केले के पेड़ में जल कैसे चढ़ाएं? - kele ke ped mein jal kaise chadhaen?

केले के वृक्ष की पूजा करने और जल चढ़ाने से दूर हो सकती हैं आपकी अनेक परेशानियां

हिंदू धर्म में केले के वृक्ष को बहुत ही शुभ और पवित्र माना गया है। कई धार्मिक कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है। केले को गुरु बृहस्पति और भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है।

केले के पेड़ में जल कैसे चढ़ाएं? - kele ke ped mein jal kaise chadhaen?

केले के पेड़ में जल कैसे चढ़ाएं? - kele ke ped mein jal kaise chadhaen?

Ujjain, First Published Feb 22, 2021, 1:06 PM IST

उज्जैन. केले के पेड़ की पूजा करने से ग्रहों से संबंधित दोष तो दूर होते ही हैं, साथ ही अन्य परेशानियां भी दूर हो सकती हैं। आगे जानिए इस पेड़ की पूजा से आपको क्या-क्या फायदे हो सकते हैं…

1. केले के पेड़ की नियमित पूजा करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को केले का नियमित भोग लगाने से वे अति प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा करते हैं।
2. गुरुवार को केले के पेड़ पर जल और कच्चा दूध चढ़ाने से गुरु ग्रह से संबंधित दोष दूर होते हैं।
3. नियमित रूप से केले के पेड़ की सेवा करने से घर में संतान हमेशा सुखी और संकटों से दूर रहती हैं।
4. जिन लोगों के विवाह में समस्याएं आती हैं, वे भी अगर केले के पेड़ की पूजा करें तो जल्दी ही उनके विवाह के योग बन सकते हैं।
5. शिक्षा प्राप्ति में अगर समस्या आ रही है तो भी केले के पेड़ की पूजा कर रोज जल चढ़ाना चाहिए।
6. पति-पत्नी के बीच अगर लगातार विवाद होता रहता है तो दोनों को एक साथ केले के पेड़ के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए।
7. संतान के कारण जीवन में परेशानियां आ रही हैं तो प्रत्येक गुरुवार को केले के पेड़ के नीचे बैठकर गुरु ग्रह के मंत्रों का जाप करना चाहिए।

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Last Updated Feb 22, 2021, 1:06 PM IST

केले के पेड़ में जल कैसे चढ़ाएं? - kele ke ped mein jal kaise chadhaen?

केले के पेड़ की पूजा कैसे करें 

मुख्य बातें

  • केले के पेड़ में माना जाता है भगवान विष्णु का वास

  • जल अर्पित करके सही ढंग से पूजन करने पर बढ़ती है समृद्धि

  • यहां जानिए केले के पेड़ का पूजन करने का सही तरीका और उपाय

गुरुवार के दिन केले के पेड़ में पूजा करने की मान्यता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद भक्त केले की जड़ में फूल, चंदन और जल चढ़ाकर केले की पूजा करते हैं। हिंदू संस्कृति में प्रकृति की हर एक चीज का अपना महत्व है। इन महत्वपूर्ण चीजों में पेड़-पौधे भी शामिल हैं।

मान्यता है कि इनकी रक्षा करना मनुष्य का परम धर्म और कर्तव्य है। इनको घर में लगाकर रखने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है और वास्तु शास्त्र के अनुसार नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश घर में नहीं होता। अगर आपके घर में पेड पौधे है तो आपके घर कभी भी दुख नहीं आएगा। ऐसे पेड़-पौधों में केले का नाम अहम है।

बृहस्पति देव की पूजा में मुख्य रूप से केले के पेड़ की पूजा भी की जाती है। इनकी पूजा करना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार केले के पेड़ में साक्षात देवगुरु बृहस्पति वास करते हैं और गुरुवार का दिन भगवान बृहस्पति यानी कि भगवान विष्णु का दिन होता है और उनका भी इस पेड़ में इस दिन वास माना गया है।

केले की पेड़ में पूजा करने का सही तरीका:

- सुबह-सुबह उठकर मौन व्रत का पालन करते  हुए स्नान करें।
- इसके बाद केले के वृक्ष को प्रणाम कर जल चढ़ाएं।
- इस बात का ध्यान रखें कि घर के आंगन में यदि केले का वृक्ष लगा हो, तो उस पर जल ना चढ़ाएं बाहर के केले के वृक्ष में ही जल चढ़ाएं।
- केले के वृक्ष पर हल्दी का गाठ, चने की दाल और गुड़ अर्पित करें।
- अक्षत और पुष्प चढ़ाकर केले के पेड़ की परिक्रमा करें।

अगर आप गुरुवार को केले के पेड़ की पूजन करते हैं तो आप पर गुरु बृहस्पति और भगवान विष्णु की कृपा होगी। कहा जाता है कि केले के पेड़ के विधिवत पूजन से घर में समृद्धि और संपन्नता का तेजी से इजाफा होता है।

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केला पेड़ का पूजा कैसे करें?

तो आइए अब केले के पौधे की विशेष पूजन विधि आपको बताते हैं..
सुबह मौन व्रत का पालन कर स्नान करें.
केले के वृक्ष को प्रणाम कर जल चढ़ाएं.
हल्दी की गांठ, चने की दाल और गुड़ समर्पित करें.
अक्षत, पुष्प आदि मंगल चीजें चढ़ाएं.
केले के पेड़ की परिक्रमा करें.
घर के आंगन के केले के वृक्ष को छोड़ किसी दूसरे पेड़ की ही पूजा करना चाहिए.

केले के पेड़ की पूजा कब करनी चाहिए?

शास्त्रों के अनुसार, गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करने का विधान है। इस दिन भक्त बृहस्पति भगवान का व्रत रखने के साथ केले के पेड़ के नीचे बैठकर कथा सुनते या पढ़ते हैं। मान्यता है कि केले के जड़ की गुरुवार को पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं।

केले के पेड़ पर जल चढ़ाने से क्या होता है?

केले के पेड़ की नियमित पूजा करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को केले का नियमित भोग लगाने से वे अति प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा करते हैं। 2. गुरुवार को केले के पेड़ पर जल और कच्चा दूध चढ़ाने से गुरु ग्रह से संबंधित दोष दूर होते हैं।

केले के पौधे को कितनी बार पानी देना चाहिए?

पानी की जरूरतें पौधे की मिट्टी को लगातार नम रखें और इसे सूखने न दें। गर्म महीनों में, हर 2 या 3 दिन में पानी दें, या जब ऊपर की 1/2 से 1 इंच मिट्टी सूख जाए । पानी देते समय, पौधे को ताजे, गुनगुने पानी से ऊपर से समान रूप से और समान रूप से पानी दें, फिर किसी भी अतिरिक्त पानी को टिप दें।