उड़द की दाल खाने से क्या नुकसान है? - udad kee daal khaane se kya nukasaan hai?

उड़द की दाल का सेवन ज्यादातर लोगों को पसंद होता है, क्योंकि यह खाने में काफी स्वादिष्ट लगती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उड़द की दाल खाने में स्वादिष्ट के साथ-साथ सेहत के लिए भी लाभदायक साबित होती है। क्योंकि उड़द की दाल पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसलिए इसका सेवन करने से कई बीमारियां भी दूर होती है। उड़द की दाल में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन बी, थायमीन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन सी, आयरन, कैल्‍शियम और कार्बोहाइड्रेट जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो स्वास्थ्य के लिहाज से काफी लाभदायक साबित होती है। लेकिन उड़द की दाल का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि उड़द की दाल का सेवन अधिक मात्रा में करने से स्वास्थ्य को फायदे की जगह नुकसान पहुंचता है। आइए जानते हैं उड़द दाल के क्या-क्या फायदे और नुकसान होते हैं।

उड़द दाल के फायदे और नुकसान (Urad Dal Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi)

उड़द दाल के फायदे

- उड़द की दाल पेट के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है। क्योंकि उड़द की दाल में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इसका सेवन करने से पाचन तंत्र (Digestion) बेहतर होता है।

- बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां (Bones) कमजोर होने लगती है, जिसकी वजह से जोड़ों में दर्द की शिकायत हो जाती है। लेकिन अगर आप उड़द की दाल का सेवन करते हैं, तो इससे हड्डियां मजबूत होती हैं। क्योंकि उड़द की दाल में कैल्शिमय की भरपूर मात्रा पाई जाती है।

- उड़द की दाल का सेवन हार्ट (Heart) के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि उड़द दाल में फाइबर, मैग्निशियम जैसे तत्व मौजूद होते हैं। जिसके सेवन से हार्ट हेल्दी रहता है और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है।

- उड़द की दाल में पोटैशियम की अच्छी मात्रा मौजूद होती है, जो ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को कंट्रोल करने में मददगार साबित होती है। इसलिए जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की शिकायत हो, उनको उड़द दाल का सेवन करना चाहिए।

- उड़द की दाल में आयरन (Iron) भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। इसलिए इसका सेवन करने से शरीर में खून की कमी दूर होती है। शरीर में खून की कमी होने की वजह से लोग जल्दी थक जाते हैं और कमजोरी महसूस करने लगते हैं, लेकिन अगर आप उड़द दाल का सेवन करते हैं, तो इससे थकान और कमजोरी महसूस नहीं होती है।

- उड़द की दाल में विटामिन्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है। जो स्किन (Skin) के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। इसलिए उड़द की दाल का सेवन करने से स्किन संबंधी कई परेशानियां दूर होती है।

- उड़द की दाल का सेवन सिरदर्द (Headache) की समस्या को कम करने में मददगार साबित होता है। क्योंकि उड़द की दाल में मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

उड़द दाल के नुकसान

- उड़द की दाल का अधिक मात्रा में सेवन करन से शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) की मात्रा बढ़ जाती है। क्योंकि दालों में प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है।

- किडनी या गुर्दे में स्टोन (Kidney Stone) की समस्या से ग्रसित लोगों को उड़द की दाल खाने के लिए मना किया जाता है।

- गठिया की बीमारी से पीड़ित मरीजों को उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह समस्या को बढ़ा सकती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Rate this story!

Thank You!

Edited by Rakshita Srivastava

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Urad Dal: उड़द की दाल का सेवन ज्यादातर लोग करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि किन लोगों को यह नहीं खानी चाहिए. दरअसल, इस दाल से कई लोगों की सेहत बिगड़ सकती है. उड़द की दाल में ऐसे पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं.इस दाल में प्रोटीन की मात्रा सबसे ज्यादा पाई जाती है, जो सभी लोगों की सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है, लेकिन उड़द की दाल कई लोगों के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकती है. अगर इस दाल का अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है तो इससे यूरिक एसिड और गठिया की परेशानी बढ़ सकती है. ऐसे में यह जानना बेहद जरुरी है कि उड़द की दाल का सेवन कितना करना चाहिए और किन लोगों को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए.

