में होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने, मोटापे से लड़ने जैसे फायदे देते हैं। आइए जानते हैं कि आपको सोयाबीन का सेवन क्यों करना चाहिए, इनमें कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं और आप इन्हें अपनी डाइट में शामिल कैसे कर सकती हैं- Table of Contents
सोयाबीन में मौजूद पोषक तत्व (Nutrition Facts of Soybeans)100 ग्राम उबले हुए सोयाबीन में निम्न पोषक तत्व होते हैं-
सोयाबीन के फायदे (Benefits of Soybean)
1. मेटाबॉलिक एक्टिविटी में सुधारसोयाबीन प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। जब आपके शरीर को प्रोटीन की पर्याप्त आपूर्ति होती है, तो आपके शरीर की मेटाबॉलिज्म एक्टिविटीज में सुधार होता है जिससे आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने की आशंकाएं कम होती है। 2. प्रोटीन का अच्छा सोर्सप्लांट बेस्ड प्रोटीन के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक, सोयाबीन आपके शरीर को फिट और स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त पोषण और ऊर्जा देती है। इसके अलावा, एक कप उबले हुए सोयाबीन वास्तव में आपके शरीर को लगभग 29 ग्राम प्रोटीन देते हैं। इसके अलावा, यह शरीर को पर्याप्त ऊर्जा देता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में प्रभावी है, जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है। 3. मेनोपॉज में फायदेमंदसोयाबीन में आइसोफ्लेवोन्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए बेहद फ़ायदेमंद होते हैं। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजेन का स्तर कम हो जाता है और मूड स्विंग्स, दर्द आदि समस्याएं होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में सोयाबीन का सेवन करना फ़ायदेमंद हो सकता है। 4. वजन कम करने में मददसोयाबीन और सोयाप्रोडक्ट्स जैसे सोया मिल्क, सोया पनीर आदि में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो भूख को कम करते हैं। इससे आप ओवरईटिंग से बच जाते हैं और जरूर से अधिक कैलोर नहीं खाते जिससे वजन को मेनटेन किया जा सकता है। वही, सोयाबीन में अच्छी मात्रा में फाइबर और प्रोटीन पाए जाते हैं जो वजन बढ़ाने में भी मदद करते हैं। हालांकि, अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो आपको सोयाबीन की ज्यादा मात्रा का सेवन करना पड़ेगा। 5. कैंसर के रिस्क को कम करेइस समय में, कैंसर मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। सोया उत्पादों को सेवन करने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर से रिस्क को कम किया जा सकता है। कुछ अध्ययन यह भी बताते हैं कि सोयाबीन पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के खिलाफ भी सुरक्षा कर सकती है। सोयाबीन में मौजूद कम्पाउंड जैसे आइसोफ्लेवोन्स और लूनसिन संभावित रूप से कैंसर से बचाव के लिए प्रभावी हो सकते हैं। 6. बोन हेल्थ को बेहतर करेउम्र बढ़ने के साथ-साथ महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा भी बढ़ जाता है जिसमें हड्डियों के घनत्व में कमी फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ जाता है। सोया प्रोडक्ट्स का सेवन उन महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम कर सकता है जो मेनोपॉज से गुजर रही हैं। ऐसा इसमें मौजूद कम्पाउंड आइसोफ्लेवोन्स के कारण होता है। 7. हार्ट हेल्थ को बढ़ाएंसोयाबीन में हेल्दी फैट्स होते हैं, जो आपके कुल कोलेस्ट्रॉल को, विशेष रूप से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। यह आपको एथेरोस्क्लेरोसिस और कोरोनरी हार्ट डिजीज जैसी कंडीशन से बचाव करने में मदद करता है, जिसके कारण दिल का दौरा और हार्ट स्ट्रोक का खतरा हो सकता है। एक अध्ययन से इसकी पुष्टि की गई है। इसके अलावा, सोयाबीन में मौजूद फैटी एसिड आपके हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। 8. पाचन में सुधारहमारी डाइट में सबसे आम पोषक तत्वों में से एक डायटरी फाइबर है। सोयाबीन में फाइबर उच्च मात्रा में मौजूद होता है। आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए फाइबर जरूरी है, खासकर पाचन तंत्र को। फाइबर आपके बोवेल मूवमेंट्स को बेहतर करता है, जिससे आपके पाचन तंत्र को सही ढंग से चलाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह मांसपेशियों को संकुचित करता है जिससे आपके सिस्टम के जरिए भोजन को आसानी से पुश किया जा सकता है। सोयाबीन का इस्तेमाल कैसे करें (Ways to use soyabean)सोयाबीन का उपयोग कई तरीकों से विभिन्न डिश को तैयार करने के लिए किया जा सकता है और कई अलग-अलग तरीके हैं जिनसे आप इन्हें अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। आप सोयाबीन को दाल के रूप में पका कर खा सकते हैं या फिर रेगुलर मिल्क की जगह सोय मिल्क को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप सोया पनीर भी खा सकते हैं। आजकल मार्केट में सोयाबीन का तेल भी आसानी से उपलब्ध है जो कि वेजिटेबल ऑयल के लिए एक बेहद हेल्दी ऑप्शन है।। इसमें कई प्रकार के एसेंशियल फैटी एसिड मौजूद होते हैं जो आपको स्वस्थ रखते हैं। हम आशा करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अगर आप किसी विषय पर हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो हमें आपके सवालों के जवाब देने में खुशी होगी। आप हमें अपने सवाल कमेंट बॉक्स में लिख सकती हैं। सोयाबीन खाने से वजन कम होता है क्या?इसके साथ ही सोयाबीन में एमिनो एसिड भी पाया जाता है, जो वजन को कम (Weight Loss) करने में मदद कर सकते हैं. अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो अपनी डाइट में सोयाबीन को शामिल कर सकते हैं. सोयाबीन में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. सोयाबीन मसल्स और शरीर के निमार्ण में भी मददगार है.
सुबह खाली पेट सोयाबीन खाने से क्या होता है?सोयाबीन का सेवन मानसिक संतुलन को बेहतर बनाकर दिमाग को तेज करने का काम करता है. सोयाबीन का सेवन दिल के रोगों में भी काफी फायदेमंद है. सोयाबीन में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स कई तरह के कैंसर रोकने में मददगार होते हैं. सोयाबीन में पाए जाने पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करते हैं.
सोयाबीन भिगोकर खाने से क्या फायदे होते हैं?इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है। शरीर के टिशू, सेल्स को बेहतर करने में मदद करता है। अंकुरित सोयाबीन खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है, आयरन का बेहतरीन स्त्रोत है, वजन घटाने का बेहतरीन उपाय है और ठंड में हड्डियों को मजबूत करता है। अगर आप हाइपरटेंशन के मरीज है तो आपको अंकुरित सोयाबीन का सेवन करना चाहिए।
सोयाबीन कब और कैसे खाएं?सोयाबीन प्रोटीन का एक अच्छा सोर्स होता है. सोयाबीन एस ऐसा चीज है जिसे लोग चावल या रोटी-पराठे दोनों के साथ खाया जा सकता है. कई लोग इसे नाश्ता या खाने में खाना पसंद करते हैं. आपको बता दें कि सोयाबीन बेशक प्रोटीन का एक बेहतर जरिया हो लेकिन ज्यादा सोयाबीन खाने से सेहत को नुकसान भी होता है.
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