हिन्दुस्तान (अथवा 'हिन्दोस्तान' या 'हिन्द') भारत देश का कई भाषाओं (जैसे, उर्दू, हिन्दी, अरबी, फ़ारसी, संताली इत्यादि) में अनाधिकारिक लेकिन विख्यात नाम है।
आजकल अरब देशों और ईरान में "हिन्दुस्तान" शब्द भारतीय उपमहाद्वीप के लिये प्रयुक्त होता है और भारत गणराज्य को हिन्द (अरबी : अल-हिन्द) कहा जाता है। हिंदुस्तान एवं हिन्द शब्द का प्रयोग अक्सर अरबी एवं ईरानी किआ करते थे।जय हिंदुस्तान
इतिहास[संपादित करें]
हिंदुस्तान शब्द का इतिहास हिन्दुकुश पहाड़ियों से भी जुड़ा हुआ है। हिन्दू कुश की पहाड़ियों के पीछे की जगह को ही हिंदुस्तान कहा जाता था। जब मुगल भारत में आए तो उससे पहले उन्हें इन पहाड़ियों का सामना करना पड़ा था।
हिंदुस्तान शब्द का एक और स्रोत माना जाता है। इसके अनुसार ईरानी (पर्शिया) का शब्द 'हिन्दू' एवं संस्कृत के शब्द सिन्धु से भी हिन्दुस्तान शब्द की उत्पत्ति हुई हो सकती है।
ये भी कहा जाता है कि जब दरिउस (Darius I) प्रथम ने जब सिन्धु घाटी पर अधिकार किया तो उसने सिन्धु नदी के पीछे वाली भूमि को हिन्दुस्तान कहकर पुकारा। शायद मध्य पर्शियाई काल में प्रत्यय 'स्तान' भी हिन्दू के साथ जोड़ दिया गया होगा और फिर दोनों शब्दों के योग से बना शब्द - हिन्दुस्तान।
वर्तमान प्रयोग[संपादित करें]
हिन्दुस्तान शब्द के अनेक अलग अलग अर्थ हैं। हालाँकि ऐतिहासिक तौर पर ये प्रमुख रूप से गंगा के मैदानों के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। आज के समय में हिंदुस्तान शब्द केवल भारत के लिए प्रयोग किया जाता है, हिन्दुस्तानी शब्द का प्रयोग भारतीयों के लिए किआ जाता है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों।
प्रायः बंगाल के निवासी हिन्दुस्तानी शब्द का प्रयोग उपरी गंगा के मैदानों में रहेने वालों के लिया करते हैं।
हिन्दुस्तानी शब्द कई बार मॉरीशस और सूरीनाम में रह रहे भारतियों मूल के निवासियों के लिए किया जाता है। जैसे डच शब्द Hindoestanen दक्षिण एशियाई लोगों के लिए किआ जाता है।
पाकिस्तान के निवासी हिन्दुस्तान शब्द का प्रयोग 'भारत' के लिए करते हैं। भारत में भी लोग हिन्दुस्तान शब्द का खूब प्रयोग करते हैं।
हिन्दुस्तानी भाषा[संपादित करें]
हिन्दुस्तानी शब्द हिंदुस्तान एवं पाकिस्तान के निवासियों द्वारा बोली जाने वाली भाषा के लिए किया जाता है जिसमे हिंदी, उर्दू एवं अन्य भाषओं तथा कूच बोलियों के लिए किया जाता है। हिन्दुस्तानी भाषा भारत एवं पाकिस्तान के बड़े हिस्सों में बोली जाती है।
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
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कथन A : 'हिन्दुस्तान' शब्द का प्रयोग मिन्हाज - ए - सिराज ने किया था जिसमें उत्तर भारत के भागों का समावेश था किन्तु उत्तरपूर्व भारत का समावेश नहीं था।
कथन B : किसी भी शब्द का प्रयोग करने में इतिहास के शिक्षणशास्त्रियों को बहुत सावधान रहना चाहिए क्योंकि अतीत में उन शब्दों के कुछ अलग ही अर्थ थे।
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CTET Paper 2 Social Science 20th Dec 2021 (English-Hindi-Sanskrit)
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- A सही है किन्तु B गलत है।
- A गलत है किन्तु B सही है।
- A एवं B दोनों सही है तथा A का सही व्याख्या B है।
- A एवं B दोनों सही है किन्तु A का सही व्याख्या B नहीं है।
Answer (Detailed Solution Below)
Option 3 : A एवं B दोनों सही है तथा A का सही व्याख्या B है।
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'हिन्दुस्तान' शब्द का प्रयोग तेरहवीं शताब्दी में मिन्हाज-ए-सिराज द्वारा किया गया था, एक इतिहासकार जिन्होंने फारसी में लिखा था, उनका माध्यम पंजाब, हरियाणा के क्षेत्रों और गंगा और यमुना के बीच की भूमि था।
- उन्होंने इस शब्द का प्रयोग राजनीतिक अर्थों में उन भूमियों के लिए किया जो दिल्ली सुल्तान के प्रभुत्व का हिस्सा थीं।
- इस अवधि में शामिल क्षेत्र सल्तनत की सीमा के साथ स्थानांतरित हो गए लेकिन इस शब्द में कभी भी दक्षिण भारत शामिल नहीं था।
- बाबर ने 16वीं शताब्दी की शुरुआत में उपमहाद्वीप के भौगोलिक और संस्कृतियों को समझाने के लिए हिंदुस्तान शब्द का इस्तेमाल किया था, और यह 14वीं शताब्दी में अमीर खुसरो (एक प्रसिद्ध कवि) के समान था।
- आज इतिहासकारों को उन शब्दों के बारे में चिंतनशील रहना होगा जिनका वे उपयोग करते हैं क्योंकि अतीत में उनका अर्थ अलग-अलग चीजों से था। उदाहरण के लिए, आज हम 'विदेशी' शब्द का उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति के लिए करते हैं जो भारतीय नहीं है, लेकिन मध्यकाल में इसका अर्थ किसी ऐसे अजनबी से था जो किसी समाज या संस्कृति का हिस्सा नहीं था।
अतः, उपरोक्त बिंदु स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि (A) एवं (B) दोनों सही है किन्तु (A) का सही व्याख्यान (B) नहीं है।
Last updated on Oct 25, 2022
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