क्या वाइट डिस्चार्ज प्रेगनेंसी के लक्षण है - kya vait dischaarj preganensee ke lakshan hai

वैसे तो वजाइना से पानी जैसा डिस्चार्ज निकलना सामान्य माना जाता है। आमतौर पर ये डिस्चार्ज सफेद और गंधहीन होता है। ये डिस्चार्ज एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ने से होता है इसलिए इसमें कोई चिंता की बात नहीं। लेकिन इस डिस्चार्ज में किसी भी रंग परिवर्तन दिखने या डिस्चार्ज से बदबू आने पर यह चिंताजनक हो सकता है। दरअसल प्रेग्नेंट महिलाओं में इंफेक्शन होने का खतरा अधिक होता है इसलिए हैवी डिस्चार्ज आपकी वजाइना को वायरस और बैक्टीरिया के प्रभाव से बचाता है। यह वजाइना में डेड सेल्स को साफ करता है। प्रेगनेंसी बढ़ने के साथ डिस्चार्ज हैवी हो जाता है। डिस्चार्ज का हैवी होना भी प्रेगनेंसी के लक्षणों में से एक है। पर यह हर बार सामान्य नहीं हो सकता है। इसलिए, यदि किसी भी प्रकार का असामान्य लक्षण देखने को मिले, तो डॉक्टर से मिलकर जांच अवश्य करा लें।

क्या प्रेगनेंसी के दौरान पानी जैसा डिस्चार्ज होना नॉर्मल है?

मदरहुड हॉस्पिटल में सीनियर गायनेकोलॉजिस्ट, डॉक्टर मनीषा तोमर के मुताबिक प्रेगनेंसी के समय पानी जैसा डिस्चार्ज होना एक आम बात है और शायद ही यह चिंता का कोई कारण बन सकता है। यह डिस्चार्ज होने से आपका शरीर प्रेगनेंसी के दौरान आपको और आपके बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए काम करता है। आपकी प्रेगनेंसी के 9 महीने के अंत में यह डिस्चार्ज बढ़ जाता है और इसमें रक्त और म्यूकस भी शामिल हो जाता है। जिसे 'शो' कहा जाता है। यह बताता है कि आपका शरीर कुछ दिनों में बच्चे को डिलीवर करने जा रहा है।

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पानी जैसा डिस्चार्ज कब चिंता का विषय बन सकता है?

यदि डिस्चार्ज में असामान्य परिवर्तन हैं तो यह चिंता का कारण हो सकता है। यह अबनॉर्मल परिवर्तन इस प्रकार हो सकते हैं-

  • डिस्चार्ज से दुर्गंध आना 
  • वजाइना में खुजली,जलन का अनुभव होना 
  • वजाइनल डिस्चार्ज का सफेद से पीला, भूरा, गुलाबी या किसी अन्य रंग में बदलना
  • डिस्चार्ज की कंसिस्टेंसी में बदलाव होना। 
  • ये लक्षण और परिवर्तन वजाइना इन्फेक्शन का संकेत दे सकते हैं। 

वॉटरी डिसचार्ज से कैसे उबरें

  • कॉटन पैंटीलाइनर या पैड का प्रयोग करें।
  • कम टाइट कपड़े पहनें।
  • गर्म पानी से नहाना या गर्म पानी का अधिक प्रयोग इंफेक्शन कर सकता है। उसके प्रयोग से बचें।
  • हाइजीन का ख्याल रखें।

इंफेक्शन के कारण प्रेगनेंसी में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है इसीलिए जैसे ही आप इन लक्षणों को देखें तो अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। यदि आपके पानी जैसा डिस्चार्ज के साथ पेट में मरोड़ भी हो रहा है, तो आपको मेडिकल चेकअप की आवश्यकता है क्योंकि यह पीआईडी (पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज) का संकेत हो सकता है, जिसमें महिलाओं के प्रजनन संबंधी अंगों में सूजन आ सकती है।

प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में तरह-तरह के बदलाव होते हैं, इनमें से एक है वैजाइनल डिस्चार्ज। इस दौरान कई महिलाओं में अलग-अलग रंगों के डिस्चार्ज होते है, वैसे आमतौर पर वैजाइनल डिस्चार्ज नॉर्मल होता है लेकिन इसका रंग बदलना इन्फेक्शन की निशानी हो सकता है

वैजाइनल डिस्चार्ज महिलाओं में बेहद कॉमन होता है। ये वैजाइना को इन्फेक्शन से बचाते हैं और ड्रायनेस नहीं आने देते। लेकिन प्रेगनेंसी में ये बहुत बढ़ सकता है और इसके रंग में भी बदलाव आ सकता है। जहां रंग में कुछ बदलाव नॉर्मल हैं, वहीं कुछ इन्फेक्शन का इशारा हो सकते हैं। 

