भारत एक कृषि प्रधान देश है। जिसमें कृषि और फसलों से जुड़े कार्यों को हर राज्य में महत्व दिया जाता है और आबादी का काफी बड़ा हिस्सा कृषि में ही पैदावार की बढ़ोतरी के प्रयास में जुटा रहता हैं। आमदनी की भी बात की जाए तो देश में ज़्यादातर लोग कृषि के ऊपर निर्भर रहते हैं। भारत देश में लगभग 70% भारतीय लोग किसान है, यह लोग देश के अंदर रीड के हड्डी के समान कार्य करते हैं। कृषि हम सब के जीवन का एक अभिन्न अंग है। जोकि सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया भर के लोगो की सेहत और चलन को निर्धारित करता है। कृषि के क्षेत्र में करियर की बात की जाए तो कृषि में करियर की तरफ छात्रों का रुझान इसकी बढ़ती पॉप्युलैरिटी भी है जिसका श्रे विश्व में बढ़ती आबादी को भी जाता है। इस क्षेत्र में बढ़ते इस रुझान को देखते हुए दुनिया के सभी माने हुए कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीज़ ने इससे जुड़े कोर्सेज को एहमियत दी है और बेहतरीन तकनीकी ज्ञान को सिलेबस में शामिल कराया है। तो आइए 12 वीं के बाद कृषि में करियर के बारे में इस ब्लॉग के ज़रिए जानकारी लेते हैं।
क्षेत्र | कृषि |
कोर्स लेवल्स | अंडरग्रेजुएट , मास्टर्स , PhD |
एडमिशन प्रोसेस | एंट्रेंस एग्ज़ाम |
टॉप रिक्रूटर्स | स्टेट एग्रीकल्चर रिसर्च स्टेशन, मृदा जाँच केंद्र, राष्ट्रीय बीज निगम, केंद्रीय कृषि पशुपालन मंत्रालय और कृषि विभाग आदि। |
जॉब प्रोफाइल | फार्म मैनेजर, सुपरवाइज़र,सॉइल साइंटिस्ट, एंटरोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, हॉर्टिकल्चरिस्ट, एग्रोनोमिस्ट, मौसम वैज्ञानिक, पशुपालन विशेषज्ञ, एग्रीकल्चर इंजीनियर आदि। |
This Blog Includes:
- कृषि में पढ़ाई क्यों करें ?
- आवश्यक स्किल्स
- 12वीं के बाद कृषि में स्पेशलाईज़्ड सब्जेक्ट्स
- कृषि क्षेत्र में कोर्स के विकल्प
- 12वीं के बाद कृषि के क्षेत्र में क्या करें?
- कृषि के क्षेत्र में बेस्ट विदेशी यूनिवर्सिटी
- भारत के टॉप 10 कॉलेज
- BSc एग्रीकल्चर शैक्षिक योग्यता
- आवेदन प्रक्रिया
- विदेश की आवेदन प्रक्रिया
- ज़रूरी दस्तावेज़
- प्रवेश प्रक्रिया
- कृषि प्रवेश के लिए अन्य परीक्षाएं
- प्रमुख जॉब प्रोवाइडर कंपनी
- करियर ,स्कोप और जॉब प्रोफाइल
- कृषि में करियर: कर्मचारियों की सैलरी पैकेज क्या है?
- Bsc एग्रीकल्चर के बाद नौकरी
- FAQs
कृषि में पढ़ाई क्यों करें ?
