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शिशु के सिर का शेप सही रखने के लिए उसको एक ही जगह पर न लिटायें-Image credit /pexels-pixabayGive correct shape to baby's head- कभी-कभी शिशु के सिर का आकार (Shape) एक जगह लेटे रहने या किसी और वजह से चपटा (Flat) हो जाता है. जिस पर अगर समय रहते ध्यान दिया जाना चाहिए...
कई बार जन्म के समय से या जन्म के बाद नवजात शिशु के सिर की शेप (Head shape) सही नहीं होती है. लेकिन अगर इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाये तो, बचपन में भले ही इसको ज्यादा नोटिस कोई न करे लेकिन बड़े होने के बाद ये देखने में बड़ी अजीब लगती है. इसलिए ज़रूरी है कि शिशु के सिर की शेप का ध्यान भी खासतौर (Specially) पर रखा जाये और समय रहते इसको सही करने के तरीके अपनाये जाएं. दरअसल सिर की शेप सही करने के तरीके भी तब तक ही काम आ सकते हैं जब तक बच्चे का सिर लचीला (Flexible) हो. जैसे-जैसे उसकी उम्र बढ़ती है उसका सिर मजबूत होता जाता है जिसे सही शेप देना फिर संभव नहीं होता. आइये, जानते हैं कि शिशु के सिर की शेप सही करने के लिए क्या तरीके अपनाये जा सकते हैं. मालिश के समय सिर को हल्के हाथों से दें गोल आकार जिस समय शिशु की मालिश की जाती है उस समय शरीर के बाकी हिस्सों की तरह ही उसके सिर की मालिश भी करना बहुत ज़रूरी है. सिर की मालिश करते हुए बहुत ही हल्के हाथों से शिशु के सिर को गोल आकार देने की कोशिश करनी चाहिए. ऐसा मालिश के समय रोज़ाना कई महीनों तक करने की ज़रूरत होगी. शिशु का सिर काफी लचीला होता है इसलिए ऐसा करने से ये धीरे-धीरे सही शेप में आने लगेगा. ये भी पढ़ें: जानें, नवजात को सुलाने के लिए क्या है सुरक्षित और असुरक्षित पोजीशन शिशु को एक ही पोजीशन में न लिटाएं कई बार बच्चे एक ही जगह पर एक ही पोजीशन में घंटो लेटे रहते हैं जिसकी वजह से उनके सिर की शेप बिगड़ जाती है. इसलिए ज़रूरी है कि बीच-बीच में बच्चे की पोजीशन बदलते रहें. वैसे तो शिशु के लिए पीठ के बल लेटने की पोजीशन ही सबसे सही है लेकिन जब शिशु जाग रहा हो तो अपनी निगरानी में बच्चे को कुछ-कुछ देर के लिए कभी करवट से तो कभी पेट के बल लिटाने की कोशिश करें. शिशु के आस-पास लटकायें रंगीन खिलौने बच्चे के बिस्तर के आस-पास रंगीन और हल्के खिलौने भी लटका सकते हैं. हल्के होने की वजह से हवा के चलते जब खिलौने हिलेंगे तो उनको देखने के लिए बच्चे के सिर का मूवमेंट भी होता रहेगा. बीच-बीच में गोद में भी लिटायें शिशु को लम्बे समय तक बिस्तर पर एक ही जगह लिटाने की बजाय उसको कुछ-कुछ देर के लिए गोद में भी लिटाती रहें. इससे जगह बदलने के चलते उसके सिर की शेप भी नहीं बदलेगी साथ ही बच्चे को आराम भी मिलेगा. ये भी पढ़े: बच्चों के लिए खिलौने खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान दोनों ओर से करायें ब्रेस्ट फीडिंग अगर आप शिशु को ब्रेस्ट फीडिंग करवाती हैं तो शिशु को गोद में लिटाकर बारी-बारी से दोनों ओर से ब्रेस्ट फीडिंग करवायें. इससे बच्चे की जगह भी बदलती रहेगी साथ ही उसके सिर का मूवमेंट भी अलग-अलग दिशा में होता