काजल बनाने में क्या क्या लगता है? - kaajal banaane mein kya kya lagata hai?

शिशु की आंखों में काजल लगाने की प्रथा बहुत पुरानी है। ऐसा माना जाता है कि छोटे बच्‍चों की आंखों में काजल लगाने से आंखें तेज होती हैं। आइए जानते हैं कि बच्‍चों को काजल लगाने के क्‍या फायदे होते हैं और घर पर किस तरह आप काजल बना सकती हैं।

​क्‍या शिशु को काजल लगाना सही है

काजल बनाने में क्या क्या लगता है? - kaajal banaane mein kya kya lagata hai?

एफडीए के अनुसार, कमर्शियल काजल शिशु के लिए सुरक्षित नहीं होता है क्‍योंकि इसमें सीसा मिला होता है। सीसा गैलेना पत्‍थर से आता है। कुछ शोधकर्ताओं का कहना है कि बाजार में मिलने वाले काजल में उच्‍च मात्रा में सीसा होता है और इसमें गैलेना, मिनिअम, एमॉरुस, कार्बन, मैगनेटाइट और जिंकाइट जैसे रसायन भी होते हैं। ये रसायन शिशु की आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

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काजल लगाने का लाभ

काजल बनाने में क्या क्या लगता है? - kaajal banaane mein kya kya lagata hai?

कहा जाता है कि काजल लगाने से शिशु की आंखों को आराम मिलता है। हालांकि, इसकी वजह से जलन भी हो सकती है। यही वजह है कि पी‍डियाट्रिशियन (बाल रोग चिकित्‍सक) काजल का इस्‍तेमाल करने से मना करते हैं।

ऐसा भी मानना है कि काजल लगाने से कंजक्टिवाइटिस जैसी बीमारियों से बचने में मदद मिलती है जबकि सच तो यह है कि काजल की वजह से ऐसी बीमारियां हो भी सकती हैं।

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​क्‍यों लगाते हैं काजल

काजल बनाने में क्या क्या लगता है? - kaajal banaane mein kya kya lagata hai?

ऐसा माना जाता है कि काजल लगाने से शिशु को बुरी नजर से रक्षा मिलती है। इस बात का कोई तार्किक विवरण नहीं है। आप शिशु के माथे, गाल, तलवों और शरीर के अन्‍य हिस्‍सों पर कभी कभी काजल लगा सकती हैं।

लोगों का मानना है कि काजल लगाने से बच्‍चे की आंखें तेज और बड़ी होती हैं, लेकिन इस बात को साबित करने के लिए कोई प्रमाण नहीं है।

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​घर पर काजल कैसे बनाएं

काजल बनाने में क्या क्या लगता है? - kaajal banaane mein kya kya lagata hai?

बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्‍त काजल की बजाय होममेड काजल लगाना बेहतर रहता है। आप घर पर आसानी से शिशु के लिए काजल बना सकती हैं।

सामग्री : एक ही साइज की दो कटोरी लें और एक प्‍लेट लें। इन तीनों चीजों को इस्‍तेमाल से पहले अच्‍छी तरह से साफ कर लें। इसके अलावा घी की कुछ बूंदें, माचिस, दीया और बाती, अरंडी का तेल, चाकू और काजल स्‍टोर करने के लिए छोटी सी डिब्‍बी।

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घर पर काजल बनाने की विधि

काजल बनाने में क्या क्या लगता है? - kaajal banaane mein kya kya lagata hai?

घर पर काजल बनाने का तरीका इस प्रकार है :

  • दोनों कटोरियों को एक-दूसरे के सहारे टेढा करके जमीन पर रखें। इनके बीच में थोड़ी- सी दूरी होनी चाहिए।
  • अब एक समतल प्‍लेट को उल्‍टा करके कटोरियों के ऊपर रखें। दीये में अरंडी का तेल डालकर बाती लगाएं।
  • अब इसे दोनों कटोरियों के नीचे जलाकर रखें। दीये की बाती प्‍लेट को छूनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो छोटी कटोरियों का इस्‍तेमाल करें।
  • 20 मिनट तक इंतजार करें और फिर प्‍लेट को धीरे से उठाएं।
  • आपको प्‍लेट के ऊपर कालिख सी नजर आएगी जो कि काजल होगा।
  • इसे चाकू की मदद से हटाकर डिब्‍बी में रख लें और घी की कुछ बूंदें डालें।
  • काजल की डिब्‍बी को किसी सूखी या गर्म जगह पर रखें।

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काजल में क्या मिलाया जाता है?

काजल में बादाम का तेल, ऑलिव ऑयल और कैस्टर ऑयल मिलाया जाता है जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद विटामिन-ई आंखों के तनाव को कम करता है, उनको आराम देता है और साथ ही पलकों को घना भी बनाता है। घर पर बने काजल में कपूर और घी का इस्तेमाल होता है जो आंखों को साफ करने में मदद करता है।

घर पर काजल कैसे बनाया जाता है?

नीम के काजल को बनाने के लिए आपके पास नीम के फूल, प्लेट और सरसों का तेल होना जरूरी है। अब आप एक मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल डालें और दीपक के लिए जो बाती तैयार की है उसमें नीन की सूखे फूल मिलाएं और बाती बना लें। अब आप बनी बाती को सरसों के तेल में भिगोएं और दीपक जलाएं। अब उसके ऊपर एक प्लेट 7 से 8 घंटे के लिए रखें।

आंखों का काजल कैसे बनाया जाता है?

बादाम का काजल एक दीपक में सरसों का तेल और बाती डालें। इसमें लौ की तरफ दो बादाम डालें। दो ग्लास पर प्लेट उल्टी करके रखें और फिर नीचे की ओर बीच में जलता हुआ दीया रख दें। बाती के जलने के साथ ही बादाम भी जलने लगेगा।

बच्चों के लिए घर पर काजल कैसे बनाएं?

कैसे बनाएं हर्बल काजल- हर्बल काजल बनाने के लिए सबसे पहले 1 बड़ा दीपक लेकर उसके लिए रुई की एक मोटी सी बाती तैयार कर लें। अब दीपक में घी या सरसों का तेल भरकर इसमें 1-2 टुकड़ा कपूर का डालें। अब बाती को भिगोकर दीपक को जलाएं। इसके बाद दीपक के दोनों ओर दो ईंट रखें और इसके ऊपर एक छोटी सी कटोरी रखें।