कृषि देश में आने वाले अनाज और खाद्य पदार्थो की मांग को पूरा करती है। बढ़ती आबादी के साथ भोजन की मांग और ज़रूरत दोनों में तब्दीली देखने को मिली है जिससे एग्रीकल्चर से जुड़ी तकनीकों में वृद्धि की मांग भी बढ़गई है। बेहतर तकनीक के साथ साथ बेहतर प्रोडक्शन और ग्रोथ के लिए मैन पॉवर का स्किलड होना और बेहतर आइडियाज़ की भागीदारी भी आवश्यक है। जिसके चलते कृषि में कोर्सेज की पॉपुलैरिटी भी बढ़ती नज़र आ रही है। एग्रीकल्चर में ब्रॉड रेंज में सब-फील्ड्स देखने को मिलती है कृषि के क्षेत्र में छात्रों का रुझान और विश्व में इससे जुड़े कोर्सेज की मांग बढ़नें के कारण करियर में मिलने वाली नौकरियों की रेंज भी बढ़ जाती है। आइए जानते है कि कृषि के क्षेत्र में पढ़ाई कैसे है आपके भविष्य के लिए लाभदायक और क्या रहेंगे फायदे –
- कृषि का क्षेत्र अपने आप में एक फैला हुआ क्षेत्र है और इससे जुड़ी सभी शाखाएं और सब-फील्ड्स आपको आपकी पसंद की फीलड में ज्ञान अर्जित करने के साथ साथ बेहतर डिग्री प्रदान करती है जिससे भविष्य में नौकरियों का दायरा बढ़ जाता है।
- बारहवीं के बाद आप बैचलर के साथ साथ मास्टर्स करने का विकल्प भी चुन सकते है। कृषि के क्षेत्र में ही बेहतर डिग्री और नॉलेज आपको बेहतर विकल्पों की और लेके जाता है।
- बैचलर हो चाहे मास्टर डिग्री आप अपनी पढ़ाई के बाद अपना बिज़नेस भी शुरू कर सकतें हैं जिसमें आपको अपनी स्किल्स और आइडियाज़ एक्स्प्लोर करने का मौका मिलेगा।
- नौकरी के विकल्पों की अगर बात करें तो आपकी जॉब प्रोफाइल आपके चुनें गए कोर्स पर निर्भर करती है। एक ब्रॉड फीलड होने के कारण आपको नौकरियों के विकल्प भी काफी देखने को मिलेंगे जिसमें क्रॉप प्रोडक्शन एनालिस्ट, फार्म मैनेजर, सॉइल एंड प्लांट साइंटिस्ट आदि शामिल हैं।
आवश्यक स्किल्स
कृषि जैसे प्रैक्टिकल और क्रिटिकल क्षेत्र में प्रवेश के लिए आपको कुछ चीज़ो में स्किल्ड होने की आवश्यकता होगी जो एक एग्रीकल्चर कोर्स करने वाले छात्र के लिए अनिवार्य है और कोर्स में सफलता के लिए अत्यंत आवश्यक मानी गई है। कृषि के क्षेत्र में सफलता के लिए निम्नलिखित स्किल्स का होना है ज़रूरी –
- ऑर्गनाइज़ेशनल स्किल्स
- मैनेजमेंट स्किल्स
- पीपल स्किल्स
- लाइफ लॉन्ग लर्नर
- एनालिटिकल और क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स
- मैकेनिकल माइंड
- टीम वर्क
- लीडरशिप
- प्रोफेशनल कम्युनिकेशन
बीएससी एग्रीकल्चर के बाद आप इनमें से किसी भी सब्जेक्ट में स्पेशलाइजेशन कर अपनी स्किल और क्वालिफिकेशन को बढ़ा सकते हैं।
- सॉइल साइंस
- एग्रोनमी
- प्लांट पैथोलॉजी
- एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स
- प्लांट बायोकेमिस्ट्री
- एक्सटेंशन एजुकेशन
- बायोटेक्नोलॉजी
- एंटोमोलॉजी
- एनिमल साइंस
कृषि क्षेत्र में कोर्स के विकल्प
सर्टिफिकेट कोर्स
- कृषि विज्ञान में सर्टिफिकेट कोर्स
- खाद्य और पेय सेवा में सर्टिफिकेट कोर्स
- बायो-उर्वरक उत्पादन में सर्टिफिकेट कोर्स
डिप्लोमा कोर्स
- कृषि में डिप्लोमा
- कृषि और सहयोगी प्रथाओं में डिप्लोमा
- खाद्य प्रसंस्करण में डिप्लोमा
बैचलर कोर्स (बी.एस.सी)
- कृषि में विज्ञान बैचलर
- कृषि में बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स)
- फसल फिजियोलॉजी में बैचलर ऑफ साइंस
मास्टर कोर्स (एम.एस.सी)
- कृषि में मास्टर ऑफ साइंस
- जैविक विज्ञान में मास्टर ऑफ साइंस
- कृषि वनस्पति विज्ञान में मास्टर ऑफ साइंस
डॉक्टरेट कोर्स
- कृषि में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी
- कृषि जैव प्रौद्योगिकी में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी
- कृषि एंटोमोलॉजी में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी
12वीं के बाद कृषि के क्षेत्र में क्या करें?
