एमएस वर्ड क्या है इसकी विशेषताएं - emes vard kya hai isakee visheshataen

एम.एस.वर्ड को हम तीन तरीके से ओपन कर सकते है।

(1) Start->All Program->एम.एस.वर्ड पर माउस का लेफ्ट बटन क्लिक कर
(2) Start ->Run …पर क्लिक करने पर एक डायलॉग बॉक्स ओपन होता है। उस बॉक्स में winword type कर ok बटन पर क्लिक करे
(3) Desktop window पर मौजूद एम.एस.वर्ड के शॉर्टकट आइकॉन पर क्लिक करे|

टाइटल बार (टाइटल बार):- इस विन्डो में सबसे ऊपर टाइटल बार होता है। जिसमें एप्लीकेशन का Logo, डॉक्यूमेंट का नाम, एप्लीकेशन का नाम और तीन कंट्रोल बटन दिखायी देते है।

Menu Bar (मेनूबार):- इस विन्डो में टाइटल बार के नीचे मेनू बार दिखायी देता है। मेनू के अन्दर ऑप्शन पाये जाते है। ऑप्शन का प्रयोग कर कम्प्युटर को दिशा निर्देश दिया जाता है। ऑप्शन (कमांड्स) को उनके कार्य व्यवहार के अनुसार श्रेणीबद्ध कर दिया जाता है। जिन्हे मेनू कहते है

Standard Tool Bar :- यह टूल बार मेनू बार के नीचे होता है इसमें कमांड्स आइकॉन के रूप में दिखायी देती है जिनको यूजर देख कर अपने अनुसार प्रयोग कर सकता है।

जैसे कि New, Open, Save, Save as etc.

Formatting Tool Bar (फारमैेटिग टुल बार):- यह बार सामान्यतः स्टैण्डर्ड टूल बार के नीचे होता है। इसमें डॉक्यूमेंट को फॉर्मेटिंग से सम्बन्धित कमांड्स आइकॉन के रूप में दी होती हैं जिनको उपयोग कर डॉक्यूमेंट का दिखावट बदल सकते है।

Ruler Bar (रूलर बार):- यह बार फॉर्मेटिंग बार से नीचे होता है। इसका प्रयोग टैब सेटिंग तथा टेक्स्ट इंडेंटेशन के लिए प्रयोग करते है।

Status Bar (स्टेटस बार):- यह बार विन्डो के सबसे नीचे स्थिति होता है। यह डॉक्यूमेंट की वर्तमान स्थितिco को बताता है।

  • Font-फॉन्ट के माध्यम से हम टेक्स्ट को भिन्न-भिन्न स्टाइल व तरीकों से लिख सकते है। इसका उपयोग डॉक्यूमेंट को सुन्दर बनाने, कुछ शब्दों पर फोकस डालने, तथा आवश्यकतानुसार किया जाता है । फॉन्ट डायलॉग बॉक्स के माध्यम से फॉन्ट नाम, स्टाइल, साइज इत्यादि बदल सकते है ।
  • Paragraph- पैराग्राफ के माध्यम से पैराग्राफ (अनुच्छेद) की फॉर्मेटिंग कर सकते है। Format मेनू में Paragraph ऑप्शन पर क्लिक करने पर पैराग्राफ डायलॉग बॉक्स खुलता है जिससे पैराग्राफ की फॉर्मेटिंग की जाती है
  • Columns:-
    डॉक्यूमेंट बनते समय, टेक्स्ट को अलग अलग कॉलम में आवश्यकतानुसार लिखना पड़ सकता है, जैसा की न्यूज़पेपर, मैगज़ीन, पेम्पलेट इत्यादि में लिखा होता है । सर्वप्रथम टेक्स्ट लिखे तथा उसके पश्चात Format मेनू में Column ऑप्शन को सेलेक्ट करे, इससे एक डायलॉग बॉक्स खुलेगा जहाँ से आप कॉलम की संख्या निर्धारित कर सकते है। यह डायलॉग बॉक्स कुछ इस प्रकार का दिखाई देता है –
  • Change Case(चेन्ज केस):- इससे टेक्स्ट का केस बदल सकते है । इस ऑप्शन का चुनाव करने पर एक डायलॉग बॉक्स खुलता है जो नीचे प्रदर्शित किया गया है
  • Background(बैंक ग्राउन्ड ):- इस ऑप्शन का उपयोग कर आप डॉक्यूमेंट का बैकग्राउंड (पृष्टभूमि) बदल सकते है । इसके माध्यम से आप बैकग्राउंड में कोई भी रंग, बनावट, चित्र, फोटो इत्यादि डाल सकते है और डॉक्यूमेंट को और भी अधिक सुन्दर बना सकते है ।
  • Tabs: – वर्ड डॉक्यूमेंट में टैब ऑप्शन का उपयोग रिलेटिव मार्जिन सेट करने तथा एलाइनमेंट सेट करने के लिए होता है । साधारणता टैब ऑप्शन से लेफ्ट एलाइनमेंट में 0.5 इंच मार्जिन सेट होता है, इसे आप मैन्युअली चेंज कर सकते है ।
  • Text Direction(टेक्स्ट डायरेक्शन):- वर्ड डॉक्यूमेंट में Insert मेनू के माध्यम से जो टेक्स्ट बॉक्स इन्सर्ट किया जाता है उसके टेक्स्ट की दिशा बदलने के लिए इस ऑप्शन का उपयोग करते है

