प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्वास्थ्य और कल्याण का एक पूरे समाज का दृष्टिकोण है, जो व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर आधारित है। यह स्वास्थ्य के अधिक व्यापक निर्धारकों को संबोधित करता है और
शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य और कल्याण के व्यापक और आपस में संबंधित पहलुओं पर केंद्रित है। वह पूरे जीवन में स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए पूरे की देखभाल मुहैया कराता है और न केवल विशिष्ट रोगों के लिए। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल करता है कि लोगों को व्यापक देखभाल मिले, जिसमें प्रमोशन और निवारण सेउपचार, पुनर्वसन और पीड़ाहारक देखभाल शामिल है, जो लोगों के दैनिक पर्यावरण के लिए अधिक से अधिक योग्य हो। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का मूल न्याय और समानता के प्रति वचनबद्धता और स्वास्थ्य के उच्चतम प्राप्य मानक के मूलभूत अधिकार की मान्यता में है, जैसे कि मानव अधिकारों पर वैश्विक घोषणा की धारा २५ में बताया गया हैः “हर किसी को उसके और उसके परिवार के लिए पर्याप्त जीवनमान का अधिकार है, जिसमें अन्न, वस्त्र, आवास और वैद्यकीय देखभाल तथा आवश्यक सामाजिक सेवायें शामिल हैं […]” प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को बारबार अर्थाकलन तथा परिभाषा की गई है। कुछ संदर्भों में, उसे एंबुलेंस अथवा व्यक्तिगत स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के प्रथम स्तर को कराने का अर्थ दिया गया है। अन्य संदर्भों में, प्राथमिक स्वास्थ्यदेखभाल को कम आय की जनसंख्याओं के लिए प्राथमिकतापूर्ण स्वास्थ्य हस्तक्षेपों के संच के रूप में समझा गया है (जिसे चुनिंदा प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल भी कहते हैं)। अन्यों ने आर्थिक, सामाजिक तथा राजनैतिक पहलुओं पर ध्यान देते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को मानवीय विकास का एक महत्त्वपूर्ण घटक समझा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तीन घटकों पर आधारित एक व्यापक परिभाषा विकसित की है।
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल महत्त्वपूर्ण क्यों है?प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का नूतनीकरण करना और उसे प्रयासों के केंद्र में रखकर स्वास्थ्य और कल्याण को सुधारना तीन कारणों से महत्त्वपूर्ण हैः
विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रतिक्रियाविश्व स्वास्थ्य संगठन सभी के लिए स्वास्थ्य और कल्याण को प्राप्त करने की प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की केंद्रीय भूमिका को पहचानता है। डब्ल्यूएचओ अन्य देशों के साथ इस कारण से काम करता हैः
डब्ल्यूएचओ द्वारा स्वास्थ्य की परिभाषा क्या दी गई है?विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) ने सन् 1948 में स्वास्थ्य या आरोग्य की निम्नलिखित परिभाषा दी गई है। 1) दैहिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्णतः स्वस्थ होना (समस्या-विहीन होना) ही स्वास्थ्य है।
WHO के अनुसार स्वास्थ्य कितने प्रकार के होते हैं?डब्ल्यूएचओ के अनुसार स्वास्थ्य पांच प्रकार के होते हैं। मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, बौद्धिक स्वास्थ्य, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य।
स्वास्थ्य कितने प्रकार के होते हैं?सामाजिक, शारीरिक, मानसिक (भावनात्मक) और आध्यात्मिक स्तर पर सामान्य रहना।
स्वास्थ्य से आप क्या समझते है?दिनचर्या सुनिश्चित हो तो इससे तनाव घटता है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
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