गाय का दूध बढ़ाने के लिए क्या खाएं? - gaay ka doodh badhaane ke lie kya khaen?

पशुओं के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है क्योंकि संतुलित आहार पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता को तो बढ़ाता ही है साथ ही पशुओं को स्वस्थ भी रखता है।

लखनऊ। दुधारू पशु ज्यादा गर्मी सहन नहीं कर पाते है जिसका सीधा असर उनके दूध उत्पादन और प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। अगर पशुपालक अपने पशुओं के खान-पान पर ध्यान दे तो गर्मियों में भी दूध उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है।

संतुलित आहार पशुओं को स्वादिष्ट व पौष्टिक लगता है। ये पाचक होता है। इसको खिलाने से पशुओं में बीमारियां भी कम होती है। इसके साथ ही दूध व घी में भी बढ़ोत्तरी करता है और गाय-भैंस ज्यादा समय तक दूध देती है।

दूध उत्पादन के लिए पशुओं को खिलाएं चाकलेट

बरेली के भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) ने एक ऐसी चॉकलेट विकसित की है जिसको पशुओं को खिलाकर दूध उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। इस चॉकलेट का नाम यूरिया मोलासिस मिनिरल ब्लॉक है। यह चॉकलेट दुधारू पशुओं के शरीर में होने वाली पोषण तत्वों की कमी को पूरा करती है। इस चॉकलेट को बनाने के लिए गेहूं का चोकर(चावल), खल (सरसो,ज्वार), यूरिया, खनिज लवण (कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, कॉपर आदि) नमक का प्रयोग किया गया है। इस चॉकलेट को जुगाली करने वाले पशु ही खा सकते है। पशु को यह चॉकलेट खिलाने से पशु को भूख भी अच्छी लगती है और पशु के दूध उत्पादन में भी वृदि होती है।

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इस चॉकलेट को बनाने के लिए आईवीआरआई संस्थान ने मशीन भी तैयार की है। इस मशीन में एक दिन में प्रति व्यक्ति 100 से 200 चॉकलेट बनाई जा सकती है। यह मशीन बिजली और डीजल से नहीं चलती है बल्कि हाथ से चलाकर इससे चॉकलेट तैयार किया जाता है।

दुधारू पशुओं को दे संतुलित आहार

पशुओं के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है क्योंकि संतुलित आहार पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता को तो बढ़ाता ही है साथ ही पशुओं को स्वस्थ भी रखता है। व्यस्क पशु, गाभिन पशु और बच्चे इन सभी के आहार की मात्रा अलग-अलग होती है लेकिन पशुपालक इसका ध्यान नहीं रखते है। उनके पास जो भी उपलब्ध होता है दे देते है। अगर आपको सौ किलो संतुलित आहार बनाना है तो इस तरह बनाए-

दाना (मक्का, जौ, गेंहू, बाजरा) इसकी मात्रा लगभग 35 प्रतिशत होनी चाहिए। चाहें बताए गए दाने मिलाकर 35 प्रतिशत हो या अकेला कोई एक ही प्रकार का दाना हो तो भी खुराक का 35 प्रतिशत दे।

खली(सरसों की खल, मूंगफली की खल, बिनौला की खल, अलसी की खल) की मात्रा लगभग 32 किलो होनी चाहिए। इनमें से कोई एक खली को दाने में मिला सकते है।

चोकर(गेंहू का चोकर, चना की चूरी, दालों की चूरी, राइस ब्रेन,) की मात्रा लगभग 35 किलो।

खनिज लवण की मात्रा लगभग 2 किलो

नमक लगभग 1 किलो

इन सभी को लिखी हुई मात्रा के अनुसार मिलाकर अपने को पशु को खिला सकते है।

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  1. पशुपालन

किसान भाई इन तरीकों से बढाएं पशुओं में दूध की मात्रा को...

कई लोग अपने गाय और भैंसों से अधिक दूध प्राप्त करने के लिए टीके आदि का सहारा लेतें हैं, यह पहले कारगर तो साबित होता है लेकिन कई बार इसका प्रभाव विपरीत भी पड़ जाता है.

Animal Husbandry

कई लोग अपने गाय और भैंसों से अधिक दूध प्राप्त करने के लिए टीके आदि का सहारा लेतें हैं, यह पहले कारगर तो साबित होता है लेकिन कई बार इसका प्रभाव विपरीत भी पड़ जाता है.