प्रेगनेंसी के दौरान इन रंगों का हो सकता है वैजाइनल डिस्चार्ज:

  • पारदर्शी या दूधिया सफेद 
  • हरा या पीला 
  • ग्रे कलर
  • ब्राउन 
  • पिंक कलर
  • रेड कलर

चलिए आपको बताते हैं प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले वैजाइनल डिस्चार्ज, उसके बदले रंग और टेक्सचर के बारे में और ये भी कि कब आपको इस बारे में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। 

Table of Contents

  • प्रेगनेंसी और नॉर्मल वैजाइनल डिस्चार्ज
  • डिस्चार्ज के रंग और उनका मतलब
  • पारदर्शी या सफेद डिस्चार्ज - Transparent Discharge
  • सफेद थक्का जैसा डिस्चार्ज - White Discharge
  • हरा या पीला डिस्चार्ज - Green or Yellow Discharge
  • ब्राउन डिस्चार्ज - Brown Discharge
  • पिंक डिस्चार्ज - Pink Discharge
  • लाल डिस्चार्ज - Red Discharge
  • कैसे करें हेवी डिस्चार्ज से डील? How to deal with Heavy Discharge?

प्रेगनेंसी और नॉर्मल वैजाइनल डिस्चार्ज 

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प्यूबर्टी के साथ ही लड़कियों में वैजाइनल डिस्चार्ज एक बेहद कॉमन बात है। पीरियड्स से ठीक पहले और प्रेगनेंसी में इसकी मात्रा बढ़ जाती है। 

हेल्दी वैजाइनल डिस्चार्ज को ल्यूकोरिया कहा जाता है और ये हल्का सफ़ेद या ट्रांसपेरेंट होता है। इससे कोई दुर्गन्ध बल्कि एक बहुत हल्की स्मेल होती है। 

इसकी मात्रा प्रेगनेंसी में इसलिए बढ़ जाती है क्योंकि शरीर वैजाइना और यूटेरस को किसी भी इन्फेक्शन से बचाने की कोशिश कर रहा होता है। प्रेगनेंसी के आखिरी हफ्तों में डिस्चार्ज चिपचिपा सा हो जाता है और उसमें गुलाबी सा म्यूकस भी निकलता है। इसका मतलब होता है कि महिला का शरीर लेबर के लिए तैयार है। 

डिस्चार्ज के रंग और उनका मतलब 

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डिस्चार्ज के अलग-अलग रंग स्वास्थ्य से जुड़े कई राज बयान कर सकते हैं। 

पारदर्शी या सफेद डिस्चार्ज - Transparent Discharge 

जैसा कि हमने आपको पहले बताया, ये नॉर्मल डिस्चार्ज होता है और इनकी स्मेल बहुत हल्की होती है। लेकिन अगर इसकी मात्रा बहुत बढ़ जाए और ये गाढ़ा नजर आने लगे तो ये प्री-टर्म लेबर यानि समय से पहले बच्चे के जन्म का इशारा हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।  

सफेद थक्का जैसा डिस्चार्ज - White Discharge

अगर डिस्चार्ज सफ़ेद और बहुत गाढ़ा यानि थक्के जैसा नजर आने लगे तो ये फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। प्रेगनेंसी के दौरान फंगल इन्फेक्शन बहुत सी महिलाओं में पाया जाता है। इस थक्केदार डिस्चार्ज के साथ खुजली, जलन और पेशाब में तकलीफ होने लगे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। 

हरा या पीला डिस्चार्ज - Green or Yellow Discharge

इस रंग का डिस्चार्ज कॉमन नहीं होता और ये STD यानि सेक्स से होने वाली बीमारी का अंदेशा हो सकता है। वैजाइना या यूटेरस में हुए बैक्टीरियल इन्फेक्शन से महिला के साथ ही बच्चे की सेहत पर भी खतरनाक प्रभाव पड़ सकता है। इसीलिए इसे नजरअंदाज किये बिना तुरंत डॉक्टर से मिलें। 

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ब्राउन डिस्चार्ज - Brown Discharge

वैजाइनल डिस्चार्ज में ब्राउन यानि भूरे रंग का नजर आना खतरनाक नहीं है। ये वैजाइना या आसपास के सूखे खून की वजह से होता है। ये प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षणों में से एक है। लेकिन गाढ़े भूरे रंग का डिस्चार्ज होने पर डॉक्टर से मिल लेना चाहिए। 

