कोई पैर छूकर आशीर्वाद ले तो बदले में आप भी करें ये काम, वरना लगेगा ये दोषहमारे समाज में पैर छूने की परंपरा बहुत पुरानी है. इस परंपरा में एक दोष भी है. दरअसल, पैर छूने वाला व्यक्ति तो आशीर्वाद का पात्र तो होता है लेकिन बदले में जिसके पैर छुए गए हैं उसका भी एक कर्तव्य बनता है.
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1/ 11 हमारे समाज में पैर छूने की परंपरा बहुत पुरानी है. जब भी किसी उम्र में बड़े व्यक्ति से मिलते हैं तो उनके पैर छूते हैं. इस परंपरा को सम्मान देने की दृष्टि से देखा जाता है. बचपन से यह सिखाया जाता है कि बड़ों के पैर छूने चाहिए. इससे आशीर्वाद मिलता है. (Images: Getty/File) 2/ 11 इस परंपरा का पालन आज भी काफी लोग करते हैं. चरण स्पर्श करने से धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों तरह के लाभ प्राप्त होते हैं,लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब कोई आपके पैर छूता है तो आपको दोष लगने का खतरा होता है. 3/ 11 जी हां, जब कोई आपके पैर छुए तो कुछ चीजें करना आपके लिए जरूरी हो जाता है, जो आपके दोष का निवारण करती हैं. आइए बताते हैं, उन चीजों के बारे में. 4/ 11 *आमतौर पर हम यही कोशिश करते हैं कि हमारा पैर किसी को न लगे क्योंकि ये अशुभ कर्म माना गया है. जब कोई हमारे पैर छूता है तो हमें इससे भी दोष लगता है. इस दोष से बचने के लिए मन ही मन भगवान से क्षमा मांगनी चाहिए. 5/ 11 *जब भी कोई व्यक्ति चाहे वह स्त्री हो या पुरुष, हमारे पैर छुए तो उन्हें आशीर्वाद तो देना ही चाहिए, साथ ही भगवान या अपने इष्टदेव को भी याद करना चाहिए. 6/ 11 *शास्त्रों में लिखा है कि-अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविन:चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशो बलम्।। 7/ 11 *इस श्लोक का अर्थ यह है कि जो व्यक्ति रोज बड़े-बुजुर्गों के सम्मान में प्रणाम और चरण स्पर्श करता है, उसकी उम्र, विद्या, यश और शक्ति बढ़ती जाती है. 8/ 11 *जब भी कोई हमारे पैर छूता है तो उस समय भगवान का नाम लेने से पैर छूने वाले व्यक्ति को भी सकारात्मक फल मिलते हैं. 9/ 11 *आशीर्वाद देने से पैर छूने वाले व्यक्ति की समस्याएं खत्म होती हैं, उम्र बढ़ती है और नकारात्मक शक्तियों से उसकी रक्षा होती है. 10/ 11 *हमारे द्वारा किए गए शुभ कर्मों का अच्छा असर पैर छूने वाले व्यक्ति पर भी होता है. जब हम भगवान को याद करते हुए किसी को सच्चे मन से आशीर्वाद देते हैं तो उसे लाभ अवश्य मिलता है. 11/ 11 *पैर छूते हुए यदि किसी के लिए अच्छा सोचते हैं तो इससे हमारा पुण्य भी बढ़ता है. First Published: June 24, 2018, 07:50 IST पत्नी को कौन सा आशीर्वाद देना चाहिए?शास्त्रों में स्त्री पुरुष की वामांगी होती है इसलिए सिंदूर दान करते समय, द्विरागमन, भोजन करते समय, सोते समय, सेवा के समय, आशीर्वाद ग्रहण करते समय और ब्राह्मणों के पांव धोते समय पत्नी को पति के बायीं ओर रहना चाहिए। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
कौन सा आशीर्वाद देना चाहिए?सबसे सर्वश्रेष्ठ आशीर्वाद मां का ही माना जाता है।
बीवी का पैर छूने से क्या होता है?क्युकी वह आपकी पत्नी की बड़ी बहन ही तो उनके पैर छूना आदर सूचक हैं इसलिए और उनका आशीर्वाद लेने के लिए भी ऐसा करना अच्छा है। मेरा तो मानना हे की अपनी पत्नी के चरण स्पर्श करना भी भाग्य वर्धक होता है, और में तो ऐसा करता था ( जब भी अवसर मिलता था)।
आशीर्वाद कैसे दिया जाता है?आशीर्वाद भी तभी मिलता है जब सामने वाला आपके सिर के ऊपरी भाग पर हाथ रखता है. इससे उस व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा आशीर्वाद के रूप में शरीर में प्रवेश करती है. इससे हमारा आध्यात्मिक और मानसिक विकास होता है. साष्टांग प्रणाम करने से शरीर के सभी जोड़ थोड़ी देर के लिए तन जाते हैं, जिससे तनाव दूर होता है.
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