ज्यादा व्रत करने से क्या होता है? - jyaada vrat karane se kya hota hai?

ज्यादा व्रत करने से क्या होता है? - jyaada vrat karane se kya hota hai?

ज्यादा व्रत करने से क्या होता है? - jyaada vrat karane se kya hota hai?

वैसे तो उपवास करना सेहत के ल‍िए अच्‍छा माना जाता है। शरीर को ड‍िटॉक्‍सीफाई करने के ल‍िए ये एक अच्‍छा व‍िकल्‍प है। आपके मानस‍िक और शारीर‍िक स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाने के ल‍िए भी उपवास फायदेमंद माना जाता है पर लंबे समय तक फास्‍ट करने से स‍िर में दर्द, घबराहट, एनीम‍िया आद‍ि स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं हो सकती हैं इसल‍िए फास्‍ट करने का सही तरीका जानना जरूरी है। इस लेख में हम ज्‍यादा देर फास्‍ट करने के नुकसान और उपवास के दौरान बरतने वाली सावधान‍ियों पर चर्चा करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्‍लीन‍िक की डाइटीश‍ियन डॉ स्‍म‍िता सिंह से बात की। 

ज्यादा व्रत करने से क्या होता है? - jyaada vrat karane se kya hota hai?

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आपको कब उपवास रखना चाह‍िए? 

अगर आप स्‍वस्‍थ महसूस कर रहे हैं तो ही आप उपवास करें। अगर आपको स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी कोई समस्‍या है तो आप व‍िश‍ेषज्ञ से सलाह जरूर लें। उपवास करने की अवध‍ि आपके शरीर पर न‍िर्भर करती है, आपको फास्‍ट करने से पहले इस बात पर गौर करना होगा क‍ि आप क‍िस मकसद से फास्‍ट कर रहे हैं। कई लोग फलाहार उपवास भी रखते हैं ज‍िसमें आप पूरे द‍िन खा सकते हैं पर उस दिन नमक वाली चीजों का सेवन नहीं क‍िया जाता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो आपके ल‍िए इंटरमिटेंट फास्‍टिंग एक अच्‍छा व‍िकल्‍प होगा उसमें आप 12 से 16 घंटे उपवास कर सकते हैं। इंटरमिटेंट फास्‍ट‍िंग में आप आठ घंटे खाकर 12 या 16 घंटे कुछ नहीं खाते हैं।

उपवास के दौरान इन बातों का ध्‍यान रखें (Keep these points in mind while fasting)

ज्यादा व्रत करने से क्या होता है? - jyaada vrat karane se kya hota hai?

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  • अगर आपको उपवास के दौरान पेट में दर्द या एस‍िड‍िटी महसूस हो तो व्रत तोड़ दें, सेहत को प्राथम‍िकता देते हुए ही आपको व्रत रखना है। 
  • उपवास के दौरान खाली पेट हों तो आपको चाय, कॉफी आद‍ि पीने से बचना चाह‍िए। 
  • आपको लंबे समय के लि‍ए उपवास करने से बचना चाह‍िए, अगर आपकी तबीयत खराब है या आप दवा ले रहे हैं तो उपवास न रखें। 
  • उपवास तोड़ते वक्‍त आपको हैवी या ऑयली फूड खाने से बचना चाह‍िए, इससे आपको जी म‍िचलाने या घबराहट की समस्‍या, अपच हो सकती है।  
  • ज‍िस द‍िन आप उपवास नहीं कर रहे हैं उस समय के ल‍िए जरूरी है क‍ि आप हेल्‍दी डाइट मेनटेन करें। आपको उपवास के अलावा अंडे, सब्‍ज‍ियां, ताजे फल आद‍ि का सेवन करना चाह‍िए, इनका सेवन करने से हार्ट की बीमारी, कैंसर, क्रॉन‍िक ड‍िसीज का खतरा कम हो जाता है। 

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उपवास के बाद अचानक से न खाएं 

उपवास के बाद अचानक से खाने से बचें। अगर आप लंबे उपवास के बाद अचानक से खाना खाते हैं तो आपको इस आदत से बचना चाहिए। अचानक से ढेर सारा खाना खाने से ब्‍लोट‍िंग या डायर‍िया की समस्‍या हो सकती है। अगर आप नॉर्मल डाइट के मुताब‍िक डाइट तोड़ेंगे तो आपकी सेहत को नुकसान नहीं होगा। वहीं अगर आपका उपवास है तो आप खुद को शांत रखने के ल‍िए मेड‍िटेशन कर सकते हैं। 

उपवास के दिन कसरत कर सकते हैं? 

कुछ लोग व्रत के दौरान ज्‍यादा कसरत करते हैं सामान्‍य द‍िन ज‍ितनी ही कसरत करते हैं उन लोगों को उपवास के दौरान ज्‍यादा कसरत करने से बचना चाह‍िए। आप लो-इंटेंस‍िटी वर्कआउट जैसे वॉक‍िंग, माइल्‍ड योगा, जेंटल स्‍ट्रेच‍िंग कर सकते हैं। सेहत को बेहतर रखने के ल‍िए आपको छोटे फास्‍ट रखने चाह‍िए और फास्‍ट के दौरान खुद को हाइड्रेट रखना चाह‍िए।

मानस‍िक स्‍वास्‍थ्‍य पर क्‍या असर डालता है उपवास? (How fasting affect mental health)

