एसिडिटी में क्या खाएं और क्या ना खाएं? - esiditee mein kya khaen aur kya na khaen?

जब भी किसी व्यक्ति को एसिडिटी की शिकायत होती है तो उसे अनेक तरह की परेशानियां होने लगती है। रोगी सही से भोजन नहीं कर सकता, साथ ही पेट के दर्द से भी परेशान रहता है। प्रायः देखा जाता है कि एसिडिटी से पीड़ित होने पर रोगी आस-पास की दुकानों से दवा खरीदकर खा लेता है, लेकिन इसके बाद भी मरीज को एसिडिटी से आराम नहीं मिलता। वास्तव में मरीज को दवा के साथ-साथ उचित खान-पान रखने की भी जरूरत होती है। इसलिए यहां एसिडिटी के लिए डाइट प्लान की जानकारी दी जा रही है।

इस डाइट प्लान को अपनाकर आप ना सिर्फ एसिडिटी से आराम पा सकते हैं, बल्कि बार-बार होने वाली एसिडिटी की परेशानी से भी मुक्ति पा सकते हैं।

Contents

  • 1 एसिडिटी होने पर क्या खाएं (Your Diet During Acidity)
  • 2 एसिडिटी में क्या ना खाएं (Food to Avoid in Acidity)
  • 3 एसिडिटी के इलाज के लिए आपका डाइट प्लान (Diet Plan for Acidity Treatment)
  • 4 एसिडिटी के दौरान आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle in Acidity Problem)
  • 5 एसिडिटी में ध्यान रखने योग्य बातें (Points to be Remember)
  • 6 एसिडिटी होने पर योग और आसन (Yoga and Asana in Acidity)

एसिडिटी होने पर क्या खाएं (Your Diet During Acidity)

एसिडिटी में इन आहार का सेवन करना चाहिएः-

  • अनाज: ऐसे अनाज का प्रयोग जो फाइबर युक्त हो शाली चावल, गेहूं, जौ
  • दाल: मूंग दाल
  • फल एवं सब्जियां: लौकी, तोरई, परवल, करेला, कददू, मौसम के अनुसार हरी सब्जियाँ, पेठा, कुम्हड़ा (white gourd) कूष्माण्ड, पपीता, सेब, पके केले।

एसिडिटी में क्या ना खाएं (Food to Avoid in Acidity)

एसिडिटी होने पर इन आहार का सेवन ना करेंः-

  • अनाज: नया धान, बेसन
  • दाल: कुलथ और उड़द
  • फल एवं सब्जियां: आलू तथा अन्य कन्द मूल, लीसोरा, बैंगन, खट्टे फल– नारंगी, अंगूर, नीम्बू।
  • अन्य: तीखा भोजन, खट्टा सिरका, साधरण नमक, चाय, कॉफी, धूम्रपान, फ़ास्ट फ़ूड, आचार, मक्खन, कोल्ड ड्रिंक्स, डब्बे में बंद भोजन, जंक फ़ूड, अनुपयुक्त समय में भोजन, मांसहार, शराब, पनीर।

और पढ़ेंः हैंगओवर उतारने के लिए घरेलू उपाय

एसिडिटी के इलाज के लिए आपका डाइट प्लान (Diet Plan for Acidity Treatment)

रोज सुबह उठकर दांत साफ करने (बिना कुल्ला किये) से पहले खाली पेट 1-2 गिलास गुनगुना पानी एवं नाश्ते से पहले पतंजलि आवंला व एलोवेरा रस पिएं। इसके साथ ही इनका पालन करें।

समय आहार योजना ( शाकाहार )
नाश्ता (8 :30 AM) पतंजलि दिव्य पेय , पतंजलि आरोग्य दलिया (नमकीन) / पोहा /उपमा (सूजी) + 1-2 रोटी (मिश्रित अनाज आटा, पतंजलि) + 1 कटोरी हरी सब्जियां (उबली हुई ) + फलों का सलाद (केला, सेब, पपीता)
दिन का भोजन      (12:30-01:30 PM 1-2 पतली रोटियां (पतंजलि मिश्रित अनाज आटा ) + 1 कटोरी हरी सब्जियां (उबली हुई ) + 1 कटोरी दाल मूंग (पतली ) + 1/2  कटोरी चावल(मांड रहित)।
शाम का नाश्ता    (3:30 PM) 1 कप दिव्य पेय (पतंजलि) + 2-3 आरोग्य बिस्कुट (पतंजलि)   /सब्जियों का सूप /सलाद /मूंग दाल
रात का भोजन  (7:00-8:00PM) 1-2 पतली रोटियां (पतंजलि  मिश्रित अनाज आटा ) + 1 कटोरी हरी सब्जियां (उबली हुई ) + 1 कटोरी दाल मूंग (पतली )

अन्य: ठंडा पानी, मेथी, जीरा, अजवाइन, धनिया, हर्बल टी, आंवला पाउडर, ठंडा दूध।

सलाह: यदि मरीज को चाय की आदत है तो इसके स्थान पर 1 कप पतंजलि दिव्य पेय दे सकते हैं |

