प्रिलिम्स के लिये:वार्षिक फ्रंटियर्स रिपोर्ट 2022, भारत में ध्वनि प्रदूषण और अनुमानित शोर का स्तर। Show
मेन्स के लिये:भारत में ध्वनि प्रदूषण और संबंधित कानून तथा मुद्दे। चर्चा में क्यों?हाल ही में जारी संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम रिपोर्ट जिसका शीर्षक वार्षिक फ्रंटियर्स रिपोर्ट 2022 है, उत्तर प्रदेश राज्य के मुरादाबाद ज़िले के एक शहर के उल्लेख के कारण विवादास्पद हो गई है।
प्रमुख बिंदुविवाद:
शोर के स्तर के मापन का महत्त्व:
ध्वनि प्रदूषण के संदर्भ में भारत का रुख:
भारत में ध्वनि प्रदूषण से संबंधित कानून:
विगत वर्षों के प्रश्न:प्रश्न. राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) किस प्रकार केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) से भिन्न है? (2018)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (b)
स्रोत: द हिंदूध्वनि प्रदूषण अधिनियम क्या है?प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम, 2000 1. संक्षिप्त नाम और प्रारंभ (1) इन नियमों का संक्षिप्त नाम ध्वनि प्रदूषण (विनियमन और नियंत्रण) नियम, 2000 है। ये राजपत्र में प्रकाशन की तारीख को प्रवृत होंगे । (ञ) "रात्रि समय" से 10.00 बजे रात्रि और 6.00 बजे प्रातः के बीच की अवधि अभिप्रेत है । ]
ध्वनि प्रदूषण पर कौन सी धारा लगती है?पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 की धारा 15 को 'ध्वनि प्रदूषण (विनियमन एवं नियंत्रण)नियमावली 2000 के नियम 5/6 के साथ पढ़ने पर यह संज्ञेय और गैर जमानतीय अपराध है, जिसमें पांच वर्ष तक की सजा और एक लाख रुपये तक के हर्जाने की व्यवस्था है।
ध्वनि प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं?Solution : प्रदूषण निम्नलिखित प्रकार के होते है - <br> (i) वायु प्रदूषण - वायुमंडल के विभिन्न घटकों के भौतिक , रासायनिक तथा जैविक गुणों में होने वाले वे अवांछनीय परिवर्तन जो जैव मंडल को किसी न किसी रूप में दुष्प्रभावित करते है , वायु प्रदूषण कहलाते है ।
ध्वनि प्रदूषण कितनी डेसीबल ध्वनि होने से होता है *?विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार निंद्रावस्था में आस-पास के वातावरण में 35 डेसीबल से ज्यादा शोर नहीं होना चाहिए और दिन का शोर भी 45 डेसीबल से अधिक नहीं होना चाहिए।
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