अपनी सुबह से रात तक की दिनचर्या क्या है? - apanee subah se raat tak kee dinacharya kya hai?

आपकी डेली लाइफ में की जाने वाली गतिविधियां आपकी जिंदगी की सबसे ज्यादा महत्वपूरण गतिविधियां होती है क्योंकि यह गतिविधियां आपको जीवन में सफलता तक पहुंचने में मदद करती है। तो आज हम अपने इस लेख “Daily routine in hindi” के माध्यम से बतायेंगे कि हमारी दिनचर्या कैसी होनी चाहिए.

आप daily routine इसलिए सेट करते है कि आप जो भी गतिविधियां कर रहे है, उसका क्या परिणाम आएगा और वह परिणाम आपको किस दिशा में ले जाता है।

यह जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होता है। हर व्यक्ति को अपना दिनचर्या स्वस्थ और अनुशासित बनानी चाहिए ताकि वह अपना जीवन सही से गुज़ार सके।

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Daily Routine in Hindi

दोस्तो, आज मैं आपको दैनिक दिनचर्या और दैनिक गतिविधियों से सम्बंधित कुछ बताने वाला हूँ। तो आइए शुरू करते है:–

सुबह जल्दी उठना

यह बात तो हम सब स्कूल से पढ़ते और सुनते आ रहे हैं कि रात तो जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना चाहिए. इससे ना केप्वल हमारा शरीर और दिमाग स्वस्थ रहता है बल्कि हमें अपने लक्ष्य पर काम करने के लिए अधिक समय भी प्राप्त हो जाता है.

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लेकिन हम में से कितने लोग इस बात का पालन करते हैं यह हम सभी जानते हैं. सुबह जल्दी उठ के कुछ मिनट व्यायाम और योग करने से हमे एक अलग उर्जा पमिलती है.

अगर आपको सुबह जल्दी उठने की आदत नहीं है तो आप इसे एक लक्ष्य बना लें और जब आप इस लक्ष्य को पूरा कर लेंगे तो आप में आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और अनुशाशन में रहना भी सीख जाएंगे.

आलस्य से बचें

दुनिया में हर एक व्यक्ति के पास 24 घंटे होते है। इन 24 घंटो में किए जाने वाले केवल वही काम महत्वपूरण है,जो आपको सफलता की और ले जाते है, इसके अलावा जो भी कार्य है वह सब बेकार है।

जो चीज आपके लिए अच्छी है हितकर है, कई बार आप उसकी तरफ आगे नहीं बढ़ पाते और उसे कल पर टालते रहते हैं और वो कल कभी आता ही नहीं है.

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ऐसी सथितियाँ आलस्य के कारण बनती है हैं और यदि इस को समय रहते ठीक ना किया जाए तो हमारे जीवन का अधिकांश समय व्यर्थ चला जाता है.

छोटे-छोटे संकल्प करिए

यदि आप जिंदगी में सफल होना चाहते है तो आप यह मत सोचिए की आपने दिन में कितने घंटे कार्य किया, बल्कि यह देखो की हमने दिन में कितना कार्य किया और हमे क्या परिणाम मिला जो कार्य हमने किया।

सफलता केवल समय नही मांगती बल्कि काम के घंटे मांगती है और वह काम के घंटो का सकारात्मक नतीजे चाहती है।

इसलिए रोज़ छोटे छोटे संकल्प करिए और उन्हें पूरा करने की कोशिश करिए.

सकारात्मक कार्य करें

अगर आप सकारात्मक दिशा में जाना चाहते है तो आपको रोज़ किए जाने वाले कार्य साकारात्मक करने होंगे और यही हमारी सही दिशा होती है,जो आपको सफलता की और ले जाती है।

यदि आप रोज की जाने वाले कार्य नकारात्मक करेंगे तो आप गलत दिशा में चले जाएंगे जिससे आप असफल बन जाएंगे।

अपने दिनचर्या को बेहतर बनाइए और उसमे किए जाने वालीं गतिविधियों को सकारात्मक बनाइए।

आपके सकारात्मक नतीजे ही आपको सफलता की और ले जाएगी। यदि आप सफलता पाना चाहते है तो आपकी गतिविधियां भी सकारात्मक होनी चाहिए। सफलता आपके कदम जरूर चूमेगी।

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हमेशा आगे बढ़ते रहिए

इस दुनिया का नियम यह है कि यहाँ कोई भी चीज़ रुकी हुई नही है हर एक चीज गतिमान constant है। यदि कोई चीज रुक गई तो उसका अस्तित्व अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।

आपको हमेशा एक्टिव रहना पड़ेगा।आप की रोजाना गतिविधियां ऐसी होनी चाहिए जो हमेशा आपको एक्टिव रखे।

अगर आप एक्टिव है तो आप सफलता के बहुत करीब है।

समय का सदुपयोग

अपने daily routine में ऐसी दैनिक गतिविधियां कीजिए जो आपको आपके मंजिल तक पहुंचा सके। हर एक पल और हर एक दिन आपका ही है और इस दिन और इस पल में आप क्या करते है, यह आपकी जिम्मेदारी है।