12वीं पास होने के बाद अगर आप कृषि के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आप BSc एग्रीकल्चर करने का विचार कर सकते हैं। BSc एग्रीकल्चर एक 4 साल अंडर ग्रेजुएट बैचलर डिग्री का कोर्स होता है। BSc एग्रीकल्चर कृषि आप नीचे दिए गए विषयों से कर सकते हैं।
- एग्रोनोमी
- बागवानी
- हॉर्टिकल्चर
- मृदा
- विज्ञान
- जीव विज्ञान
- गणित
- अंग्रेजी
- पैथोलॉजी
- भूमि सर्वेक्षण
- विधि विज्ञान
- जल संसाधन प्रबंधन
- पशु और कुक्कुट प्रबंधन
कृषि के क्षेत्र में बेस्ट विदेशी यूनिवर्सिटी
कृषि एक बढ़ती इंडस्ट्री होने के कारण विष्व भर में प्रसिद्ध है। कृषि के क्षेत्र में कोर्सेज की अगर बात करें तो फील्ड की ब्रॉड रेंज आपको आपकी पसंद का करियर चुनने में मदद करती है। वर्ल्ड की बेस्ट विदेशी यूनिवर्सिटीज़ जो एग्रीकल्चर में आपको आपके पसंद का कोर्स उपलब्ध करा सकती है निम्नलिखित है।
युनिवर्सिटी | देश | QS रैंकिंग 2021 |
ETC ज़ुरिक | स्विट्ज़रलैंड | 06 |
युनिवर्सिटी ऑफ़ कैंब्रिज | USA | 07 |
कॉर्नेल युनिवर्सिटी | USA | 18 |
युनिवर्सिटी ऑफ़ एडिमब्र्ह | UK | 20 |
युनिवर्सिटी ऑफ़ मीकीगन,एन आर्बर | USA | 21 |
युनिवर्सिटी ऑफ़ सिडनी | ऑस्ट्रेलिया | 40 |
युनिवर्सिटी ऑफ़ मेलबर्न | ऑस्ट्रेलिया | 41 |
युनिवर्सिटी ऑफ़ कोपेनहेगेन | डेनमार्क | 76 |
पर्ड्यू युनिवर्सिटी | USA | 109 |
युनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफोर्निया, डेविस | USA | 112 |
वैगनिंगन युनिवर्सिटी एंड रिसर्च सेंटर | निथरलैंड | 115 |
यूट्रेक्ट युनिवर्सिटी | निथरलैंड | 121 |
युनिवर्सिटी ऑफ़ फ्लोरिडा | USA | 162 |
टैक्सस A & M | USA | 169 |
भारत के टॉप 10 कॉलेज
भारत के टॉप 10 कॉलेज की लिस्ट नीचे दी गई है :-
- इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली
- तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर
- आचार्य एनजी रांगा कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद
- जवाहरल नेहरु विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- केन्द्रीय संस्थान कृषि अभियांत्रिकी, भोपाल
- पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना
- अंबिल धर्मलिंगम कृषि कॉलेज और अनुसंधान संस्थान, थिरुचिरापाली
- भारतीय कृषि सांख्यिकी अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
- इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट, बरेली
- राष्ट्रीय डेयरी रिसर्च इंस्टिट्यूट, करनाल
BSc एग्रीकल्चर शैक्षिक योग्यता
सामान्य तौर पर जिन योग्यताओं के मापदंड पर आंकलन किया जाता है वे नीचे मेंशन की गयी है। किसी भी प्रोग्राम के लिए अप्लाई करने से पहले इन्हे ज़रूर रखें ध्यान में-
- 12वीं उत्तीर्ण कर चुके छात्र जिनके पास साइंस रही हो।
- 12 वीं के मुख्य विषयों में निम्नलिखित विषयो का होना अनिवार्य है। (PCM-फिज़िक्स,केमिस्ट्री,मैथ्स),(PCB-फिज़िक्स,केमिस्ट्री,बायोलॉजी), (ABC-एग्रीकल्चर,बायोलॉजी,केमिस्ट्री)
- Bsc एग्रीकल्चर में एडमिशन लेने के लिए कम से कम बारहवीं कक्षा के अंदर 50 % मार्क्स के साथ 12वीं कक्षा पास होना अनिवार्य है।
