टेंशन क्या होती है?
मानसिक टेंशन, तनाव जैसी स्थिति होती है हलांकि, टेंशन से ग्रस्त लोगों को अत्यधिक चिंता और अनिश्चिता महसूस होती है। टेंशन एक व्यक्तिगत समस्या हो सकती है, जैसे - काम की टेंशन। आमतौर पर टेंशन तब होती है जब व्यक्ति अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए परिश्रम करता है। यह ज़रूरतें पैसों, काम, रिश्तों और अन्य स्थितियों से सम्बंधित हो सकती हैं।
मानसिक टेंशन को दिमाग की समस्या माना जाता है और ऐसा समझा जाता है कि यह शरीर से सम्बंधित नहीं होती, लेकिन मानसिक टेंशन से शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं। स्ट्रेस से ग्रस्त लोगों को पेट दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन और जोड़ों में दर्द जैसी शारीरिक समस्याएं होती हैं।
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इसके इलाज के लिए योग, व्यायाम और ध्यान लगाना जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है। कुछ मामलों में दवाओं और व्यवहार थेरेपी का उपयोग भी किया जा सकता है।
लम्बे समय तक टेंशन रहने से प्रतिरक्षा सम्बन्धी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे अन्य स्वास्थ समस्याएं होती हैं।
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आज की दुनिया में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसको तनाव ना होता हो। तनाव का होना अच्छी बात है परंतु एक हद के बाहर तनाव का हो जाना यह खतरनाक हो सकता है। जब यही तनाव हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में हमें परेशान करने लगता है तभी दिक्कत आती है। जिस व्यक्ति को तनाव हमेशा रहता है उसको इलाज के लिए किसी से सलाह लेना चाहिए। यह बात याद रखें कि यह कोई शर्म की बात नहीं है। यह कोई पागलपन या कोई बीमारी नहीं बल्कि ऐसा कभी भी किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकता है।
तनाव क्या होता है?
तनाव यह डिप्रेशन एक प्रकार का मानसिक विकार है। किसी भी एक नकारात्मक विचार के दिमाग़ पर हावी हो जाने के बाद हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है। हमारा मस्तिष्क सही से कार्य करने और किसी भी ख़ुशी के मौक़े प्रसन्न होने में असक्षम हो जाता है। यह तनाव की स्थिति कही जा सकती है।
कुछ लोगों में तनाव की खास वजह होती है और कुछ लोगों में कोई खास वजह नहीं भी होती है।
तनाव के लक्षण
- सर में दर्द
- दांत और जबड़े पीसना
- शरीर में थरथराहट होना
- उदास रहना
- किसी काम में दिल ना लगना
- ज्यादा सोना या कम सोना
- ज्यादा खाना या कम खाना
- किसी बात पर ध्यान ना देना
- अपने को दूसरों से कम समझना
- अपने ऊपर भरोसा कम करना
- छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ जाना
- खुद को बेकार समझना
- मायूस होना
- मौत या खुदकशी के ख्याल आना
- नींद बहुत आना या कम आना
- खुश होने वाली बात पर गुस्सा आना
- कम बोलना
- किसी बात पर गौर ना करना
तनाव के कारण
1. रोजमर्रा की जिंदगी
हमारी जिंदगी में कभी-कभी कोई ऐसी घटना हो जाती है जिससे हमारी जिंदगी प्रभावित होती है। अपने किसी प्यारे के जिंदगी से चले जाना, तलाक, किसी की नौकरी खत्म हो जाना आदि! ये सब तनाव के कारण बन जाते हैं। व्यक्ति इनसे से बाहर नहीं निकल पाता और तनाव का शिकार बन जाता है।
2. अकेलापन
इंसान का अकेले रहना कई बार तनाव का कारण बन जाता है। अगर कोई व्यक्ति अकेला है और उसका कोई दोस्त नहीं है तो वह तनाव का शिकार हो सकता है।
3. शारीरिक बीमारियां
किसी भी व्यक्ति को अगर लगातार शारीरिक बीमारी है तो वह तनाव का मरीज हो सकता है। यदि किसी को दिल की बीमारी, कैंसर या इस तरह की कोई बीमारी है तो इंसान अपनी बीमारी से परेशान होकर तनाव का शिकार बन जाता है।
4. पुरानी यादें
डिप्रेशन (तनाव) कभी भी किसी को भी हो सकता है परंतु कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनको तनाव जल्दी होने का खतरा होता है। यह उनकी जिंदगी पर निर्भर करता है कि उनकी पुरानी जिंदगी कैसे गुजरी है।
5. शराब
शराबी लोग जो बहुत ज्यादा शराब का सेवन करते हैं वे तनाव के शिकार हो जाते हैं। उनके अंदर खुदकुशी के ख़यालात आते हैं।
6. घरेलू कलह
जब महिलाएँ लंबे समय तक घर में बंद रहती हैं और उन पर अत्याचार किया जाता है तो ऐसे में उन्हें तनाव हो जाता है। शोध में इस बात का ख़ुलासा हुआ है कि महिलाओं को पुरुषों के मुक़ाबले में अधिक तनाव और मानसिक पीड़ा का अनुभव होता है।
7. वंशानुगत
तनाव (डिप्रेशन) की बीमारियां कभी-कभी वंशानुगत होती है। अगर आपके मां-बाप को डिप्रेशन या तनाव की बीमारी है तो आपको भी तनाव का ख़तरा 80% रहता हैं
तनाव में खुद की मदद कैसे करें?
