भारतीय पकवानों में प्याज का इस्तेमाल भरपूर तरीके से किया जाता है। प्याज के इस्तेमाल से भोजन में एक अलग ही स्वाद निखर कर आता है लेकिन क्या आप जानते हैं प्यार सिर्फ भोजन का स्वाद ही नहीं बरहता बल्कि इसके कई औषधीय गुण भी है तो आइए जानते हैं प्यास खाने के 50 फायदे क्या है!
Pyaj Khane Ke Fayde -:
बवासीर (रक्तस्त्रावी अशी) (Bleeding Piles) : आधा कप प्याज का रस, दो चम्मच पिसी हुई मिश्री, आधा कप पानी मिला कर दो बार नित्य पीने से बवासीर में रक्त (खून) गिरना बंद हो जाता है।
खट्टी डकारें, खाँसी प्याज को उबाल कर या गर्म राख में सेक कर खाने से ठीक होता है।
पित्त दोष में प्याज खाने से लाभ होता है ।
अनिद्रा (Insomnia) : (नई दिल्ली, 2 मई, 1982, यूनीवार्ता) : उदयपुर होम साइन्स के सहायक प्रो.एस.आर. केली के अनुसार कच्ची, उबली या भुनी हुई प्याज खाने से अनिद्रा दूर होती है। अच्छी नींद आती है । प्याज टी.बी., सर्दी, साँस की तकलीफ, दाँत दर्द में लाभदायक है। सफेद प्याज लाल प्याज की अपेक्षा ज्यादा लाभदायक है।
फोड़े (Abscess) : प्याज और नमक पीस कर फोड़े पर लगाने से लाभ होता है। ।
गंध : प्याज खाने के बाद गुड़ खायें या पान खायें, इससे प्याज की गन्ध मुँह से दूसरे को प्रतीत नहीं होगी।
रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) चाहे उच्च हो या निम्न प्याज के सेवन से शरीर में व्याप्त विजातीय पदार्थ पेशाब से निकल कर रक्तचाप ठीक हो जाता है।
वस्तु अजीर्ण : चार चम्मच प्याज का रस, इतना ही पानी और स्वाद के अनुसार नमक मिला कर भोजन के बाद पीयें। खाना शीघ्र पच जायेगा। अजीर्ण (अपच) नहीं होगा। यदि दस्त लगे हों तो इस प्रकार तैयार किये गये प्याज के रस में नमक नहीं मिलायें। यह रस तीन बार नित्य पीयें, दस्त बन्द हो जायेंगे।
गैस : दस बूंद लहसुन का रस, प्याज और अदरक का रस एक-एक चम्मच, दो चम्मच शहद और इतना ही पानी मिला कर पीयें । आफरा ठीक हो जायेगा।
जलना : प्याज पीस कर जले हुए स्थान पर लेप करें। जब तक ठीक नहीं हो नित्य लगायें। जला हुआ ठीक हो जायेगा।
दस्त : एक प्याज काट कर दही में मिला कर खाने से दस्त बन्द हो जाते हैं।
फ्लू : एक चम्मच प्याज का रस एक चम्मच. शहद में मिलाकर चार बार नित्य चाटें। फ्लू ठीक हो जायेगा।
रक्तशोधक : (1) प्याज का रस चौथाई कप और एक नीबू का रस मिला कर दस दिन नित्य पीने से रक्त विकार दूर होकर रक्त शुद्ध होता है । (2) इसी प्रकार के रस में शहद मिला कर पीने से भी रक्त साफ होता है।
कब्ज : एक कच्चे प्याज को काट कर नीबू निचोड़ कर नित्य खाने से कब्ज दूर हो जाती है।
शक्तिवर्धक : दो चम्मच प्याज के रस में जरा-सा गुड़ घोल कर एक बार नित्य पिलाना बच्चों के लिए शक्तिप्रद है।
कूकर खाँसी हो तो दो चम्मच प्याज का रस दो चम्मच पानी में मिला कर नित्य दो बार पिलाने से लाभ होता है।