एम.एस.वर्ड : इनसर्ट (Insert)

  • Insert Menu (इनसर्ट मेनू):- इन्सर्ट मेनू के अंदर वर्ड डॉक्यूमेंट की कार्य क्षमता बढ़ाने सम्बंधित ऑप्शन्स होते है, जिनके उपयोग से वर्ड डॉक्यूमेंट की फॉर्मॅटींग जल्द तथा आसान हो जाती है । इन्सर्ट मेनू के कमांड्स इस प्रकार है –
  • Break (ब्रेक):- इसमें डॉक्यूमेंट के कंटेंट को विभिन्न पेजों में तोडा जा सकता है । इसके उपयोग यूजर अपनी आवश्यकतानुसार पेज को कहीं से भी ब्रेक करने के लिए कर सकता है । इस ऑप्शन को सेलेक्ट करने पर एक डायलॉग बॉक्स खुलता है, जो नीचे दिखाया गया है –
  • Page Numbar (पेज नम्बर):- इस ऑप्शन के माध्यम से डॉक्यूमेंट के हर पेज पर या निर्धारित पेजों पर पेज नंबर डाल सकते है । पेज नंबर ऑप्शन का डायलॉग बॉक्स नीचे दिखाए अनुसार दीखता है|
  • Date & Time (तारीख एवं समय):-इससे पेज के अंदर तारीख तथा समय डाल सकते है ।
  • Autotext (आटोटेक्स्ट):- इससे पेज के अंदर कुछ स्पेशल टेक्स्ट आवश्यकतानुसार इन्सर्ट कर सकते है, इस ऑप्शन का उपयोग कर टाइप करने का समय बचाया जा सकता है और स्पेलिंग तथा ग्रामर सम्बंधित गलतियां भी नहीं होती है । एम एस-वर्ड (MS-Word) क्या है ?
  • Symbol (सिम्बल):- इस ऑप्शन के द्वारा डॉक्यूमेंट में सिम्बल्स (विशिष्ट निशान) इन्सर्ट किये जा सकते है, जब हम इस ऑप्शन को सेलेक्ट करते है तो एक डायलॉग बॉक्स खुलता है
  • Comments (कमेन्टस):-इस ऑप्शन के माध्यम से पेज के अंदर कहीं भी कमेंट्स (टिप्पणियां), बिना डॉक्यूमेंट के कंटेंट को छेड़े हुए, लिख सकते है । जहाँ पर भी याददास्त या फिर किसी दूसरे यूजर को कुछ समझने के लिए कुछ मुख्य बिंदु इत्यादि लिखने हो तो इस ऑप्शन का प्रयोग कर सकते है ।
  • Footnote (फुटनोट):- इस ऑप्शन के द्वारा हम किसी भी डॉक्यूमेंट से सम्बंधित नोट्स तथा मुख्य बिंदु पेज के नीचे लिख सकते है। इसका उपयोग प्रेजेंटेशन देते समय या फिर किसी को डॉक्यूमेंट समझाते समय कर सकते है । फुटनोट का डायलॉग बॉक्स नीचे दिखाया गया है ।
  • Caption (कैप्शन):- इस ऑप्शन के द्वारा किसी चित्र या पिक्चर को टाइटल/नाम दे सकते है
  • Cross Reference (क्रास रेफरेंस):- इसकी सहायता से हम डॉक्यूमेंट में विभिन्न आइटम्स को दूसरे से लिंक कर सकते है और इनकी सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसनी तथा शीघ्रता के साथ नेविगेट कर सकते है । उदहारण के रूप में दो हेडिंग्स को एक दूसरे से लिंक किया जा सकता है, जैसे की पेज १ पर हैडिंग १ तथा पेज २ पर हैडिंग २ बनायीं और इसके बाद क्रॉस रेफरेंस ऑप्शन का उपयोग करके इन्सर्ट क्रॉस रिफरेन्स करेंगे तो वह पर दूसरी हैडिंग का लिंक बन जायेगा ।
  • Index & tables (इन्डेक्स और टेबल्स):- इस ऑप्शन की मदद से वर्ड डॉक्यूमेंट में उपयोग में लिए हुए सभी टॉपिक्स का इंडेक्स (सूची) बना सकते है, जिससे कोनसा टॉपिक किस पेज पर है यह ढूंढना आसान हो जाता है । यह सूची किताबो तथा पाठय पुस्तकों में दी हुई सूची जैसा ही होता है । इसको सेलेक्ट करने पर डायलॉग बॉक्स आता है जिससे टॉपिक्स को चिन्हित कर लेते है और फिर नए पेज पर सूची (इंडेक्स) को बना सकते है ।
  • Picture (पिक्चर):- इस ऑप्शन से डॉक्यूमेंट के अंदर जहां पर कर्सर होता है वहाँ पर कंप्यूटर में स्टोर किसी भी चित्र/पिक्चर को डॉक्यूमेंट में डाल सकते है ।
    Text Box (टेक्स्ट बॉक्स):- इस ऑप्शन के माध्यम से वर्ड डॉक्यूमेंट के अंदर एक टेक्स्ट बॉक्स इन्सर्ट हो जाता है, इसके बाद इसमें जो भी टेक्स्ट लिखा हो उसका कलर, साइज, फॉर्मेट, दिशा इत्यादि बदल सकते है ।
  • Hyperlink (हाइपरलिंक):- इसकी सहायता से किसी दूसरी फाइल को डॉक्यूमेंट के अंदर संलग्न कर सकते है । ऐसा करने पर उस फाइल का एक लिंक बन जाता है और उस लिंक पर क्लिक करने पर संलग्न फाइल खुल जाती है ।