उड़द की दाल कितनी खाना चाहिए?

रोजाना उड़द की दाल खाने वाले सावधान हो जाइए, क्योंकि ऐसे करने से आपको कई प्रकार की दिक्कत हो सकती हैं. कोशिश करें कि उड़द की दाल का सेवन सप्ताह में बस एक से दो बार करें. क्योंकि, इस फायदे के साथ-साथ मिलने वाले नुकसान आपकी सेहत बिगाड़ सकते हैं.

ऐसे लोग बिल्कुल न खाएं उड़द की दाल

- ऐसे लोग,जिन्हें पहले से ही गठिया की परेशानी है, उन्हें उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए. दरअसल उड़द की दाल में कई से ऐसे तत्त्व शामिल होते हैं, जो गाठिया की परेशानी को बढ़ाते हैं.

- इसके अलावा जिन लोगों को हमेशा अपच की समस्या रहती है, उन्हें तो उड़द की दाल से दूरी बना लेनी चाहिए. बता दें कि यह एक ऐसी दाल है, जो जल्दी पचती नहीं है. जिससे कई बार तो कब्ज, पेट में गैस, ब्लोटिंग, आदि जैसी परेशानी होने लगती है.

- साथ ही यूरिक एसिड से ग्रसित लोगों को भी इससे दूर रहना चाहिए, दरअसल उड़द की दाल में ऐसे तत्त्व होते हैं, जो किडनी में कैल्सीफिक्शन स्टोन को उत्तेजित करते हैं,जिससे कई बार किडनी और गुर्दे की परेशानी होनी शुरू हो जाती है. ऐसे में यदि आपके ब्लड में यूरिक एसिड पहले से ही बढ़ा हुआ है तो उड़द की दाल का सेवन न करें.जनता से रिश्ता वेबडेस्क।

उड़द की दाल खाने से क्या नुकसान होता है?

उड़द दाल के नुकसान - उड़द की दाल का अधिक मात्रा में सेवन करन से शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) की मात्रा बढ़ जाती है। क्योंकि दालों में प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है। - किडनी या गुर्दे में स्टोन (Kidney Stone) की समस्या से ग्रसित लोगों को उड़द की दाल खाने के लिए मना किया जाता है।

उड़द की दाल के साथ क्या क्या नहीं खाना चाहिए?

उड़द की दाल के साथ मूली नहीं खाएं।.
केले के साथ मठा नहीं खाएं।.
दूध के साथ खटाई, मछली, खट्टे फल, बैंगन, तुरई, मूली, उड़द, दही आदि नहीं खाना चाहिए।.
दही के साथ दूध, पनीर, खीर, खीरा नहीं खाएं।.
खीर के साथ खटाई, कटहल, मदिरा नहीं खाना चाहिए।.
शहद के साथ अंगूर, गर्म दूध, मदिरा, मूली नहीं खाना चाहिए।.

क्या यूरिक एसिड में उड़द की दाल खा सकते हैं?

- साथ ही यूरिक एसिड से ग्रसित लोगों को भी इससे दूर रहना चाहिए, दरअसल उड़द की दाल में ऐसे तत्त्व होते हैं, जो किडनी में कैल्सीफिक्शन स्टोन को उत्तेजित करते हैं,जिससे कई बार किडनी और गुर्दे की परेशानी होनी शुरू हो जाती है. ऐसे में यदि आपके ब्लड में यूरिक एसिड पहले से ही बढ़ा हुआ है तो उड़द की दाल का सेवन न करें.

उड़द की दाल की तासीर क्या होती है?

उड़द एक दलहन होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है, अतः इसका सेवन करते समय शुद्धघी में हींग का बघार लगा लेना चाहिए। इसमें भी कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स, केल्शियम व प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। बवासीर, गठिया, दमा एवं लकवा के रोगियों को इसका सेवन कम करना चाहिए।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग