जैतून का तेल ( Olive oil )
Last Updated : Nov 17,2022
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जैतून का तेल क्या है? What is olive oil in Hindi?
जैतून को दबाकर और कुचलकर जैतून का तेल बनता है। यह तत्व है कि जो जैतून तेल से भरपूर होते है, उस पेड़ का वानस्पतिक नाम है-ओलीआ युरोपीआ- जहाँ "ओलीअम" शब्द का मतलब होता है तेल। इसमे अधिक मात्रा मे मोनोअनसैच्यूरेटड फॅट (अधिक्तर ओलेईक एसिड) और पौलीफीनोल होने कि वजह से जैतून का तेल स्वास्थ्य के लिये लाभदायक होता है। यह तेल इसके बनने के तरीके अनुसार विभिन्न प्रकार मे मिलता है। इन सारे विकल्प मे से, एकस्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल का सबसे सौम्य स्वाद और सबसे अधिक ऑक्सीकरण रोधी लाभ होते है।
यह प्रकार है-
एक्सट्रा वर्जिन (Extra Virgin Olive Oil)
सबसे सर्वश्रेष्ठ, यह तेल जैतून को पहली बार दबाने से मिलता है।
वर्जिन (Virgin
Olive Oil)
वर्जिन तेल दुसरी बार जैतून दबाने से मिलता है।
शुद्ध (Pure)
छानना और साफ करने जैसे प्रक्रमण किये जाते है।
एक्स्ट्रा लाईट (Extra Light)
अत्यधिक मात्रा मे प्रक्रमण कर इस तेल का स्वाद सौम्य होता है।
कोल्ड प्रैस्ड (Cold Pressed)
जैतून का तेल खरीदने के समय 'कोल्ड प्रैस्ड' शब्द का बोतल मे वर्णन किया जा सकता है। इसका मतलब है कि जैतून के तेल का हाथों से प्रक्रमण करने के समय, इसे कम से कम गरम किया जाता है।
एक्स्ट्रा
वजिॅन जैतून का तेल (extra virgin olive oil)
जैतून का तेल चुनने का सुझाव (suggestions to choose olive oil)
• जैतून का तेल सालभर मिलता है, और यह वजन के प्रति सजक के बीच मशहुर माना जाता है।
• क्योंकि जैतून का तेल रोशनी और गरमाहट कि वजह से खराब हो सकता है, गहरे रंग कि बोतल मे पैक तेल खरीदें जिससे यह तेल को रोशनी से होने वाले ऑक्सीडेशन से बचाने में मदद करता है।
• साथ ही इस का बात पर ध्यान दें कि तेल ठंडी जगह पर रखा हो और गरमाहट से दुर रखा हो।
• एक्सट्रा वर्जिन विकल्प सबसे अच्छा माना जाता है, फिर भी अपनी ज़रुरत अनुसार औेर पकाने के तरीके अनुसार चुने।
जैतून का तेल के उपयोग रसोई में (uses of olive oil in Indian cooking)
• सलाद पर टेबलस्पून भर जैतून का तेल डालें और उपर से नींबू का रस या बाल्समिक सिरका छिड़कें।
• जैतून का तेल और सिरका मिलाकर एक छोटी प्लेच मे रखें और संपूर्ण गेहूँ से बनी ब्रैड पर लगाकर इसका मज़ा लें।
• अपनी पसंदिदा
सब्ज़ी पर कसा हुआ पारमेसान चीज़ और जैतून का तेल डालकर स्वाद बढ़ायें।
• भूरे चावल या पास्ता के उपर जैतून का तेल डालें।
• भूना हुआ लहसुन, पके हुए आलू और एक्सट्रा वर्जिन जैतून के तेल को मिलाकर स्वादिष्ट गार्लिक मॅश्ड पटॅटोस् बनायें। स्वादअनुसार नमक डालें।
• पौष्टिक भूनी हुई सब्ज़ीयो को परोसने से पहले उनपर एक्सट्रा वर्जिन जैतून का तेल डालें।
• अपने ब्रैड या रोल पर मक्ख़न लगाने कि जगह, जैतून का तेल लगाकर खायें।
• इसे और भी स्वादिष्ट बनाने के लिये, जैतून के तेल मे थोड़ा बाल्सामिक सिरका
डालें या अपने पसंद के मसाले डालें।
जैतून का तेल संग्रह करने के तरीके
• खराब जैतून का तेल ना सिर्फ खाने की खुशबु और उसका स्वाद खराब करता है, साथ ही उसकी पौष्टिक्ता पर भी असर पड़ता है।
• हालाँकि जैतून के तेल मे अन्य तेल मे उच्च मात्रा मे पौलिअनसैच्यूरेटड फॅट कि तुलना में ज़्यादा मोनोअनसैच्यूरेटड फॅट होता है, इसलिये जैतून के तेल को अच्छी तरह संग्रह करना ज़रुरी होता है और कुछ ही महिने मे उपयोग कर लें जिससे उसमे प्रस्तुत पौष्टिक
फाईटोन्यूट्रीएन्टस् बने रहते हैं।
• अपनी खुबसुरत जैतून के तेल कि बोतल को खिड़कि के पास ना रखें, क्योंकि रोशनी और सुरज जैतून के तेल को नही जजते। इसलिये, ठंडी और सूखी जगह पर रखें।
• याद रखे कि ऑक्सीजन से तेल खराब होता है। इसलिेये अच्छी तरह हवा बंद डब्बे मे रखें।
जैतून का तेल के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of olive oil in Hindi)
जैतून का तेल एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट और हार्ट के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा यह अनुत्तेजक प्रभाव (anti-inflammatory effect) देता है। यह एक स्वास्थ्यप्रद तेल है जिसे आप चुन सकते हैं। इसमें लगभग 77% MUFA होता है। जैतून का तेल, विशेष रूप से एक्स्ट्र वर्जिन जैतून का तेल, इसकी प्राकृतिक अवस्था में अपरिष्कृत तेल है और रसायनों (chemicals) से मुक्त होता है। इसके अलावा, जैतून के तेल में पॉलीफेनोल भी होते हैं - एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट जो शरीर की कोशिकाओं की रक्षा करता है और साथ ही दिल की सेहत को भी बनाए रखता है। भूमध्यसागरीय खाना पकाने में लोकप्रिय, यह तेल सलाद ड्रेसिंग या झटपट भूनी हुई सब्जियों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। उच्च तापमान पर लंबे समय तक खाना पकाने के लिए इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है। ध्यान दें कि अंत में इसमें वसा ही होता है, इसलिए इसका अधिक सेवन न करें। सुपर लेख पढ़ें कि कौन सा तेल स्वास्थ्यप्रद है, वनस्पति तेल क्यों टालें।