एम.एस. वर्ड : टेबल (तालिका) बनाना सीखें

Tables (टेबल्स) :- एम एस वर्ड में जब कभी हमें डाटा को टेबल के रूप में लिखना होता है तो टेबल्स का प्रयोग करते है। इससे डाटा को कॉलम तथा रॉ में लिखा जाता है और इसके डाटा को फॉरमेट करने से सम्बन्धित कुछ महत्वपूर्ण कमांड्स होते है, वे इस प्रकार है –
Insert Table (इनसर्ट टेबल) :- इस ऑप्शन से किसी भी वर्ड डॉक्यूमेंट में टेबल बनाते है। इसको सेलेक्ट करने पर एक डायलॉग बॉक्स खुलता है। जिसमें रॉ तथा कॉलम की संख्या निर्धारित कर OK बटन पर क्लिक करने पर जहाॅ पर भी cursor होता है वहाॅ पर टेबल बन जाती है। इसका डायलॉग बॉक्स इस तरह दिखता है।

  • Insert Row (इनसर्ट रॉ) :- इस कमांड के उपयोग से टेबल में एक नई रॉ इनसर्ट हो जाती है|
  • Insert Column (इनसर्ट कॉलम) :- इस कमांड के उपयोग से टेबल में एक नया कॉलम जुड़ जाता है ।
  • Delete Table (डिलीट टेबल) :- इस कमांड से सेलेक्ट की हुई टेबल डिलीट हो जाती है |
  • Delete Row (इनसर्ट रॉ :- इस कमांड से आप टेबल में से सेलेक्ट की हुई रॉ को डिलीट कर सकते है ।
  • Delete Column (डिलीट कॉलम) :- इस कमांड से आप टेबल में से सेलेक्ट कीये हुए कॉलम को डिलीट कर सकते है
  • Select Table (सलेक्ट टेबल) :- इसके द्वारा टेबल को सलेक्ट किया जाता है।
  • Select Row (सलेक्ट रॉ) :- इससे टेबल के अंदर जिस रॉ में कर्सर होता है वो रॉ सलेक्ट हो जाता है ।
  • Merge Cells (मर्ज सेल्स) :- इसकी सहायता से दो या दो से अधिक सलेक्टेड सेल्स को एक मे मिला दिया जाता है।
  • Split Cell (स्पिलिट सेल) :- इस कमांड की सहायता से एक सेल में दो या दो से अधिक सेल बनायी जाती है।
  • Split Table (स्पिलिट टेबल) :- इससे टेबल को कई भागो में बाॅटा जाता है। जहाॅ पर कर्सर होता है। वहाॅ से टेबल दो भागो में बट जाती है।
  • Table Autoformat (टेबल ऑटो फॉरमेट) :- इस आपशन के माध्यम से टेबल को फॉरमेट किया जाता है। इसके सलेक्ट करने पर एक डायलॉग बॉक्स आता है। जहाॅ पर पहले से बने हुए कुछ फॉरमेट दिखायी देते है। उनमें से फॉरमेट को सलेक्ट करते है तथा टेबल उस फॉरमेट में बदल जाती है। इसको सलेक्ट करने पर डायलॉग बॉक्स इस तरह दिखायी पड़ता है।
  • Convert (कन्वर्ट) :- इस ऑप्शन के द्वारा सलेक्टेड टेबल को text में या text को टेबल में कन्वर्ट किया जाता है।
