टॉन्सिल के ऑपरेशन में कितना खर्चा आता है - tonsil ke opareshan mein kitana kharcha aata hai

इंसान के गले के दोनों तरफ टॉन्सिल्स स्थित होते हैं जिनका काम बाहरी संक्रमण को गले में प्रवेश करने से रोकना और शरीर की रक्षा-तंत्र को बेहतर बनाना है। जब किसी कारण से टॉन्सिल्स में इंफेक्शन हो जाता है तो इस स्थिति को मेडिकल की भाषा में टॉन्सिलाइटिस के नाम से जाना जाता है।

टॉन्सिल्स में इंफेक्शन होने के कारण इनका आकार बढ़ जाता है और इनमें सूजन भी आ जाती है। अधिकतर मामलों में टॉन्सिलाइटिस 5-15 वर्ष के बच्चों में देखने को मिलता है। लेकिन यह किसी भी उम्र के इंसान को हो सकता है।

टॉन्सिलाइटिस से पीड़ित मरीज को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिसमें गले में दर्द और सूजन, मुंह से बदबू आना, सिर में दर्द होना, बुखार आना, किसी भी वस्तु को निगलने में दिक्कत होना और गले में खराश आदि शामिल हैं।

इस समस्या के शुरुआती इलाज के तौर पर डॉक्टर मरीज को कुछ खास दवाओं का सेवन, जीवनशैली में सकारात्मक बदलान लाने और भाप लेने का सुझाव देते हैं। लेकिन जब इन सबसे कोई फायदा नहीं होता है तो सर्जरी का उपयोग किया जाता है।

टॉन्सिलाइटिस का इलाज करने के लिए जिस सर्जरी का उपयोग किया जाता है उसे टॉन्सिलेक्टोमी कहा जाता है। आमतौर पर भारत में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी का खर्च लगभग 40000-70000 रुपए तक  आता है। लेकिन यह टॉन्सिल की सर्जरी का फाइनल कॉस्ट नहीं है। इसमें बदलाव आ सकते हैं क्योंकि टॉन्सिलाइटिस सर्जरी का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है।

आप नीचे दिए हुए अलग-अलग शहरों में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी के खर्च को देखकर इस सर्जरी के अनुमानित खर्च का अंदाजा लगा सकते हैं।

  • बैंगलोर में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी का खर्च लगभग 44000 रुपए है
  • हैदराबाद में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी का खर्च लगभग 48000 रुपए है
  • मुंबई में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी का खर्च लगभग 69000 रुपए है
  • कोलकाता में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी का खर्च लगभग 70000 रुपए है
  • चेन्नई में  सर्जरी का खर्च लगभग 70000 रुपए है

टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं:-

  • 01. सर्जरी का प्रकार
  • 02. सर्जन का अनुभव
  • 03. क्लिनिक की विश्वसनीयता
  • 04. सर्जरी के बाद हॉस्पिटलाइजेशन
  • 05. हेल्थ इंश्योरेंस
  • 01. मॉडर्न इलाज
  • 02. अनुभवी सर्जन
  • 03. फ्री पिकअप और ड्रॉप की सुविधा
  • 04. सभी जांचों पर 30% छूट
  • 05. फ्री फॉलो-अप्स मीटिंग
  • और पढ़ें

01. सर्जरी का प्रकार

टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी को कई प्रकार से किया जाता है। इस लिहाज से टॉन्सिलाइटिस की सर्जरी के खर्च में बदलाव आ सकता है। क्योंकि हर सर्जिकल प्रक्रिया की कॉस्ट अलग-अलग होती है। टॉन्सिलाइटिस की सर्जरी को मुख्यत तीन तरह से किया जा सकता है। इसमें इलेक्ट्रोकॉटरी, हार्मोनिक स्केलपेल और कोल्ड नाइफ डिसेक्शन शामिल हैं।

