भूगोल एकीकृत रूप से हमारे ग्रह के भौतिक आयामों के साथ-साथ जनसांख्यिकी और भूमि के विकास और रिसर्च से संबंधित है। क्या आपने कभी सोचा है कि बड़े-बड़े पहाड़ और चट्टानें कैसे बनी और उनका आकार कैसे बना? नदियां बहना कैसे शुरू हुई? बड़े – बड़े जलाशयों का निर्माण कैसे हुआ? यदि आप भी इन सभी प्राकृतिक घटनाओं के प्रति जिज्ञासु हैं तो इसमें आपकी मदद भूगोल की एक प्रमुख शाखा भौतिक भूगोल कर सकता है। अध्ययन के इस क्षेत्र का मुख्य उद्देश्य लोगों और उनके रहने की भूमि के बीच अन्य कारकों के बीच एक परस्पर संबंध विकसित करना है, जो इसे एक सर्वांगीण अंतःविषय दृष्टिकोण प्रदान करता है। करियर के दृष्टिकोण से भी यह काफी अच्छा क्षेत्र है। यदि आप इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने में रुचि रखते हैं, तो भौतिक भूगोल के बारे में जानने के लिए इस ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़ें। Show
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भौतिक भूगोल क्या है?भौतिक भूगोल भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें पृथ्वी के भौतिक स्वरूप का अध्ययन किया जाता हैं। यह धरातल पर अलग अलग जगह पायी जाने वाली भौतिक परिघटनाओं के वितरण की व्याख्या व अध्ययन से सम्बन्धित है, साथ ही यह भूविज्ञान, मौसम विज्ञान, जन्तु विज्ञान और रसायनशास्त्र से भी जुड़ा हुआ है। इसकी कई उपशाखाएँ हैं जो विविध भौतिक परिघटनाओं की विवेचना करती हैं। भौतिक भूगोल मे भू-गणित, खगोल विज्ञान, मौसम विज्ञान, मानचित्र विज्ञान, जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, मृदा विज्ञान, भूगर्भ विज्ञान के सामान्य रूपों का भी अध्ययन शामिल किया जाता है लेकिन इनका अध्ययन उसी सीमा तक होता है जहाँ तक उनका संबंध भौतिक वातावरण तथा मानव से होता है। विद्वानों के द्वारा भौतिक भूगोल की परिभाषाएं
भौतिक भूगोल से जुड़े विषय और इसकी शाखाएंभौतिक भूगोल से जुड़े कुछ प्रमुख विषय और शाखाएं इस प्रकार हैं –
भौतिक भूगोल का इतिहासभौतिक भूगोल का जनक पोलिडोनियन को कहा जाता है। भौतिक भूगोल की एक वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापना अठारहवीं शताब्दी के मध्य में जर्मन भूगोलवेत्ताओं के भौगोलिक अध्यापनों के साथ हुई। उन्नीसवीं शताब्दी में भौतिक भूगोल को वैज्ञानिक स्वरूप प्रदान करने वाले भूगोलवेत्ताओं में हम्बोल्ट, रिटर, पेशेल, रिचथोफिन एवं पेन्क नामक जर्मन भूगोलवेत्ताओं के योगदान उल्लेखनीय रहे हैं। भूगोल विषय को स्थानों का विज्ञान माना जाता है। भूगोल में पृथ्वी के विभिन्न भागों में मिलने वाली विभिन्नताओं का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है। पृथ्वी पर मिलने वाली विभिन्नताओं हेतु या तो प्राकृतिक कारक उत्तरदायी होते हैं अथवा मानवीय क्रियाकलाप। यही कारण है कि भूगोल में प्राकृतिक कारकों द्वारा उत्पन्न विविधताओं का अध्ययन करने हेतु भौतिक भूगोल एवं मानवीय कारकों द्वारा उत्पन्न विविधताओं का अध्ययन करने हेतु मानव भूगोल नामक दो शाखाओं का जन्म हुआ। भौतिक भूगोल में भूसतह की भिन्नताओं का अध्ययन किया जाता है। यहां यह स्पष्ट कर देना जरूरी है कि भूसतह में भूमि के सभी तत्व स्थल, जल एवं वायु समाहित है। यही नहीं, भू-सतह पर निवास करने वाले जीवधारियों को भी इससे अलग नहीं किया जा सकता। भौतिक भूगोल कोर्सेजभौतिक भूगोल आमतौर पर ज्योग्राफी का ही एक हिस्सा है और अक्सर भौतिक भूगोल को इन विशेषज्ञताओं के साथ संयोजन में पेश किया जाता है। यहाँ कुछ सबसे लोकप्रिय भौतिक भूगोल संबंधित कोर्सेज दिए गए हैं-
भौतिक भूगोल के लिए टॉप विश्वविद्यालयमॉलिक्यूलर बायोलॉजी कोर्सेस का अध्ययन करने के लिए यहां टॉप विश्वविद्यालय की लिस्ट दी गई है-
भौतिक भूगोल के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालयभौतिक भूगोल के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालायों की लिस्ट नीचे दी गई है –
पात्रता मानदंडभौतिक भूगोल कोर्सेज के लिए कुछ सामान्य पात्रता इस प्रकार हैं–
क्या आप IELTS/TOEFL/SAT/GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन परीक्षाओं की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे स्कोर प्राप्त करें। आवेदन प्रक्रियाविभिन्न भौतिक भूगोल कोर्सेज के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है– भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रियाभारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
विदेश में आवेदन प्रक्रियाविदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर वीजा एप्लिकेशन तक, कंप्लीट एप्लिकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं। आवश्यक दस्तावेज़कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