- अगर आप विदेश में जाकर एग्रीकल्चर में पढ़ाई का सोच रहे हैं तो आपके लैंग्वेज प्रोफिशिएन्सी टेस्ट के स्कोर भी मायने रखते हैं। जिसमें IELTS, TOEFL आदि शामिल हैं।
- स्टेटमेंट ऑफ़ पर्पस (SOP) सबमिट करना होगा।
- कुछ इंस्टीट्यूट लेटर ऑफ़ रिकमेंडेशन (LORs ) की भी मांग कर सकते है।
- इन सभी के साथ अपनी चुनी गयी युनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पे दी गई आवश्यक योग्यताओं को भी ध्यान से पढ़ लें और उसी अनुसार निर्णय लें।
आवेदन प्रक्रिया
कृषि क्षेत्र के किसी भी प्रोग्राम में एडमिशन के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करना आवश्यक है। यह एप्लीकेशन प्रोसेस आपको आपके मनचाहे कॉलेज में एडमिशन दिलाने के लिए महत्वपूर्ण है-
- कृषि क्षेत्र से जुड़े सभी कोर्सिज़ को जानें और अपने लिए एक बेहतर विकल्प चुनें।
- उसके बाद कौनसे कॉलेजेस आपका चुना कोर्स उपलब्ध करातें है पता लगाएं।
- ध्यान से कोर्स और कॉलेज के लिए दी गई योग्यता को पढ़ें।
- कृषि क्षेत्र के लिए देने वाले एंट्रेंस एग्ज़ाम्स का पता लगाएं और आपके कॉलेज द्वारा स्वीकार किया जाने योग्य एग्ज़ाम चुनें। ध्यान रखें कुछ कॉलेजेस एंट्रेंस एग्ज़ाम के बिना भी आपकी एप्लीकेशन स्वीकार कर लेते हैं।
- एंट्रेंस एग्ज़ाम के लिए योग्यता और तारीख का ध्यान रखें। अगर आप योग्य हों तो एग्ज़ाम के लिए रजिस्टर कर दें।
- एग्ज़ाम दें और रिजल्ट आने का इंतज़ार करें।
- रिजल्ट आने के बाद, काउंसिलिंग के लिए रजिस्टर करें और प्रोसेस फॉलो करें।
- अपने चुनें गए कॉलेज और कोर्स को काउंसिलिंग में सेलेक्ट करें।
- रजिस्टर करें और दस्तावेज़ जमा कराएं।
विदेश की आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में आवेदन करने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को अपनी आवेदन प्रक्रिया का ख़ास ध्यान रखना होगा , नीचे दिए गए चरणों को ध्यान से पढ़ें-
- कोर्सेज और विश्वविद्यालय को शॉर्टलिस्ट करें: आवेदन प्रक्रिया में पहला स्टेप शैक्षणिक प्रोफ़ाइल के अनुसार कोर्सेज और विश्वविद्यालयों को शॉर्टलिस्ट करना है। छात्र AI Course Finder के माध्यम से कोर्सेज और विश्वविद्यालयों को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं और उन यूनिवर्सिटीज़ की एक लिस्ट तैयार कर सकते हैं, जहां उन्हें अप्लाई करना सही लगता है।
- अपनी समय सीमा जानें: अगला कदम विदेश में उन विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की समय सीमा जानना है, जिनमें आप आवेदन करने की योजना बना रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को आवेदन प्रक्रिया के लिए काफी पहले (वास्तविक समय सीमा से एक वर्ष से 6 महीने पहले) ध्यान देना होता है। यह सुनिश्चित करता है कि छात्र कॉलेज की सभी आवश्यकताओं जैसे SOP, सिफारिश के पत्र, फंडिंग / छात्रवृत्ति विकल्प और आवास को पूरा कर सकते हैं।
- प्रवेश परीक्षा लें: विदेशी यूनिवर्सिटीज़ के लिए आवेदन प्रक्रिया के तीसरे स्टेप मे छात्रों को IELTS, TOEFL, PTE और यूनिवर्सिटी क्लिनिकल एप्टीट्यूड टेस्ट (यूसीएटी) जैसे टेस्ट देने होते हैं। इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट में एक नया Duolingo टेस्ट है जो छात्रों को अपने घरों से परीक्षा में बैठने की अनुमति देता है और दुनिया भर में स्वीकार किया जाता है।