अजीर्ण : तीन चम्मच प्याज के रस में स्वादानुसार नमक डाल कर पीयें ।
खाँसी होने पर नित्य दो प्याज खाने से लाभ होता है।
गठिया होने पर नित्य दो प्याज का रस पीने से लाभ होता है।
गुर्दे के रोगों में नित्य कच्चा प्याज खाना लाभकारी है।
खुजली सरसों का तेल और प्याज का रस समान मात्रा में मिला कर मालिश से खुजली मिट जायेगी।
जमजू: दो चम्मच प्याज का रस, जरा-सा कपूर और बाजरे के बराबर रसोत मिला कर जमघुओं पर मालिश करें। जमाये नष्ट हो जायेंगी ।
गुहेरी (Stye) : नित्य चार बार अँगुली से गुहेरी पर प्याज का रस लगाने से गुहेरी ठीक हो जाती है।
घाव : प्याज की पुल्टिस घी में बना कर लगाने से लाभ होता है।
खुजली : एक भाग प्याज का रस, दो भाग नारियल या सरसों के तेल में मिला कर मालिश करने से खुजली मिट जाती है।
चोट : दो चम्मच पिसी हुई हल्दी, एक चम्मच प्याज के रस में मिला कर कपड़े में इसकी पोटली बाँध कर सरसों के गर्म तेल में डुबो कर चोट ग्रस्त अंग का सेक करें। फिर इसे चोट वाली जगह लेप करके वह कपड़ा भी लपेट दें और रूई लगा कर पट्टी बाँध दें। दो चम्मच प्याज का रस और एक चम्मच शहद मिला कर दो बार नित्य चाटें। चोट का दर्द, सूजन ठीक हो जायेगी।
सीने या दर्द कहीं भी हो प्याज पीस कर जरा-सा घी डाल कर गर्म करके दर्द वाली जगह लेप करके रुई लगा कर पट्टी बाँध दें। दर्द दूर हो जायेगा ।
संक्रामक रोग जैसे फ्लू, टी.बी. आदि से बचने के लिए प्याज नित्य खायें।
जलोदर : एक मोटे प्याज पर गीली मिट्टी का लेप कर भोभल में सेक कर नित्य तीन बार खिलायें। जलोदर में लाभ होगा।
यकृत, तिल्ली के रोगों में कच्चे प्याज की चटनी नित्य दो बार खाने से लाभ होता है ।
जाएँ : प्याज के रस से बालों को तर करके दस मिनट बाद सिर धोयें । जुएँ नष्ट हो जायेंगी।
टॉन्सिलाइटिस में प्याज का रस दो चम्मच एक गिलास गर्म पानी में मिला कर गरारे करने से लाभ होता है।
दमा : तीन चम्मच प्याज का रस, तीन चम्मच शहद में मिला कर नित्य प्रातः सूरज उगने से पहले दो माह चाटने से दमा ठीक हो जाता है ।
दस्तों से कमजोरी आ गई हो तो तीन चम्मच प्याज का रस आधा कप पानी में मिला कर स्वादानुसार नमक मिला कर पिलाने से कमजोरी दूर हो जाती है।
दाद : प्याज के बीज नीबू के रस में पीस कर नित्य दो बार दाद पर लम्बे समय एक दो माह लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
श्वेत प्रदर : सुबह-शाम दो बार दो चम्मच प्याज का रस और दो चम्मच शहद मिला कर पीयें।
पायरिया : प्याज के रस से कुल्ला करने से पायरिया में लाभ होता है।
पसीना बदबूदार आता हो तो नित्य भोजन के साथ कच्चा प्याज खायें।
स्वर भंग होने पर प्याज खायें तथा प्याज का रस दो चम्मच एक गिलास गर्म पानी में मिला कर दो बार गरारे करें।