एसिडिटी के दौरान आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle in Acidity Problem)

एसिडिटी के दौरान  आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-

  • नमक का सेवन कम करें।
  • अत्यधिक मिर्च-मसालेदार और तैलीय भोजन ना करें।
  • पहले खाए हुए भोजन के बिना पचे भोजन ना करें।
  • पर्याप्त नींद लें।
  • बहुत देर तक भूखे ना रहें।
  • लम्बे समय तक पेनकिलर जैसी दवाओं का सेवन ना करें।
  • शराब और कैफीन युक्त पदार्थ का अधिक सेवन ना करें।
  • अधिक भोजन ना करें।
  • भोजन करते ही ना सोएं।
  • तनावमुक्त जीवन जिएं।
  • गुस्सा ना करें।
  • रात में ना जागें।

और पढ़ें – एसिडिटी में नीम के फायदे

एसिडिटी में ध्यान रखने योग्य बातें (Points to be Remember)

एसिडिटी में आपको इन बातों का ध्यान रखना हैः-

(1) ध्यान एवं योग का अभ्यास रोज करें।

(2) ताजा एवं हल्का गर्म भोजन अवश्य करें।

(3) भोजन धीरे धीरे शांत स्थान में शांतिपूर्वक, सकारात्मक एवं खुश मन से करें।

(4) तीन से चार बार भोजन अवश्य करें।

(5) किसी भी समय का भोजन नहीं त्यागें एवं अत्यधिक भोजन से परहेज करें।

(6) हफ्ते में एक बार उपवास करें।

(7) अमाशय का 1/3rd / 1/4th भाग रिक्त छोड़ें।

(8) भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर एवं धीरेधीरे खाएं।

(9) भोजन लेने के बाद 3-5 मिनट टहलें।  

(10) सूर्यादय से पहले [5:30 – 6:30 am] जाग जाएं।

(11) रोज दो बार दांत साफ करें।

(12) रोज जिव्हा करें।

(13) भोजन लेने के बाद थोड़ा टहलें।

(14) रात में सही समय [9-10 PM] पर नींद लें।

एसिडिटी होने पर योग और आसन (Yoga and Asana in Acidity)

एसिडिटी होने पर आपको ये योग और आसन करना हैः-

  • योग प्राणायाम एवं ध्यान: भस्त्रिका, कपालभांति, बाह्यप्राणायाम, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उदगीथ, उज्जायी, प्रनव जप
  • आसन: पश्चिमोत्तानासन, गोमुखासन, सर्वांगासन, कन्धरासन, पवनमुक्तासन

और पढ़ेंः एसिडिटी के लक्षण, कारण और घरेलू उपाय 

एसिडिटी से तुरंत राहत कैसे पाएं?

एसिडिटी और गैस की समस्या से राहत पाने के 5 घरेलू उपाय -.
एक चम्मच अजवायन में चौथाई चम्मच नींबू का रस मिलाएं और इसे चाट लें। ... .
अदरक के रस में थोड़ा-सा सेंधा नमक और भुना हुआ जीरा मिलाकर मिश्रण बनाएं और इसका सेवन करें। ... .
एक ग्लास गुनगुने दूध में 2 चम्मच एरंडी का तेल मिलाकर पीएं।.

पेट में एसिड बने तो क्या खाएं?

1) लम्बे समय से एसिडिटी है तो..?.
अदरक के टुकड़े पर काला नमक छिड़ककर चूसें।.
अदरक को पानी के साथ उबालकर भी पी सकते हैं।.
आंवले को काले नमक के साथ या उबालकर या फिर मुरब्बे अथवा जूस के रूप में ले सकते हैं। ... .
भोजन के बाद तुलसी की कुछ पत्तियां चबाएं या फिर गर्म पानी में डालकर इसका सेवन करें।.
दूध की चाय के बजाय हर्बल चाय पिएं।.

एसिडिटी में कौन सा खाना खाना चाहिए?

Diet tips for Acidity: खट्टी डकार-मतली और भारीपन जैसे एसिडिटी के लक्षणों से तुरंत आराम दिलाएंगी ये 5 चीजें.
पानी से भरपूर खाद्य पदार्थ तरबूज, खीरा में पानी की मात्रा बहुत अच्छी होती है। ... .
पुदीना पुदीना का कूलिंग इफेक्ट छाती में जलन को कम करने के लिए बहुत अच्छा माना गया है। ... .
दही ... .
सौंफ ... .
केला ... .
एसिडिटी होने पर न खाएं ये चीजें.

एसिडिटी वाले को क्या नहीं खाना चाहिए?

अगर आप एसिड रिफ्लक्स की समस्या से परेशान हैं, तो अपनी डाइट में साइट्रस युक्त फलों और सब्जियों जैसे अनानास, संतरा, टमाटर, लहसुन, प्याज, अंगूर आदि चीजों को शामिल न करें। कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, टमाटर जूस, शराब आदि चीजों से परहेज करें। फ्रेंच फ्राय, आलू चिप्स, ताजा दूध, चटनी, आइस क्रीम आदि चीजों से दूरी बनाएं।

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