गहनों की सफाई करने के बहाने व्यक्ति कौन सा मिश्रण लेकर ठगी करते है? - gahanon kee saphaee karane ke bahaane vyakti kaun sa mishran lekar thagee karate hai?

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गहनों की सफाई कराने से पहले पढ़ लें यह खबर!

धनबाद. शहर में सस्ते मूल्य पर गहनों की सफाई के नाम पर ठगी का गोरखधंधा जोरों पर है। कई ऐसे गिरोह हैं, जो आपके घर आकर आभूषणों को चमकाने के नाम पर आपके कीमती गहनों की चोरी कर रहे हैं। ये ठग केमिकल की मदद से सफाई के दौरान गहनों का एक बड़ा हिस्सा चुरा लेते हैं। इनसे बचाव का एकमात्र उपाय आपका जागरूक होना ही है। सोने के गहने और अन्य जेवरातों को चमकाने के नाम पर शहर में सक्रिय ठग लोगों को बेवकूफ बना कर ठगी कर रहे हैं। हाल के कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें गहनों की सफाई के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया गया है। इस गिरोह के निशाने पर अधिकतर महिलाएं ही होती हैं। गहनों की ठगी करने वाले गिरोह के ठग पूरी प्लानिंग से इस तरह की ठगी को अंजाम दे रहे हैं। सफाई के नाम पर ये ऐसे केमिकल का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कीमती आभूषण का एक बड़ा हिस्सा पानी में घुला लेते हैं। आपको पता तब चलता है, जब आपको अपने गहने का वजन कम मालूम होने लगता है। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। ऐसे गिरोह पर नकेल लगाने में पुलिस भी नाकाम साबित हो रही है। इस तरह के केस पुलिस दर्ज तो कर ले रही है, लेकिन उसकी तफ्तीश किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रही। महिलाओं को करते हैं टारगेट गहनों की ठगी करने वाला यह गिरोह अधिकतर दोपहर में ही अपने काम को अंजाम देता है। इस गिरोह के टारगेट पर महिलाएं होती हैं। दोपहर का समय इसलिए चुना जाता है, क्योंकि इस समय घर के पुरुष सदस्य बाहर होते हैं और बच्चे स्कूल गए होते हैं। ठगों का यह गिरोह किसी घर में प्रवेश करता है। फिर घर में उपस्थित महिला को कम कीमत पर आभूषण चमकाने का सपना दिखाया जाता है। जो महिला इनके झांसे में फंस जाती है, उससे ठगी कर ली जाती है। केस - 1 18 अप्रैल को हाउसिंग कॉलोनी में रहने वाली गुडिय़ा के घर बाइक पर सवार होकर दो लड़के गहने साफ करने पहुंचे। 50 प्रतिशत कम मूल्य पर सफाई करने का ऑफर दिया गया। गुडिय़ा आसानी से लड़कों की बातों में आ गई। ऑफर का फायदा उठाने के लिए गुडिय़ा ने सोने की तीन चेन, मंगलसूत्र और कान की बाली की सफाई करने के लिए दिया। ठगी करने वालों ने एसिड में हल्दी डाल दिया और गुडिय़ा को बातों में उलझाए रखा। गुडिय़ा समझ भी नहीं पाई कि उसका गहना बर्तन से निकाला जा चुका है। युवक गुडिय़ा को कुछ देर पीले पानी को उबालने और 10 मिनट बाद गहने निकालने की बात कह कर चले गए। बाद में गुडिय़ा ने जब बर्तन से ढक्कन हटाया तो उससे गहने गायब थे। केस - 2 18 अप्रैल को हाउसिंग कॉलोनी में रहने वाली गुडिय़ा के घर बाइक पर सवार होकर दो लड़के गहने साफ करने पहुंचे। 50 प्रतिशत कम मूल्य पर सफाई करने का ऑफर दिया गया। गुडिय़ा आसानी से लड़कों की बातों में आ गई। ऑफर का फायदा उठाने के लिए गुडिय़ा ने सोने की तीन चेन, मंगलसूत्र और कान की बाली की सफाई करने के लिए दिया। ठगी करने वालों ने एसिड में हल्दी डाल दिया और गुडिय़ा को बातों में उलझाए रखा। गुडिय़ा समझ भी नहीं पाई कि उसका गहना बर्तन से निकाला जा चुका है। युवक गुडिय़ा को कुछ देर पीले पानी को उबालने और 10 मिनट बाद गहने निकालने की बात कह कर चले गए। बाद में गुडिय़ा ने जब बर्तन से ढक्कन हटाया तो उससे गहने गायब थे। केस - 3 दिसंबर माह में मनईटांड़ की आशा देवी के साथ भी