रेडॉक्स विभव
जब सेल में ऑक्सीकरण तथा अपचयन अभिक्रिया होती है तो धातु और विलयन के मध्य स्थापित विभवान्तर को रेडॉक्स विभव कहते हैं; जैसे
यदि इस प्रकार के सेल का विभव E हो तो ऑक्सीकारक की सान्द्रता [Ox] तथा अपचायक की सान्द्रता [Red] में 25°C पर निम्नलिखित सम्बन्ध होता है –
जहाँ, E° रेडॉक्स विभव है और n ऑक्सीकारक (Ox) द्वारा ग्रहण किये गये इलेक्ट्रॉनों की संख्या है। जिन्हें ऑक्सीकारक ग्रहण करके अपने संगत अपचायक में बदल देता है।
रेडॉक्स (Redox ; 'Reduction and Oxidation' का लघुकृत रूप) वह अभिक्रियाएँ जिसमें ऑक्सीकरण (Oxidation) एवं अपचयन (Redction) दोनों साथ साथ होती हैं रिडॉक्स (रेडॉक्स) अभिक्रिया कहलाती हैं/ रिडॉक्स अभिक्रिया के अन्तर्गत वे सब रासायनिक अभिक्रियाएँ सम्मिलित हैं जिनमें परमाणुओं के आक्सीकरण अवस्थाएँ बदल जातीं हैं। सामान्यतः रेडॉक्स अभिक्रियाओं के अभिकारकों के परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रानों का आदान-प्रदान होता है।
कभी भी आक्सीकरण या अपचयन अभिक्रिया अकेले नहीं होती। दोनो साथ-साथ होतीं हैं। एक ही अभिक्रिया में यदि किसी चीज का आक्सीकरण होता है तो किसी दूसरी का अपचयन होता है। इसीलिये इनको अलग-अलग न पढ़के एकसाथ पढ़ा जाये तो
दोनों को मिलाकर 'रेडॉक्स' कहते हैं।परिभाषा
वह अभिक्रिया जिसमें एक क्रियाकारक का ऑक्सीकरण होता है, एवं दूसरे क्रियाकारक का अपचयन होता है । रेडाॅक्स अभिक्रिया कहलाती है ।
उदाहरण
CuSO4 + Zn → ZnSO4+ Cu
(यहाँ Zn तथा ZnSO4 का ऑक्सीकरण तथा CuSO4 तथा Cu का अपचयन हो रहा है ।)
उदा. Fe2O3 + 3CO → 2Fe + 3CO2
(यहाँ Fe2O3 तथा 2Fe का अपचयन एवं 3CO तथा 3CO2 का आक्सीकरण हो रहा है।)
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
- ऑक्सीकरण संख्या
वह अभिक्रियाएं जिसमें ऑक्सीकरण तथा अपचयन एक साथ संपन्न होते हैं उन सभी क्रियाओं को रेडॉक्स अभिक्रिया (redox reaction in Hindi) कहते हैं। तथा इसे ऑक्सीकरण अपचयन अभिक्रिया भी कहते हैं। उदाहरण 3 को विस्तार से समझते हैं। प्रस्तुत उदाहरण में Zn से दो इलेक्ट्रॉन पृथक हुए हैं जिसके कारण इसमें ऑक्सीकरण अभिक्रिया हुई है। जब H+ से दो इलेक्ट्रॉन
निकलकर H2 में दो इलेक्ट्रॉन का ग्रहण हुआ है। अतः इसमें अपचयन अभिक्रिया हुई है इस उदाहरण में ऑक्सीकरण तथा अपचयन अभिक्रियाएं हुई हैं अतः यह एक रेडॉक्स अभिक्रिया है। इसे हम ऐसे भी लिख सकते हैं। आशा करते हैं कि रेडॉक्स अभिक्रिया क्या है इससे संबंधित यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आपको इससे संबंधित कोई सवाल या कुछ परेशानी हो, तो आप हमें कमेंट से बता सकते हैं हम जल्द ही आपको आपकी ई-मेल पर जवाब दे देंगे। या कमेंट का ही रिप्लाई कर
