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PDF डाउनलोड करें। जब आप किसी को ठेस पहुंचाने के लिए जिम्मेदार होते हैं, तब हर बार बिगड़ी बात बना पाना संभव नहीं होता है। अपने दिल पर पत्थर रख कर माफी मांगने का विचार है तो भयानक, मगर यदि उससे संबंधों का पुनर्निर्माण हो जाता है तब यह भी ठीक है। समस्या को अनदेखा करने के स्थान पर उसका समाधान करने का प्रयास करके आप चलना शुरू कर चुके हैं। अब बस आपको क्षमा याचना करने के सही ढंग की खोज करना है और चीजों को ठीक कर देना है। यह सीखने के लिए की बिगड़े हुये सम्बन्धों को सुधारने की शुरुआत कैसे करनी है, पहला चरण और उसके आगे देखिये।
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रेफरेन्स
विकीहाउ के बारे मेंसभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ५,०४६ बार पढ़ा गया है। यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?बिगड़ी बात क्या करने पर भी नहीं बनती है?रहीम के अनुसार बिगड़ी बात इसलिए नहीं बनती है क्योंकि जिस प्रकार फटे हुए दूध से कभी भी मक्खन नहीं निकाला जा सकता उसी तरह बिगड़ी हुई बात को कभी नहीं बनाया जा सकता।
मनुष्य धन के लिए क्या करता है?जो मनुष्य धन का सदुपयोग करते हैं वे सुखपूर्वक जीवन व्यतीत करते हैं। उन्हें धनाभाव का कष्ट नहीं भोगना पड़ता।
एक साथ एक कार्य करना चाहिए अपनी इस बात को सिद्ध करने के लिए कवि ने किसका दृष्टांत दिया है?Question 4:. कवि ने बिगड़ी बात के लिए किसका उदाहरण दिया है?उत्तर : बिगड़ी बात बन नहीं, लाख करौ किन कोय । (ग) पानी के बिना सब सूना है। अतः पानी अवश्य रखना चाहिए। उत्तर : रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून ।
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