चश्मे का पावर कितना कितना होता है? - chashme ka paavar kitana kitana hota hai?

पढ़ने के चश्मे का पावर: सही पावर का चुनाव कैसे करें

चश्मे का पावर कितना कितना होता है? - chashme ka paavar kitana kitana hota hai?

भले ही जीवन के अधिकांश भाग में आपकी दष्टि-शक्ति अच्छी रही हो, 40 साल की उम्र के बाद एक समय आएगा जब आपको पढ़ने के चश्मे की आवश्यकता होगी.

भले ही यह दुर्भाग्यपूर्ण लगे, यह बिल्कुल सामान्य है और हम सभी के साथ ऐसा होता है। पढ़ने की चश्मे की यह ज़रूरत आँख के भीतर के लेंस में उम्र से संबंधित परिवर्तनों के कारण होती है, जिससे छोटे प्रिंट या क्लोज़-अप वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करना अधिक कठिन हो जाता है। इस परिवर्तन के लिए तकनीकी शब्द प्रेसबायोपिया (ज़रा दूरदृष्टि) है.

यदि आपको कभी भी निकट दृष्टि-दोष, दूर दृष्टि-दोष और/या एस्टिग्मेटिज़्म जैसी दृष्टि की समस्याओं के लिए प्रेस्क्रिप्शन चश्मों, की आवश्यकतानहीं पड़ी है, तो संभव हैकि गैर-प्रेस्क्रिप्शन पढ़ने के चश्मे के साथ, आप स्वीकार्य रूप से अच्छी तरह से देख पाएँगे।

एक बार प्रेसबायोपिया के लक्षणों को देखने पर आप इन "पढ़ने के चश्मों" को अनेक सुपरमार्केटों में या केमिस्ट के यहाँ खरीद सकते हैं।

आमतौर पर कहा जाए तो, ज़्यादातर लोगों को 40 की उम्र के बाद छोटे प्रिंट देखने में समस्या होने लगती है और उम्र के साथ यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ती जाती है। इसके अलावा, आप पढ़ते समय अपनी आँखों को अधिक जल्दी थका हुआ महसूस कर सकते हैं। यहाँ तक कि जब आप बहुत अधिक पढ़ते या कंप्यूटर का उपयोग करते हैं तब आपको सिरदर्द भी शुरू हो सकता है।

प्रेस्बोपिया की प्रगतिशील प्रकृति के कारण, 40 के दशक के लोगों के लिए कम पावर वाले पढ़ने के चश्मे और 60 के दशक को लोगों के लिए उच्च पावर के पढ़ने वाले चश्मे के साथ सबसे अच्छे रहते हैं।

60 वर्ष की उम्र के बाद, पढ़ने के चश्मे का इष्टतम पावर अपरिवर्तित बना रहता है, और आपके द्वारा किए जा रहे निकट दृष्टि कार्य के प्रकार पर निर्भर करता है।

गैर-प्रेस्क्रिप्शन पढ़ने के चश्मे आमतौर पर +0.75 डायोप्टर से +3.00 डायोप्टर (D) तक की पावर के होते हैं। दोनों लेंसों का समान पावर होता है, जो आमतौर पर लेंसों पर हटाने वाले स्टिकर और/या फ्रेम के अंदर की ओर एक स्थायी अंकन के साथ इंगित किया जाता है।

कभी-कभी, उम्र के अनुसार पढ़ने के चश्मे का पावर चार्ट — जैसा कि इस पेज पर है — पढ़ने के चश्मे के साथ दिखाया जाता है, जिससे आपको पढ़ने के चश्मे के पावर का चयन करने में सहायता मिलती है।

ये चार्ट आम तौर पर यह मान लेते हैं कि आप अपनी आँखों से लगभग 14 से 16 इंच की दूरी पर रखे सामान्य आकार के प्रिंट को पढ़ने के लिए चश्मे का उपयोग कर रहे होंगे।

हालांकि, ध्यान रखें कि इस तरह के एक चार्ट पर लेंस के पावर सिर्फ एक प्रारंभिक बिंदु हैं। आपकी आवश्यकताओं के लिए सबसे अच्छे पढ़ने के चश्मे का पावर सिर्फ आपकी उम्र के अलावा और भी कारकों पर निर्भर करता है।

उदाहरण के लिए, यदि आप कंप्यूटर का उपयोग करते समय मुख्य रूप से पढ़ने का चश्मा पहनते हैं, तो आप एक कम रीडिंग ग्लास (पढ़ने के चश्मे के) पावर का चयन करना चाह सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकांश व्यक्ति अपनी स्क्रीन को अपनी आँखों से उससे अधिक दूरी से देखते हैं जितनी दूरी पर वे किताब या पत्रिका पढ़ते हैं।

देखने की दूरी जितनी लंबी होगी, आरामदायक दृष्टि के लिए उतने ही कम पावर वाले लेंस की आवश्यकता होगी।

