4 मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा 5 पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ लिखिए? - 4 meera ko saavan manabhaavan kyon lagane laga 5 paath ke aadhaar par saavan kee visheshataen likhie?

भोर और बरखा

कविता से

(1) ‘बंसीवारे ललना’, ‘मोरे प्यारे’, ‘लाल जी’, कहते हुए यशोदा किसे जगाने का प्रयास करती हैं और वे कौन-कौन सी बातें कहती हैं?

Ans :- यहाँ यशोदा कृष्ण को जगाने का प्रयास करती हैं और कहती हैं – रात बीत गई है, सुबह हो गई है। हर घर के दरवाज़ें पर साधु-संत खड़े हैं। सभी ग्वाल-बाल शोर मचा रहे हैं, जयकार कर रहे हैं, माखन और रोटी हाथ में लेकर गायों की रखवाली के लिए जा रहे हैं, गोपियों के हाथ के कंगन बज रहे हैं।

(2) नीचे दी गई पंक्ति का आशय अपने शब्दों में लिखिए-

माखन-रोटी हाथ मँह लीनी, गउवन के रखवारे।

Ans :- आशय – गायों के रखवाले सभी ग्वाल-बाल हाथ में माखन और रोटी लिए हुए हैं।

(3) पढ़े हुए पद के आधार पर ब्रज की भोर का वर्णन कीजिए।

(4) मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा ?

Ans :- मीरा को सावन मनभावन लगता है क्योंकि सावन के आने से मन में उमंग भर आती है तथा सावन की बूँदों की ध्वनि से उसे अपने प्रभु के आगमन की अनूभूति होती है। नन्ही-नन्ही बूँदों के बरसने से उन्हें शीतलता महसूस होती है।

(5) पाठ के आधार पर सावन की विशेषताएँ लिखिए।

Ans :- सावन की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –

(i) सावन का दृश्य तथा अनुभव बहुत मनोहर होता है।

(ii) सावन में मन उमंग तथा उल्लास से भर उठता है।

(iii) सावन में बिजली चमकती है, बादल गरजते हैं, मनुष्य पशु-पक्षी सभी प्रसन्न होते हैं।

(iv) नन्हीं-नन्हीं बूँदों से हमें शीतलता की अनुभूति होती है।

(v) गर्मी कम हो जाती है।

कविता से आगे

(1) मीरा भक्तिकाल की प्रसिद्ध कवयित्री थीं। इस काल के दूसरे कवियों के नामों की सूची बनाइए तथा उनकी एक-एक रचना का नाम लिखिए।

(2) सावन वर्षा ऋतु का महीना है, वर्षा ऋतु से संबंधित दो अन्य महीनों के नाम लिखिए।

अनुमान और कल्पना

(1) सुबह जगने के समय आपको क्या अच्छा लगता है ?

(2) यदि आपको अपने छोटे भाई – बहन को जगाना पड़े, तो कैसे जगाएँगे ?

(3) वर्षा में भीगता और खेलना आपको कैसा लगता है ?

(4) मीरा बाई ने सुबह का चित्र खींचा है। अपनी कल्पना और अनुमान से लिखिए कि निचे दिए गए स्थानों की सुबह कैसी होती है –

(क) गाँब , गली या मुहल्ले में

(ख) रेलवे प्लेटफॉर्म पर

(ग) नदी या समुद्र के किनारे

(घ) पहाड़ों पर

भाषा की बात

(1) कृष्ण को गदवन के रखवारे कहा गया है  जिसका अर्थ है गोऔं का पालन करनेवाले।  इसके लिए एक शब्द दें।

Ans :- ग्वाला

(2) निचे दो पंक्तियाँ दी गई हैं। इनमें से पहली पंक्ति में रेखांकित शब्द दो बार आए हैं।  और दूसरी पंक्ति में भी दो बार।  इन्हें पुनरुकित (पून: उक्ति) कहते हैं।  पहली पंक्ति ,ें रेखांकित शब्द विशेषण हैं और दूसरी पंक्ति में संज्ञा।

नहीं – नहीं बूँदन मेहा बरसे

घर – घर खुले किंवारे

इस प्रकार के दो – दो उदाहरण खोजकर वाक्य में प्रयोग कीजिए और देखिए कि विशेषण तथा संज्ञा की पुनरुकित के अर्थ क्या अंतर है ? जैसे – मीठी – मीठी बातें, फूल – फूल महके।

कुछ करने को

कृष्ण का गिरधर क्यों कहा जाता है ? इसके पीछे कौन सी कथा है ? पता कीजिए और कक्षा में बताइए।


मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा था?

मीरा को सावन मनभावन क्यों लगने लगा? Solution : मीरा को सावन मनभावन इसलिए लगा क्योंकि यह मौसम मीरा को श्रीकृष्ण के आने का अहसास कराता है। <br> इसमें प्रकृति बड़ी सुहावनी होती है इसलिए मन में उमंग भर जाती है।

भोर और बरखा पाठ में सावन की क्या क्या विशेषताएं बताई गई हैं?

Loved by our community. (i) सावन का दृश्य तथा अनुभव बहुत मनोहर होता है। (ii) सावन में मन उमंग तथा उल्लास से भर उठता है। (iii) सावन में बिजली चमकती है, बादल गरजते हैं, मनुष्य पशु-पक्षी सभी प्रसन्न होते हैं

भोर और बरखा के रचयिता कौन हैं?

भोर और बरखा Class 7 MCQs Questions with Answers. Question 1. 'भोर और बरखा' कविता की रचयिता हैं? (d) विनीता पाण्डेय।

ग्वाल बाल द्वारा कोलाहल क्यों किया जा रहा है?

ब्रज में भोर होते ही घरों के दरवाजों के किवाड़ खुल जाते हैं, लोगों का आना-जाना शुरू हो जाता है। सुबह होते ही ब्रज के घरों में गोपियाँ दही मथना शुरू कर देती हैं। वे मक्खन निकालती हैं उनके हाथों के कंगनों को झनकार झनकने लगती है। ग्वाल बाल कोलाहल करना प्रारंभ कर देते हैं और कृष्ण की जय-जयकार शुरू हो जाती है।