पिंक डिस्चार्ज - Pink Discharge

प्रेगनेंसी के आखिरी हफ़्तों में डिस्चार्ज में गुलाबी थक्के निकलना निशानी होती है कि शरीर अब लेबर के लिए तैयार है। लेकिन शुरू के महीनों में अगर पिंक थक्के नजर आएं तो ये एक्टोपिक प्रेगनेंसी या मिसकैरेज का संकेत हो सकते हैं। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें। 

लाल डिस्चार्ज - Red Discharge

ये किसी भी तरह से ना तो नॉर्मल है ना ही हेल्दी है। लाल रंग का डिस्चार्ज नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें। लाल रंग के डिस्चार्ज के साथ अगर पेट में तेज दर्द हो रहा है तो ये मिसकैरेज के संकेत हैं। 

कैसे करें हेवी डिस्चार्ज से डील? How to deal with Heavy Discharge? 

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प्रेगनेंसी के दौरान अपनी वैजाइना की साफ-सफाई का भी भरपूर ध्यान रखें। अगर इन्फेक्शन होता है तो डॉक्टर की दवाओं के साथ अपने हाईजीन और डाइट में कुछ बदलाव लाएं।  इसके लिए: 

1. वैजाइना को साबुन से बार-बार ना धोएं, इससे उसका pH बैलेंस बिगड़ जाता है और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। 

2. बहुत अधिक डिस्चार्ज होने की स्थिति में पैंटी-लाइनर्स पहनें, जिससे गीलापन नहीं होगा। 

3. यूरिनेशन के बाद उस हिस्से को सूखे टिशू से आगे से पीछे की ओर पोंछें। 

4. नहाने और स्विमिंग के बाद जेनिटल एरिया को पूरी तरह सूखने दें। 

5. अंडरवियर सिर्फ कॉटन का पहनें। 

6. चीनी की मात्रा अपनी डाइट में कम करें। अधिक चीनी खाना फंगल इन्फेक्शन को बढ़ावा देता है। 

7. ऐसे प्रोबायोटिक और फ़ूड सप्लीमेंस्ट लें जो बैक्टीरियल इन्फेक्शन के खतरे को कम करते हों। 

इसके साथ ही ये भी जरूरी है कि आप समय-समय पर अपने डॉक्टर से मिलती रहें। उन्हें अपने लक्षण सच-सच बताएं ताकि हर तरह के इन्फेक्शन और खतरों से बचा जा सके। 

ऐसी ही स्टोरीज के लिए पढ़ते रहिये iDiva हिंदी। 

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क्या प्रेगनेंसी के शुरुआत में वाइट डिस्चार्ज होता है?

प्रेग्नेंसी के दौरान आमतौर पर ज्यादातर महिलाओं को वजाइना से डिस्चार्ज होता है जिसे ल्यूकोरिया कहते हैं। यह सफेद रंग का, बेहद पतला और थोड़ी सी गंध वाला होता है। इस तरह का डिस्चार्ज बिलकुल नॉर्मल है और इसे लेकर किसी तरह की परेशानी वाली बात नहीं है।

कैसे पता करें कि गर्भ ठहर गया है?

प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण: बिना टेस्ट के ऐसे समझें, आप....
पीरियड का मिस होना ... .
बार-बार टॉइलट जाना ... .
ब्रेस्ट में हल्का दर्द या भारीपन ... .
उल्टी आना या जी मिचलाना ... .
हल्का बुखार होना ... .
पेट में दर्द ... .
टेस्ट और स्मेल में बदलाव.

वाइट डिस्चार्ज कितने दिन पहले आता है?

​पीरियड की डेट से कुछ दिन पहले पीरियड की डेट से कुछ दिन पहले होने वाला वाइट डिस्चार्ज कोशिकाओं और द्रव से भरा होता है। इसका रंग कभी-कभी हल्का पीला भी हो सकता है। परंतु अगर इसके कारण आपको खुजली, जलन या वजाइना में कोई और समस्या नहीं हो रही है, तब तक यह सामान्य माना जाता है।

पीरियड आने से पहले कैसे पता करें कि प्रेग्नेंट है?

पीरियड्स मिस होने से पहले भी महिलाएं अपने शरीर में निम्नलिखित में से कुछ बदलावों को एकसाथ महसूस कर सकती हैं..
स्तनों में सूजन या संवेदनशीलता ... .
एरिओला का गहरा रंग ... .
बार-बार पेशाब आना ... .
ब्लीडिंग ... .
बेसल बॉडी टेंप्रेचर.

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