  • Sort (सॉर्ट) :- इस ऑप्शन से डाटा को घटते या बढ़ते क्रम (ascanding or descending order )में व्यवस्थित किया जाता है।
  • Formula (फार्मूला) :- इस आपशन के द्वारा टेबल के अन्दर मौजूद डाटा कों row wise / column wise या cell wise गणना करने के लिए कुछ फार्मूला उपलब्ध होते है। जिनका प्रयोग कर हम गणनाएॅ कर सकते है। इसका डायलॉग बॉक्स इस प्रकार होता है।

व्यू मेनू के अंदर वर्ड डॉक्यूमेंट की दिखावट को बदलने से सम्बंधित कमांड्स पाए जाते है । इसमें साधारणता 4 व्यू होते है

  •   1. Normal:इसमें बॉर्डर, पेज लेआउट और वर्टीकल रूलर नहीं दिखाया देता है
  •   2. Web layout: इस व्यू में वर्ड डॉक्यूमेंट वेब पेज की तरह दिखाई देता है जैसा की हम इंटरनेट ब्राउज़र जैसे क्रोम या इंटरनेट एक्स्प्लोरर में देखते है लेकिन पेज की दिखावट नार्मल व्यू जैसी ही होता है ।
  •   3. Print Layout: इस व्यू में पेज लेआउट, बॉर्डर, लेफ्ट में रूलर बार , राइट में स्क्रॉल बार दिखाई देती है ।
  •   4. Out Line: इस व्यू में रूलर बार नहीं दिखाई देता है, इसमें हैडिंग, सब-हैडिंग, टेक्स्ट तथा सब डॉक्यूमेंट बना सकते है । इसमें कोई ग्राफ़िक ऑब्जेक्ट नहीं दिखाई देता है । इसमें एक आउटलाइन टूल बार भी दिखाई देती है, जिसमें सम्बंधित GUI कमांड्स होते है ।
  • Tool Bars(टूलबार):-  इसमें विभिन्न तरीके के  tool bar होते है। जिनको यहाॅ से appear  या  disappear  कर सकते है। जैसे कि standard toolbar, formating toolbar & drawing toolbar  इत्यदि ।
  • Header & Footer (हेडर और फुटर):-  इस आपशन से  header & footer लगा सकते है। और देख सकते है। इस आपशन को select करने पर header & footer toolbar Hभी खुलता है। जिसमें इससे सम्बन्धित commands होती है। जो इस प्रकार दिखायी देता हैं।
  • Document Map (डाकुमेंट मैप):- इस आपशन को सेलेक्ट करने पर एक बायी ओर window खुल कर आ जाती हैं। जिसमें headingsदिखायी देती हैं। उन  heading पर  click कर उसमें सम्बन्धित text देख सकते हैं। इस तरह इसका प्रयोग heading को collapse & expand करने के लिये प्रयोग करते है।
  • Zoom (जूम):-इस आपशन से  page का size  छोटा या बडा करने के लिए प्रयोग करते हैं। एम एस-वर्ड (MS-Word) क्या है ?