रहेगा. साथ ही ये आपकी सेहत के लिए भी बेहतर होगा. शिशु को कंधे से भी लगायें दिन में एक-दो बार शिशु को अपने कंधे से लगाकर कुछ देर यहां-वहां भी टहलें. इससे शिशु की पोजीशन भी कुछ-कुछ देर के लिए बदलती रहेगी साथ ही कुछ देखने के चलते उसके सिर का मूवमेंट भी होता रहेगा. हालांकि शिशु का सिर और शरीर बहुत ही लचीला होता है इसलिए उसको कंधे से लगाकर टहलते समय आपको विशेष सावधानी रखनी होगी और एक हाथ से उसके शरीर को और दूसरे से उसके सिर को सहारा देना होगा.undefined ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Child Care, Lifestyle, Parenting FIRST PUBLISHED : April 21, 2021, 07:58 IST बच्चों का सिर गोल करने के उपायजब भी बच्चा जन्म लेता है तो उसकी सिर की बनावट एकदम सही नहीं होती हैं| कभी उसका सिर चपटा हो जाता हैं तो कभी थोड़ा बहुत कोण जैसा| जन्म के दौरान नवजात के सिर पर हल्का सा दबाव पड़ता है तो उसके सिर में अंतर आ जाता हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं हैं कि शिशु का सिर जिंदगी भर ऐसा ही रहेगा| यदि आप शुरुआत में ही इस चीज पर ध्यान दे देती हैं तो आप अपने शिशु के सिर को गोल आकार (Shape Baby Head Round) दे सकती हैं| हालांकि शुरुआत के कुछ दिनों में शिशु के सिर का विशेष तौर पर ध्यान रखना बहुत जरूरी होता हैं| शिशु के सिर का ऊपरी हिस्सा जिसे फोंटालेन कहते हैं वह काफी नाजुक होता हैं| इसलिए लोग शिशु को सिर्फ एक ही तरह से सुलाते हैं ताकि उनके सिर पर खास दबाव ना पड़े| आमतौर पर शिशु का सिर 4 से 5 महीने के बाद अच्छे से घूमने लगता हैं| उसके बाद आप खुद उसके सिर के आकार में परिवर्तन देख सकती हैं|
ज्यादातर घरों में शिशु के सिर को गोल करने के लिए तरह-तरह की कोशिशें की जाती हैं तो चलिए आज इस लेख में हम जानते हैं कि कैसे हम अपने बच्चों का सिर गोल बना सकते हैं| इसे भी पढ़ें: बच्चों को नहलाने के लिए 5 मुख्य साबुन व उसके फायदे बच्चों का सिर गोल बनाने के उपाय (Tips To Shape Baby Head Round in Hindi)#1. शिशु के सिर की मालिश करेचित्र स्रोत: addlestonetherapy.co.uk कुछ लोगों का मानना हैं कि शिशु के सिर की मालिश करने से सिर का आकार सही हो जाता हैं| वैसे तो इसके दिखाई देने वाले परिणाम नहीं मिलते परंतु मालिश से मिलने वाले फायदे जरूर मिलते हैं| इसलिये आप अपने शिशु के सिर की मालिश कर सकती हैं| नोट: परंतु ध्यान रहे गलती से भी सिर को शेप में लाने के लिए सिर पर दबाव ना डालें नहीं तो आपके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता हैं| #2. राई के तकिये पर सुलाए (Head Shapping Pillows)राई का तकिया बहुत नरम होता हैं और आपका शिशु इस पर आराम से सो पाता हैं| इस पर सर रखकर सोने से आपके बच्चे के सर में जो छोटे-मोटे अंतर है वह ठीक हो जाते हैं| इस तकिये की खास बात यह हैं कि जब आपका बच्चा करवट लेता है तो यह अपने आप उसके सिर के हिसाब से सेट हो जाता हैं| नोट: आपके बच्चे के आठवें या नौवें महीने की उम्र होने के बाद आप तकिए का इस्तेमाल कर सकती हैं क्योंकि इससे पहले तो डॉक्टर भी शिशु को तकिए पर सुलाने