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चुंबकीय क्षेत्र गतिमान आवेश की चाल में परिवर्तन नहीं कर सकता क्यों?
इसे सुनेंरोकेंक्योकि आवेश पर चुंबकीय बल सदैव कण के वेग की दिशा के लंबवत होता है ।
गतिमान आवेश कौन सा क्षेत्र उत्पन्न करता है?
इसे सुनेंरोकेंएक गतिमान आवेश एक विद्युत क्षेत्र और चुंबकीय क्षेत्र दोनों का उत्पादन करता है ।
चुंबकीय क्षेत्र में गतिमान आवेश पर लगने वाले बल को क्या कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंद्विध्रुव पर कार्यरत बल आघूर्ण का परिमाण परिकलित कीजिये। एक वैद्युत तथा चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में वेग `vecV = v, से जा रही है। वैद्युत-चुम्बकीय तरंग के वैद्युत दोलन Y-अक्ष के अनुदिश हैं।
गतिमान आवेश और चुंबकत्व क्या है?
इसे सुनेंरोकेंगतिमान आवेश और चुंबकत्व ;पपद्ध चुंबकीय बलु ख् अ ×ठ , वेग तथा चुंबकीय क्षेत्रा का एक सदिश गुणनपफल होता है। सदिश गुणनपफल चुंबकीय क्षेत्रा के कारण बल को समाप्त ;शून्यद्ध कर देता है। यह तब होता है जब बल, वेग तथा चंुबकीय क्षेत्रा दोनों के लंबवत होता है ;किसी दिशा मेंद्ध।
एक गतिमान आवेश कौन सा क्षेत्र उत्पन्न करता है?
गतिमान आवेश क्या है?
इसे सुनेंरोकें(moving charge in hindi ) गतिमान आवेश की परिभाषा क्या है? एक गतिमान आवेश उत्पन्न करता है moving electric charge produces magnetic field? इस चुम्बकीय क्षेत्र B की दिशा , v और r के तल के लम्बवत ऊपर की तरफ (दाए हाथ की हथेली के नियम नंबर 1 से ) होगी। यदि आवेश ऋणात्मक है तो इससे उत्पन्न B की दिशा नीचे की तरफ होगी।
गतिशील आवेश में कौन कौन से क्षेत्र होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंएक गतिशील आवेश का परिणाम धारा का प्रवाह होता है। हम जानते हैं कि धारा ले जाने वाला चालक अपने चारों ओर एक चुंबकीय क्षेत्र का निर्माण करता है। इसलिए गतिशील आवेश एक विद्युत क्षेत्र और एक चुंबकीय क्षेत्र दोनों निर्माण करता है।
एक कूलाम आवेश में इलेक्ट्रॉन की संख्या कितनी होती है?
इसे सुनेंरोकेंअतः , 1 कूलॉम (C ) आवेश 6.25×1018 इलेक्ट्रॉनों से बनता है ।
गतिशील आवेश से कौन कौन से क्षेत्र उत्पन्न होते?
स्थिर विद्युत बल क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंएक आवेशित वस्तु द्वारा किसी अन्य आवेशित या अनावेशित वस्तु पर लगाया गया बल स्थिर वैद्युत बल कहलाता है।
किसी 'आदर्श' बेलनाकार चुम्बक का चुम्बकीय क्षेत्र
किसी चालक में प्रवाहित विद्युत धारा I, उस चालक के चारों ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र B उत्पन्न करती है।
चुंबकीय क्षेत्र विद्युत धाराओं और चुंबकीय सामग्री का चुंबकीय प्रभाव है। किसी भी बिन्दु पर चुंबकीय क्षेत्र दोनों, दिशा और परिमाण (या शक्ति) द्वारा निर्दिष्ट किया जाता है; इसलिये यह एक सदिश क्षेत्र है। चुम्बकीय क्षेत्र गतिमान विद्युत आवेश और मूलकणों के अंतर्भूत चुंबकीय आघूर्ण द्वारा उत्पादित होता है।
'चुम्बकीय क्षेत्र' शब्द का प्रयोग दो क्षेत्रों के लिये किया जाता है जिनका आपस में निकट सम्बन्ध है, किन्तु दोनों अलग-अलग हैं। इन दो क्षेत्रों को B तथा H, द्वारा निरूपित किया जाता है। H की ईकाई अम्पीयर प्रति मीटर (संकेत: A·m−1 or A/m) है और B की ईकाई टेस्ला (प्रतीक: T) है।
चुम्बकीय क्षेत्र दो प्रकार से उत्पन्न (स्थापित) किया जा सकता है- (१) गतिमान आवेशों के द्वारा (अर्थात, विद्युत धारा के द्वारा) तथा (२) मूलभूत कणों में निहित चुम्बकीय आघूर्ण के द्वारा[1][2] विशिष्ट आपेक्षिकता में, विद्युत क्षेत्र और चुम्बकीय क्षेत्र, एक ही वस्तु के दो पक्ष हैं जो परस्पर सम्बन्धित होते हैं।
चुम्बकीय क्षेत्र दो रूपों में देखने को मिलता है, (१) स्थायी चुम्बकों द्वारा लोहा, कोबाल्ट आदि से निर्मित वस्तुओं पर लगने वाला बल, तथा (२) मोटर आदि में उत्पन्न बलाघूर्ण जिससे मोटर घूमती है। आधुनिक प्रौद्योगिकी में चुम्बकीय क्षेत्रों का बहुतायत में उपयोग होता है (विशेषतः वैद्युत इंजीनियरी तथा विद्युतचुम्बकत्व में)। धरती का चुम्बकीय क्षेत्र, चुम्बकीय सुई के माध्यम से दिशा ज्ञान कराने में उपयोगी है। विद्युत मोटर और विद्युत जनित्र में चुम्बकीय क्षेत्र का उपयोग होता है।
लॉरेंज बल[संपादित करें]
किसी चुम्बकीय क्षेत्र B में, v वेग से गतिमान, q आवेश वाले कण पर लगने वाला बल है,
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ Jiles, David C. (1998). Introduction to Magnetism and Magnetic Materials (2 संस्करण). CRC. पृ॰ 3. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0412798603. मूल से 22 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 दिसंबर 2016.
- ↑ Feynman, Richard Phillips; Leighton, Robert B.; Sands, Matthew (1964). The Feynman Lectures on Physics. 2. California Institute of Technology. पपृ॰ 1.7–1.8. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0465079989. मूल से 2 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 दिसंबर 2016.
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
- स्थायी चुम्बक
- विद्युतचुम्बकत्व
- चुम्बकीय पदार्थ