कुछ इसी तरह से ठगी की घटना हुई। आशा देवी ने मोहल्ले में गहना साफ कराने आए लोगों से अपने नेकलेस और पायल साफ कराया। यहां भी ठग अपने साथ दो तरह के लिक्विड लेकर आए थे। पहले उन्होंने अपने पास रखी एक पुराने पायल को साफ करके दिखलाया। आशा देवी को उनकी बातों पर भरोसा हो गया। ठगों ने आशा देवी के गहनों को बारी-बारी से 10 मिनट तक दोनों लिक्विड में डाला। इसके बाद उन्हें गहने देते हुए कहा कि 10 मिनट तक सूखने के बाद कपड़े से पोंछ लें। बाद में जब आशा देवी को लगा कि उनके गहनों का वजन कम हो गया है, तो उन्होंने उसका वजन कराया। सही में गहनों का वजन कम निकला। ऐसे होती है ठगी डीबी स्टार ने गहनों की सफाई के नाम पर हो रही ठगी की पड़ताल की। गहनों की सफाई करने के लिए ठग दो किस्म के तरल पदार्थ का इस्तेमाल करते हैं। एक में सल्फ्यूरिक एसिड मिला होता है और दूसरे में नाइट्रिक एसिड। ठग पहले सल्फ्यूरिक एसिड का इस्तेमाल करते हैं। इससे गहनों में हल्की चमक आ जाती है। फिर इस्तेमाल किया जाता है नाइट्रिक एसिड मिले लिक्विड का। नाइट्रिक एसिड में धातुओं को गलाने की क्षमता होती है। इसलिए जब गहनों को इस लिक्विड में डाला जाता है, तो उसका एक बड़ा भाग गलकर लिक्विड में मिल जाता है और ठगी हो जाती है। ऐसे अलग करते हैं सोना गिरोह के पास एक स्प्रेडर इलेक्ट्रॉनिक मशीन होता है। इसमें तीन लेयर होती है। मशीन में जैसे ही घुले हुए सोने वाले नाइट्रिक एसिड को डाला जाता है, तीनों लेयर से नाइट्रिक एसिड, सोना और पानी अलग होकर छन जाता है। आसानी से सोना या अन्य धातु निकाल लिया जाता है। बचाव के लिए जागरूकता जरूरी एक्सपर्ट की मानें, तो इस तरह की ठगी से बचने का एकमात्र उपाय जागरूकता ही है। महिलाओं को इसके लिए विशेष रूप से सजग रहने की सलाह एक्सपर्ट दे रहे हैं। शहर के ज्वेलरी व्यवसायी चेतन गोयनका का कहना है कि भूलकर भी अपने गहनों की सफाई मोहल्ले में घूमकर करने वाले लोगों से न कराएं। क्योंकि इनका लक्ष्य गहनों की सफाई करना नहीं होता बल्कि एसिड में गहनों को घुला देना होता है। एक्सपट्र्स की सलाह है कि हमेशा किसी ब्रांडेड ज्वेलरी की दुकान में ही गहनों की सफाई करानी चाहिए। यहां भी सफाई कराने से पहले और बाद में अपने आभूषण का वजन जरूर करा लेना चाहिए। ये हैं घरेलू उपाय डीबी स्टार ने आपको इस तरह की ठगी से बचाने के लिए गहनों की सफाई के कुछ घरेलू उपायों के बारे में भी एक्सपट्र्स से बात की। हीरे के गहने की सफाई के लिए एक कप गर्म पानी और 1/4 कप अमोनिया का घोल तैयार करें। पुराने टूथब्रश की मदद से गहना साफ करें। नोट : विशेष परिस्थिति में इसका इस्तेमाल करें, क्योंकि अमोनिया का नियमित इस्तेमाल भी गहनों के लिए ठीक नहीं है। सोने या चांदी के गहने के लिए दो कप गर्म पानी में लिक्विड डिश वॉश मिलाकर घोल तैयार करें। टूथब्रश से हल्के हाथों से सफाई करें। गहनों में चमक आ जाएगी। सीधी बात - विजय कांत सिंह, इंस्पेक्टर, सदर थाना 'एसपी से जानकारी लीजिए' हाउसिंग कॉलोनी में गहने साफ कराने के नाम पर गुडिय़ा से ठगी कर ली गई। एफआईआर हुआ। पुलिस ने क्या किया? - मैं इस मामले की कोई भी जानकारी नहीं दे सकता हूं। आप एसपी से बात करें वहीं मामले की जानकारी देते हैं। सभी मामलों में अगर एसपी ही जवाब देंगे, तो थाना के अधिकारी क्या करेंगे? - (फोन काट दिया गया।) प्रतिष्ठित दुकान से कराएं सफाई "आभूषणों की सफाई प्रतिष्ठित दुकान में ही कराएं। सफाई से पहले और बाद में गहनों का वजन करा लें। ऐसे में आप ठगी का शिकार नहीं होंगे। मोहल्लों में घूमने वाले लोगों से कभी गहने न साफ कराएं। ये केमिकल मिला कर गहनों को झाड़ लेते हैं।" - चेतन गोयनका, अध्यक्ष, चेंबर ऑफ कॉमर्स, बैंक मोड.