  • Undo(अन्डू):- इस ऑप्शन का उपयोग तब किया जाता है जब वर्ड डॉक्यूमेंट में कोई भी गलती हो जाती है । यह ऑप्शन लास्ट ऑपरेशन और एक्शन को डिलीट कर देता है तथा डॉक्यूमेंट पहले वाली स्तिथि में पहुँच जाता है । इस ऑप्शन का उपयोग शार्ट कट CTRL+Z उसे करके भी सुगमता से सकते है ।
  • Redo (रिडू):- इस ऑप्शन का उपयोग वापस से अनडू (undo) की हुई एक्शन को वापस लाने के लिए किया जाता है । कई बार गलती से हमसे अनडू ऑप्शन हो जाता है और हम वापस से पूर्व स्तिथि में पहुंचना चाहते है तो हम रीडू ऑप्शन का उपयोग करते है । इस ऑप्शन का उपयोग शार्ट कट CTRL+Y उसे करके भी सुगमता से सकते है ।
  • Cut (कट):- इस ऑप्शन का उपयोग सिलेक्टेड टेक्स्ट को हटा कर क्लिपबोर्ड में डाल सकते है । कट करने के बाद सिलेक्टेड टेक्स्ट को किसी भी अन्य जगह पर वैसा का वैसा पेस्ट कर सकते है ।
  • Copy (कापी):- कॉपी कमांड का उपयोग किसी भी टेक्स्ट को कॉपी करने के लिए किया जाता है । इससे सिलेक्टेड टेक्स्ट क्लिपबोर्ड में स्टोर हो जाता है। कॉपी तथा कट में अंतर यह है की कॉपी में ओरिजिनल टेक्स्ट वैसा का वैसा ही रहता है जबकि कट में ओरिजिनल टेक्स्ट हट जाता है ।
  • Paste(पेस्ट):- इस ऑप्शन के माध्यम से क्लिपबोर्ड में स्टोर डेटा को पेस्ट कर सकते है । कट या कॉपी किये हुए टेक्स्ट को जो की क्लिपबोर्ड में स्टोर होता है उसे पेस्ट करने के लिए यह ऑप्शन काम आता है ।
  • Paste Special (पेस्ट स्पेशल):- कट अथवा कॉपी करने के बाद टेक्स्ट या ग्राफ़िक्स को विशिष्ट रूप में पेस्ट करने के लिए इस ऑप्शन का उपयोग किया जाता है । इस ऑप्शन को सेलेक्ट करने पर एक डायलॉग बॉक्स आता है जहां पर आवश्यकतानुसार विशिष्ट ऑप्शन सेलेक्ट कर OK बटन पर क्लिक करने से पेस्ट हो जाता है ।
  • Clear (क्लीयर):- इस ऑप्शन का चुनाव करने पर सिलेक्टेड टेक्स्ट हट जाता है।
  • Select all (सेलेक्ट आल):- इस ऑप्शन का चुनाव करने पर पूरा डॉक्यूमेंट सेलेक्ट हो जाता है ।
  • Find (फाइन्ड):- इस ऑप्शन का उपयोग डॉक्यूमेंट में किसी भी शब्द इत्यादि को ढूँढ़ने के लिए किया जाता है ।
  • Replace (रिपलेस):- रिप्लेस ऑप्शन का उपयोग किसी भी शब्द की जगह दूसरा शब्द डालने के लिए किया जात है । कई बार गलती से हम कोई गलत शब्द उपयोग में ले लेते है तब यह ऑप्शन बहुत उपयोगी होता है । उदहारण के लिए यदि हमने Ramesh की स्पेलिंग गलती से हर जगह Remesh लिख दी हो तो हम पुरे डॉक्यूमेंट में Remesh फाइंड करके उसे Ramesh से रिप्लेस कर देंगे ।
  • Goto (गोटू):- इस ऑप्शन की मदद से किसी स्पेसिफिक पेज, लाइन, बुकमार्क, कमेंट, फुटनोट, हैडिंग, टिपण्णी इत्यादि पर पहॅुच सकते है।