1. व्यायाम करें
रोजाना आधा घंटा व्यायाम करें। हर रोज सुबह उठकर चहल कदमी करें। इससे इंसान का शरीर स्वस्थ रहता है और उसे अच्छी नींद आती है। इससे तनाव कम करने में मदद मिलती है।
2. स्वस्थ आहार
स्वस्थ आहार लें। तनाव वाले व्यक्ति को ताजा फलों और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इससे उसके शरीर में विटामिन, प्रोटीन, आयरन की कमी नहीं होगी और तनाव में कमी आएगी।
3. शराब से दूर
शराब से दूर रहें क्योंकि शराब तनाव को कम नहीं करती बल्कि उसको और अधिक कर देती है। तनाव वाले व्यक्ति को शराब से दूर रहना चाहिए।
4. भरपूर नींद लें
नींद ना आने से भी व्यक्ति को तनाव हो जाता है और वो परेशान रहता है। अगर आपको नींद नहीं आ रही है तो आप आंख बंद करके लेटे रहें और अपने दिमाग़ में किसी भी तरह का कोई विचार न आने दें। इससे नींद आने में सहायता होगी और आपको सुकून मिलेगा।
5. मेडिटेशन और योगा करें
डिप्रेशन या तनाव को दूर करने के लिए सबसे अच्छा उपाय मेडिटेशन (ध्यान) और योगा करना है। प्रतिदिन अपने रुटीन में योगा और मेडिटेशन को शामिल करें।
अगर आपको लगता है कि आप को अपने डिप्रेशन की वजह मालूम है तो उस पर गौर करें और मायूस ना हों।
6. हाथों को गर्म पानी से धोना
तनाव वाले व्यक्ति को अपने हाथों को गर्म पानी से धोना चाहिए। जब किसी व्यक्ति को तनाव हो तो उसे गुनगुने पानी से अपने हाथों धोना चाहिए। इससे तनाव कम हो जाता है।
7. संगीत सुनना
किसी भी व्यक्ति को तनाव हो तो वह म्यूजिक सुन ले। इससे उसका तनाव कम हो सकता है। उसे आराम मिलेगा।
8. प्रतिक्रियाएं दें
जिस व्यक्ति को तनाव हो रहा हो उसे अपने तनाव को निकाल देना चाहिए। इसके लिए उसे प्रतिक्रियाएं देनी चाहिए। ऐसा ना हो कि व्यक्ति को तनाव और वह चुपचाप बैठा रहें। यह स्थिति ख़तरनाक हो सकती है इसलिए प्रतिक्रियाएं देने से ना डरें।
तनाव से परेशान व्यक्ति को चीखने चिल्लाने से भी तनाव को कम किया जा सकता है।
9. हंसने वाली तस्वीरें
तनाव से भरे व्यक्ति को हंसने वाली तस्वीरें देखने या खुद हंसने वाली शक्ल बना लेने से उसके अंदर का तनाव कम हो सकता है।
10. ड्राइंग करना या आर्ट बनाना
तनाव को कम करने के लिए ड्राइंग बनाना चाहिए। तनाव के वक्त इंसान के बाएं हिस्से पर असर पड़ता है जिससे उसके सोचने की शक्ति प्रभावित होती है। इसलिए जो भी दिमाग में आए उसे कागज पर ड्रा करने से तनाव कम हो सकता है।
11. चप्पल को उतार देना
तनाव वाले व्यक्ति को जूते उतार देना चाहिए व नंगे पैर जमीन पर चलना चाहिए। इससे उसके तनाव में कमी आती है।
12. कुछ खाना
तनाव में व्यक्ति को मीठा खाने का दिल करता है। तनाव वाले व्यक्ति को मीठा व कुछ हरी सब्जियों का या रसीले फलों का सेवन करना चाहिए जिससे उसके तनाव में कमी आए और वह उसके शरीर के लिए भी फायदेमंद हो।
निष्कर्ष
तनाव वाले व्यक्ति का इलाज बातों के जरिए या उसके दोस्त एवं साइकोलॉजिस्ट आदि के जरिए से करवाना चाहिए। तनाव को दूर किया जा सकता है। लोगों को चाहिए कि अपने दोस्तों, रिशतेदारों या तनाव से जूझने वाले व्यक्ति का मजाक ना उड़ाए बल्कि उसकी सहायता करें।
हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जो तनाव से पीड़ित हैं। हमें उनकी मदद करनी चाहिए क्योंकि यह जानलेवा बीमारी बन सकती है। अगर वक्त पर ध्यान ना दिया गया तो तनाव जैसी खतरनाक बीमारी कभी भी किसी भी व्यक्ति को हो सकती है।
हमें सावधान रहना चाहिए और हद से ज्यादा तनाव लेने से बचना चाहिए।