क्या आप विदेश में पढ़ने के लिए एजुकेशन लोन की तलाश में हैं, तो आज ही Leverage Finance का लाभ उठाएं और अपने कोर्स और विश्वविद्यालय के आधार पर एजुकेशन लोन पाएं। प्रवेश परीक्षाएंयहां उन सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी गई है जिनका उपयोग भारत और विदेशों के विश्वविद्यालय में भूगोल की डिग्री के लिए छात्रों को प्रवेश देने के लिए करते हैं–
भौतिक भूगोल किताबेंPhysical geography books in hindi यहां दी गई हैं-
भौतिक भूगोल में करियर स्कोपहमारे ग्रह पर विविध भूमियों और वातावरणों के साथ-साथ मनुष्यों के बीच के संबंधों का अध्ययन भूगोल है। भौतिक भूगोल वास्तव में एक विशाल धारा है जो सामाजिक विज्ञान की विभिन्न शाखाओं के साथ प्रतिच्छेद करती है। भौतिक भूगोल में डिग्री हासिल करने के बाद, आप सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में व्यापक अवसरों का पता लगा सकते हैं।यहां प्रमुख रोजगार क्षेत्र दिए गए हैं-
जॉब प्रोफाइल और सैलरीयहां कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल और PayScale के अनुसार सैलरी नीचे दी गई है –
FAQsभौतिक भूगोल क्या है? भौतिक भूगोल भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें पृथ्वी के भौतिक स्वरूप का अध्ययन किया जाता हैं। यह धरातल पर अलग अलग जगह पायी जाने वाली भौतिक परिघटनाओं के वितरण की व्याख्या व अध्ययन से सम्बन्धित है, साथ ही यह भूविज्ञान, मौसम विज्ञान, जन्तु विज्ञान और रसायनशास्त्र से भी जुड़ा हुआ है। इसकी कई उपशाखाएँ हैं जो विविध भौतिक परिघटनाओं की विवेचना करती हैं। भौतिक भूगोल के जन्मदाता कौन हैं? भौतिक भूगोल का जनक पोलिडोनियन को कहा जाता है। भौतिक भूगोल की शाखाएं क्या हैं? खगोलीय भूगोल, समुद्र विज्ञान, भू आकृति भूगोल, जलवायु विज्ञान, जैव भूगोल, मृदा भूगोल आदि भौतिक भूगोल की शाखाएं हैं। भौतिक भूगोल में क्या क्या आता है? भौतिक भूगोल मे भू-गणित, खगोल विज्ञान, मौसम विज्ञान, मानचित्र विज्ञान, जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, मृदा विज्ञान, भूगर्भ विज्ञान के सामान्य रूपों का भी अध्ययन शामिल किया जाता है लेकिन इनका अध्ययन उसी सीमा तक होता है जहाँ तक उनका संबंध भौतिक वातावरण तथा मानव से होता है। भौतिक भूगोल का क्या महत्व है? भौतिक भूगोल में पृथ्वी के भौतिक पर्यावरण के अन्तर्गत सभी प्रघटनाओं के आपसी संबंधों और स्थानिक एवं कालिक (Temporal) विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है। भौतिक भूगोल का अध्ययन वर्तमान समय की अनेक पर्यावरणात्मक चुनौतियों को समझने में अत्यधिक सहायता करता है। मानव भूगोल और भौतिक भूगोल में क्या अंतर है? भौतिक भूगोल पृथ्वी की व्यवस्था से उत्पन्न प्राकृतिक पर्यावरण का अध्ययन करता है। मानव भूगोल राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और जनांकिकीय प्रक्रियाओं से सम्बंधित है। हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको भौतिक भूगोल की सारी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भौतिक भूगोल से संबंधित कोर्स विदेश से करना चाहते हैं तो आप आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से सलाह ले सकते हैं, वे आपको एक उचित मार्गदर्शन के साथ एप्लीकेशन प्रोसेस और वीजा प्राप्त करने तक में आपकी मदद करेंगे। एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए हमें 1800 572 000 पर कॉल करें। भौतिक भूगोल का अर्थ क्या है?भौतिक भूगोल (Physical geography) भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें पृथ्वी के भौतिक स्वरूप का अध्ययन किया जाता हैं। यह धरातल पर अलग अलग जगह पायी जाने वाली भौतिक परिघटनाओं के वितरण की व्याख्या व अध्ययन करता है, साथ ही यह भूविज्ञान, मौसम विज्ञान, जन्तु विज्ञान और रसायनशास्त्र से भी जुड़ा हुआ है।
भौतिक भूगोल का पिता कौन है?भौतिक भूगोल का जनक पोलिडोनियन को कहा जाता है।
भूगोल के पिता का क्या नाम है?एच॰ एफ॰ टॉजर ने हिकैटियस (500 ईसा पूर्व) को भूगोल का पिता माना था जिसने स्थल भाग को सागरों से घिरा हुआ माना तथा दो महादेशों का ज्ञान दिया।
भौतिक भूगोल कितने प्रकार का होता है?भौतिक भूगोल में प्राकृतिक परिघटनाओं का उल्लेख होता है, जैसे कि जलवायु विज्ञान, मृदा और वनस्पति । मानव भूगोल भूतल और मानव समाज के सम्बंधों का वर्णन करता है । भूगोल स्थानों का विज्ञान है । भूगोल प्राकृतिक व सामाजिक दोनों ही विज्ञान है, जो कि मानव व पर्यावरण दोनों का ही अध्ययन करता है।
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