ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में सूर्य का राहु या शनि के साथ होना अच्छा नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसे लोगों के मुंह में बार-बार थूक आने की समस्या खड़ी हो जाती है।
कुछ लोगों में बार-बार थूकने की आदत पाई जाती है। सामान्य तौर पर इसे अच्छा नहीं माना जाता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्र में इसके कई नुकसान बताए गए हैं। जी हां, ज्योतिष की मानें तो बार-बार थूकने की आदत से आपके वर्तमान और भविष्य पर काफी बुरा असर पड़ता है। कहते हैं कि हम सबके मुंह में नियमीत रूप से स्राव आता रहता है जिसे थूककर बाहर निकाल दिया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में थूकने का संबंध सूर्य ग्रह से बताया गया है। कहते हैं कि सूर्य के कमजोर होने से बार-बार थूकने का आदत लग जाती है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग कहीं भी थूक देते हैं, उन्हें अपने जीवन में मान-सम्मान नहीं मिलता। ऐसे लोग अपने जीवन में अच्छे दोस्त नहीं बना पाते।
ऐसी भी मान्यता है कि बार-बार थूकने से लक्ष्मी माता नाराज हो जाती हैं। ऐसे में इन लोगों को अपने जीवन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। कहते हैं कि इनकी आय के स्रोत काफी सीमित हो जाते हैं और ये लोग आर्थिक हानि का भी सामना करते हैं। मान्यता है कि बार-बार थूकने वाले लोग अपने जीवन में मेहनत तो खूब करते हैं लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिलती। कहते हैं कि इन लोगों को अपने जीवन में कभी भी यश की प्राप्ति नहीं होती।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में सूर्य का राहु या शनि के साथ होना अच्छा नहीं माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसे लोगों के मुंह में बार-बार थूक आने की समस्या खड़ी हो जाती है। जब ये लोग कुछ बोलते हैं, उस वक्त भी इनके मुंह से थूक आता था। माना जाता है कि सूर्य के खराब होने से मुंह सूख जाता है। ऐसी दशा में मुंह से बार-बार थूक आने लगता है। बता दें कि घर में थूकने के लिए भी मना किया गया है। माना जाता है कि घर में थूकने से दरिद्रता आती है।