की सलाह नहीं देते हैं| #3. बच्चे की करवट का रखें खास ध्यानजब बच्चा सोता हैं तो वह पीठ के बल ही ज्यादा सोता हैं| इसलिए जब बच्चा जागा हुआ हो तो उसे ज्यादा से ज्यादा पेट के बल लिटाने की कोशिश करें क्योंकि हर वक्त पेट के बल सोने से बच्चे के सिर पर दबाव पड़ता हैं और सिर चपटा हो जाता हैं| इसके अलावा दोनों तरफ की करवट पर भी सुनाएं| इसे भी पढ़ें: बच्चों में दिमागी शक्ति बढ़ाने के 10 मुख्य आहार #4. बच्चों का ध्यान भटकाएचित्र स्रोत: Страна Детства अगर आपने गौर किया हो तो शिशु पंखे या कोई कलरफुल बल्ब की तरफ देखते रहते हैं| इसके लिए आप अपने शिशु के पास प्लास्टिक के रंग बिरंगे खिलौने रख दे| वे खिलौने या कोई और चीज़ देखने के लिए दूसरी तरफ मुड़ेंगे क्योंकि हमें बच्चों को एक ही स्थिति में नहीं रखना होता हैं| इसे भी पढ़ें: १० मुख्य आहार जो आपके बच्चे के शरीर में आयरन की कमी को पूरा करेंगे इसके अलावा जब भी आप शिशु को गोद में ले या स्तनपान कराये तो इस बात का ध्यान रखें कि शिशु का सिर हमेशा एक ही स्थिति में ना रहे| इससे शिशु को हमेशा उसी स्थिति में लेटने या दूध पीते-पीते सोने की आदत पड़ सकती हैं| सिर के आकार को लेकर आपको अधिक परेशान नहीं होना चाहिए क्योंकि जैसे ही शिशु बैठने लगेगा तो नीचे लेटने के दौरान उसके सिर पर जो दबाव पड़ता था वह अब कम हो जाएगा और धीरे-धीरे आप उसके सिर के आकार में परिवर्तन महसूस करने लगेंगी| क्या आप एक माँ के रूप में अन्य माताओं से शब्दों या तस्वीरों के माध्यम से अपने अनुभव बांटना चाहती हैं? अगर हाँ, तो माताओं के संयुक्त संगठन का हिस्सा बने| यहाँ क्लिक करें और हम आपसे संपर्क करेंगे| null बच्चे का सिर गोल करने के लिए क्या करें?बच्चे की गर्दन की मांसपेशियां मजबूत हो रही होती हैं, तो उसे कुछ देर पेट के बल लिटाएं। रोज बच्चे को कम से कम 30 मिनट तक पेट के बल लिटाएं। ऐसा माना जाता है कि शिशु के सिर की मालिश करने से भी सिर का आकार गोल हो जाता है। हालांकि, सिर की मालिश करते समय ज्यादा दबाव न बनाएं।
बच्चे के सिर का आकार कब स्थायी हो जाता है?शिशु का सिर काफी लचीला होता है इसलिए ऐसा करने से ये धीरे-धीरे सही शेप में आने लगेगा. कई बार बच्चे एक ही जगह पर एक ही पोजीशन में घंटो लेटे रहते हैं जिसकी वजह से उनके सिर की शेप बिगड़ जाती है. इसलिए ज़रूरी है कि बीच-बीच में बच्चे की पोजीशन बदलते रहें.
बच्चे का सिर बड़ा होने का क्या कारण है?अगर किसी बच्चे का सिर बड़ा हो रहा है तो समझे उसके ब्रेन में पानी जम गया है। उसकी तत्काल चिकित्सा करानी चाहिए। अगर चिकित्सा नहीं कराते हैं तो बच्चे का पूरा ब्रेन डैमेज हो सकता है। यहां तक कि उसकी मौत भी हो सकती है।
सिर में दो भंवरी होने से क्या होता है?जिन बच्चों के सिर पर दो भंवर होते हैं वो बच्चे बहुत चंचल होते हैं, शरारती होते हैं, बहुत जिद्दी होते हैं। इसके साथ ही ऐसे बच्चे दिल के सच्चे ज़रूर होते हैं मगर ये बच्चे लोगों का सम्मान नहीं करते। वहीं ऐसे बच्चे अपनी मां से ज्यादा अपने पिता को प्यार करते हैं।
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