भारतीय मौसम तंत्र को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण कारक कौन से हैं - bhaarateey mausam tantr ko prabhaavit karane vaale mahatvapoorn kaarak kaun se hain

भारतीय मौसम तंत्र को प्रभावित करने वाले तीन महत्त्वपूर्ण कारक कौन-से हैं?

Solution

  • भारतीय मौसम तंत्र को प्रभावित करने वाले तीन महत्त्वपूर्ण कारक इस प्रकार हैं|
  1. वायु दाब एवं पवनों को धरातल पर वितरण।
  2. भूमंडलीय मौसम को नियंत्रित करने वाले कारकों एवं विभिन्न वायु संहतियों एवं जेह प्रवाह के अंतर्वाह द्वारा उत्पन्न ऊपरी वायुसंचरण।
  3. शीतकाल में पश्चिमी विक्षोभों तथा दक्षिणी पश्चिमी मानसून काल में उष्ण कटिबंधीय अबदाबों के भारत में अंतर्वहन के कारण उत्पन्न वर्षा की अनुकूल दशाएँ।

Concept: भारत की जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक

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भारतीय मौसम तंत्र को प्रभावित करने वाले कारक कौन कौन से हैं?

(i) भारतीय मौसम तंत्र को प्रभावित करने वाले तीन महत्त्वपूर्ण कारक कौन-से हैं? (i) वायु दाब एवं पवनों को धरातल पर वितरण। (ii) भूमंडलीय मौसम को नियंत्रित करने वाले कारकों एवं विभिन्न वायु संहतियों एवं जेह प्रवाह के अंतर्वाह द्वारा उत्पन्न ऊपरी वायुसंचरण।

भारतीय मानसून को प्रभाव करने वाले कारक कौन को समझाइए?

भारत में मानसून को प्रभावित करने वाले कारक.
भारत की जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक भारत की जलवायु को नियंत्रित करने वाले अनेक कारक हैं जिन्हें मोटे तौर पर दो वर्गों में बांटा जा सकता है-.
स्थिति एवं उच्चावच संबंधी कारक.
अक्षांश–.
हिमालय पर्वत–.
जल और स्थल का वितरण–.
समुद्र तट से दूरी–.
समुद्र तल से ऊंचाई –.
उच्चावच–.

मौसमी कारक क्या है?

वर्षा, सूर्य की किरणें, वायु, आद्रता एवं तापमान ऐसे कारक हैं जो किसी स्थान की ऋतु को प्रभावित करते हैं। मौसम में परिवर्तन अचानक हो सकता है एवं इसका अनुभव किया जा सकता है, जबकि ऋतु परिवर्तन होने में लंबा समय लगता है इसलिए इसे अनुभव करना अपेक्षाकृत कठिन है। पृथ्वी के पूरे इतिहास के दौरान ऋतु परिवर्तन होता रहा है।

जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?

विश्व की जलवायु कई कारकों द्वारा प्रभावित होती है, जिसकी वजह से पृथ्वी के अलग-अलग हिस्सों का अलग–अलग जलवायु का जन्म होता है। इसी तरह भारत की जलवायु को भी अक्षांश, ऊंचाई, दाब और पवन आदि कारक प्रभावित करते हैं | कर्क रेखा पश्चिम में कच्छ के रन और पूर्व में मिजोरम तक भारत के मध्य भाग से होकर गुजरती है।