किसान भाइयों आज हम इस लेख के माध्यम से आपको एक ऐसे रामबाण घरेलू उपाय के बारे में बताएंगे जो गाय और भैंस का दूध बढाने में कारगर साबित होता है. उपाय बहुत सरल है और आपको बहुत ही जल्द इसके नतीजे भी मिलने लगेंगे.

सामग्री :- इसको बनाने के लिए निम्न चीजों की आवश्यकता पड़ती है...

250 ग्राम गेहू दलिया,

100 ग्राम गुड सर्बत (आवटी),

50ग्राम मैथी,

1 कच्चा नारियल,

25-25 ग्राम जीरा व अजवाईन आदि.

उपयोग:-

1- सबसे पहले दलिये, मैथी व गुड़ को पका ले, बाद मे उसमे नारियल को पीसकर डाल दे. ठण्डा होने पर खिलाये.

2- ये सामग्री 2 महीने तक केवल सुबह खाली पेट ही खिलाये.

3- इसे गाय को बच्चा देने से एक महीने पहले शुरू करना और बच्चा देने के एक महीने बाद तक देना.

4- 25-25 ग्राम अजवाईन व जीरा गाय के ब्याने के बाद केवल 3 दिन ही देना. बहुत अच्छा परिणाम ले सकते हैं.

5- ब्याने के 21 दिन तक गाय को सामान्य खाना ही दे.

6- गाय का बच्चा जब 3 महीने का हो जाय या जब गाय का दूध कम हो जाये तो उसे 30 gm/दिन जवस औषधि खिलाएं, दूध कम नहीं होगा।

रोग – दुधारू गाय व भैंस का दूध बढ़ाने के उपाय ।

औषधि – 200 से ३०० ग्राम सरसों का तेल , 250 ग्राम गेहूँ का आटा लेकर दोनों को आपस में मिलाकर सायं के समय पशु को चारा व पानी खाने के बाद खिलायें इसके बाद पानी नहीं देना है ओर यह दवाई भी पानी के साथ नहीं देनी है। अन्यथा पशु को खाँसी हो सकती है । पशु को हरा चारा व बिनौला आदि जो खुराक देते है वह देते रहना चाहिए । 7-8 दिनों तक खिलाए फिर दवा बन्द कर देनी चाहिए।

English Summary: Increase these methods by feeding the milk in the milk ... Published on: 21 December 2017, 11:57 IST

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गाय को दूध बढ़ाने के लिए क्या खिलाना चाहिए?

पशुओं में व्यस्क पशु, गाभिन पशु और बच्चे को आहार देने की मात्रा अलग-अलग होती है। पशुपालक उस पर भी ध्यान नहीं देते हैं। डॉ पुतान सिंह के अनुसार पशुपालक दाना, खली, चोकर, खनिज लवण मिलाकर संतुलित आहार तैयार करके पशु को प्रतिदिन दें तो दूध में 20% बढ़ोत्तरी होती है।

गाय का दूध कैसे बढ़ाएं घरेलू उपाय?

गायों को हरा चारा जरूर दें बता दें गाय के लिए हरा चारा और आहार हमेशा उपलब्ध होना चाहिए. दरअसल, डेयरी किसान जानवरों को गीला चारा खिलाते हैं, जो गायों के दूध वसा को प्रभावित करती है. ऐसे में दूध में वसा की मात्रा बेहतर हो इसके लिए गायों को हरा चारा, सूखा चारा और आहार मिश्रण जरूर देना चाहिए.

दूध बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए?

ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए क्या करे और क्या न करे?.
बच्चे को स्तन पान कम से कम 12 बार कराइये.
बच्चे को दूध पिलाते समय अपने स्तनों को हल्का दबाये.
दोनों स्तनों से बच्चे को बराबर दूध पिलाये.
अपने स्तनों की मालिश करे.
बच्चे को दूध पिलाना न भूले.
किसी अन्य रोग की यदि दवा चल रही हो तो उसे एक समय पर ही ले.

गाय के थन का आकार कैसे बढ़ाएं?

विटामिन एच की दवा के जरिए आपके पशु के थन का आकार 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। अगर ऐसा हो जाता है तो इससे आपके पशु की कीमत भी बढ़ जाएगी। गाय या भैंस को प्रसव से कुछ समय पहले तक विटामिन एच देने से, उनकी बीमारियां भी कम होने लगती हैं। अगर पशु के थन का आकार बढ़ जाए तो इससे उसकी दूध देने की क्षमता में भी इजाफा हो सकता है।

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