- अपने दस्तावेज़ कंप्लीट करें: अगला कदम आवेदन प्रक्रिया के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज़ों और स्कोर को पूरा करके एक जगह पर एकत्र करें। इसका मतलब है कि छात्रों को अपना एसओपी लिखना शुरू कर देना चाहिए, शिक्षकों और सुपरवाइज़र्स से सिफारिश के पत्र प्राप्त करना चाहिए और अपने वित्तीय विवरणों को अन्य दस्तावेज़ों जैसे टेस्ट स्कोरकार्ड के साथ व्यवस्थित करना चाहिए। COVID-19 महामारी के साथ, छात्रों को अपना वैक्सीन प्रमाणपत्र डाउनलोड करना होगा।
- अपने आवेदन करने की प्रक्रिया प्रारंभ करें: एक बार जब आपके पास सभी दस्तावेज मौजूद हों, तो छात्र सीधे या UCAS के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। विदेश की यूनिवर्सिटी में आवेदन करने वाले छात्र जो सीधे आवेदन स्वीकार करते हैं, वे यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन करके शुरू कर सकते हैं। उन्हें कोर्सेज का चयन करना होगा, आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करनी होगी।
ज़रूरी दस्तावेज़
कृषि क्षेत्र में कोर्स के लिए अप्लाई करने के लिए छात्र को नीचे दिए गए दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी-
- 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण की मार्कशीट।
- स्कूल / कॉलेज छोड़ने का सर्टिफिकेट।
- भारतीय नागरिकता का प्रमाण जिसमें जन्म पत्री या पासपोर्ट हो सकता है।
- किसी मान्यता प्राप्त डॉक्टर द्वारा दिया गया ‘फिजिकल फिटनेस सर्टिफिकेट’
- कैंडिडेट की 5 पासपोर्ट साइज़ फोटो।
- लैंग्वेज टेस्ट स्कोर शीट IELTS, TOEFL आदि।
- Statement of Purpose (SOP) जमा कराएं।
- Letters of Recommendation (LORs). जमा कराएं।
प्रवेश प्रक्रिया
कृषि के लिए आपको आपकी 12वीं पास करने के बाद एक एंट्रेंस एग्ज़ाम देने की आवश्यकता होती है जिससे आपकी काबिलियत का अंदाज़ा लगाया जाता है। दुनिया भर में एग्रीकल्चर में कोर्स के लिए कौन से टैस्ट उपलब्ध है, आइए जानते हैं-
- Scholastic Aptitude Test (SAT)
- American College Testing Assessment (ACT)
- International English Language Testing System (IELTS)
- Test of English as a Foreign Language (TOEFL)
- AGRICET
- UPCATET
- ICAR Entrance Exam (ICAR-AIEEA)
- EAMCET
- PAU Entrance Exam-
- KEAM
- IGKV CET
कृषि प्रवेश के लिए अन्य परीक्षाएं
कृषि प्रवेश के लिए अन्य परीक्षाएं नीचे दी गई है :-
- CG pre agriculture test
- GB plant University admission
- Indira Gandhi agricultural University
- MP pre agriculture test
- MCAER common entrance test
- Punjab agriculture University
- Orissa University of agriculture and technology
- Uttar Pradesh combined agriculture and technology entrance exam
- Rajasthan joint entrance test
- Bihar combined entrance competitive examination
प्रमुख जॉब प्रोवाइडर कंपनी
