आसमान सिर पर उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग(A) व्यर्थ के कार्य करना Show
Answer : बहुत अधिक जिद करना Explanation आसमान सिर पर उठाना मुहावरे का अर्थ बहुत अधिक जिद करना होता है। आसमान सिर पर उठाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग – वीडियो गेम के लिए राजू ने आसमान सर पर उठा रखा है, अब तो लाना ही पड़ेगा। मुहावरा कोई भी ऐसा वाक्यांश, जिसका शब्दार्थ ग्रहण न करके कोई विलक्षण अर्थ ग्रहण किया जाता हो, वह मुहावरा कहलाता है। सरल शब्दों में मुहावरे लोक सानस की चिरसंचित अनुभूतियां हैं। उनके प्रयोग से भाषा की सजीवता की वृद्धि होती है। मुहावरे भाषा के प्राण हैं। ....अगला सवाल पढ़े Tags : मुहावरे सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams Latest Questionsआसमान सिर पर उठाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग(A) बहुत शोर करना (B) बढ़ा-चढ़ा कर बात करना (C) दया करना (D) छोटी-सी बात को बहुत अधिक बढ़ावा देना Correct Answer : बहुत शोर करना Explanation : आसमान सिर पर उठाना मुहावरे का अर्थ बहुत शोर करना होता है। आसमान सिर पर उठाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग — अध्यापक के न होने के कारण सारी कक्षा ने आसमान सिर पर उठा रखा है। मुहावरा शब्द एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ होता है–अभ्यास करना। मुहावरे वाक्य के अंश होते हैं। मुहावरों से सामान्य अर्थ नहीं बल्कि, विशेष अर्थ निकलता है। इनके प्रयोग से भाषा में सरसता व रोचकता आ जाती है। इनका प्रयोग वाक्यों में ही जाने वाली अन्य बातों के साथ जुड़कर होता है। वाक्यों में मुहावरों का प्रयोग किया जाता है, अर्थों का नहीं। हिंदी के कुछ विद्वान मुहावरा को वाग्धारा अथवा रोजमर्रा भी कहते है। किंतु प्रचलित भाषा में मुहावरा ही है।….और आगे पढ़ें Useful Quotations for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams नवीनतम करेंट अफेयर्स व जीके 2020 के लिए GKPU फ़ेसबुक पेज को Like करें Web Title : Aasmaan Sir Par Uthana Muhavare Ka Arth Tags : मुहावरे, सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी Questions. Click here to join our FB Page and FB Group for Latest update and preparation tips and queries https://www.facebook.com/tetsuccesskey/https://www.facebook.com/groups/tetsuccesskey/
शोर शराबे का माहौल पैदा करना अर्थात बहुत शरारत करना जिस कारण शरारत का माहौल बन जाए या फिर किसी व्यक्ति द्वारा चीख-चिल्ला कर अपनी बात रखने की कोशिश करना को आसमान सिर पर उठाना मुहावरे से दर्शाया जाता है। आसमान सिर पर उठाना का मतलब होता है उवद्रव करना।
उपद्रव वह स्थिति होती है जब किस उद्देश्य प्राप्ति के लिए भाग-दौड़, चीखना-चिल्लाना या कभी कभी तोड़-फोड़ भी मिश्रित रूप में की जाती है। कभी कभी तोड़-फोड़ रहित उपद्रव बिना किसी उद्देश्य के भी किया जाता है जिसका कारण केवल मस्ती करना होता है। आसमान सिर पर उठाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्न है। इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट * आमी तोमाके भालोबाशी बंगाली भाषा का शब्द है। * इसका हिंदी में अर्थ होता है "मैं तुमसे प्यार करता/ करती हूँ। * इस शब्द का प्रयोग हिंदी फिल्मों और गानों में बंगाली टच देने के लिए किया जाता है। * आमी तोमाके भालोबाशी में "तोमाके" का अर्थ होता है "तुमको" इसे "तोमे" के साथ भी बोला जा सकता है
अर्थात "आमी तोमे भालोबाशी" का अर्थ भी "मैं तुमसे प्यार करता हूँ" ही होता है। * अपने से उम्र में बड़े व्यक्ति जैसे माता-पिता को बंगाली में यह शब्द कहते हुए "तोमाके" शब्द को "अपनके" बोला जाता है जैसे : आमी अपनके भालोबासी" * अंग्रेजी में इसका अर्थ आई लव यू होता है। * अगर बोलना हो कि "मैं तुमसे (बहुत) प्यार करता हूँ" तो कहा जाएगा "आमी तोमाके खूब भालोबाशी" * वहीं अगर बोलना हो " तुम जानती हो मैं तुमसे प्यार करता हूँ" तो कहा जाएगा "तुमी जानो; आमी तोमाके भालोबाशी" करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान मध्यकालीन युग में कवि वृंद द्वारा रचित एक दोहा है यह पूर्ण दोहा इस प्रकार है "करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान; रसरी आवत जात ते सिल पर परत निसान" इस दोहे का अर्थ है कि निरंतर अभ्यास करने से कोई भी अकुशल व्यक्ति कुशल बन सकता है यानी कि कोई भी व्यक्ति अपने अंदर किसी भी प्रकार की कुशलता का निर्माण कर सकता है यदि वह लगातार परिश्रम करे। इसके लिए कवि ने कुए की उस रस्सी का उदाहरण दिया है जिस पर बाल्टी को बांध कर कुए से पानी निकाला जाता है। बार-बार पानी भरने के कारण वह रस्सी कुए के किनारे पर बने पत्थर पर घिसती है तथा बार-बार घिसने के कारण वह कोमल रस्सी उस पत्थर पर निशान डाल देती है क्योंकि पानी भरने की प्रक्रिया बार बार दोहराई जाती है इसलिए वह रस्सी पत्थर निशान डालने में सफल हो जाती है। यही इस दोहे का मूल है इसमें यही कहा गया है कि बार-बार किसी कार्य को करने से या कोई अभ्यास लगातार करने से अयोग्य से अयोग्य व मूर्ख से मूर्ख व्यक्ति भी कुशल हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को कभी भी अभ्यास करना नहीं छोड़ना चाहिए। इस दोहे के लिए अंग्रेजी में एक वाक्य प्रय "जिहाल-ए -मिस्कीन मकुन बरंजिश" पंक्ति हिंदी फिल्म गुलामी में गए गए गीत के चलते प्रचलित हुई है। यह गीत प्रसिद्ध कवि अमीर ख़ुसरो द्वारा रचित फ़ारसी व बृजभाषा के मिलन से बनी कविता से प्रेरित है। यह कविता मूल रूप में इस प्रकार है। ज़िहाल-ए मिस्कीं मकुन तगाफ़ुल, दुराये नैना बनाये बतियां... कि ताब-ए-हिजरां नदारम ऐ जान, न लेहो काहे लगाये छतियां... इस मूल कविता का अर्थ है : आँखे फेरके और बातें बनाके मेरी बेबसी को नजरअंदाज (तगाफ़ुल) मत कर... हिज्र (जुदाई) की ताब (तपन) से जान नदारम (निकल रही) है तुम मुझे अपने सीने से क्यों नही लगाते... इस कविता को गाने की शक्ल में कुछ यूँ लिखा गया है : जिहाल-ए -मिस्कीं मकुन बरंजिश , बेहाल-ए -हिजरा बेचारा दिल है... सुनाई देती है जिसकी धड़कन , तुम्हारा दिल या हमारा दिल है... इस गाने की पहली दो पंक्तियों का अर्थ है : मेरे दिल का थोड़ा ध्यान करो इससे रंजिश (नाराजगी) न रखो इस बेचारे ने अभी बिछड़ने का दुख सहा है... आसमान सिर पर उठाना मुहावरे का अर्थ क्या होता है *?आसमान सिर पर उठाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है । अर्थ -बहुत अधिक उत्पात मचाना या उपद्रव खड़ा करना।
सिर उठाना मुहावरे का अर्थ क्या है?वाक्य प्रयोग - भारतीय सैनिकों के समक्ष आंतकवादियों का "सिर उठाना" कठिन है।
आसमान पर चढ़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?अर्थ -किसी की बहुत अधिक प्रशंसा करना जिससे वह अपने को औरों से श्रेष्ठ समझने लगे। प्रयोग -तुम लोंगो ने तो नौकरो को आसमान पर चढ़ा रखा है।
आसमान दिखाना मुहावरे का अर्थ क्या है?आसमान दिखाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है । अर्थ -चित्त या परास्त करना।
|