आज हम बात करेंगे ISKCON क्या होता है,I ISKCON का फुल फॉर्म क्या होता है, ISKCON को हिंदी में क्या कहते हैं ,इसके बारे में हम आपको संपूर्ण जानकारी देंगे। Show
ISKCON का फुल फॉर्म
Read More: CV Ka Full Form Kya Hota Hai ISKCON (इस्कॉन)कृष्ण चेतना के लिए अंतर्राष्ट्रीय समाज 1966 में स्थापित किया गया था। भक्ति योग परंपरा का पालन कृष्ण भावनामृत सदस्यों के लिए सभी अंतर्राष्ट्रीय समाजों द्वारा किया जाता है। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) का गठन ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने किया था। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस के सदस्य मंदिरों में भक्ति योग परंपरा का अभ्यास करते हैं और कई अपने घरों में भी इसका अभ्यास करते हैं। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस की स्थापना सबसे पहले न्यूयॉर्क शहर में हुई थी। इन इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस के सदस्यों ने कई कॉलेजों, खाद्य वितरण परियोजनाओं, स्कूलों, अस्पतालों और धार्मिक गतिविधियों के रूप में ऐसी अन्य परियोजनाओं का गठन किया। ये धार्मिक गतिविधियाँ और परियोजनाएँ भक्ति योग परंपरा के पथ के व्यावहारिक अनुप्रयोग हैं, जिनका इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस के ये सदस्य पालन करते हैं और अभ्यास करते हैं। ये सदस्य अपनी भक्ति योग परंपरा के लिए अपनी आस्था, संगोष्ठियों, त्योहारों आदि से संबंधित साहित्य के विभिन्न वितरण के माध्यम से कृष्ण चेतना को बढ़ावा देते हैं। Read More: BTS Ka Full Form Kya Hota Hai ISKCON (इस्कॉन) प्रिंसिपलकृष्ण भावनामृत के लिए अंतर्राष्ट्रीय समाज उन सिद्धांतों के तरीके में सख्त है जिनका पालन सदस्यों द्वारा किया जाना है जो इस समाज के उद्देश्य को सफल बनाते हैं। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस उन चार सिद्धांतों पर अधिक ध्यान देती है जो नियामक हैं और जिन्हें आध्यात्मिक जीवन का आधार माना जाता है। ये नियामक सिद्धांत हिंदू धर्म के अनुसार धर्म के चार भागों या चरणों से प्रेरित हैं। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस द्वारा ये चार नियामक सिद्धांत हैं –
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Read More: DRS Ka Full Form Kya Hota Hai आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसे लेगी आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं ,यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते हैं. विषयसूची
इस्कॉन धर्म क्या है?इसे सुनेंरोकेंइस्कॉन का मतलब इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कांशसनेस है। ये संगठन दुनिया भर में कृष्ण भक्ति को प्रचारित और प्रसारित करता है। इस्कॉन मंदिर की स्थापना श्रीमूर्ति श्री अभयचरणारविन्द भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपादजी ने न्यूयॉर्क सिटी में 1966 में की थी। Iskcon का पूरा नाम क्या है? इसे सुनेंरोकेंइस्कॉन का पूरा नाम International Society for Krishna Consciousness है जिसे हिंदी में अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ या इस्कॉन कहा जाता है. इस मंदिर का पावन भजन हरे रामा हरे रामा कृष्णा है. आपने अक्सर विदेशियों को ये गुनगुनाते सुना होगा. दुनिया के पहले इस्कॉन मंदिर की स्थापना भारत में नहीं बल्कि न्यूयार्क में हुई थी. दुनिया में कितने इस्कॉन मंदिर हैं?इस्कॉन अगले 3 साल में 2100 करोड़ की लागत से फ्लोटिंग टेम्पल समेत 7 बड़े कृष्ण मंदिर बनाएगा
भारत में इस्कॉन मंदिर कितने हैं? इसे सुनेंरोकेंराधा-कृष्ण को समर्पित इस्कॉन मंदिर भारत में एक या दो नहीं है, बल्कि कई अलग-अलग राज्यों में मौजूद हर मंदिर की अपनी ही एक अलग विशेषता है। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) एक वैश्विक संगठन है जिसका गठन वर्ष 1966 में न्यूयॉर्क शहर में किया गया था। यह एक संप्रदाय है जो गौड़ीय वैष्णव परंपरा का पालन करता है। इसककों की स्थापना कब हुई?13 जुलाई 1966, न्यू यॉर्क, न्यू यॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिकाअंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ / स्थापना की तारीख और जगह इसककों के संस्थापक कौन थे? अभयचरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपादअंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ / संस्थापक कृष्णा वाली क्या होता है?श्रीकृष्ण, हिन्दू धर्म में भगवान हैं। वे विष्णु के 8वें अवतार माने गए हैं।…कृष्ण
