हड़प्पा के लोगों के लिए धातु लेखन पहिया और हल क्यों महत्वपूर्ण है? - hadappa ke logon ke lie dhaatu lekhan pahiya aur hal kyon mahatvapoorn hai?

हड़प्पा के लोगों के लिए धातुएँ, लेखन, पहिया और हल क्यों महत्त्वपूर्ण थे?

धातुएँ-पुरातत्त्वविदों को धातु की बनी हुई बहुत-सी वस्तुएँ मिली हैं, ताँबे और काँसे से औजार, हथियार, गहने और बर्तन बनाए जाते थे। सोने और चाँदी से गहने और बर्तन बनाए जाते थे। लेखन-लेखन का कार्य लिपिक करते थे। वे मुहरों पर तो लिखते ही थे और शायद अन्य चीजों पर भी लिखते होंगे जो बच नहीं पाई है। पहिया-सामान को ढोने तथा यातायात के रूप में पहिया वाहनों का उपयोग किया जाता था। हल-हल का प्रयोग खेतों को जोतने और बीजों की बुवाई के लिए किया जाता था। आओ चर्चा करें।

हड़प्पा के लोगों के लिए धातुएं लेखन और पहिया और क्यों महत्वपूर्ण थे?

उत्तर: हड़प्पा के लोगों के लिए धातुओं, लेखन, पहिया और हल का विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपयोग था। धातुओं का उपयोग हथियार, गहने, बर्तन और मुहर बनाने के लिए किया जाता था। लेखन कला द्वारा वे शायद विभिन्न व्यापारों का लेखा जोखा रखते थेपहिये का उपयोग दूर दूर से सामानों को लाने और ले जाने के लिए किया जाता था।

हड़प्पा वासी कौन सी धातु का उपयोग करते हैं?

सिंधु घाटी के धातुकर्मी तांबे , सीसा , सोना, कांस्य और चांदी जैसी धातुओं का उपयोग करते थे

हड़प्पा में ऊंचाई वाले भाग को क्या कहा जाता है?

ऊंचाई वाले क्षेत्र को नगर दुर्ग और निचले क्षेत्र को निचला नगर कहा जाता है।

हड़प्पा की बस्तियों में नगर दुर्ग का निर्माण क्यों?

प्रायः पश्चिमी भाग छोटा था लेकिन ऊँचाई पर बना था और पूर्वी हिस्सा बड़ा था लेकिन यह निचले इलाके में था । ऊँचाई वाले भाग को पुरातत्त्वविदों ने नगर - दुर्ग कहा है और निचले हिस्से को निचला- नगर कहा है। दोनों हिस्सों की चारदीवारियाँ पकी ईंटों की बनाई जाती थीं।