  • New (न्यू):- इस ऑप्शन के माध्यम से नया डॉक्यूमेंट बनाया जाता हैं। इसकी शॉर्टकट की CTRL+N होती है।
  • Open(ओपेन):- इस ऑप्शन के माध्यम से पहले से बना हुआ डॉक्यूमेंट फाइलs को खोलते हैं। इसकी शॉर्टकट की CTRL+O होती है।
  • Close(क्लोज):- इसमें वर्तमान में खुली हुई फाइल को बन्द किया जाता है
  • Save (सेव):-इस ऑप्शन के माध्यम से फाइल को permanent storage device पर सुरक्षित करते है। सेव की हुई फाइल को कभी भी पुनः खोला तथा उपयोग में लिया जा सकता है
  • Save as (सेव ऐज):-इसके द्वारा वर्तमान में खुली हुई फाइल की नक़ल कॉपी तैयार करते है।
  • Save as wab page (सेव एज वेब पेज):-इस ऑप्शन के द्वारा फाइलf को html फॉरमेट में सेव करते है।
    जो internet browser से open हो जाती है।
  • page setup(पेज सेटअप)m:- इस ऑप्शन का प्रयोग पेज की मार्जिन साइज तथा ओरिएंटेशन सेट करते है इस ऑप्शन को सेलेक्ट करने पर page setup डायलॉग बॉक्स खुल जाता है। जो इस प्रकार दिखायी देता है।
  • मार्जिन से पेपर के चारो तरफ स्पेस सेट किया जाता है। जैसे कि Left, Right, Top तथा Botton इसके साथ हैडर तथा फुटर का स्पेस भी निर्धारित कर सकते है। गटर पोजीशन स्पेस भी सेट कर सकते है, जोकि बाइंडिंग के लिए स्पेस छाडते है। इसको पेज के लेफ्ट में या टॉप में सेट कर सकते है।
  • Paper size:- पेपर साइज से हम पेपर की लम्बाई तथा चौड़ाई घटाते बढाते है। और पेज का ओरिएंटेशन सेट करते है।Portrait:- पेपर पर प्रिंटआउट क्षैतिज लाइन्स में होता है।
  • Landscape:- पेपरs पर प्रिंटआउट खड़ी लाइन्स में होता है।
  • Print Preview (प्रिंट प्रीवीव):- इस कमान्ड की सहायता से देखते है कि पेपर पर प्रिंटआउट कैसा आयेगा।
  • Print (प्रिट):- इस ऑप्शन के द्वारा पेपर पर प्रिंटआउट लिया जाता है। इसका डायलॉग बॉक्स नीचे दिया गया है। जिसमें हम प्रिंटआउट की सेटिंग्स कर सकते है।Sent To (सेंट टू):-इस ऑप्शन के द्वारा डॉक्यूमेंट को मेल या फैक्स इत्यदि कर सकते है |Exit(इक्जिट):- इस ऑप्शन के द्वारा एम.एस.वर्ड से बाहर आते है।

एमएस वर्ड के फॉर्मेटिंग फीचर्स – Formatting features of ms word in Hindi?

इस एप्लीकेशन में डाक्यूमेंट्स और दस्तावेज तैयार करने के लिए बहुत सारे टूल्स दिए जाते हैं.

इन टूल्स के जरिये हम अपने डॉक्यूमेंट में कुछ भी सुधार कर सकते हैं और अपनी मर्ज़ी के अनुसार अपने डॉक्यूमेंट को तैयार कर सकते हैं.

तो चलिए जानते हैं की इस एप्लीकेशन मे डॉक्यूमेंट में काम करने के लिए क्या क्या फीचर्स देता है और साथ ही हम इसका लेआउट जानेंगे.

Auto Text

वैसे शब्द जिनका उपयोग हम ज्यादा करते हैं उसे ऑटो टेक्स्ट ऑप्शन के डायलाग बॉक्स में जोड़ देते हैं.

उसके बाद जब भी उस शब्द को लिखना शुरू करते हैं तो ऑटो टेक्स्ट जस्ट उस के ऊपर शो होने लगता है. अगर उसे जोड़ने की जरुरत है तो एंटर कर देते हैं.

AutoCorrect

इस के साथ ही जब हम कोई गलत शब्द टाइप कर देते है और space press करते हैं तो Auto correct tool उस शब्द को खुद सही शब्द के साथ replace कर देता है.

Header and footer

Header – Header पेज के सबसे ऊपरी पार्ट को Header बोलते हैं.

इसे हम Header पेज के टॉप मार्जिन में जोड़ा जाता है.  इस का उपयोग हम Auto text, date time, page number डालने के लिए करते हैं.

Footer – Footer  पेज के सबसे निचले वाले हिस्से को Footer बोलते हैं.

ये पेज के नीचे यानि bottom margin में जोड़ा जाता है.  इसका उसे page number, footnote डालने के लिए किया जाता है.

Page Formatting

इसमें डॉक्यूमेंट तैयार करने के बाद उसे प्रिंट करने के पहले उसका पेज सेटअप करना बहुत जरुरी है.

पेज सेटअप कर के हम चारो तरफ अपने सुविधा के अनुसार मार्जिन छोड़ देते हैं. इस के साथ ही कंटेंट को बीच में बायीं तरफ या फिर दायीं तरफ एडजस्ट कर सकते हैं.

