आज इस आर्टिकल में हम आपको अर्थव्यवस्था का अर्थ इसके प्रकार और क्षेत्र के बारे में बताने जा रहे है जिसकी मदद से आप अर्थव्यवस्था और इसके क्षेत्र कौन कौन से है के बारे में जानकारी पा सकते है.
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1 अर्थव्यवस्था का अर्थ इसके प्रकार और क्षेत्र
1.1 अर्थव्यवस्था के प्रकार
1.1.1 खुली अर्थव्यवस्था
1.1.2 बंद अर्थव्यवस्था
1.1.3 विकसित अर्थव्यवस्था
1.1.4 विकासशील अर्थव्यवस्था
1.1.5 पूंजीवादी अर्थव्यवस्था
1.1.6 समाजवादी अर्थव्यवस्था
1.1.7 मिश्रित अर्थव्यवस्था
1.2 अर्थव्यवस्था के क्षेत्र
1.2.1 प्राथमिक क्षेत्रक
1.2.2 द्वितीयक क्षेत्र
1.2.3 तृतीयक क्षेत्र
1.2.4 अन्य तीन बड़े क्षेत्र निम्नलिखित है.
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अर्थव्यवस्था का अर्थ इसके प्रकार और क्षेत्र
अर्थव्यवस्था एक ऐसा तंत्र है जिसके अंतर्गत विभिन्न आर्थिक क्रियाओ, संस्थागत क्रियाओं एवं उसके क्रियात्मक संबंधों का अध्ययन किया जाता है. इन आर्थिक क्रियाओं के अंतर्गत उत्पादन, उपभोग, विनिमय, वितरण, बचत, निवेश सम्मिलित है.
अर्थव्यवस्था के पिता एडम स्मिथ है. उनकी पुस्तक का नाम है. Wealth Of The Nation.
अर्थव्यवस्था के प्रकार
अर्थव्यवस्थाको कई भागो में बाँटा गया है जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे है.
खुली अर्थव्यवस्था
यह नियंत्रण मुक्त अर्थव्यवस्था है जो स्वतंत्रता प्रतियोगिता को प्रोत्साहित करता है. वैश्वीकरण के नीति में सभी देश मुक्त अर्थव्यवस्था को अपना रहे हैं.
बंद अर्थव्यवस्था
यह एक ऐसी अर्थव्यवस्था है जो विश्व के साथ किसी प्रकार की विदेशी व्यापार की क्रिया को संपन्न नहीं करता है. इस प्रकार की आर्थिक क्रियाएं एक देश की सीमा के अंदर होती है.
विकसित अर्थव्यवस्था
इस प्रकार की अर्थव्यवस्था आर्थिक गतिविधियों एवं विकास के एक बेहतर स्तर का प्रतिनिधित्व करती है. इस प्रकार की अर्थव्यवस्था में किसी सीमा या मापदंड का निर्धारण करना कठिन है. इस प्रकार की अर्थव्यवस्था के देशों में USA और जापान जैसे देश आते हैं, जिनकी नागरिकों की प्रति व्यक्ति आय उच्च और बेहतर जीवन के आधार पर विकसित देश कहा जाता है.
विकासशील अर्थव्यवस्था
इस प्रकार की अर्थव्यवस्था में ऐसे देश आते हैं जो अपनी पिछड़ी व्यवस्था से उच्च विकास की ओर प्रयासरत है. जैसे भारत
पूंजीवादी अर्थव्यवस्था
इस प्रकार की अर्थव्यवस्था बाजार की शक्तियों अर्थात मांग और आपूर्ति के सिद्धांतों के अंतर्गत स्वतंत्र रुप से कार्य करती है इसे बाजार अर्थव्यवस्था के नाम से जाना जाता है.
समाजवादी अर्थव्यवस्था
इस प्रकार की अर्थव्यवस्था कार्लमार्क्स के सिद्धांतों पर आधारित व्यवस्था का प्रतिपादन करता है. इसके अंतर्गत उत्पादन के समस्त साधनों पर राज्य और समुदाय का नियंत्रण रहता है. जैसे सोवियत रूस
मिश्रित अर्थव्यवस्था
इस प्रकार की अर्थव्यवस्था में समाजवादी और पूंजीवादी अर्थव्यवस्था का मिश्रण होता है. आर्थिक संसाधनों के महत्वपूर्ण भाग पर राज्य का नियंत्रण होता है और उसी के साथ निजी क्षेत्र को विकास का अवसर प्राप्त होता रहता है जैसे भारत
- मिश्रित अर्थव्यवस्था को बिल्कुल विरोधी विचारधारा के समझौते का परिणाम है. इसमें से एक विचारधारा निर्बाध पूंजीवाद का समर्थन करती है और दूसरी इस बात में प्रबल विश्वास रखती है कि सम्रग अर्थव्यवस्था के उत्पाद के साधनों का समाजीकरण होना चाहिए.
- मिश्रित अर्थव्यवस्था अपनाने वाला सर्वप्रथम देश फ्रांस है.
- मिश्रित अर्थव्यवस्था एक अनिवार्य और नियोजित अर्थव्यवस्था है. भारत मिश्रित अर्थव्यवस्था का सर्वोत्तम उदाहरण है.
- 6 अप्रैल 1948 को राष्ट्रीय सरकार ने औद्योगिक नीति की घोषणा ने मिश्रित अर्थव्यवस्था का सुझाव दिया था.
अर्थव्यवस्था के क्षेत्र
केंद्रीय सांख्यिकी संगठन द्वारा अपनी राष्ट्रीय आय की पहली श्रृंखला में भारतीय अर्थव्यवस्था को 13 क्षेत्रों में विभाजित किया गया था परंतु केंद्रीय सांख्यिकी संगठन ने अपने द्वितीय श्रृंखला जो 1966-67 में जारी की गई थी, में भारतीय अर्थव्यवस्था को तीन क्षेत्रों में प्राथमिक द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रों में विभाजित कर दिया.
» राष्ट्रीय आय का अनुमान के लिए अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों को 6 बड़े क्षेत्रों और 14 उपक्षेत्रों में बांटा के जाता है.
प्राथमिक क्षेत्रक
इस क्षेत्र में कृषि, वन क्षेत्र, मत्स्य क्षेत्र और खाने आदि प्राकृतिक संसाधन शामिल हैं. इनसे द्वितीयक क्षेत्र के लिए कच्चा माल मिलता है.
द्वितीयक क्षेत्र
इस क्षेत्र में प्राकृतिक उत्पादों के विनिर्माण प्रणाली के जरिए अन्य रूपों में परिवर्तित किया जाता है. जैसे गन्ने से चीनी बनाना और गुड़ का निर्माण करना. इसे औद्योगिक क्षेत्र भी कहा जाता है.
तृतीयक क्षेत्र
इस क्षेत्र में परिवहन, शिक्षा, होटल, भण्डारण, और संचार और सामुदायिक एवं व्यक्तिगत सेवाएं शामिल होती हैं. इसे सेवा क्षेत्रक भी कहते हैं.