अपने दिन को बेहतर बनाइए क्योंकि सफलता आपका इंतजार कर रही है। तो डर किस बात का है दोस्तो आगे बढ़िए अपने दिनचर्या को बेहतर बनाइए।

व्यस्त रहिए

दोस्तो, अपने daily routine को सही करने का एक बेहतर उपाय यह है कि आपसे जितना भी हो सके अपने आप को व्यस्थ रखे।

जितना व्यस्थ आप रहने लगेंगे उतना ही आपकी जिंदगी आरामदायक चलने लगेगी। यदि आप अकेले बैठे है और आपके पास करने को कुछ भी नही है तो आप योग करे, कसरत करे, ध्यान करे.

अपने परिवार के साथ बैठके बाते करिए, जिस चीज में आपका इंटरेस्ट है, वो करिए या किताबे पढ़ ले।

टाइम टेबल बनाएं

यदि आप टाइम टेबल बनाकर अपना कार्य करते है तो आपका दिनचर्या बिलकुल ही अच्छा चलने लगेगा।

इसमें कोई भी बुराई नही है। टाइम टेबल बनाकर काम करना तो अच्छी चीज है। आप में से बहुत लोग जब स्कूल जाते थे टाइम टेबल बनाकर जाते थे लेकिन 2–3 दिन से ज्यादा इसे फॉलो नही कर पाते थे और अक्सर नया टाइम टेबल बनाया करते थे।

बरसो से चीजों को प्रभावी रूप से करने के लिए टाइम टेबल बना कर कम करने का approach करने का हमारे दिमाग में बैठा है उसे निकाल दीजिए।

वही कार्य करें जिससे आपका लक्ष्य जुड़ा हो

यदि आप सोचते है कि सफलता पाने के लिए व्यस्त रहना बहुत ही जरूरी है तो आप यह गलत सोचते है, आपको अपने विचार बदलने की जरूरत है।

महत्वपूरण यह नही है कि आप व्यस्त रहते है बल्कि महत्वपूरण यह है कि आप किस काम में व्यस्त रहते है। आपका व्यस्त रहना आपको सफलता नही दिलाता बल्कि आप जिस काम में व्यस्त है वह आपको सफल बनाता है।

निष्कर्ष:

माना की इस दिनचर्या का पालन करना आपके लिए बड़ा ही कष्टदायक होगा लेकिन अगर आप आलस न करके सुबह जल्दी उठें और स्वस्थ नाश्ता करे तो 7–8 दिन के अंदर आपका रूटीन बिल्कुल सही बन जायेगा। इसे कल-परसों पर न डाले।

दोस्तो, दिन के जिस भी वक्त आप यह आर्टिकल “Daily routine in hindi” आप पढ़ रहे है तो उसी वक्त से अपना रूटीन चालू कर दे।

पूरे दिन की दिनचर्या क्या होनी चाहिए?

जानिए हमारा डेली रूटीन आयुर्वेद के अनुसार कैसा होना चाहिए;.
ब्रह्ममूर्त : सुबह उठने का सबसे सही समय ... .
योगाभ्यास या व्यायाम करने के आधे घंटे के बाद नहाएं ... .
ध्यान के लिए समय निकालें ... .
अब करें सुबह का नाश्ता ... .
दोपहर एक बजे खाएं खाना ... .
दोपहर में सोने का नहीं है जिक्र ... .
शाम में पसंद की काम को करें.

अपनी सुबह से रात की दिनचर्या क्या है?

निष्कर्ष (conclusion)- हमें सुबह जल्दी उठना चाहिए और रात को जल्दी सोना चाहिए| यह हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है। साथ ही सुबह नियमित व्यायाम और योगा करना चाहिए। विद्यालय में दिया गया गृह कार्य भी नियमित करना चाहिए। नियमित स्नान भी करना चाहिए।

हम अपनी दिनचर्या कैसे लिखें?

प्रस्तावना : दिनचर्या अर्थात रोजमर्रा में किए जाने वाले कार्य। हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में जो कार्य करते हैं उसे दिनचर्या कहते हैं। दिनचर्या की शुरूआत प्रात: सुबह 4 बजे से शुरू होती है। हर व्यक्ति विशेष को अपनी दिनचर्या स्वस्थ व अनुशासित बनानी चाहिए ताकि वह अपना जीवन सही तरीके से गुजार सकें।

मेरा दिनचर्या क्या है?

सुबह का कार्यक्रम– मैं कटिबद्ध रूप से अपनी दिनचर्या का पालन करता हूँ इसी कड़ी में मैं नित्य सवेरे पांच बजे उठता हूँ उठने के बाद शौच से निवृत होने के बाद ठंडे जल से नहाता हूँ फिर स्वच्छ कपड़े पहनकर सवेरे भ्रमण के बाद मन्दिर में दर्शन के लिए जाता हूँ.

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