Bullets and Numbering

बुलेट और नंबरिंग का उपयोग हम अपने फाइल में लिस्ट बनाने के लिए करते हैं. इस का उपयोग कर के हम अपने डॉक्यूमेंट को नंबरिंग और बुलेट्स से आकर्षक बना सकते हैं. एम एस-वर्ड (MS-Word) क्या है ?

Editing of Text

यहाँ लिखे गए टेक्स्ट में कोई भी बदलाव करना हो तो ये बहुत ही आसान है. माउस के कर्सर को उस शब्द में ले जाकर Backspace से आसानी से डिलीट कर सकते हैं. और फिर उसकी जगह फिर हम कोई भी बदलाव कर सकते हैं.

Spelling and Grammer check

वर्ड की ये बहुत बड़ी खासियत होता है की उस में एक spelling और Grammer चेक करने वाला टूल होता है.

जब भी हम कोई शब्द टाइप करते हैं तो वो हर शब्द के स्पेलिंग को चेक करता है और फिर उसके लिए सही शब्द भी बताता है, ऊपर में शो दिखा देता है. जिसे हम क्लिक कर के सही शब्द को चुन कर इस्तेमाल कर सकते हैं.

Use of Thesaurus

इसके अंदर में शब्दों का जो बहुत बड़ा भंडार होता है जो किसी भी शब्द के अर्थ के साथ साथ उसके synonyms और antonym शब्द भी प्रयोग कर सकते हैं.

Page Numbering

इस ऑप्शन की मदद से डॉक्यूमेंट में पेज नंबर को जोड़ सकते हैं.

Column

Format Menu के इस ऑप्शन का इस्तेमाल कर के पेज में कॉलम जोड़ सकते हैं. पेज में सिर्फ एक कॉलम का होता है. इस ऑप्शन के प्रयोग से एक से ज्यादा कॉलम बना सकते हैं.

Mail Merge

ये इस एप्लीकेशन का एक बहुत ही इम्पोर्टेन्ट ऑप्शन है. इसका उपयोग कर के हम एक letter को बहुत सारे लोगो को भेज सकते हैं.

जब भी लेटर ग्रुप में तैयार कर के भेजना होता है तो Mail Merge का उपयोग करते हैं. जैसे Invitation letter, admit card, office letter etc. Mail Merge का प्रयोग कर के हम डेटाबेस से जोड़ सकते हैं.

Find & Replace

कभी कभी ऐसा होता है की हमने किसी खास शब्द को पुरे डॉक्यूमेंट में लिखा हुआ होता है. और उसे बदलने की जरुरत भी पड़  जाती है.

तो ऐसे में पता नहीं चलता की वो शब्द कहाँ कहाँ है और एक एक कर के शब्द को सर्च करना और उसे बदलना मुश्किल काम है.

लेकिन Find & Replace की हेल्प से हम उस शब्द को ढूंढ सकते हैं और बदल कर उसकी जगह दूसरे शब्द को डाल सकते हैं.

Styles and Formatting

इस ऑप्शन से formatting के लिए style create कर सकते हैं. और इस के लिए shortcut key को define कर सकते हैं.

इसमें paragraph word level की सेटिंग की जाती है. इस के और भी सेटिंग जैसे फॉण्ट तब font, tab, paragraph, border की setting कर सकते हैं.

Macro

Macro ऑप्शन की हेल्प से हम किसी भी काम को रिकॉर्ड कर सकते हैं. जरुरत पड़ने पर पर हम उस Macro को run कर सकते हैं.  Macro एक बहुत ही उपयोगी टूल है.

इस की हेल्प से हम जो भी काम MS Word के अंदर करते हैं उसे रिकॉर्ड कर सकते हैं. ये काम कुछ सेकण्ड्स में हो जाता है.

Create table

अपने डॉक्यूमेंट के लिए हम table menu के प्रयोग से टेबल से जुड़े बहुत सारे ऑप्शन भी इस में दिए जाते हैं. जिससे आसानी से बहुत से काम किये जा सकते हैं.

MS Word के फायदे

दोस्तों हम किसी एप्लीकेशन का इस्तेमाल क्यों करते हैं? ताकि उससे हम अपना काम कर सके. लेकिन सिर्फ बेसिक काम के अलावा बहुत सारे ऐसे फीचर्स की जरुरत पड़ती है जो हर एप्लीकेशन में नहीं मिल सकती है.