ज्‍यादा लंबे वक्‍त के ल‍िए उपवास रखने से आपको मूड स्‍व‍िंग की समस्‍या भी हो सकती है। मानस‍िक स्‍वास्‍थ्‍य के ल‍िए भी लंबे वक्‍त तक उपवास रखना ठीक नहीं है। ज्‍यादा समय के ल‍िए भूखे रहने पर द‍िमाग तक ऑक्‍सीजन और जरूरी पोषक तत्‍वों की कमी हो जाती है ज‍िसके कारण न तो आपका मन काम में लगता है और न ही आप द‍िमाग का सही तरह से इस्‍तेमाल कर पाते हैं इसल‍िए आपको उपवास में पूरी तरह से खाना छोड़ने से बचना चाह‍िए। ज्‍यादा समय तक भूखे रहने के कारण आपको च‍िड़च‍िड़ापन भी महसूस होगा और गुस्‍सा भी अध‍िक आ सकता है इसल‍िए आपको उपवास में 4 से 5 घंटे के गैप पर कुछ न कुछ जरूर खाना चाह‍िए।

क‍िन पर‍िस्‍थ‍ित‍ियों में उपवास नहीं करना चाह‍िए?

अगर आपको टाइप 2 डायब‍िटीज है या आप गर्भवती हैं तो आपको उपवास रखने से बचना चाह‍िए वहीं अगर आपका वजन सामान्‍य से कम है या आप ईट‍िंग ड‍िसऑर्डर के श‍िकार हैं तो भी आपको फास्‍ट करने से बचना चाह‍िए। अगर आपका शुगर लेवल असंतुल‍ित रहता है या आपको लो बीपी की समस्‍या है तो भी आपको उपवास रखने से बचना चाह‍िए। अगर आप क‍िसी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं तो केवल डॉक्‍टर की सलाह पर ही उपवास करें। बुजुर्ग वर्ग और मह‍िलाओं में पीर‍ियड्स के दौरान भी फास्‍ट करने से बचना चाह‍िए।

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ज्‍यादा देर उपवास करने के नुकसान (Side effects of fasting for long hours or duration)

ज्यादा व्रत करने से क्या होता है? - jyaada vrat karane se kya hota hai?

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  • अगर आप ज्‍यादा उपवास रखते हैं तो आपको पेट संबंधित श‍िकायतें हो सकती हैं, जैसे पेट में दर्द, कब्‍ज की समस्‍या आद‍ि।
  • ज्‍यादा व्रत रखने या उपवास रखने के कारण गुस्‍सा या च‍िड़च‍िड़ापन हो सकता है जो क‍ि ऐसे लोगों में आम लक्षण होता है जो ज्‍यादा देर तक भूखे रहते हैं। 
  • अगर आप ज्‍यादा देर तक भूखे रहते हैं तो आपको स‍िर में दर्द या थकान की समस्‍या हो सकती है।
  • उपवास में लोग ज्‍यादा देर तक प्‍यासे भी रहते हैं ज‍िससे ड‍िहाइड्रेशन, चक्‍कर या कमजोरी जैसी समस्‍या हो सकती है। 
  • अगर आप ज्‍यादा देर तक उपवास रखते हैं या व्रत रखते हैं तो आपको एनीम‍िया का खतरा भी हो सकता है। 
  • अगर आपका शरीर कमजोर है तो आपको लंबे समय तक उपवास करने से बचना चाह‍िए इससे आपको घबराहट या बेचैनी महसूस हो सकती है। 
  • ज्‍यादा लंबी अवध‍ि के ल‍िए फास्‍ट करने से आपके शरीर में जरूरी न्‍यूट्र‍िएंट्स की कमी हो सकती है। जो लोग ज्‍यादा उपवास रखते हैं उनके शरीर में कैल्‍श‍ियम, व‍िटाम‍िन बी12, आयरन जैसे पोषक तत्‍वों की कमी हो जाती है। 

उपवास के दौरान शारीर‍िक समस्‍याओं से बचने के ल‍िए फल, जूस और ताजी हरी सब्‍ज‍ियों का सेवन करते रहें ताक‍ि पेट पूरी तरह से खाली न रहे। 

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ज्यादा व्रत रखने से क्या होता है?

3- व्रत करने से शरीर में नई रोग प्रतिरोधक कोशिकाएं बनती हैं. सीजन के बदलाव और कमजोर इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मदद मिलती है. 4- व्रत में खूब पानी पीने और फाइबर युक्त खाना खाने से पाचन क्रिया बेहतर बनती है. इससे पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती है और पेट भी खराब नहीं होता है.

उपवास रखने से कौन सा अंग खराब हो जाता है?

नतीजा यह होता है कि दिल, दिमाग, लिवर, किडनी और मसल्स की शक्ति घटने लगती है। ये अंग धीरे-धीरे कमजोर होने लगते हैं।

सप्ताह में कितने दिन उपवास करना चाहिए?

वहीं इसका स्‍वास्‍थ्‍य लाभ भी माना गया है कि सप्‍ताह में एक दिन व्रत करने से हमारा पाचन जहां अच्‍छा रहता है वहीं शरीर से तमाम दूषित पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं। आइए आपको बताते हैं सप्‍ताह के सातों दिनों के बारे में, किस दिन व्रत करने के क्‍या लाभ हैं।

उपवास रहने से क्या फायदा होता है?

व्रत करने का सबसे पहला फायदा ये है कि इससे बॉडी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है. ... .
व्रत रखने से वजन कम होता है. ... .
उपवास करने से नई रोग प्रतिरोधक कोशिकाओं बनती हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करती हैं..