भारत में आम की कितनी जातियां पाई जाती है? - bhaarat mein aam kee kitanee jaatiyaan paee jaatee hai?

वैसे तो बहुत कम लोगों को ही गर्मियों का मौसम भाता है लेकिन कुछ एक लोग हैं जो मीठे-मीठे रसीले आम खाने के लिए गर्मियों का इंतजार करते हैं. आम को फलों का राजा  कहा जाता है. इसे न केवल फल के रूप में बल्कि चटनी, अचार, शेक, पन्ना आदि के रूप में भी खाया जाता है. पूरी दुनिया में आमों की 1500 से ज्यादा किस्में हैं, जिनमें 1000 किस्में तो अकेले भारत में उगाई जाती हैं. आम के उत्पादन के मामले में भारत दुनिया भर में पहले स्थान पर आता है. यहां हर साल 2 करोड़ लाख टन आम की पैदावार होती है. उत्तर प्रदेश भारत में सबसे अधिक आम का उत्पादन करने वाला राज्य है. आम का इतिहास कम से कम 4,000 साल पुराना है. माना जाता है भारत से ही निकलकर ही आम पूरी दुनिया में पहुंचा. 

तो आइए यहां आपको बताते हैं भारत में लोकप्रिय आमों की किस्मों के बारे में साथ ही आपको बताएंगे कौन से आम किस प्रदेश में ज्यादा पाए जाते हैं और आमों का राजा किसे कहा जाता है.

अल्फांसो
अलफांसो आम देश के सबसे चर्चित आमों में से एक है. इसे आमों का राजा भी कहा जाता है. इसे मुख्य रूप से महाराष्ट्र में उगाया जाता है. वहां इसे हापुस के नाम से जाना जाता है. इसकी मिठास, स्वाद और सुगंध बाकी आमों से बिल्कुल अलग है. यह अप्रैल से जून के बीच आता है. थोक बाजार में इसकी कीमत 700 रुपये दर्जन है तो फुटकर बाजार में अलफांसो 2500 से 7000 रुपये प्रति दर्जन बिकता है.

चौसा 
दिल्ली वाले चौसा की मिठास के गाने गाते हैं. लेकिन भारत के उत्तरी भाग में चौसा आम बहुत लोकप्रिय है. इस आम का नाम बिहार के चौसा गांव से जुड़ा है. यह आम खाने में बहुत मीठा होता है. इस आम की पहचान आप रंग से ही कर सकते हैं, यह आम मार्केट में जुलाई के तीसरे हफ्ते में आता है.

मालदा
जिसने आम खाया हो पर मालदा न खाया हो, तो उसे यह मान लेना चाहिए कि उसने अभी आम खाया ही नहीं है. मालदा आम की मिठास और खुशबू की वजह से हर साल इसे विदेशों में एक्सपोर्ट किया जाता है. यह आकार में बड़ा और गूदेदार होता है. पकने के बाद भी इसका छिलका बाहर से हरा ही रहता है.


दशहरी
दशहरी आम देशभर में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली किस्म है. दशहरी आम उत्तर प्रदेश में ज्यादा मिलती है. इस प्रजाति की उत्पत्ति लखनऊ के पास दशहरी गांव से हुई यही वजह है कि इसका नाम ही दशहरी रख दिया. यह जून के आखिरी और जुलाई महीने में उपलब्ध होता है. यह खाने में मीठा और स्वाद से भरपूर होता है. सीजन आने पर यह 40 रुपये किलो भी बिकता है.

लंगड़ा
लंगड़ा रेशेदार आम होता है, और खाने में चीनी से भी ज्यादा मीठा लगता है. लंगड़ा आम की किस्‍म करीब 250 साल पुरानी बताई जाती है. यह बाजार में 50 से 80 रुपये किलो में बिकता है. इसकी पैदावार मुख्यत उत्तरप्रदेश में होती है. बिहार- यूपी के लोग इस आम को बड़े ही चाव से खाते हैं.

आम फलों का राजा और भारत में हर किसी का फेवरिट. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फल की 1500 वैरायटीज भारत में उगाईं जाती है. अब जरा सोचिए जब वैरायटीज इतनी हैं तो फिर इनकी खासियतें भी अलग-अलग होंगी. आइए आपको भारत के ऐसे खास आमों के बारे में जो बहुत लोकप्रिय हैं और ये भी कि आप इन्‍हें कैसे पहचान सकते हैं.

चौसा आम उत्‍तर भारत और बिहार में खासा लोकप्रिय है. कहते हैं कि 16वीं सदी में शेरशाह सूरी ने इस आम से लोगों का परिचय करवाया था. चौसा आम के नाम पर बिहार में एक कस्‍बे का नाम भी है. यह आम बहुत मीठा होता है और चमकदार पीले रंग का होता है. इसका रंग ही इसकी पहचान बताने के लिए काफी है.

आम की कितनी प्रजाति पाई जाती है?

आपको बता दें कि हमारे देश में आमों की करीब 1500 प्रजातियां (Different Varieties) हैं जो देश के अलग अलग हिस्‍सों में उगाई जाती है. तो आइए यहां आपको बताते हैं उन खास आमों की प्रजातियों के बारे में जो अपने खास स्‍वाद और खुशबू की वजह से देश ही नहीं दुनियाभर में प्रसिद्ध है. दशहरी आम उत्तर प्रदेश से ताल्‍लुख रखता है.

भारत में आम कितने प्रकार के होते हैं?

भारत के साथ ही दुनिया के और भी देशों में आम की अलग-अलग किस्में मिलती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि केवल भारत के अलग-अलग हिस्सों में लगभग 15 से भी ज्यादा किस्में हैं। जिनके स्वाद से लेकर महक तक अलग होती हैं। वहीं इन आमों का रंग भी एक दूसरे से जुदा ही होता है।

आम जाति क्या है?

आम एक प्रकार का रसीला फल होता है। ... .

आमों का राजा कौन सा आम है?

अलफांसो आम देश के सबसे चर्चित आमों में से एक है. इसे आमों का राजा भी कहा जाता है. इसे मुख्य रूप से महाराष्ट्र में उगाया जाता है. वहां इसे हापुस के नाम से जाना जाता है.

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