डॉक्टर सर्जरी के कौन से माध्यम का चुनाव करते हैं यह पूरी तरह से स्थिति की गंभीरता, मरीज की उम्र और ओवरऑल हेल्थ तथा उनके बजट पर निर्भर करता है। प्रत्येक सर्जरी के अनुमानित कॉस्ट के बारे में जानने के लिए आप अपने द्वारा चयनित डॉक्टर या क्लिनिक से इस बारे में बात कर सकते हैं।

02. सर्जन का अनुभव

टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी को एक अनुभवी ईएनटी सर्जन के द्वारा पूरा किया जाता है। एक डॉक्टर का अनुभव भी इस सर्जरी के खर्च को प्रभावित कर सकता है। आमतौर पर एक अनुभवी ईएनटी सर्जन की फीस उस सर्जन की तुलना में काफी अधिक होती है जिसके पास पर्याप्त अनुभव नहीं होता है।

03. क्लिनिक की विश्वसनीयता

सर्जन के अनुभव के अलावा, आप जिस क्लिनिक में अपनी सर्जरी कराने वाले हैं लोगों के प्रति उस क्लिनिक की विश्वसनीयता भी टॉन्सिलाइटिस की सर्जरी के खर्च को प्रभावित करती है। आमतौर पर जो क्लिनिक लोगों के प्रति विश्वसनीय होता है और टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी में अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड होता है उस क्लिनिक में इस सर्जरी की फीस दूसरे अविश्वसनीय और सामान्य क्लिनिक की तुलना में अधिक होती है।

इसे पढ़ें: क्या 1 दिन में टॉन्सिलाइटिस का परमानेंट इलाज संभव है?

04. सर्जरी के बाद हॉस्पिटलाइजेशन

वैसे तो टॉन्सिलेक्टोमी एक दिन की सर्जिकल प्रक्रिया है, लेकिन कुछ मामलों में प्रक्रिया खत्म होने के बाद मरीज को हॉस्पिटलाइजेशन की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसे में हॉस्पिटलाइजेशन का खर्च का भी मरीज की सर्जरी के खर्च में जुड़ जाता है जिससे आपकी सर्जरी का ओवरऑल खर्च प्रभावित हो सकता है।

05. हेल्थ इंश्योरेंस

कुछ क्लिनिक में हेल्थ इंश्योरेंस कवर किए जाते हैं जबकि कुछ क्लिनिक में इसकी सुविधा नहीं होती है। आपने जिस क्लिनिक का चयन किया है उसमें यह सुविधा है या नहीं इस बारे में पता करें। अगर आपके द्वारा चयनित क्लिनिक में हेल्थ इंश्योरेंस कवर किए जाते हैं तो आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस की मदद से अपने पॉकेट से होने वाले खर्च को काफी हद तक कम कर सकते हैं। क्योंकि आपकी सर्जरी का कुछ प्रतिशत खर्च इंश्योरेंस से कवर कर दिया जाता है।

इन सबके अलावा भी टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी का खर्च काफी चीजों पर निर्भर करता है जिसमें सर्जरी के बाद की दवाएं और डॉक्टर के साथ फॉलो-अप्स मीटिंग आदि शामिल हैं। अगर आप टॉन्सिलाइटिस की सर्जरी के अनुमानित खर्च के बारे में जानना चाहते हैं तो ऊपर दिए बिंदुओं की मदद ले सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: साइनोसाइटिस का सर्जिकल इलाज क्या है?

अगर आप टॉन्सिलाइटिस से पीड़ित हैं और अपने शहर के टॉप रेटेड क्लिनिक में बेस्ट और कॉस्ट-इफेक्टिव सर्जिकल इलाज पाना चाहते हैं तो प्रिस्टीन केयर से संपर्क करें। देश के 30 से भी अधिक शहरों में हमारे क्लिनिक उपलब्ध हैं जहां मॉडर्न और एडवांस सर्जरी से टॉन्सिलाइटिस का परमानेंट इलाज किया जाता है।

हमारे क्लिनिक में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी कराने के निम्नलिखित फायदे हैं:-

01. मॉडर्न इलाज

हमारे क्लिनिक में टॉन्सिलाइटिस का इलाज मॉडर्न और एडवांस सर्जिकल प्रक्रिया से किया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान आपको जरा भी दर्द या दूसरी किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है।