ठीक उसी तरह से हमारे बहुत सारे काम के लिए MS Word में बहुत सारे ऐसे फायदे हैं जो सिर्फ इसी एप्लीकेशन में हमे मिलते हैं. तो चलिए अब देख लेते हैं की MS Word में हमे क्या क्या फायदा मिलता है.

1. Storage of text

हम वर्ड प्रोसेसर की हेल्प से अपने लिखे गए डाक्यूमेंट्स की बहुत सारी copies बना कर के रख सकते हैं. और कभी जरुरत पड़े की इस में थोड़ा बदलाव करना है तो इसकी एक कॉपी बना कर उसमे जरुरत के टेक्स्ट को बदल के अलग फाइल बना कर रख सकते हैं.

2. Quality

माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में हमे error-free documents मिलता है. इसमें inbuilt grammar checker tool होता है जो हमारे डॉक्यूमेंट में किसी भी spelling और grammar mistake को पकड़ के सही भी कर देता है.

इस लिए मैंने पहले ही बताया की MS Word एक error-free documents producer है. एम एस-वर्ड (MS-Word) क्या है ?

3. Dynamic Exchange of Data

हम वर्ड के डॉक्यूमेंट के डाटा और pictures को दसूरे एप्लीकेशन के साथ एक्सचेंज और शेयर भी कर सकते हैं. अगर आपको इसका कोई आईडिया नहीं है तो मैं बताता हूँ.

आपने powerpoint slideshow तो जरूर देखा होगा.

Powerpoint presentation में प्रयोग किये जाने वाले बहुत सरे डाटा हम MS Word में बना कर फिर उसे पॉवरपॉइंट में शेयर कर के प्रेजेंटेशन बनाते हैं और हम डाक्यूमेंट्स के बिच लिंक भी बना सकते हैं.

4. Time Saver

हम सिर्फ एक डाक्यूमेंट्स की अनलिमिटेड कॉपी बना सकते हैं बिना retyping किये हुए. इस तरह ये हमारा बहुत सारा वक़्त बचता है.

5. Securities

कभी कभी हम कोई पर्सनल डॉक्यूमेंट बनाते है या फिर ऐसा डॉक्यूमेंट जिसे हम चाहते हैं की कोई दूसरा न पढ़ सके. तो इसके लिए हम उसे पासवर्ड से लॉक भी कर सकते हैं.

MS Word में बनाई गई File का Extension क्या होता है?

MS Word में बनाई गई File का Extension .docx होता है, जो हमें बताता है की वह एक Word File है।

Extension हमेशा किसी भी File Name के बाद लगा होता है जैसे Letter.docx यहाँ Letter फाइल नाम है और .docx एक्सटेंशन।

एमएस वर्ड क्या है इसकी विशेषता बताएं?

एम एस-वर्ड की सहायता से आप डॉक्यूमेंट बना सकते हैं, और अधिक टेक्स्ट जोड़ सकते हैं तथा टेक्स्ट में बदलाव भी कर सकते हैं । आप मार्जिन को बदल कर उसका रूप बदल सकते हैं । आप फॉन्ट के आकार और प्रकार को बदल सकते हैं । आप डॉक्यूमेंट में पेज नम्बर, हैडर और फुटर जोड़ सकते हैं ।

एमएस ऑफिस क्या है और इसकी विशेषताएं?

माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की सबसे बड़ी विशेषता इसके शक्तिशाली एडिटिंग टूल्स तथा प्रूफिंग टूल्स है । माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के माध्यम से हर तरह का डॉक्यूमेंट एडिट किया जा सकता है तथा उसमे मनचाहे परिवर्तन किये जा सकते है । एम.एस.

एमएस वर्ड के कितने प्रकार होते हैं?

एमएस वर्ड 2010 में कुल आठ टैब होते हैं: पेज लेआउट, संदर्भ, मेलिंग, फाइल, होम, इंसर्ट, रिव्यू और व्यू।

एमएस वर्ड के मुख्य उपयोग क्या है?

MS Word एक वर्ड प्रोसेसिंग एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है, जिसके द्वारा Word Document को Create, Edit, Format, Print, Page Setup एवं Mail Merge का उपयोग करके प्रभावशाली डॉक्यूमेंट तैयार करने के लिए किया जाता है. उपयोगकर्ता अपने आवश्यकतानुसार लेटर राइटिंग, लिफाफा निर्माण, स्टीकर, पंपलेट आदि तैयार कर सकता है.

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