कंपनीज़ और कृषि में सेंटर्स जो एग्रीकल्चर में ग्रेजुएशन पूरी किए विद्यार्थियों को नौकरी सक्षम है निम्नलिखित हैं।
- भारत सरकार और राज्य सरकारों के कृषि से संबद्ध सभी विभाग,
- आईसीएआर के सभी अनुसंधान केंद्र और स्टेट एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी,
- कृषि विज्ञान केंद्र,
- स्टेट एग्रीकल्चर रिसर्च स्टेशन,
- मृदा जाँच केंद्र,
- राष्ट्रीय बीज निगम,
- केंद्रीय कृषि पशुपालन मंत्रालय और कृषि विभाग,
- राज्य कृषि व पशुपालन मंत्रालय व विभाग,
- जल एवं पर्यावरण मंत्रालय,
- मौसम विभाग आदि प्रमुख हैं।
इसके अलावा निजी क्षेत्र में भी रोज़गार के कई माध्यम हैं जो नीचे निम्नलिखित हैं:
- खाद व उर्वरक कम्पनी
- फार्मिंग इंडस्ट्री कंसल्टेंट्स
- पेस्टिसाइड इंडस्ट्रीज
- एग्रीकल्चर इक्यूपमेंट इंडस्ट्रीज
- एग्रीकल्चरल कमोडिटीज प्रोसेसर्स
- सीड इंडस्ट्रीज
- एनजीओ
- स्ववित्तपोषित संस्थान
- मीडिया ग्रुप
- फ़ूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज
- डेरी इंडस्ट्रीज
करियर ,स्कोप और जॉब प्रोफाइल
हमारे देश में कृषि क्षेत्र में हायर एजुकेशनल क्वालिफिकेशन हासिल करने और समुचित ट्रेनिंग लेने के बाद बतौर सरकारी और निजी कृषि कर्मचारी हैं। बढ़ती आबादी और टेक्नोलॉजिस्ट की ज़रूरत इस फीलड को अधिक महत्वपूर्ण बनाती है। मुख्यतः इसमें एक विद्यार्थी को उसके चुने गए कोर्स से जुड़े सभी आस्पेक्ट्स की जानकारी दी जाती है जिससे वे एग्रीकल्चर को पूरी तरीके से समझ सकें और उसकी बढ़ोतरी में अपना योगदान दें सकें। एक ब्रॉड फील्ड होने के कारण इस क्षेत्र में गुंजाइशें भी बड़े तौर पर देखने को मिलती है चाहे वो नौकरी हो या आप अपना बिज़नेस शुरू करने का विचार रखतें हो। कृषि क्षेत्र में ग्रेजुएट होने के बाद आप मास्टर्स करने के साथ साथ डायरेक्ट नौकरी करने का विकल्प भी चुन सकतें हैं। एक ग्रेजुएट कृषि क्षेत्र में डिग्री के बाद सरकारी, प्राइवेट और पब्लिक इंस्टिट्यूशन में से किसी को भी चुन सकता है। कृषि की फीलड में किसी भी कोर्स में रूचि रखने वाले विद्यार्थी अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद नीचे दी गई किसी भी प्रोफ़ाइल के लिए अप्लाई कर सकते हैं-
- फार्म मैनेजर
- सुपरवाइजर
- सॉइल साइंटिस्ट
- एंटरोलॉजिस्ट
- पैथोलॉजिस्ट
- हॉर्टिकल्चरिस्ट
- एग्रोनोमिस्ट
- मौसम वैज्ञानिक
- पशुपालन विशेषज्ञ
- एग्रीकल्चर इंजीनियर
- एग्रीकल्चरल कम्प्यूटर इंजीनियर (जिन इंजीनियर्स के पास कंप्यूटर प्रोग्रामिंग स्किल्स होते हैं
- वे एग्रीकल्चर मंत जियोस्पेशल सिस्टम्स
- आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस
- एग्रीकल्चर फ़ूड साइंटिस्ट
- एग्रीकल्चर रिसर्च ऑफिसर
- एग्रीकल्चर ऑफिसर
- प्लांट फिजियोलॉजिस्ट
- सर्वे रिसर्च एग्रीकल्चर इंजीनियर
- एनवायर्नमेंटल कंट्रोल्स इंजीनियर
- माइक्रोबायोलॉजिस्ट
- फ़ूड सुपरवाइजर
- रिसर्चर
- एग्रीकल्चर क्रॉप इंजीनियर
- बी कीपर
- फिशरी मैनेजर
- बोटेनिस्ट
- सॉयल इंजीनियर
- सॉयल एंड प्लांट साइंटिस्ट
- लेब टेक्नीशियन
- मीडिया मैनेजर
कृषि में करियर: कर्मचारियों की सैलरी पैकेज क्या है?