इस्कॉन स्थापना कब हुई? 13 जुलाई 1966, न्यू यॉर्क, न्यू यॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिकाअंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ / स्थापना की तारीख और जगह इसे सुनेंरोकेंइस्कॉन मंदिर की स्थापना श्रीमूर्ति श्री अभयचरणारविन्द भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने सन् 1966 में न्यूयॉर्क सिटी में की थी। भगवान कृष्ण के संदेश स्वामी प्रभुपाद नें पूरे विश्व में भगवान कृष्ण के संदेश को पहुंचाने के लिए इस मंदिर की स्थापना की थी। इस्कॉन के संस्थापक कौन थे?इस्कॉन के संस्थापक कौन है? कौन से व्यक्ति शीघ्र ही कृष्ण भावनामृत के ज्ञान में पूर्णता प्राप्त करते हैं?इसे सुनेंरोकेंइसके अतिरिक्त मनुष्य को चाहिए कि अपनी इंद्रियों पर संयम रखे। जो व्यक्ति कृष्ण के प्रति श्रद्धावान है और जो इंद्रियों को संयमित रखता है, वह शीघ्र ही कृष्ण भावनामृत ज्ञान में पूर्णता प्राप्त करता है। प्रभुपाद की मृत्यु कब हुई? 14 नवंबर 1977अभयचरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद / मृत्यु तारीख भारत में कितने इस्कॉन मंदिर है?अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ
दुनिया में कितने इस्कॉन मंदिर है? इसे सुनेंरोकेंइसलिए की गई थी इस्कॉन की स्थापना स्वामी प्रभुपाद की कोशिशों के कारण मात्र दस साल के अल्प समय में ही समूचे विश्व में 108 मंदिरों का निर्माण हो गया था. इस समय पूरे विश्व में 400 से ज्यादा इस्कॉन मंदिर हैं. अभयचरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपादअंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ / संस्थापकअभयचरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद जिन्हें स्वामी श्रील भक्तिवेदांत प्रभुपाद के नाम से भी जाना जाता है, सनातन हिन्दू धर्म के एक प्रसिद्ध गौडीय वैष्णव गुरु तथा धर्मप्रचारक थे। विकिपीडिया कृष्ण द्वारा कहे गए शब्दों का एक मात्र अर्थ क्या है?इसे सुनेंरोकेंज्योतिसर दो शब्दों के मेल से बना है ज्योति+सर जिसका अर्थ है ज्योति का अर्थ प्रकाश, सर का अर्थ तालाब। इन्हीं 2 शब्दों के मेल से ज्योतिसर अपने आप में दिव्य स्थान कहलाता है। पौराणिक मान्यता है कि यहीं पर वह वट वृक्ष है जिसके नीचे भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया और विराट रूप के दर्शन करवाए थे। भगवान कृष्ण ने अर्जुन को भगवत गीता सुनाने के लिए क्यों चुना? इसे सुनेंरोकेंअर्जुन आज के एक आम आदमी के बराबर है। यही कारण है कि अर्जुन को गीता के लिए चुना गया था। अर्जुन हमेशा कृष्ण के करीब रहा है और उनकी मदद चाहता है। यह एक प्रतीक भी है कि जो भगवान से मदद मांगता है वह हमेशा उसे प्राप्त करेगा। कृष्ण वाली कौन सी वस्तु है?इसे सुनेंरोकेंमिसरीः माखन के संग मिसरी मिलाकर खाना बडा ही रुचिकर और सेहतमंद होता है इसलिए श्री कृष्ण माखन के संग मिसरी मिलाकर खाते थे। इसलिए गिरधर को माखन के संग मिसरी का भोग भी लगता है। इस्कॉन का क्या अर्थ है?अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ या इस्कॉन (अंग्रेज़ी: International Society for Krishna Consciousness - ISKCON; उच्चारण : इंटर्नैशनल् सोसाईटी फ़ॉर क्रिश्ना कॉनशियस्नेस् -इस्कॉन), को "हरे कृष्ण आन्दोलन" के नाम से भी जाना जाता है। इसे १९६६ में न्यूयॉर्क नगर में भक्तिवेदान्त स्वामी प्रभुपाद ने प्रारम्भ किया था।
भारत में इस्कॉन की स्थापना कब हुई?बता दें, इस्कॉन मंदिर का हेडक्वार्टर पश्चिम बंगाल के मायापुर में है, इसकी स्थापना 1972 में की गई थी. नई दिल्ली में साल 1984 में इस्कॉन मंदिर की स्थापना हुई थी.
इस्कॉन संस्था क्या है?इस्कॉन का मतलब इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कांशसनेस है। ये संगठन दुनिया भर में कृष्ण भक्ति को प्रचारित और प्रसारित करता है। इस्कॉन मंदिर की स्थापना श्रीमूर्ति श्री अभयचरणारविन्द भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपादजी ने न्यूयॉर्क सिटी में 1966 में की थी।
इस्कॉन की स्थापना कैसे हुई?इस्कॉन मंदिर की स्थापना श्री अभयचरणारविन्द भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपादजी ने सन् 1966 में न्यूयॉर्क सिटी में की थी। इस्कॉन का पूरा नाम अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ है। स्वामी प्रभुपादजी ने पूरे संसार में भगवान श्रीकृष्ण के संदेश को पहुँचाने के लिए इस मंदिर की स्थापना की थी।
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