दूसरी ओर, यदि आपको बहुत नज़दीकी या बहुत छोटी चीज़ देखने के लिए (जैसे कि अपने नाखूनों को ट्रिम करना या अपनी उंगली से एक कांटा निकालना) के लिए पढ़ने के चश्मे की आवश्यकता होती है, तो आप चार्ट द्वारा बताए उम्र पर आधारित पढ़ने के चश्मे के पावर से अधिक पावर वाला पढ़ने का चश्मा लेना चाहेंगे।

ज़्यादातर मामलों में, जब दो पढ़ने के चश्मों का पावर समान रूप से उपयुक्त लगता है, तो कम पावर वाला चश्मा चुनें। आमतौर पर, थोड़े से कम पावर वाले चश्मे की तुलना में अधिक पावर वाले पढ़ने वाले चश्मे असुविधा की समस्या अधिक पैदा करेंगे।

और इष्टतम स्पष्टता और आराम के लिए, विभिन्न कार्यों के लिए विभिन्न पावर वाले अनेक पढ़ने के चश्मे खरीदने पर विचार करें।

अंत में, सर्वोत्तम परिणामों के लिए, एक व्यापक नेत्र परीक्षण शेड्यूल करें तथा और अपनी व्यक्तिगत ज़रूरतों के लिए सबसे अच्छे पढ़ने के चश्मे के पावर के बारे में पेशेवर सलाह के लिए अपने ऑप्टीशियन से पूछें।

पेज प्रकाशित किया गया Saturday, 7 November 2020

पेज अपडेट किया गया Wednesday, 10 August 2022

विषयसूची

  • 1 चश्मे का पावर कितना होता है?
  • 2 आंखों का नंबर कैसे निकाले?
  • 3 चेहरे पर कौन सा चश्मा अच्छा लगेगा?
  • 4 सबसे अच्छा चश्मा कौन सा है?
  • 5 आंखों के नंबर कैसे निकाले?

चश्मे का पावर कितना होता है?

इसे सुनेंरोकें60 वर्ष की उम्र के बाद, पढ़ने के चश्मे का इष्टतम पावर अपरिवर्तित बना रहता है, और आपके द्वारा किए जा रहे निकट दृष्टि कार्य के प्रकार पर निर्भर करता है। गैर-प्रेस्क्रिप्शन पढ़ने के चश्मे आमतौर पर +0.75 डायोप्टर से +3.00 डायोप्टर (D) तक की पावर के होते हैं।

इसे सुनेंरोकेंगैर-प्रेस्क्रिप्शन पढ़ने के चश्मे आमतौर पर +0.75 डायोप्टर से +3.00 डायोप्टर (D) तक की पावर के होते हैं। दोनों लेंसों का समान पावर होता है, जो आमतौर पर लेंसों पर हटाने वाले स्टिकर और/या फ्रेम के अंदर की ओर एक स्थायी अंकन के साथ इंगित किया जाता है।

चश्मे का नंबर कैसे पहचाने?

इसे सुनेंरोकेंचश्मे का नंबर कैसे पता करें? – Quora. आंखों के डोक्टर के पास जाओ और नंबर 🎰 चेक कराओ.

चश्मा लगाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंचश्मे के लेंस आंखों से कुछ दूर पर होते हैं, जिस कारण से रोशनी की थोड़ी की समस्या रहती ही है, जबकि कॉन्टेक्ट लेंस से आपको एकदम सटीक विजन मिलता है. चश्मे से साइड विजन में हमेशा ही हर किसी को दिक्कत रहती है.

आंखों का नंबर कैसे निकाले?

इसे सुनेंरोकेंसुबह के समय उठकर बिना कुल्ला किये मुंह की लार (saliva) अपनी आंखों में काजल की तरह लगाए। लगातार 6 महीने करते रहने पर चश्मे का नंबर कम हो जाता है।

चश्मे का लास्ट नंबर कितना होता है?

इसे सुनेंरोकेंआम तौर पर, यह +0.75 D से + 3.00 D तक होगा और दोनों आंखों के लिए समान पावर हो सकती है ।

चश्मे का नंबर कहाँ तक होता है?

इसे सुनेंरोकेंआँखों (चश्मे) के नम्बरों में (+) और (-) साइन का क्या मतलब होता है? – Quora. आँखों (चश्मे) के नम्बरों में (+) और (-) साइन का क्या मतलब होता है? (+)का मतलब कनबैकस लैनज होता है यह हाईपरमैटरोपीआ को ठीक करने के लिए इस्तेमाल करते हैं ।,यानि कि प्रतिबिनद रैटिना के पीछे बनता है ।

चेहरे पर कौन सा चश्मा अच्छा लगेगा?