देंगे।रेडॉक्स अभिक्रिया
या इसका दूसरा नाम ऑक्सीकरण अपचयन अभिक्रिया है।
अगर सरल भाषा में कहें तो जिन अभिक्रिया में किसी एक पदार्थ का ऑक्सीकरण तथा अन्य दूसरे पदार्थ का अपचयन होता है तो इस प्रकार की अभिक्रिया को रेडॉक्स अभिक्रियाएं कहते हैं।रेडॉक्स अभिक्रिया के उदाहरण
इस अभिक्रिया में Cu2+ का Cu में अपचयन हो रहा है तथा Zn का में Zn2+ ऑक्सीकरण हो रहा है। अतः अभिक्रिया में ऑक्सीकरण तथा अपचयन अभिक्रिया एक साथ संपन्न हो रही हैं तब यह रेडॉक्स अभिक्रिया का एक उदाहरण है
प्रस्तुत उदाहरण में Zn से दो इलेक्ट्रॉन पृथक हुए हैं जिसके कारण इसमें ऑक्सीकरण अभिक्रिया हुई है। जब H+ से दो इलेक्ट्रॉन निकलकर H2 में दो इलेक्ट्रॉन का ग्रहण हुआ है। अतः इसमें अपचयन अभिक्रिया हुई है इस उदाहरण में ऑक्सीकरण तथा अपचयन अभिक्रियाएं हुई हैं अतः यह एक रेडॉक्स अभिक्रिया है। इसे हम ऐसे
भी लिख सकते हैं।
Zn (s) \longrightarrow Zn2+ (aq) + 2e– (ऑक्सीकरण)
H+ (aq) \longrightarrow H2 + 2e+ (अपचयन)
धन्यवाद
विषयसूची
- 1 रेडॉक्स अभिक्रिया क्या है एक उदाहरण दें?
- 2 निम्नलिखत में से कौन एक रेडॉक्स अभ्यास है?
- 3 रसायन शास्त्र में कमी क्या है?
- 4 रेडॉक्स विभव क्या है विद्युत रासायनिक श्रेणी की दो उपयोगिता लिखिए 4?
- 5 रेडॉक्स विभव क्या है विद्युत रासायनिक श्रेणी की दो उपयोगिता लिखिए 13?
- 6 वैद्युत रासायनिक श्रेणी क्या है इसके दो उपयोग लिखिए?
- 7 अपचयन तथा अपचयन में क्या अंतर है?
- 8 रेडॉक्स अभिक्रिया से क्या अभिप्राय है रासायनिक अभिक्रिया का उदाहरण देकर समझाइए?
- 9 रेडॉक्स अनुमापन क्या है?
- 10 रेडॉक्स विभव क्या है विद्युत रासायनिक श्रेणी की दो उपयोगिता?
- 11 विद्युत रासायनिक श्रेणी क्या है इसके दो उपयोग लिखिए?
- 12 विद्युत रासायनिक श्रेणी क्या है इसके उपयोग लिखिए?
- 13 विधुत रासायनिक श्रेणी क्या है?
रेडॉक्स अभिक्रिया क्या है एक उदाहरण दें?
इसे सुनेंरोकेंरेडॉक्स अभिक्रिया के उदाहरण प्रस्तुत उदाहरण में Zn से दो इलेक्ट्रॉन पृथक हुए हैं जिसके कारण इसमें ऑक्सीकरण अभिक्रिया हुई है। जब H+ से दो इलेक्ट्रॉन निकलकर H2 में दो इलेक्ट्रॉन का ग्रहण हुआ है। अतः इसमें अपचयन अभिक्रिया हुई है इस उदाहरण में ऑक्सीकरण तथा अपचयन अभिक्रियाएं हुई हैं अतः यह एक रेडॉक्स अभिक्रिया है।
निम्नलिखत में से कौन एक रेडॉक्स अभ्यास है?
