15 नवंबर को क्या मनाते हैं? - 15 navambar ko kya manaate hain?


15 नवंबर का इतिहास: 15 November History in Hindi

1830 - समाज सुधारक राजा राम मोहन राय इंग्लैंड के लिए रवाना हुए।

1920 - जिनेवा में लीग ऑफ नेशंस की पहली बैठक आयोजित की गई।

1936 - जर्मनी और जापान के बीच कोमिंट्रन विरोधी संधि पर हस्ताक्षर।

1947 - विश्व स्वास्थ्य संगठन संयुक्त राष्ट्र का विशिष्ट अभिकरण बन गया।

1949 - महात्मा गांधी की हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे और नारायण दत्तात्रेय आप्टे को फाँसी दी गई।

1955 - पोलैंड और यूगोस्लाविया के बीच व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किये गये।

1961 - संयुक्त राष्ट्र ने परमाणु हथियारों पर रोक लगाई।

1989 - पाकिस्तान के कराची में वकार यूनुस और सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।

1998 - अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने एशियाई देशों भारत एवं पाकिस्तान का दौरा रद्द किया।

2000 - फिजी में तख्तापलट अवैध घोषित।

झारखंड भारत का 28वां राज्य बना।

2001 - अलकायदा के ठिकाने से परमाणु बम बनाने सम्बन्धी दस्तावेज मिले।

2007 - चिली में 7.7 तीव्रता का भीषण भूकम्प आया।

एरियाना-5 रॉकेट ने ब्रिटेन व ब्राजील के दूरसंचार उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित किया।

2008 - भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर वाई वेणुगोपाल रेड्डी को वैश्विक वित्तीय प्रणाली में सुधार की जाँच के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा गठित टास्क फोर्स में शामिल किया गया।

2012 - शी जिनपिंग चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव बने।

  • 11 Nov 2021
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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 नवंबर को भारत की आज़ादी के 75 साल पूरे होने के जश्न के हिस्से के रूप में बहादुर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने हेतु 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मंज़ूरी दी है।

प्रमुख बिंदु

  • जनजातीय गौरव दिवस:
    • सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और राष्ट्रीय गौरव, वीरता तथा आतिथ्य के भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने में आदिवासियों के प्रयासों को मान्यता देने हेतु प्रतिवर्ष ‘जनजातीय गौरव दिवस’ का आयोजन किया जाएगा।
      • उन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ भारत के विभिन्न क्षेत्रों में कई आदिवासी आंदोलन किये। इन आदिवासी समुदायों में तामार, संथाल, खासी, भील, मिज़ो और कोल शामिल हैं।
    • प्रधानमंत्री द्वारा रांची में एक आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन किया जाएगा।
    • 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती भी है, जिन्हें पूरे भारत में आदिवासी समुदायों द्वारा भगवान के रूप में सम्मानित किया जाता है।
  • आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी:
    • बिरसा मुंडा:
      • उनका जन्म 15 नवंबर, 1875 को हुआ था। वे मुंडा जनजाति से संबद्ध थे।
      • उन्होंने 19वीं शताब्दी के अंत में आधुनिक झारखंड और बिहार के आदिवासी क्षेत्रों में ब्रिटिश शासन के दौरान एक भारतीय आदिवासी धार्मिक सहस्त्राब्दि आंदोलन का नेतृत्व किया।
    • शहीद वीर नारायण सिंह:
      • उन्हें छत्तीसगढ़ में सोनाखान का गौरव माना जाता है, उन्होंने वर्ष 1856 के अकाल के बाद व्यापारियों के अनाज के स्टॉक को लूट लिया और गरीबों में बाँट दिया।
      • वीर नारायण सिंह के बलिदान ने उन्हें आदिवासी नेता बना दिया और 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के पहले शहीद बने।
    • श्री अल्लूरी सीता राम राजू:
      • उनका जन्म 4 जुलाई, 1897 को आंध्र प्रदेश में भीमावरम के पास मोगल्लु नामक गाँव में हुआ था।
      • अल्लूरी को अंग्रेज़ों के खिलाफ ‘रम्पा विद्रोह’ का नेतृत्व करने के लिये सबसे ज़्यादा याद किया जाता है, जिसमें उन्होंने विशाखापत्तनम और पूर्वी गोदावरी ज़िलों के आदिवासी लोगों को विदेशियों के खिलाफ विद्रोह करने के लिये संगठित किया।
      • वह ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध लड़ने के लिये बंगाल के क्रांतिकारियों से प्रेरित थे।
    • रानी गौंडिल्यू:
      • वह नगा समुदाय की आध्यात्मिक और राजनीतिक नेता थीं, जिन्होंने भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। 13 वर्ष की आयु में वह अपने चचेरे भाई हाइपौ जादोनांग के हेराका धार्मिक आंदोलन में शामिल हो गईं।
      • उनके लिये नगा लोगों की स्वतंत्रता की यात्रा स्वतंत्रता हेतु भारत के व्यापक आंदोलन का हिस्सा थी। उन्होंने मणिपुर क्षेत्र में गांधी जी के संदेश का भी प्रसार किया।
    • सिद्धू और कान्हू मुर्मू:
      • 30 जून, 1855 को 1857 के विद्रोह से दो वर्ष पूर्व दो संथाल भाइयों सिद्धू और कान्हू मुर्मू ने 10,000 संथालों का एकत्र किया और अंग्रेज़ों के खिलाफ विद्रोह की घोषणा की।
      • आदिवासियों ने अंग्रेज़ों को अपनी मातृभूमि से भगाने की शपथ ली। मुर्मू भाइयों की बहनों फूलो और झानो ने भी विद्रोह में सक्रिय भूमिका निभाई।

15 नवंबर को कौन दिवस मनाया जाता है?

आज से ठीक 22 साल पहले बिहार से अलग होकर झारखंड एक नया राज्य बना था. तारीख थी 15 नवंबर. इस दिन क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की भी जयंती मनाई जाती है.

18 नवंबर को क्या मनाते हैं?

18 नवंबर को पहला प्राकृतिक चिकित्सा दिवस प्रदेश के सभी जिलों तथा आयुर्वेदिक संस्थानों में मनाया जाएगा। इससे लोगों को प्राकृतिक उपचार एवं खानपान के विषय में जानकारी प्राप्त होगी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य भोजन ही केवल चिकित्सा है पर बल दिया जाएगा, ताकि लोगों को पूर्ण स्वास्थ्य प्रदान किया जा सका।

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