02. अनुभवी सर्जन

हमारे क्लिनिक में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी को एक अनुभवी और विश्वसनीय ईएनटी सर्जन के द्वारा पूरा किया जाता है। हमारे सर्जन को टॉन्सिल्स की गहरी समझ और मॉडर्न सर्जरी में सालों का अनुभव प्राप्त है। ये सर्जन टॉन्सिलाइटिस की सर्जरी को पूरी परफेक्शन के साथ कम्प्लीट करते हैं।

03. फ्री पिकअप और ड्रॉप की सुविधा

टॉन्सिल्स की सर्जरी वाले दिन हम अपने मरीजों को फ्री पिकअप और ड्रॉप (सर्जरी से पहले मरीज को घर से क्लिनिक लाना और सर्जरी खत्म होने के बाद क्लिनिक से वापस घर छोड़ना) की सुविधा प्रदान करते हैं ताकि सर्जरी वाले दिन मरीज को ट्रैवल के बारे में किसी तरह की चिंता न करनी पड़े।

04. सभी जांचों पर 30% छूट

हमारे क्लिनिक में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी से पहले मरीजों को सभी जांचों पर 30% तक की छूट भी जाती है। इससे मरीज की सर्जरी के खर्च को कम करने में मदद मिलती है।

इसे पढ़ें: टॉन्सिल्स हटाने के फायदे और नुकसान

05. फ्री फॉलो-अप्स मीटिंग

इतना ही नहीं, सर्जरी के बाद हम अपने मरीजों को कुछ दिनों के लिए डॉक्टर के साथ फ्री फॉलो-अप्स मीटिंग की सुविधा भी देते हैं। सर्जरी के बाद अगर आपको किसी तरह की कोई परेशानी या मन में प्रश्न है तो अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं और इसके लिए आपको कोई भी अतिरिक्त फीस नहीं देनी पड़ेगी।

इन सबके अलावा भी हमारे क्लिनिक में ढेरों सुविधाएं उपलब्ध हैं जैसे कि सभी इंश्योरेंस को कवर करना, शून्य कॉस्ट ईएमआई की सुविधा और आप 100% इंश्योरेंस भी क्लेम कर सकते हैं। अगर आप अपने शहर में टॉन्सिलाइटिस का बेस्ट और कॉस्ट-इफेक्टिव सर्जिकल इलाज पाना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें। 

आप ऊपर दिए हुए Mobile Number, Email-Id या Book Appointment के जरिए हमसे संपर्क कर सकते हैं।

और पढ़ें

  • एडेनोइड्स और टॉन्सिल्स में क्या अंतर है?
  • गले में इंफेक्शन का कारण, लक्षण और इलाज

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

टॉन्सिल की सर्जरी में कितना खर्चा आता है?

आमतौर पर भारत में टॉन्सिलेक्टोमी सर्जरी का खर्च लगभग 40000-70000 रुपए तक आता है।

टॉन्सिल का ऑपरेशन कब कराना चाहिए?

इसलिए यह बीमारी अगर वर्ष में चार या पांच बार से ज्यादा हो तो टांसिल का ऑपरेशन कराना ही बेहतर है।

टॉन्सिल को जड़ से खत्म कैसे करें?

गले के दर्द और टॉन्सिल से न निजात पाने के लिए अपनाएं ये उपाय.
हरड़, बहेड़ा और आंवला को बराबर मात्रा में पीसकर त्रिफला चूर्ण बना लें। ... .
सौंठ, पिपली, काली मिर्च को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर त्रिकुटा चूर्ण बना लें। ... .
शीतोपलादि को शहद के साथ खाएं।.
अदरक का रस , तुलसी के 5-6 पत्तियों को पीसकर इसे शहद के साथ लें।.

गले के टॉन्सिल कितने दिन में ठीक हो जाते हैं?

कैसे होता है टॉन्सिल्स आम तौर पर ये एक हफ्ते में ठीक हो जाता है। लेकिन इंफेक्शन ज्यादा हो तो इसे ठीक होने में अधिक समय लगता है।

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