इसे सुनेंरोकेंरासायनिक अभिक्रिया में, जब एक पदार्थ अपचयित होता है, तो दूसरा ऑक्सीकृत होता है। अभिक्रिया में, CuO + H2 → Cu + H2O Cu कम हो जाता है जबकि हाइड्रोजन का ऑक्सीकरण हो जाता है। जिन अभिक्रियाओं में ऑक्सीकरण और अपचयन एक साथ होती है उन्हें रेडॉक्स- अभिक्रियाएं कहा जाता है।
रेडॉक्स विभव से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंजहाँ, E° रेडॉक्स विभव है और n ऑक्सीकारक (Ox) द्वारा ग्रहण किये गये इलेक्ट्रॉनों की संख्या है। जिन्हें ऑक्सीकारक ग्रहण करके अपने संगत अपचायक में बदल देता है।
रसायन शास्त्र में कमी क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजब किसी परमाणु , अणु या आयन द्वारा इलेक्ट्रॉन ग्रहण किया जाता है तो वह अपचयन कहलाता है अर्थात ऑक्सीकरण अंक में कमी होना अपचयन कहलाता है। 2. अपचयन में धनावेश में कमी या ऋणावेश में वृद्धि होती है।
रेडॉक्स विभव क्या है विद्युत रासायनिक श्रेणी की दो उपयोगिता लिखिए 4?
इसे सुनेंरोकेंसामान्यतः रेडॉक्स अभिक्रियाओं के अभिकारकों के परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रानों का आदान-प्रदान होता है। कभी भी आक्सीकरण या अपचयन अभिक्रिया अकेले नहीं होती। दोनो साथ-साथ होतीं हैं। एक ही अभिक्रिया में यदि किसी चीज का आक्सीकरण होता है तो किसी दूसरी का अपचयन होता है।
अपचायक गुण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंरसायन शास्त्र में अपचायक (reducing agent) ऐसे रासायनिक तत्व या रासायनिक यौगिक को कहते हैं जो रासायनिक अभिक्रिया (रिऐक्शन) में एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन किसी अन्य रसायन को देता है। इलेक्ट्रॉन लेने वाले रसायन को आक्सीकारक (oxidizing agent) कहते हैं और अपचायक व आक्सीकारक की आपसी अभिक्रिया को रेडॉक्स अभिक्रिया कहते हैं।
रेडॉक्स विभव क्या है विद्युत रासायनिक श्रेणी की दो उपयोगिता लिखिए 13?
इसे सुनेंरोकें(i) ऋणात्मक E∘ का अर्थ है कि रेडॉक्स युग्म H+/H2 युग्म की तुलना में प्रबल अपचायक है। (ii) घनात्मक E∘ का अर्थ है कि रेडॉक्स युग्म H+/H2 युग्म की तुलना में दुर्बल अपचायक है।
वैद्युत रासायनिक श्रेणी क्या है इसके दो उपयोग लिखिए?
इसे सुनेंरोकेंविद्युत रासायनिक श्रेणी के उपयोग 1. विद्युत रासायनिक श्रेणी की सहायता से धातुओं की क्रियाशीलता ज्ञात की जा सकती है। 2. इस श्रेणी की सहायता से धातुओं की अपचायक क्षमता की तुलना की जा सकती है।
ऑक्सीकरण अपचयन अभिक्रिया क्या है?
इसे सुनेंरोकेंवे अभिक्रियाएँ जिनमें पदार्थ विद्युतऋणी तत्व ( ऋण विद्युती तत्व ) से संयोग करता है , ऑक्सीकरण कहलाती है । यहाँ मैग्नीशियम ( Mg ) का अधिक विद्युतऋणी तत्व क्लोरीन ( Cl ) से संयोग के कारण ऑक्सीकरण हो रहा है । वे अभिक्रियाएँ जिसमें पदार्थ से ऋणविद्युती तत्व निकलता है , अपचयन कहलाती है ।
अपचयन तथा अपचयन में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंअर्थात उपचयन वो अभिक्रिया है, जिसमें आक्सीजन का योग और हाइड्रोजन का ह्रास होता है। अपचयन : अपचयन से तात्पर्य उस अभिक्रिया से होता है जिसमें हाइड्रोजन या धन-विद्युतीय तत्व को ग्रहण किया जाता है तथा ऑक्सीजन या ऋण-विद्युतीय तत्व को त्याग किया जाता है।
रेडॉक्स अभिक्रिया से क्या अभिप्राय है रासायनिक अभिक्रिया का उदाहरण देकर समझाइए?