गोल चेहरे के लिए बेस्ट चश्माः फ्रेम और ग्लासेस – Round Face Ke Liye Best Chashma: Frame Aur Glasses

  • 4.1 चौकोर फ्रेम
  • 4.2 ब्राउन लाइन या सेमी-रिमलेस चश्मे
  • 4.3 हिप्स्टर ग्लासेस
  • 4.4 कैट आई ग्लासेस
  • 4.5 नेविगेटर या एविएटर
  • 4.6 रंगीन चश्मे
  • 4.7 बड़े साइज़ के फ्रेम
  • 4.8 क्लासिक आयताकार फ्रेम

चश्मे का नंबर कैसे समझे?

चश्मे का no क्यों बढ़ता है?

इसे सुनेंरोकेंचश्‍मे का नंबर बढ़ने के कारण कई लक्षण नजर आ सकते हैं जैसे आंखों का लाल होना, आंखों में भारीपन की समस्‍या, स‍िर में दर्द होना, इंद्रधनुषी रंग नजर आना, रौशनी धीरे-धीरे कम होना आद‍ि। चश्‍मे का नंबर बदलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइल, डायब‍िटीज की समस्‍या आद‍ि।

सबसे अच्छा चश्मा कौन सा है?

पुरुषो के लिए 8 सबसे अच्छे धुप के चश्मे

  • ब्रो बार सनग्लास
  • गैसकैन सनग्लास
  • शुगर बीच सनग्लास
  • हाफ रिम सनग्लास
  • ओवल शेप्ड सनग्लास
  • वैफरेर सनग्लास
  • स्क्वायर सनग्लास
  • बटरफ्लाई सनग्लास

फेस शेप कैसे पता करे?

इसे सुनेंरोकेंजिसे पता लगाने के लिए आपको अपने माथे, चीकबोन्स और जॉलाइन (jawline) के मेजरमेंट को देखना होगा। अगर आपका चेहरे का माप माथे से होकर नीचे जॉलाइन तक आते-आते एकदम संकरा होते जा रहा है, तो इसका मतलब कि आपका चेहरा हार्ट-शेप्ड (दिल के आकार का) या ओवल शेप का होगा।

चश्मा लगाने से क्या फायदा?

इसे सुनेंरोकेंचश्मा लगाने से बच्चे को वस्तु या लिखे पर ध्यान देने में सहायता मिलती है। इससे बच्चे को स्पष्ट देखने में सहायता मिलती है। बीमारी का समय रहते पता चलना और उपचार शुरू करना आवश्यक है क्योंकि उम्र के साथ बीमारी का ठीक होना मुश्किल होता जाता है।

आंखों के नंबर कैसे निकाले?

गलत नंबर का चश्मा पहनने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंइससे सिरदर्द, थकी आंखें और आंखों में पानी आने जैसे शिकायत हो सकती है। बच्चे अक्सर खुद अपनी आंखों की कमजोरी के बारे में समझ नहीं पाते, न ही माता-पिता को इस बारे में बताते हैं।

आंखों के लिए सबसे बढ़िया लेंस कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंलेंस एस्फेरिक एवं स्फेरिक डिज़ाइन के होते हैं । एस्फेरिक डिज़ाइन के लेंसों में कम रोशनी में भी बेहतर दिखाई देता है तथा रंग भी अच्छे दिखाई पड़ते हैं । यू वी फ़िल्टर डिज़ाइन में आँखों में पराबैंगनी किरणों को जाने से रोकता है । जिन सस्ते लेंसों में यह डिज़ाइन नहीं होता है उन्हें हर चीज़ में नीलापन सा दिखता है ।

चश्मा कितने पावर का होता है?

पढ़ने का चश्मा में सर्वाधिक बिकने वाले.

कितने नंबर तक का चश्मा उतर सकता है?

चश्मे का माइनस नंबर दस गुना बढ़ा देता है रेटिना डिटैचमेंट की रिस्क

आंखों का पावर कितना होना चाहिए?

एएमडी सीधे मैक्युला को प्रभावित करता है, मैक्युला, रेटिना में एक छोटा सा क्षेत्र होता है, जो मानव नेत्र के सेंट्रल विज़न (केंद्रीय दृष्टि) के लिए जिम्मेदार होता है। इसके कारण आंखों का पैनापन और केंद्रीय दृष्टि प्रभावित होती है जो चीजों को स्पष्ट रूप से देखने के लिए जरूरी होती है।

चश्मे का नंबर क्यों बढ़ता है?

शुरुआती दौर में जब आंखों की तंत्रिकाओं की कोशिकाएं मामूली रूप से टूटने लगती हैं तो आंखों के सामने छोटे-छोटे बिंदु और रंगीन धब्बे दिखाई देते हैं। परिवारमें किसी को ग्लूकोमा होने, आंखों में चोट लगने, लंबे समय से दमा या एलर्जी के रोगी को स्टीरॉयड या कॉटिजोन दवा लेने पर भी काला पानी हो सकता है।