क्या पशु पक्षी मनुष्य की सहायता करते हैं उदाहरण देकर स्पष्ट करें? - kya pashu pakshee manushy kee sahaayata karate hain udaaharan dekar spasht karen?

पशु-पक्षी होते हैं मानव के सच्चे मित्र

शहर के रैनेसा स्कूल में गुरुवार को हिदी के विभागाध्यक्ष ने दैनिक जागरण में प्रकाशित संस्कारशाला का शीर्षक विद्यार्थियों को पढ़कर सुनाया। उन्होंने बताया कि जानवरों के प्रति हमें प्रेम-भाव रखना चाहिए। मनुष्य व जीव-जंतु एक दूसरे पर निर्भर होते हैं। इसके बाद उन्होंने विद्यार्थियों से प्रश्न भी पूछे तो उन्होंने सहजता से जवाब दिए।

बुलंदशहर, जेएनएन। शहर के रैनेसा स्कूल में गुरुवार को हिदी के विभागाध्यक्ष ने दैनिक जागरण में प्रकाशित संस्कारशाला का शीर्षक विद्यार्थियों को पढ़कर सुनाया। उन्होंने बताया कि जानवरों के प्रति हमें प्रेम-भाव रखना चाहिए। मनुष्य व जीव-जंतु एक दूसरे पर निर्भर होते हैं। इसके बाद उन्होंने विद्यार्थियों से प्रश्न भी पूछे तो उन्होंने सहजता से जवाब दिए।

दैनिक जागरण के संस्कारशाला अभियान में गुरुवार को पशुओं के प्रति संवेदनशील व्यवहार नामक शीर्षक से आलेख प्रकाशित हुआ। रैनेसा स्कूल में प्रार्थना सभा में स्कूल के हिदी विभाग के विभागाध्यक्ष विवेक शर्मा ने विद्यार्थियों को आलेख पढ़कर सुनाया। उन्होंने बताया कि जानवरों के प्रति संवेदनशील पृथ्वी का प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में पशु-पक्षियों की भूमिका अहम है। उन्हें भी पृथ्वी पर रहने का उतना ही अधिकार है जितना मानव जाति को। बेशक पशु-पक्षी मनुष्य की भांति बोल नहीं सकते हैं लेकिन मानव जाति से अधिक समझदार होते हैं। उनमें भी मनुष्य की तरह दर्द, भावनाएं, प्यार होता है। जानवर भी खुश और दु:खी होते हैं। जानवर भी हर बात समझते और महसूस करते हैं। वह किसी को नुकसान तभी पहुंचाते हैं जब वह उससे खतरा महसूस करते हैं। यदि हम उन्हें प्यार देंगे तो वह भी दुलार करते हैं। पशु-पक्षी मनुष्य से भी ज्यादा वफादार होते हैं। विद्यार्थियों से पूछे सवाल

पशुओं के प्रति हमको कैसा व्यवहार करना चाहिए?

जैसा कि आपने बताया है कि मनुष्य व पशु-पक्षी एक दूसरे पर निर्भर होते हैं। जब हम एक-दूसरे पर निर्भर हैं तो पशुओं के प्रति ऐसा ही व्यवहार करना चाहिए जैसा हम आमजन से करते हैं। बेशक जानवर हमारी भाषा न बोलते हों, लेकिन संवेदनाएं तो मानव जैस ही रहती हैं।

- वरूणिका शर्मा जानवरों का हमारे देवी-देवताओं में क्या संबंध है?

पौराणिक अवतारों की श्रेणी देखें तो मछली, कछुआ, सूकर, शेर, नंदी, कुत्ता व चूहा आदि हमारे देवी-देवताओं का वाहन हैं। यही कारण है कि तमाम जानवरों से हमारी धार्मिक भावनाएं भी जुड़ी हुई। अगर हम सभी जानवरों को आदर व प्रेम की भावना से देंखे तो उनके प्रति होने वाले क्रूर व्यवहार में अंकुश लग सकता है।

- प्रशस्ति चौहान पालतू जानवर से क्या लाभ होता है?

अगर कोई जानवर हमने घर में पाल रखा है तो वह एक चौकीदार का काम करता है। वफादारी में तो उसका कोई जवाब ही नहीं। पालतू जानवर घर में है तो मनुष्य में तनाव का असर कम होता है। जानवरों में मित्र व शत्रु पहचानने की अद्भुत क्षमता होती है।

- केशव प्रताप सिंह क्या जानवरों पर अत्याचार करने के लिए कानून है?

विभिन्न संस्थाएं इस क्षेत्र में काम कर रही हैं। जब उन्हें पता चलता है कि जानवरों के प्रति क्रूर व्यवहार किया जा रहा है तो संस्था उनके खिलाफ कार्रवाई कराती हैं। इसके अलावा कानून में प्रावधान है। वन विभाग के अधिकारी जानवरों की रखा करते हैं।

- आशुतोष गिरी समाज में जागरूकता कैसे फैलाई जाए?

सरकार भी विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जानवरों के प्रति दया-भाव रखने के लिए जागरूक कार्यक्रम आयोजित करती है। कई संस्थाएं भी काम कर रहीं है। इसके अलावा प्रत्येक मनुष्य की नैतिक जिम्मेदारी भी बनती है कि वह एक-दूसरे को पशु-पक्षियों व जीव-जंतुओं के प्रति मधुर व्यवहार बनाए रखें।

- देवांश भारद्वाज

Edited By: Jagran

क्या पशु पक्षी मनुष्य की सहायता करते हैं आसपास से उदाहरण देकर स्पष्ट करें?

अगर कोई जानवर हमने घर में पाल रखा है तो वह एक चौकीदार का काम करता है। वफादारी में तो उसका कोई जवाब ही नहीं। पालतू जानवर घर में है तो मनुष्य में तनाव का असर कम होता है। जानवरों में मित्र व शत्रु पहचानने की अद्भुत क्षमता होती है।

पशु पक्षियों का हमारे जीवन में क्या महत्व है?

पशु-पक्षियों के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है। लोग इनके महत्व को अभी समझ नहीं रहे हैं, लेकिन यह जिस दिन बिल्कुल विलुप्त हो जाएंगे। लोगों का जीवन भी समाप्त होने लगेगा। जीवन को बचाना है तो पशु-पक्षियों को भी बचाना होगा।

पशु पक्षियों के प्रति हमारा क्या कर्तव्य है?

खाने के लिए दाना नहीं मिलता। जिससे उनकी संख्या कम होती जा रही है। हमें इस बारे में सोचना चाहिए। कैसे हम पशु पक्षियों की मदद कर सकते हैं।

क्या पशु पक्षियों को पालना उचित है विषय पर 78 वाक्य लिखो?

भारत के प्राचीन ग्रथों में पशुपक्षियों का विस्तृत वर्णन मिलता है। उस समय उनका अधिक महत्व उनके मांस के कारण था।