गहनों की सफाई करने के बहाने व्यक्ति कौन सा मिश्रण लेकर ठगी करते हैं?

गहनों की सफाई करने के लिए ठग दो किस्म के तरल पदार्थ का इस्तेमाल करते हैं। एक में सल्फ्यूरिक एसिड मिला होता है और दूसरे में नाइट्रिक एसिड। ठग पहले सल्फ्यूरिक एसिड का इस्तेमाल करते हैं। इससे गहनों में हल्की चमक आ जाती है।

स्वर्ण आभूषणों की सफाई हेतु कौन से एसिड का प्रयोग किया जाता है?

सही उत्‍तर नाइट्रिक ऐसिड है।

सोने के जेवर कैसे साफ करते हैं?

सोने की ज्वेलरी (Gold Jewellery) की सफाई के लिए सबसे पहले, एक बाउल में गर्म पानी लें. इसमें माइल्ड सोप डालें और अच्छे से मिक्स करें. आप इसके लिए हल्के डिटर्जेंट या डिशवॉशिंग लिक्विड की कुछ बूंदों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस मिश्रण में अपनी गोल्ड ज्वेलरी को डुबोएं.

सोना कैसे धोते हैं?

एक कटोरे में गुनगुना पानी लेकर इसमें डिशवॉश पाउडर मिला ले। अब सोने या चांदी के गहने इसमें डालकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। कुछ देर गुज़रने के बाद इन्हें हल्के हाथों से टूथब्रश की मदद से घिसें। आप देखेंगे कि, धीरे धीरे आपके आभूषणों पर लगी मैल-गंदगी साफ हो जाएगी, साथ ही आपके आभूषणों की चमक एक बार फिर लौट आएगी।