स्पेशल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: हिमांशु मिश्रा Updated Tue, 23 Aug 2022 12:09 PM IST भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में खत्म हो जाएगा। नए अध्यक्ष के चुनाव से पहले अलग-अलग प्रदेशों में भी संगठन का नए सिरे से विस्तार होना है। नड्डा का कार्यकाल खत्म होने में पांच महीने से भी कम समय बचा है। ऐसे में, चर्चा शुरू हो गई है कि सत्ताधारी पार्टी की कमान अब कौन संभालेगा? क्या नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाया जाएगा या नए अध्यक्ष का चुनाव होगा? अगर कोई नया अध्यक्ष बनता है तो जेपी नड्डा क्या करेंगे? आइए इसे समझते हैं... पहले समझिए भाजपा में कैसे होते हैं चुनाव? भारतीय जनता पार्टी के संविधान की धारा 19 में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की व्यवस्था है। इसके अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव एक निर्वाचक मंडल कराएगा। इसमें राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश परिषद के वर्णित सदस्य होते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष वही बन सकता है जो कम से कम चार अवधियों तक पार्टी का सक्रिय सदस्य रहा हो। न्यूनतम 15 वर्ष से पार्टी का सदस्य हो। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की योग्यता रखने वाले किसी नेता का नाम निर्वाचक मंडल में से कुल 20 सदस्य प्रस्तावित करेंगे। यहां यह भी जरूरी है कि यह संयुक्त प्रस्ताव कम से कम पांच राज्यों से भी आना चाहिए, जहां चुनाव हो चुके हों। अध्यक्ष और बाकी सदस्यों का कार्यकाल कितना होता
है? अब समझिए कौन बन सकता है नया राष्ट्रीय अध्यक्ष? वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद कुमार सिंह से भी हमने ये समझने की कोशिश की। उन्होंने कहा, 'जेपी नड्डा, अमित शाह और पीएम मोदी का कॉम्बिनेशन फिलहाल ठीक चल रहा है। ऐसे में संभव है कि नड्डा के अच्छे कार्यकाल को देखते हुए उन्हें दूसरा कार्यकाल भी मिल जाए।' भाजपा का बदला ट्रेंड प्रो. सिंह के अनुसार, 'इस वक्त प्रधानमंत्री और गृहमंत्री गुजरात से हैं। राष्ट्रपति दक्षिण भारत के ओडिशा से आती हैं। उपराष्ट्रपति राजस्थान से हैं। ऐसे में हो सकता है कि भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश से हो। 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भी यह जरूरी है। यूपी के कई पिछड़े नेता इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं। किसी ब्राह्मण चेहरे पर भी पार्टी दांव खेल सकती है।' |