कायिक प्रवर्धन क्या है उदाहरण सहित वर्णन कीजिए - kaayik pravardhan kya hai udaaharan sahit varnan keejie

विज्ञान

Que : 397. कायिक प्रवर्धन क्या हैं? उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।

Answer: कायिक प्रवर्धन अलैंगिक जनन की प्रक्रिया है। इसमें पौधे का कोई भी भाग नए पौधे के रूप में विकसित किया जा सकता है। तना, पत्ता, शाखा, जड़ आदि का इस में उपयोग किया जाता है।

जड़ों, काट, दाब, रोपण आदि के द्वारा नए पौधे तैयार किए जा सकते हैं।

रोपण विधि- यह विधि उन पौधों में अपनाई जाती है जो जड़ें पैदा नहीं कर सकते अथवा कमज़ोर जड़ वाले होते हैं। रोपण वह विधि है जिसमें दो पौधों के भागों को इस प्रकार बाँधा जाता है ताकि वह पौधे पर रह सकें। दो पौधों में से एक को मिट्टी में लगाया जाता है जिसे स्कंध कहते हैं। दूसरा भाग टहनी होती है जिस पर एक या अधिक कलियां होता हैं। इस को कलम कहते हैं। रोपण में दोनों आपसी रूप में एक-दूसरे पर निर्भर करते हैं। स्कंध पानी और खनिज के लिए और कलम कार्बनिक भोजन के लिए। केंबियम की प्रक्रिया के कारण कलम तथा स्कंद एक-दूसरे से जुड़ जाते हैं। इस विधि को अपनाने से हम ऐच्छिक गुणों वाले पौधे तथा फल प्राप्त कर सकते हैं। आम की बहुत-सी किस्में रोपण विधि से ही प्राप्त की जा सकती हैं।


कायिक प्रवर्धन क्या है उदाहरण सहित वर्णन कीजिए - kaayik pravardhan kya hai udaaharan sahit varnan keejie


UP Board Clas-10 विज्ञान 2022-model Notes If Error Please Whatsapp @9300930012

कायिक प्रवर्धन क्या है उदाहरण सहित वर्णन?

Solution : किसी पौधों के वर्धी भागों जैसे-जड़, तना, पत्ती द्वारा न्य पौधा तैयार होना कायिक प्रवर्धन (Vegetative propagation) कहलाता है। यह अलैंगिक जनन का ही एक रूप है जिसमे पौधे के केवल वर्धी भाग (Vegetative parts) ही भाग लेते हैं। <br> उदाहरण - अदरक (प्रकन्द Rhizome) तथा ब्रायोफिलम (Bryophyllum)।

कायिक प्रवर्धन से आप क्या समझते हैं इसके दो लाभ बताइए?

Solution : कायिक प्रवर्धन के लाभ-(1) इस जनन में एक ही प्रकार के जनक की आवश्यकता होने के कारण जनन में कम समय लगता है। <br> (2) इस जनन में उगाए गए पौधों से अपेक्षाकृत फूल और फल शीघ्र अर्थात् कम समय में ही मिल जाते हैं। <br> (3) इस जनन में उगाए गए पौधे के गुण अपने जनक के समान ही होते हैं

कायिक प्रवर्धन किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं?

कायिक प्रवर्धन में पौधे का सम्पूर्ण शरीर या शरीर का कोई अंग (पुष्प को वेड़कर) भाग लेता है। इसे कायिक प्रवर्धन कहते हैं। (a) जड़ों द्वारा (By roots)- शकरकन्द, सतावर, शलजम इत्यादि |पौधों की जड़े भोजन संचय करती हैं तथा इन पर कलिकाएँ होती है| इन्हीं कलिकाओं से नये पौधों का निर्माण होता रहता है।

कायिक पवधन क्या है?

Solution : जड़, तने और पत्ती द्वारा पौधे उगने की कुछ विधिओं को कायिक प्रवर्धन कहते है । Step by step video & image solution for [object Object] by Biology experts to help you in doubts & scoring excellent marks in Class 10 exams. जीव जनन कैसे करते हैं ?