इसे सुनेंरोकेंरासायनिक अभिक्रिया का उदाहरण देकर समझाइए। Answer: इस अभिक्रिया मे Zn, 2 इलेक्ट्रॉन का त्याग करके Zn2+ तथा Cu2+ 2 इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके Cu बना रहा है जोकि क्रमशः ऑक्सीकरण तथा अपचयन अभिक्रियाएं हैं। अतः यह एक रेडॉक्स अभिक्रिया है। (यहाँ Zn तथा ZnSO4 का ऑक्सीकरण तथा CuSO4 तथा Cu का अपचयन हो रहा है ।
रेड क्रॉस अभिक्रिया क्या है?
इसे सुनेंरोकेंरेडोक्स अभिक्रिया क्या है? (what is redox reaction in hindi) इस अभिक्रिया मे Zn, 2 इलेक्ट्रॉन का त्याग करके Zn2+ तथा Cu2+ 2 इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके Cu बना रहा है जोकि क्रमशः ऑक्सीकरण तथा अपचयन अभिक्रियाएं हैं। अतः यह एक रेडॉक्स अभिक्रिया है।
रेडॉक्स अनुमापन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसबसे अधिक बार, आयोडीन से आयोडाइड में कमी प्रतिक्रियाओं की एक श्रृंखला में अंतिम चरण है जहां प्रारंभिक प्रतिक्रियाओं का उपयोग विलेय की एक अज्ञात मात्रा (जिस पदार्थ का विश्लेषण किया जा रहा है) को आयोडीन के बराबर मात्रा में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है, जो तब हो सकता है शीर्षक दिया जाए।
रेडॉक्स विभव क्या है विद्युत रासायनिक श्रेणी की दो उपयोगिता?
रेडॉक्स अभ्यास में क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंएक ही अभिक्रिया में यदि किसी चीज का आक्सीकरण होता है तो किसी दूसरी का अपचयन होता है। इसीलिये इनका अलग-अलग अध्ययन न करके एकसाथ अध्ययन करने हैं और दोनों को मिलाकर ‘रेडॉक्स’ कहते हैं। वह अभिक्रिया जिसमें एक क्रियाकारक का ऑक्सीकरण होता है, एवं दूसरे क्रियाकारक का अपचयन होता है । रेडाॅक्स अभिक्रिया कहलाती है ।
विद्युत रासायनिक श्रेणी क्या है इसके दो उपयोग लिखिए?
विद्युत रासायनिक श्रेणी क्या है इसके उपयोग लिखिए?
इसे सुनेंरोकेंविद्युत रासायनिक श्रेणी की सहायता से विभिन्न धातु द्वारा अम्लों में से हाइड्रोजन विस्थापित कर पाने की क्षमता प्राप्त होती है। इसकी सहायता से धातुओं की क्रियाशीलता की तुलना की जा सकती है।
विद्युत रासायनिक तुल्यांक क्या है?
इसे सुनेंरोकेंविद्युत का रासायनिक तुल्यांक (Electrochemical Equivalent) क्या होता है? जब किसी इलेक्ट्रोलाइट में से 1 सेकंड के लिए 1 एंपियर की करंट प्रवाहित की जाए तो उसमें से निकालने वाले अवयवों की मात्रा उस पदार्थ की विद्युत की रासायनिक तुल्यांकन कहलाती है .
विधुत रासायनिक श्रेणी क्या है?
इसे सुनेंरोकेंजब तत्वो को उनके मानक अपचयन विभव के आरोही क्रम मे व्यवस्थित करते हैं तो इस प्रकार प्राप्त हुइ श्रेणी विद्युत रासायनिक श्रेणी कहलाती है। इनका उपयोग विद्युतरासायनिक सेल (electrochemical cell) (गैल्वानिक सेल) का विभव ज्ञात करने के लिये किया जा सकता है।