हमारे देश में कृषि क्षेत्र में ग्रेजुएट (बीएससी या बीटेक) फ्रेशर्स को शुरू में एवरेज 18 हजार-25 हजार रुपए तक प्रति माह मिलते हैं। अन्य सभी फ़ील्ड्स की तरह ही इस फील्ड में सैलरी पैकेज कैंडिडेट के जॉब रोल, स्किल्स उनके बैचलर डिग्री से संबद्ध यूनिवर्सिटी या इंस्टिट्यूट पर काफी हद तक निर्भर होता है। इस फील्ड में पेशेवरों को 4 वर्ष से 6 वर्ष के कार्य-अनुभव के बाद –
- एवरेज 6 लाख-10 लाख रुपए प्रति वर्ष तक का सालाना पैकेज मिल सकता है।
- इस फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएट कैंडिडेट्स शुरू में 3.6 लाख रुपए तक औसतन सालाना सैलरी पैकेज लेते हैं ।
- 4 वर्ष से 6 वर्ष के कार्य अनुभव के बाद 9 लाख-6 लाख रुपए प्रति वर्ष औसतन सैलरी कमा सकते हैं।
- इसी तरह इस फील्ड से संबद्ध रिसर्च प्रोफेशनल्स 55 से 80 हजार रुपए प्रति माह तक एवरेज सैलरी लेते हैं।
Bsc एग्रीकल्चर के बाद नौकरी
प्राइवेट सेक्टर
- फर्टीलाइजर कंपनीज
- एग्रो इंडस्ट्रीज
- एग्रीकल्चर मार्केटिंग
- माइक्रो फाइनेंस इंस्टिट्यूशन
- एग्री बायोटेक ऑर्गनाइजेशन
- एग्रीकल्चर फायनेंस सेक्टर
- प्राइवेट बैंकिंग
- प्राइवेट कॉलेज एंड यूनिवर्सिटीज
- इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट
- स्टेट फॉर्म्स कारपोरेशन ऑफ इंडिया
- नेशनल डेरी डेवलपमेंट बोर्ड
- नेशनल सीड्स कारपोरेशन
- नार्थ ईस्टर्न रीजन एग्रीकल्चरल मार्केटिंग कारपोरेशन
- फ़ूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया
- एग्रीकल्चरल फाइनेंस कारपोरेशन
- नाबार्ड और अन्य बैंक्स
- इंडियन कॉउन्सिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च
- कॉउन्सिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च
FAQs
एग्रीकल्चर में कौन कौन सी नौकरी आती है?
विदेश में कौन-कौन सी पोस्ट पर BSc एग्रीकल्चर के बाद नौकरी कर सकते हैं? नीचे जॉब पोस्ट्स इस प्रकार हैं।
एग्रीकल्चर इंजीनियर
बिज़नेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव
एग्रीकल्चर डेवलपमेंट अफसर (ADO)
एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट
लैंडस्केपिंग मैनेजर
क्रॉप टेस्टिंग अफसर
12वीं के बाद एग्रीकल्चर कैसे करें?
डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर, BSc इन एग्रीकल्चर और सर्टिफिकेट कोर्स आप 12वीं के बाद कर सकते हैं। बीएससी एग्रीकल्चर के बाद एमएससी इन एग्रीकल्चर जैसे कोर्स किये जा सकते हैं। इस फील्ड में बैचलर ऑफ साइंस इन एग्रीकल्चर कोर्स की अवधि 4 साल होती है और डिप्लोमा कोर्स 2 से 3 साल के होते हैं।
एग्रीकल्चर टीचर कैसे बने?
बीएससी करने के बाद आप एग्रीकल्चर से एमएससी कर सकते हैं यह एक मास्टर डिग्री है इसमें करने के बाद आपके लिए काई कैरियर के रास्ते खुल जाते हैं। जिनमें आप उच्च स्तर की नौकरी पा सकते हैं इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में एग्रीकल्चर टीचर एग्रीकल्चर टीचर बन सकते है।
कृषि विभाग में सैलरी कितनी मिलती है?
कृषि विभाग में मिलेगी इतनी सैलरी
उदाहरण के तौर पर, असिस्टेंट सुपरवाइजर की प्रतिमाह सैलरी लगभग 25 हजार से 80 हजार रुपये के बीच होती है. इन्हें वेतन के अलावा कई अन्य भत्ते भी मिलते हैं (एग्रीकल्चर जॉब सैलरी)
एग्रीकल्चर में क्या क्या आता है?
“पौधों या पशुओं से सम्बंधित उत्पादों की खेती करना या उत्पादन करना एग्रीकल्चर कहलाता है।” एग्रीकल्चर या कृषि के अंतर्गत फसल उत्पादन, पशुपालन और डेयरी विज्ञान, कृषि रसायन और मृदा विज्ञान, बागवानी, कृषि अर्थशास्त्र, कृषि इंजीनियरिंग, वनस्पति विज्ञान, प्लांट पैथोलॉजी, विस्तार शिक्षा और कीटनाशक शामिल हैं।
उम्मीद है आपको हमारा 12 वीं के बाद कृषि में करियर पर ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते है तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर कांटेक्ट कर आज ही 30 मिनट्स का फ्री सेशन बुक कीजिए ।